हेलो दोस्तों, पिछली कहानी में मैने आपको बताया था की कैसे मैं अपनी गोआ ट्रिप पर निकला था. और ट्रेन से गोआ आते-आते कैसे मैने एक अंजन लड़की की चुदाई ट्रेन में ही कर दी. अब आयेज की कहानी कुछ यू है.
मैं गोआ में एक रिज़ॉर्ट में रुका था, और तोड़ा आराम करने के बाद मैं बीच पर घूमने निकला. मैं कुछ देर वाहा तहेलता रहा और देखा की सब लोग अपने में मस्त थे. मुझे भी बीच पर पानी में जाने का मॅन हुआ, तो मैं चेंजिंग रूम में गया, और वाहा पर अपने सारे कपड़े उतार दिए. मैं सिर्फ़ अपने स्विमवेर में था. मैने अंदर अपनी चड्डी भी नही पहनी थी. क्यूंकी मैं अकेला ही था.
मेरा तो मॅन बीच पर नंगा घूमने का कर रहा था, पर ऐसा ना हो सका. मैं सिर्फ़ स्विमस्यूट में बाहर आ गया. वाहा काई लड़कियाँ थी जो सिर्फ़ बिकिनी में थी. उनको देख कर आँखें तृप्त हो गयी. पर लंड खड़ा हो गया. उपर से मैने अंदर कुछ नही पहना था, तो स्विमस्यूट के उपर से मेरा लंड उभर कर दिख रहा था.
मैने जैसे-तैसे उसे नीचे दबाया और वाहा घूमने लगा. एक छ्होटी रेस्टोरेंट जैसी एक जगह थी, जहा बैठ कर मैं पानी और जूस पीने लगा. तभी वाहा एक मेरी उमर का नौजवान लड़का आया, और उसने मुझसे बात करनी शुरू कर दी. तो मैने भी बात करने लगा. बातों-बातों में हमने सेक्स की बात की, तो उसने बताया की वो और उसकी वाइफ गोआ घूमने आए थे.
उसकी वाइफ को थ्रीसम का मज़ा लेना था, तो वो मेरे जैसे किसी इंसान को ढूँढ रहा था. मैने ये सुनते ही इस बात में इंटेरेस्ट दिखाया. उसने अपने रिज़ॉर्ट का रूम नंबर दिया, और कहा की मैं रात को 9 बजे वाहा आ जौ. मेरी खुशी का ठिकाना नही था. मैने भी हा कर दी. मैं रात को वाहा पहुँचा तो उसने और उसकी बीवी ने मुझे वेलकम किया. फिर हम तीनो रूम में आ गये.
कुछ देर बाद वो और उसकी बीवी बातरूम में नहाने एक साथ चले गये, और उसने मुझसे कहा की, “तुम रूको मैं बुलाता हू तुम्हे”. कुछ देर बाद पति बाहर आया. वो सिर्फ़ चड्डी में था. उसन्स मुझे अंदर जाने का इशारा किया. मैने अपनी त-शर्ट उतरी, और उपर से नंगा हो कर अंदर गया. अंदर उसकी बीवी बिकिनी में खड़ी थी.
मेरे जाते ही उसके पति ने दरवाज़ा बंद कर दिया. अब मैं और भाभी जी अकेले में खड़े थे. मैं कुछ करू उससे पहले ही भाभी मेरे पास आई, और मेरी छाती पर हाथ घूमने लगी. मैं भी ये मौका नही छ्चोढना चाहता था, तो मैने भी उन्हे कमर से पकड़ कर अपनी और खींचा. फिर मैं उनके होंठो को चूसने लगा.
ये एक अलग ही एहसास था. भाभी ने भी मेरा साथ दिया, और वो भी मस्ती से मुझे चूम रही थी, और हम दोनो एक-दूसरे के होंठो का रस्स पी रहे थे. देखते ही देखते भाभी का हाथ मेरे लंड पर गया, और जीन्स के उपर से भाभी लंड मसालने लगी. मैने अपनी जीन्स के बटन खोले और ज़िप अनज़िप की. फिर उसे उतार कर साइड में रख दिया.
अब मैं चड्डी में उनके सामने खड़ा था. इतने में उन्होने मेरी चड्डी को पकड़ा, और नीचे खीच दिया. मैने भी अपनी चड्डी उतरी और भाभी के सिर को पकड़ लंड चूसने का इशारा किया. भाभी भी कहा नयी थी, एक्सपीरियेन्स तो था ही. उसने भी नीचे घुटनो पर बैठ कर मेरे लंड को पकड़ा और सीधा होंठो से लंड के उपरी हिस्से को लीक करने लगी.
फिर धीरे-धीरे सूपड़ा चूसा और फिर आधा लंड चूसा. कुछ ही देर में मेरा पूरा लंड भाभी के मूह में था. वो बीच-बीच में मेरी बॉल्स को भी चूस रही थी. अगर कोई नयी लड़की होती, तो शायद इतने आचे से नही चूस पाती. शायद इसीलिए ही हम लड़के भाभी को प्रिफर करते है, क्यूंकी उनको एक्सपीरियेन्स होता है.
मैं तो जन्नत में था, और मैने कुछ देर चुसवाने के बाद अपना पहला कम उनके मूह में ही निकाल दिया. भाभी तो कमाल थी भाई, उन्होने एक बूँद भी वेस्ट नही होने दी, और सारा का सारा माल स्वॉलो कर दिया. मैने फिर उन्हे उठाया, और हम दोनो बाहर की और चल दिए. बाहर उनका पति बेड पर बैठा था. हमे देखते ही उसने अपनी बीवी को बेड पर पटका, और मुझे नंगा देख कर मुस्कुराया.
उसके पति ने भाभी की छूट पनटी के उपर से लीक करनी शुरू की, और मैं उपर जाके भाभी के बूब्स को दबाने और चूसने लगा. भाभी जी एक-दूं हॉर्नी हो चुकी थी. भाभी की ब्रा मैने उतार दी. उनके बड़े-बड़े दो बूब्स मेरे दोनो हाथो में नही समा पा रहे थे. भाभी के बूब्स बहुत रसीले थे. इतने बड़े बूब्स ना ही मेरी गर्लफ्रेंड के थे, और ना ही ट्रेन वाली लड़की के.
ये भाभी के साथ मेरी पहली चुदाई थी. मैं बूब्स देख कर अपने आप को रोक नही पाया. मैने उन्हे दबा-दबा के लाल तो किया ही, साथ में उनको छ्होटे बच्चो की तरह मूह में लेके चूसा भी. फिर उनके निपल्स को भी काटा और उनका दूध पिया. कुछ देर बाद देखा तो भाभी की चड्डी उनके पति ने पहले ही उतार दी थी. भाभी नंगी लेती हुई थी.
उनको नंगा देख कर मैं तो माधमस्त हो गया. क्या गोरा और भरा हुआ बदन था. कोई भी देखे तो देखता ही रह जाए. उनके पति ने अब जगह चेंज करने का इशारा किया. वो बूब्स को दबाने में लग गये, और यहा मैं भाभी की छूट पर अपना मूह रख चुका था. उनकी छूट गीली तो थी, और देखने से पता चल रहा था की भैया ने भाभी का भरपूर फ़ायदा उठाया था. मानो हर रात भाभी भैया से नंगी चुड़वति थी.
मैं कैसे पीछे रह जाता. मैने भी अपनी जीभ से छूट चाटनी शुरू की. छूट की वो खुश्बू मुझे पागल बना रही थी, और साथ ही अपनी उंगलियाँ उनकी छूट में घुसेड रहा था. कुछ देर बाद उनके पति ने मुझे इशारा किया की भाभी की मैं चुदाई शुरू करू. यही तो मैं चाहता था.
मेरा लंड अब तक खड़ा हो गया था. उनके पति एक चेर पर जाके बैठ गये, और अपनी बीवी को मेरे हवाले कर दिया. मैने भी उनको मिशनरी पोज़िशन में लिटाया, और उनके पैरों को मेरे कंधो पर रखा. फिर मैने अपना लंड उनकी छूट पर रखा. एक ही धक्के में मेरा पूरा लंड उनकी छूट में एक बार में ही चला गया. जाता कैसे नही, भैया ने छूट का भोंसड़ा तो पहले ही बना दिया था.
उनकी छूट अब खाई बन चुकी थी. मैने भी उनकी चुदाई शुरू की ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने लगा. भाभी भी उहह आह की आवाज़ निकालने लगी. लगभग 15-20 मिनिट तक मैने उनकी चुदाई की, और फिर मुझे जब लगा की मेरा माल निकल जाएगा मैं रुक गया. मैं पसीने में तार-बतर था, पर आज चुदाई का मज़ा ही आ गया.
कुछ देर तक मैं बैठा रहा, और भैया ने भाभी को अपने उपर चढ़ाया. भाभी भी मस्त उनके पति देव के लंड के उपर बैठ कर कूद रही थी और छुड़वा रही थी. मेरा वापस खड़ा हो गया, तो मैने भी बीच में जाने की कोशिश की. भैया ने भाभी को डॉगी बनाया. मैने भाभी की छूट छोड़नी शुरू की, और वाहा भैया ने अपना लंड भाभी के मूह में दे दिया.
घपा-घाप करके मैने भी चुदाई ज़ोरदार की. कुछ वक़्त बाद उनके पति ने कहा की एक साथ भाभी के दोनो च्छेद छोड़ेंगे. भाभी दर्र गयी, और माना करने लगी. पर हम दोनो के सामने भाभी की क्या चलने वाली थी. भाभी के पति ने मुझे लेटने का इशारा किया.
फिर भाभी ने अपनी गांद के च्छेद पर मेरा लंड सेट किया, और मैने तोड़ा ज़ोर लगा कर पहले कुछ मिनिट में भाभी की गांद में अपना लंड डाल दिया. उपर से भाभी के पति ने अपना लंड भाभी की छूट में डाल दिया. अब हम दोनो ने भाभी के दोनो च्छेद एक साथ पेलने शुरू कर दिए.
भाभी जी तो रो पड़ी, पर हमने उनको सॅंडविच के जैसे पोज़ में क़ैद कर लिया था. भाभी को अब मजबूरन छुड़वाना पड़ा. फिर कुछ वक़्त बाद भाभी को भी मज़ा आने लगा. भाभी की चुदाई की आवाज़ पुर कमरे में गूँज उठी.
कुछ देर चुदाई चली और जोश-जोश में हम दोनो ने भाभी जी के उपर ही अपना-अपना कम निकाल दिया. भाभी ने भी राहत की साँस ली. फिर हम तीनो ने साथ में नाहया, और अपने आप को सॉफ किया. उसके बाद कमरे में खाना मँगवाया और खाया. फिर पता चला की वो दोनो एक साथ पिछले पाँच सालों से थे, और हज़ारो बार चुदाई कर चुके थे.
उन्हे कुछ नया करना था, और भाभी को थ्रीसम करना था, तो मेरे साथ आज उनकी ये ख्वाहिश भी पूरी हो गयी. अब अगली बार एक लड़की मिल जाए तो उनके पति की इक्चा थी की अपनी बीवी और किसी लड़की के साथ चुदाई करे. आख़िर कों मर्द एक साथ दो औरतों को छोड़ना नही चाहेगा.
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