वॉल्यूम कम करवाने गयी और रंडी बन के चुदी

हेलो मेरे सेक्स स्टोरी लवर्स, कैसे हो आप सब? मैं हाज़िर हू आपके सामने अपनी रियल सेक्स कहानी के साथ.

मेरा नामे पायल गोरे है, और मैं महारसटरा से हू. मेरी आगे है 26 यियर्ज़, आंड और फिगर है 34-28-36 का. मेरी शादी एक साल पहले आकाश से हुई. शादी से पहले तक मैने रियल में सेक्स नही किया था. मतलब की मेरी छूट अनचुई थी शादी से पहले तक. हा किस और बूब्स प्रेस्सिंग मैने किया था बहुत.

मेरा एक ब्फ था, जिसके साथ मैने उपर-उपर से सब मज़े लिए थे, और उसका लंड भी बहुत चूसा था. पर मैने सोचा था सील मैं शादी के बाद ही तुद्वौनगी.

तो आकाश पुणे में जॉब करते थे, और शादी के बाद हम पुणे शिफ्ट हो गये. शादी के बाद हमने सेक्स का बहुत मज़ा लिया. मैं एक-दूं लायल थी. हम घूमने जाते और सेक्स करते. लाइफ मस्त चल रही थी. मैने एक प्राइवेट स्कूल भी जाय्न कर लिया था पढ़ने के लिए.

शादी के 6 महीने बाद की ही बात है. आकाश को 10 दिन के लिए जर्मनी जाना था. बुत मेरा स्कूल था, तो मैं वहीं रुक गयी. आकाश के जाने के दूसरे दिन की ही बात है. मैं रात को सो रही थी. तभी हमारे उपर वाले फ्लॅट से आवाज़ आने लगी म्यूज़िक की ज़ोर से.

वहाँ फ़ैज़न रहता था. वो तोड़ा आवारा था, तो मैने सोचा छ्चोढो, और सो गयी. पर फिर आवाज़े और बढ़ गयी, और मैं सो नही पा रही थी. मैने सोचा अब जाके एक बार बोल ही देती हू. उस टाइम मैने एक नाइट ड्रेस पहनी थी, जो नीचे से पूरी ओपन थी, मतलब उसमे एक कट था, जो उपर पनटी की कमर वाली स्टीप तक था.

फिर मैने उसकी बेल बजाई, तो वो बाहर आया. वो हल्का नशे में लग रहा था. जैसे ही उसने मुझे देखा, तो वो शॉक हो गया. वो मेरे 34″ के बूब्स, और सेक्सी टाँगें देखने लगा.

मैने बोला: घूर क्या रहे हो? आवाज़ बहुत तेज़ आ रही है. मैं सो नही पा रही हू.

तो उसने कुछ नही बोला, और सीधे मुझे अंदर खींच के गाते लगा लिया, और मुझे किस करने लगा. ये सब इतना जल्दी हुआ, की मैं कुछ समझ ही नही पाई. फिर वो किस करते हुए बॅक सहलाने लगा, और कान के पीछे हल्के-हल्के से बीते करने लगा. मैं सहन ना कर सकी, और मेरा ख़तरनाक मूड बन गया.

फिर मैने फ़ैज़न के सिर को पीछे से दबाया, और उसका किस में भरपूर साथ देने लग गयी. वो खुश हो गया, और मेरे बूब्स दबाने लगा. मेरे बदन में आग लग गयी. फिर उसने मुझे दीवार से सताया, और मुझे जानवरों के जैसे प्यार करने लगा.

मुझे तो यही चाहिए था. फिर मैने फ़ैज़न की शर्ट के बटन खोले, और उसके बदन को चाटने लग गयी, और चूसने लगी. उसके बाद मैने उनकी जीन्स खोली, और उसकी चड्डी को उपर से चूसने लगी. क्या नशा था वो. उसकी गंदी स्मेल मुझे दीवाना बना रही थी, और मैं धीरे-धीरे उनकी गुलाम बनती जेया रही थी.

थोड़ी देर चड्डी चूसने के बाद मैने उन्हे हग किया, और वापस किस स्टार्ट की. उसने मेरे बूब्स को फिर से दबाना चालू कर दिया. फ़ैज़न ने फिर मुझे उठाया, और बेडरूम में लेकर बेड पे पटक दिया. फिर मेरे उपर ऐसे टूट पड़ा, जैसे कोई भूखा शेर किसी हिरनी को दबोच लेता है.

मैं अब फुल मूड में आ चुकी थी, और मैं जब फुल मूड में होती हू, तो सामने वाला जो भी करे, उसमे मज़ा आने लगता है. फ़ैज़न ने अब मुझे किस करना चालू किया, और मैने पूरा साथ दिया. फिर मैने फ़ैज़न को लिटाया, और उनकी पूरी बॉडी को चाटने लगी. ये देख के वो तो पागल सा हो गया, और मुझे गाली देने लगा.

फ़ैज़न: श पायल, तुम तो रॅंड हो. वो भी पर्फेक्ट.

और मुझे ये सुन के ना-जाने क्यूँ और अछा लगा. फिर मैने फ़ैज़ की चड्डी अपने मूह से खोल के नीचे कर दी, और उनके लंड को देख कर तो मानो पागल हो गयी. 8 इंच का काला मूसल था, जब की मेरे पति का तो बस 5.5 का था, वो भी पतला सा. मैने उनके लंड पे किस किए, और उसे सहलाना चालू कर दिया.

फ़ैज़ पागल हो चुके थे, और आँखें बंद करके बस मुझे गाली दिए जेया रहे थे. फिर मैने लंड को चूसना चालू कर दिया. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था चूसने में. फिर मैने उनकी झांते चूसी, और फिर उनके गोते चूज़. अफ पहली बार मैने किसी के गोते चूज़ थे. ग़ज़ब का नशा था वो.

थोड़ी देर चूसने के बाद फ़ैज़ ने मुझे लिटाया, और मेरे सारे कपड़े फाड़ दिए, जैसे की मुझे खा ही जाएँगे. मैं तो उस समय पूरी सेक्स में डूब चुकी थी, मानो कांवासना ने मुझे जाकड़ लिया हो, और मैं इसमे और डूबना चाहती थी.

फिर फ़ैज़ ने मेरे बूब्स चूसने स्टार्ट करे. मैं पागल हो गयी, और मैने उनके सिर को दबाना चालू कर दिया मेरे बूब्स पर.

फिर फ़ैज़ ने मुझसे पूछा: क्या बनेगी मेरी?

मैं उस समय में पूरी सेक्स के नशे में दूध चुकी थी. मुझे बस सेक्स चढ़ रहा था.

मैने बोला: आप जो बनाओगे बन जौंगी.

फ़ैज़ ने बोला: सोच ले फिर.

मैने कुछ नही बोला, और सीधे उनके सिर को मेरे बूब्स पर ज़ोर से दबा दिया. वो समझ गये और मेरे बूब्स चूसने लगे. फिर एक हाथ से दूसरा बूब दबाने लगे. मैं और मदहोश होने लगी, और सिसकियाँ लेने लगी. 5 मिनिट्स तक चूसने के बाद फ़ैज़ अब तोड़ा नीचे आए, और मेरी नाभि चूसने लगे. मैं एक-दूं उछाल गयी, और ज़्यादा पागल होने लगी.

अब मैं काबू से बाहर हो रही थी, और एक तड़प भी होने लगी छूट में. अब मेरे मूह से लगातार सिसकियाँ निकल रही थी, मानो मेरे अंदर का ज्वालामुखी फुट रहा हो. फ़ैज़ ने अब मुझे उल्टा लिटाया, और मेरी बॅक को बारी-बारी से बीते करने लगे हल्के-हल्के से. इस हरकत से मेरे अंदर की आग दो-गुणी हो गयी और इधर फ़ैज़ रुकने का नाम नही ले रहे थे.

थोड़ी देर ऐसे करने के बाद उन्होने मुझे सीधा किया, और मेरी छूट पे एक उंगली से टच किया. मेरी छूट पहले ही पूरी गीली हो चुकी थी. फ़ैज़ के स्पर्श करते ही छूट ने पानी छ्चोढ़ दिया, और मैं सिसकियाँ लेने लगी.

फ़ैज़ ने अब दो उंगलियाँ मेरी छूट के उपर फेरनी स्टार्ट कर दी, और मैं पागल होने लगी. फिर वो उनकी ज़ुबान मेरी छूट के पास लाए, और दो इंच की दूरी से ही मुझे तड़पने लगे. मुझसे रहा नही गया और मैने बोला-

मैं: प्लीज़ बेबी, इसे छातो. अब रहा नही जेया रहा.

फ़ैज़ ने बोला: पहले बता आज के बाद मेरी क्या है तू?

मैने बोला: आपकी रंडी हू मैं आज से बेबी.

ये सुन के वो हासणे लगे, और बोले: नही, मेरी संस्कारी रॅंड है तू, समझी?

और मैने वही बोला. फिर फ़ैज़ ने मेरी छूट पे हमला कर दिया, और वो उसे ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगे. मैं उछाल-उछाल के पागल होने लगी. उस समय मैं एक रॅंड जैसी लग रही थी, और पूरी फ़ैज़ की आघोष में थी. मुझे बस हार्ड चुदाई दिख रही थी, और मैं ज़ोर-ज़ोर से फ़ैज़ के सिर को मेरी छूट पे दबाने लगी.

फ़ैज़ भी पुर जोश में उनकी ज़ुबान मेरी छूट के अंदर-बाहर डालने लगे. 10 मिनिट छूट चूसने के बाद मुझसे रहा नही गया, और मैने बोला-

मैं: प्लीज़ डाल दो अब आपका लंड. मुझसे रहा नही जेया रहा है.

ये सुन के फ़ैज़ ज़ोर से हासणे लगे और बोले: मैं बहुत बुरा आदमी हू. सोच ले, हमेशा के लिए मेरी गुलाम बना के रखूँगा मैं फिर. और जो मैं बोलू सब करना पड़ेगा एक बार मैने अंदर डाल दिया तो.

मैने बोला: आप जो बोलॉगे सब करूँगी, बस छोड़ दो बेबी.

फ़ैज़न ने उनका लंड मेरी छूट पे च्छुआ और छूटे हू छूट मचलने लगी. पता नही उनके लंड में क्या जादू था, मैं पागल हो चुकी थी इसके पीछे. फ़ैज़न ने लंड से मेरी छूट पे मारना चालू किया. दो-चार बार मारने के बाद उन्होने लंड को सेट किया, और एक हाथ से मेरे दोनो हाथ उपर पकड़े. फिर ज़ोर का झटका दिया, और उनका पूरा लंड मेरी छूट में चला गया.

मुझे तोड़ा सा दर्द हुआ, क्यूंकी मैने इतना बड़ा लंड लिया नही था कभी. तो मेरे मूह से ह निकल गया, और वो आ इतनी ज़ोर से था, की पास के घर में सुन जाए. फ़ैज़न अब ज़ोर-ज़ोर से झटके देने लगा, और मैं भी उछाल-उछाल के उनका साथ देने लगी.

फ़ैज़न ने अब स्पीड बधाई, और वो फुल स्पीड में चुदाई करने लगे. मेरे मूह से बस यही निकल रहा था-

मैं: फास्ट बेबी, फक मे हार्ड आह.

ये सुन के फ़ैज़न बोले: ले रंडी ले, और ज़ोर से ले.

और उनके मूह से गालियाँ सुन के मुझे अजीब सेन्सेशन हो रही थी.

मैने बोला: ई लोवे योउ फ़ैज़न.

तो छोड़ते हुए एक ज़ोर का थप्पड़ मेरे गाल पे पड़ा, और मैं सहम गयी.

फिर वो बोले: नाम लेके बोलेगी मुझे साली रॅंड.

और पूरा लंड बाहर निकाल के छोड़ने लगे. मेरा जोश और बढ़ गया, और मैने उन्हे रुकने को कहा. फिर मैने उन्हे एक किस करते हुए नीचे लिटाया, और खुद लंड के उपर आ गयी. अब मैं उनके लंड के उपर बैठ गयी, और ज़ोर-ज़ोर से उछाल-उछाल के चूड़ने लगी.

थोड़ी ही देर बाद मैं झाड़ गयी, लेकिन फ़ैज़न लगातार अपने लंड से झटके दे रहे थे. थोड़ी देर बाद वो भी मेरी छूट में ही झाड़ गये, और मुझे ऐसा लगा मानो पूरी संतुष्टि मिल गयी हो. मैने ऐसी चुदाई आज तक नही करी थी, और मैं फ़ैज़न की रॅंड बन चुकी थी.

उस रात फ़ैज़न ने मुझे टीन बार बजाया. अगले 10 दिन जब तक आकाश वापस नही आया, और हम दोनो ऐसे ही चुदाई करते रहे. अब मुझे फ़ैज़न की आदत लग चुकी थी. अब मेरा आकाश के साथ सेक्स में मॅन नही लगता था, क्यूंकी मैं अब फ़ैज़न की रॅंड बन गयी हू.

अगले पार्ट में बतौँगी आयेज कैसे फ़ैज़न ने मुझे अपने दोस्तों के साथ भी चुडवाया.
आपको ये स्टोरी कैसी लगी, जल्दी से कॉमेंट करके मुझे बताए इस मैल ईद पर

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