अनजान युवा लड़की की ट्रेन में चुदाई

मैंने अपने आपको संभालते हुए उसे कमर से धक्का दिया और उसे ट्रेन की बोगी में चढ़ा दिया। फिर मैं भी बोगी के अन्दर आ गया। लड़की थोड़ी डर चुकी थी.. लेकिन शायद उसे अपने मम्मे पर मेरे हाथ का और मेरे लंड का कड़े होने का अहसास हो चुका था.. क्योंकि जब हम अपने बर्थ पर पहुँचे तो मुझे लगा कि शायद वो मेरे पैंट की तरफ देख रही थी।

हम अपने अपने स्थान पर बैठ चुके थे और ट्रेन फिर से अपने स्पीड में दौड़ने लगी थी।
उसने मुझे ‘थैंक्स’ कहा और अपने भाभी को बताया कि मैंने उसकी मदद की।

इस वजह से हमारे बीच बातों का सिलसिला चल पड़ा और हम थोड़ा घुल-मिल गए। उसका नाम श्वेता था और उसने 12 वीं का एग्जाम पास किया था। वो अपनी भाभी के साथ अपने भाई के यहाँ जा रही थी।

भाभी के बच्चे लैपटॉप पर मूवी के लिए जिद करने लगे। मैं अपने लैपटॉप को बच्चों के हाथों में नहीं देना चाहता था। इसलिए मैंने अपना लैपटॉप अपनी गोद में रख कर चालू कर दिया।

मैंने देखा कि श्वेता भी मेरी वाली बर्थ पर आकर बैठ गई और वो भी मूवी देखने लगी।

इस बीच मुझे एक कॉल आया तो मैंने उससे बोला- लैपटॉप अपने पास रख लो.. बच्चों के हाथ में मत देना।

वो दूर से लैपटॉप उठाने लगी.. जिसकी वजह से उसका संतुलन बिगड़ने लगा उसने अपना संतुलन बनाने के लिए अपना हाथ मेरी जांघ पर रख दिया.. जिससे उसके हाथ से मेरा लंड दुबारा टच हो गया। उसने जल्दी-जल्दी लैपटॉप लिया और अपनी जगह पर बैठ गई। उसके स्पर्श की वजह से मेरा लंड एक बार फिर बड़ा होने लगा।

यह कहानी भी पड़े  सेक्सी लड़की ने घर पर बुला के चूत और गॅंड मरवाई

मैंने उसे छिपाने के लिए अपने पैरों के बीच में उसे रख कर मोड़ लिया। मेरी इस हरकत को वो देख रही थी.. जिसे देख कर मेरा लंड और खड़ा हो गया।

मेरी अन्तर्वासना
मेरे मन में अब तक उसको चोदने का ख़याल नहीं आया था.. लेकिन इसके बाद मुझे उसे चोदने का ख़याल आने लगा।
मैं सोचने लगा अगर मौका मिल जाए तो मैं उसकी चुदाई कर लूँ।

इस बीच डिनर का टाइम हो गया.. तो मैंने अपने लैपटॉप को अपनी बर्थ पर रख दिया और उसे चार्ज में लगा दिया। वो सभी लोग मुझसे भी साथ में खाने के लिए जिद करने लगे।
मैंने उनका दिल रखने को थोड़ा खा लिया।

थोड़ी देर में सभी खा चुके थे, खाने के बाद बच्चे फिर से मूवी देखने को जिद करने लगे।
भाभी को नींद आ रही थी.. सो वो बच्चों को मना कर रही थीं।

मैंने कहा- भाभी, आप सभी का बेड लगा दें और सो जाएं।
तभी बीच श्वेता ने भी भाभी को बोला- हाँ भाभी आप सो जाईए.. मैं इन लोगों को इनकी जगह पर सुला दूँगी।

यह सुन कर भाभी सो गईं.. चूंकि मेरा लैपटॉप मेरी बर्थ पर था.. इसलिए मैंने उन लोगों को ऊपर ही मूवी देखने को कहा।
मुझे लगा अगर वो ऊपर मेरे सीट पर आ जाएगी.. तो मेरे लिए कुछ करना आसान होगा।

सभी मेरी बर्थ पर आ गए और मूवी देखने लगे।
कुछ देर बाद छोटा बच्चा सो गया.. इसलिए श्वेता ने उसे उसकी बर्थ पर सुला दिया। उसके बाद वो फिर से मेरे बर्थ पर आई और बड़े बच्चे को अपनी गोद में लेकर मेरी बगल में बैठ गई।

यह कहानी भी पड़े  पड़ोस की भाभी की हॉट चुदाई

Pages: 1 2 3 4 5



error: Content is protected !!