मेरी छूट के अंदर मुझे ऐसा महसूस हुआ की मौसा जी अपने लंड की पिचकारी छ्चोढ़ दिए थे. लेकिन वो मुझे घपा-घाप छोड़ना स्टार्ट कर दिए थे. उनका लंड पूरा अंदर जेया कर फिर बाहर निकलता, फिर अंदर जाता, फिर निकलता, और मेरी छूट से भी पिचाक-पिचाक की आवाज़ निकल रही थी. मेरे मूह से आ आह आह ओह ऑश उफफफ्फ़ आह की हल्की आवाज़ निकल रही थी.
मौसा जी: मेरी जान, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हू. और आज मैं तुमको बहुत छोड़ूँगा.
मैं भी पूरा साथ दे रही थी. लेकिन मुझे एक बात समझ में नही आई थी, की मौसा जी का पानी निकालने के बाद भी उनका लंड अभी भी टाइट था, और वो मुझे छोड़ रहे थे.
मौसा जी: सोना तुम्हारी छूट बहुत गीली है. मेरा लंड आराम से अंदर-बाहर हो रहा है. सच काहु तो मुझे भी बहुत मस्त लगती है ऐसी गीली छूट, जो जल्दी से गीली हो जाए.
मैं: मेरी गीली छूट भी आपने ही की है अपना लंड इसमे डाल कर.
मौसा जी: मेरा लंड पवरफुल है. लेकिन तुम्हारी छूट भी बहुत गरम है, इसलिए जल्दी से गीली हो गयी है.
मैं: मेरी छूट गरम है ये तो मुझे नही मालूम. लेकिन आपका लंड बहुत पवरफुल है, जिसने मेरी छूट को गीला कर दिया. लेकिन आप एक बात याद रखना, की अभी हम जो भी कर रहे है, वो आपका अकेलापन डोर करने के लिए है.
मौसा जी: हा मुझे पता है. लेकिन तुम्हारे जिस्म को भी ज़रूरत थी इसकी हैईना? सच बोलना.
मैं: हा ये बात सच है की मेरे जिस्म को भी ज़रूरत थी.
लेकिन ये आपको और पिंकी को करते हुए देख कर हुई, और दूसरा आपका लंड मुझे पसंद आया.
मौसा जी: मुझे तुम्हारा लंड चूसना बहुत पसंद आया.
मैं: अछा, मेरे बाबू को लंड चुसवाना बहुत पसंद है? चलो मेरे बाबू ये बताओ तुमको लंड चुसवाने में मैं अची लगती हू की पिंकी अची लगती है?
मौसा जी: उससे तुम अची हो. क्यूंकी आज तक मैने तुमसे ज़्यादा सेक्सी और गरम लड़की कभी नही देखी. और प्लीज़ तुम ऐसा मत बोलो क्यूंकी तुम्हारे आयेज वो पानी कम छाई है.
मैं: क्या आपको लगता है की मैं आपके साथ गुस्से से बात करती हू?
मौसा जी: मैने तुमको ऐसा तो नही बोला.
मैने कोई जवाब नही दिया. फिर मौसा जी उठे, और मेरी छूट से अपना लंड बाहर निकाला. मैने जब उनके लंड की तरफ देखा, तो उनके लंड का टोपा एक-दूं गुलाबी हो चुका था, और उनका लंड बहुत गीला था जैसे उस पर किसी ने मलाई गिरा दी हो.
वो फिर मुझे बोले: चलो अब तुम मेरा लंड चूसो.
मैने उनका लंड अपने हाथ में पकड़ा, और उसके टोपे पर अपनी ज़ुबान फेरने लगी. वो अपने मूह से आह आह ऑश की आवाज़े निकालने लगे. उनको बहुत मज़ा आ रहा था अपना लंड चुसवाने में, और मुझे भी लंड चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था.
उनका लंड बहुत गरम था. मैं उनका लंड पूरा अपने मूह में लेकर चूस रही थी. फिर मैं सोफे पर बैठ गयी, और मौसा जी मेरे उपर आ कर खड़े हुए. अब वो मेरे मूह को छोड़ने वाले थे.
मौसा जी: श ऑश उफफफ्फ़ आह अहह बहुत मज़ा आ रहा है. लगता है अब मेरा निकालने वाला है.
मैं: हा, मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है, और आप मेरे मूह के अंदर ही निकालना.
अब मुझे पता चल चुका था की मौसा जी क्या बोल रहे थे, की मेरा निकालने वाला है (कम, लंड की मानी). करीब 3 से 4 मिनिट बाद उन्होने मेरे मूह के अंदर ही अपने लंड की गरम-गरम पिचकारी निकाल दी. फिर अपना लंड बाहर निकाल कर मेरे होंठो, गाल, और नाक पर लंड फेरने लगे. उसके बाद वो मेरी साइड में लेट गये, और मैने कपड़े से अपने मूह को सॉफ किया, और उनके साथ में लेट गयी.
वो इतने ओल्ड आगे है, फिर भी इतनी देर तक मुझे छोड़ा. कसम से बहुत मज़ा आ गया.
मुझे नही पता था की मौसा जी इतनी देर मुझे छोड़ पाएँगे. लेकिन ओल्ड इस गोल्ड. फिर हम सो गये. करीब 1 घंटे के बाद जब मेरी आँख खुली तो मैने देखा मौसा जी मेरे निपल अपने मूह में लेकर चूस रहे थे.
तो मैने उनसे कहा: उफफफ्फ़, ओह मा, मौसा जी क्या कर रहे हो आप?
मौसा जी: मेरी आँख खुली तो मैने देखा तुम्हारे बूब्स कड़क हो गये थे, और निपल आकड़े हुए थे. तो मेरा मॅन हुआ इनको चूसने का तो मैं इसे चूस रहा हू.
मैं: हहहे, ऐसा बोलो ना की इतनी खूबसूरत, नंगी, सेक्सी जिस्म वाली लड़की को देख कर आपके अंदर आपकी जवानी आ गयी है.
मौसा जी: हा, तुम जैसी सेक्सी नंगी लड़की मेरे सामने हो तो मेरी जवानी जोश में आएगी ना (तुम्हारा हसना मुझे बहुत पसंद आया मेरे सोना).
मैं: ओह अछा.
और मौसा जी मेरे निपल पर थूक कर फिरसे अपनी जीभ से चाट रहे थे, और दोनो हाथो से मेरे बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से दबा रहे थे. मेरी छ्चाटी से मेरी नाभि तक मुझे चूमने-चाटने लगे.
मेरे मूह से ऑश ऑश एम्म उहह की हल्की-हल्की आवाज़े आने लगी थी.
फिर अंत में वो मेरी टांगे खोल कर मेरी जांघों के बीच में आ गये मेरी छूट के उपर. उसके बाद मेरी छूट के उपर किस्सिंग करने लगे और फिर उपर आ कर मेरे होंठो को अपने होंठो से चूसने लगे.
मेरे गालों पर अपनी जीभ फिरा रहे थे. मेरा फेस पूरा अपनी थूक से गीला कर दिया था.
फिर अपनी जीभ मेरे मूह के अंदर घुसा कर अंदर-बाहर कर रहे थे. मेरी जीभ बाहर निकाल कर मेरी जीभ को अपने होंठो से चूसना लगे थे. मेरी जीभ चाटने के बाद मेरे होंठो पर अपनी ज़ुबान फेरते हुए, मेरे गालों से होते हुए, मेरे कान तक आ गये, और मेरे कान के पीछे की तरफ अपनी जीभ से चाटने लगे.
थोड़ी देर बाद नीचे मेरी गर्दन की तरफ आ गये, और मेरी गर्दन को चाट-ते हुए मेरे बगल पर आ गये. फिर मेरे बगल को चूमने-चाटने लगे. उसके बाद मुझे बेड पर उल्टी लिटा दिया, और मेरे पीछे आ गये, और मेरे गांद को अपने हाथो से दबाने लगे.
वो मेरी गांद के च्छेद को अपनी जीभ से चाटने लगे. उनकी जीभ का आयेज का तोड़ा सा हिस्सा मेरी गांद के होल के अंदर घुस रहा था. मेरे पुर जिस्म को वो चूमने लगे, अंत में मेरी टांगे खोल कर मेरी छूट के उपर आ गये. मेरे पुर जिस्म को मौसा जी ने अपनी जीभ से चाट-चाट कर गीला कर दिया था.
मैने उनसे कहा: आपने मेरे जिस्म को पूरा गीला कर दिया है अपनी जीभ से चाट-चाट कर.
मौसा जी: मैने अपनी ज़िंदगी में आज पहली बार किसी लड़की के पुर जिस्म को इस तरह चूमा और छाता है. मैं बहुत खुश-नसीब हू, की मुझे इतनी हॉट और सेक्सी जिस्म वाली लड़की के साथ सेक्स एंजाय करने को मिल रहा है.
मैं: मुझे भी मालूम नही था की सेक्स में इतना मज़ा आता है. चलो अब आप मेरी छूट को छातो, ये बहुत गीली हो गयी है, और अब मेरी छूट को आपकी जीभ की ज़रूरत है. क्या सोच रहे हो, जल्दी से अपनी जीभ बाहर निकालो, और मेरी गीली छूट से रस्स तपाक रहा है, वो चाट लो.
मौसा जी: तुम एक छ्होटी सी लड़की हो. तुम्हे क्या लगता है की तुम जब बोलॉगी तब मैं तुम्हारी छूट चाटूंगा? मुझे पता है की मुझे क्या करना है. तुम चुप-छाप अपनी टांगे खोल दो. मुझे जो करना है वो मैं अपने आप करूँगा. तुम बस मज़े लो अपनी ज़बरदस्त चुदाई के, ठीक है?
उनके अचानक गुस्से होने से मैं हैरान हो गयी थी. लेकिन मैने उनसे कुछ नही कहा,
और जैसे उन्होने कहा था, मैने वैसे ही किया. मैने चुप-छाप अपनी टांगे खोल दी, और मेरी गीली छूट अब उनके सामने थी. मौसा जी मेरी छूट पर अपना हाथ फेरने लगे आराम-आराम से. फिर देखते-देखते एक बीच वाली उंगली मेरी छूट के अंदर घुसा दी.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. उनकी उंगली मेरी छूट के अंदर वाइब्रटर की तरह काम कर रही थी, और फिर मौसा जी अपनी उंगली बाहर निकाल दिए, और अपना मूह मेरी छूट पर रख दिया, और अपनी जीभ से मेरी छूट को चाटना शुरू हो गये. मेरे मूह से आह ओह ऑश की आवाज़ निकालने लगी. तभी मैने मौसा जी की तरफ देखा तो उन्होने अपना सर उठाया, और मुझे देख कर कुछ सोचने लगे.
मौसा जी (मॅन में): इसकी छूट तो बहुत टेस्टी है. इस छूट को देख कर मैं आउट ऑफ कंट्रोल हो गया हू. आज से ये छूट सिर्फ़ मेरी है. क्यूंकी ऐसी छूट नसीब वाले इंसान को मिलती है, जो मुझे मिल गयी है. मैं अब इससे अपने हाथ से जाने नही दूँगा, और इसे बहुत खुश रखुगा. ताकि ये किसी और के पास ना जाए. अगर ये किसी और के पास चली गयी तो फिर वापस कभी मुझे नही मिलेगी. क्यूंकी ऐसे पाने वाला कभी नही चाहेगा की उसे छ्चोढ़ कर जाए.
मौसा जी: ये बहुत मज़े देने वाली छूट है. इसे मैं हमेशा अपने पास रखूँगा. मेरी सोना, मुझे नही लगता है की किसी लड़की की तुम्हारे जैसी छूट होगी. सच बतौ, बहुत मज़ा आ रहा है तुम्हारी छूट चाटने में.
फिर मौसा जी ने मेरी छूट पर अपना सर रख दिया, और मेरी छूट चाटने लगे. अब वो मेरी छूट के अंदर वाले होंठो (क्लिट) को अपनी जीभ से चाटने लगे थे, और ऐसे करने का मुझे और मज़ा आ रहा था. अब मेरी छूट अपना पानी छ्चोढने लगी थी. तो मौसा जी अब मेरी छूट में अपनी जीभ घुसने लगे, मतलब अब वो अपनी जीभ से मेरी छूट की चुदाई करने लगे थे.
मुझे उनकी जीभ से गुदगुदी भी हो रही थी, और साथ में मज़ा भी आ रहा था. मेरे मूह से एक ही आवाज़ निकल रही थी ह ह ह ह. उसके अलावा कुछ नही, क्यूंकी मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मौसा जी ने मेरी छूट चाट-चाट के पूरी सॉफ कर दी थी. वो मेरी छूट का सारा पानी पी गये थे.
अब हम दोनो एक-दूसरे के सामने थे, और वो मेरे बूब्स को घूर रहे थे. फिर मौसा जी बेड पर बैठ गये, और मैं बेड के नीचे बैठ गयी, और उनका लंड अपने दोनो बूब्स के बीच में रख दिया. मैं लंड को अपने बूब्स के बीच में रगड़ना शुरू हो गयी. फिर मौसा जी भी झटके मारना शुरू हो गये. मतलब अब वो मेरे बूब्स को छोड़ने लगे.
मौसा जी: आहह उफफफ्फ़ श, बहुत मज़ा आ रहा है तुम्हारे बूब्स को छोड़ने में. जी करता है इधर ही अपना पानी निकाल डू.
और फिर मौसा जी ने अपने लंड की पिचकारी मेरे बूब्स पर ही छ्चोढ़ दी. अब हम दोनो शांत हो गये, और एक-दूसरे से प्यार भारी बातें करने लगे. हम साथ में बातरूम में जेया कर फ्रेश हुए, और उसके बाद जब हम बाहर आए तो हमने देखा पिंकी घर आ चुकी थी.
इससे आयेज क्या हुआ, वो इस कहानी के नेक्स्ट पार्ट में बतौँगी. और फ्रेंड्स, नेक्स्ट पार्ट में पिंकी और मौसा जी की चुदाई की कहानी शुरू होगी. उसके बाद मैने और मौसा जी ने कब चुदाई की, वो बाद में बतौँगी. तब तक के लिए इतना ही.