खाना हमारा फिनिश हो गया था. इतने में आकृति ने बोला-
आकृति: सिर डॅन्स किया जाए.
मैने भी नशे में हा कर दी, और हम दोनो डॅन्स करने लगे. उसकी बॉडी नशे के कारण साथ नही दे रही थी. मैने उसको रोका और कहा-
मे: आकृति बेड में सो जाओ. मैं यही सो जौंगा.
आकृति: सिर अगर मुझे सोना ही होता, तो यहा क्यूँ आती? मैं फिर अपने घर ही सो लेती. मुझे आज रात आपके साथ जागना है.
मे: आकृति मैं अनुज की वजह से चुप हू. वो तुमसे शादी के लिए बोल रहा है. वरना अब तक तो मैं तुम्हारी छूट पर मूह लगा के छूट चाट रहा होता.
आकृति: सिर लड़का ठीक है. लेकिन मैने उसको भी इन्वाइट किया था सेक्स के लिए. पर वो कुछ करने को रेडी ही नही है. मैं आज तक नही चूड़ी हू, और मेरी छूट अब चूड़ने को मचल रही है. लेकिन वो शादी-शादी कर रहा है.
मे: आकृति लड़का बहुत अछा है, शादी कर लो.
आकृति: सिर मैने अपने घर में बात की है इस बारे में. नेक्स्ट वीक हम दोनो को छुट्टी चाहिए. घर वालो ने बुलाया है मुझे और अनुज को. मगर आज आप प्लीज़ माना मत करो. मुझे आज रात लड़की से औरत बना दो.
इतना बोल कर वो मुझसे लिपट गयी. मैने कस्स कर उसको अपनी आगोश में ले लिया, और बाहों में उठा कर बेडरूम में ले गया. बेड पर लिटा दिया, और उसको अपने उपर लेके होंठो को होंठो से मिला दिया. उसके होंठो का रस्स मेरे नशे को डबल कर रहा था.
नीचे से वो अपनी गांद हिला-हिला के मेरे सोए हुए लंड को जगा रही थी. किस हमारी 15 मिनिट तक ऐसे ही चलती रही, और लगातार उसकी गांद को मसले जेया रहा था, जिससे उसकी छूट पूरी गीली हो चुकी थी.
उसके बाद वो मेरे उपर से हॅट के नीचे की साइड जाने लगी, और मेरा लोवर और अंडरवेर उतार दिया. अब मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो चुका था. तोड़ा सा आकृति ने अपने हाथ से हिला के पूरा टाइट कर दिया, और फिर सीधा मूह में लेके चूसना स्टार्ट किया.
मे: जानेमन ऐसे ही चूस्टी रहोगी तो मूह में ही फ्री हो जौंगा.
आकृति: सिर आपके लंड का पानी टेस्ट करना है.
वो लगातार पूरा लंड मूह में लेके चूसने लगी. कभी बॉल्स चूस्टी, तो कभी लंड. उसके मूह से गून-गून की आवाज़े आ रहा थी, और 15 मिनिट बाद मैं उसके मूह में झाड़ गया, और वो पूरा पानी गत-गत करके पी गयी.
आकृति: सिर मज़ा आ गया नमकीन टेस्ट लेके. आओ दो पेग और लेते है. अबकी बार आप पानी की जघा उसमे अपने लंड से मूट के ग्लास भरना.
हम दोनो ने वैसा ही किया. उसने दो पेग मार लिए थे, और मैं अभी उसके बूब्स को मसल रहा था. उसके बाद उसकी टाँगों को खोल के वर्जिन छूट के दर्शन किए, और जीभ लगा दी. इतने में आकृति बॉटल उठा के थोड़ी-थोड़ी वोड्का छूट पर डालने लगी, जिसे मैं नीचे छूट के पानी के साथ पीने में लगा हुआ था.
आकृति: सिर खा जाओ छूट को. आज इसको फाड़ दो ऊहह ऊहह आहह, और ज़ोर से, और ज़ोर से. सिर मेरा होने वाला है, जल्दी-जल्दी आ ऊहह, और ज़ोर से.
इतना बोल के वो झाड़ गयी.
हम फिरसे बेडरूम में आ गये. फिर दोनो ने साथ में बात लिया. बातरूम में ही उसने फिरसे मेरे लंड को चूसना शुरू किया, और खड़ा कर दिया. हम दोनो ही बिना कपड़ों के बाहर आ गये, बिना शरीर पोंछे, और गीले बदन से उसकी महक अलग ही आ रही थी.
बेड पर लेट के हम 69 पोज़िशन में आ गये. मैं उसकी छूट को और वो मेरे लंड को चाट और चूस रहे थे. आकृति फिरसे एक बार और झाड़ गयी थी, जिससे उसकी छूट से पानी निकालने लगा, और मैं पूरा पानी चाट गया. फिर उसको अपने उपर से उतार के बेड पर लिटा दिया, और गांद के नीचे तकिया लगा दिया. इससे छूट और खुल के सामने आ गयी.
मैं अपना लंड उसकी छूट पर रख के रगडे जेया रहा था, जिससे वो मचलने लगी और विनती करने लगी लंड को अंदर डालने की. मैने उसकी छूट को फिरसे 5 मिनिट और चाट के गीला कर दिया, जिससे उसकी वर्जिन छूट में लंड आराम से चला जाए.
उसके बाद मैने अपना लंड उसकी छूट पर रख के धक्का मारा, तो लंड फिसल के बाहर ही रह गया. छूट टाइट होने की वजह से लंड अंदर जाने में आना-कानी कर रहा था. लेकिन मैने भी हार नही मानी.
मैने फिरसे शॉट मारा, और अबकी बार कामयाब भी रहा. मेरे लंड का टोपा अंदर जेया चुका था.
आकृति ज़ोर से चिल्लाई: आहह, फाड़ दी मेरी छूट. बाहर निकालो प्लीज़, मुझसे बर्दाश्त नही हो रहा.
उसकी आँखों में आँसू आ गये. मैने उसके होंठो को अपने होंठो से मिला दिया, और उसके बूब्स को मसालने लगा. उसके बाद जैसे ही वो थोड़ी सी शांत हुई, मैने दूसरा शॉट मारा जिससे मेरा पूरा लंड अंदर घुस गया और उसके मूह से आवाज़ निकली-
आकृति: आहह, प्लीज़ छ्चोढ़ दो. जाने दो.
अब मैने नीचे ध्यान दिया तो देखा खून से तकिया पूरा लाल हो गया था. मैं उसके बूब्स को चूसना स्टार्ट किया, और फिर उसको शांत करके दिखाया-
मे: हमारी प्यार भारी चुदाई की निशानी है ये देखो.
जैसे ही आकृति तोड़ा शांत हुई, तो मैने धीरे-धीरे अपना लंड आयेज-पीछे करने लगा. अब वो शांत हो चुकी थी और उसके मूह से “एस फक मे मी बेबी” जैसे वर्ड निकालने लगे. वो अपनी गांद उठा-उठा के मज़े लेने लगी.
फिर मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी, और 10 मिनिट वैसे ही तेज़ स्पीड में चुदाई की. उसके मूह से “आअहह आहह आहह एस बॉस फक मे, ऊहह आ” जैसे वर्ड निकल रहे थे. मैने अपना लंड अब छूट से बाहर किया, और मूह में दे दिया.
5 मिनिट चूसने के बाद उसको डॉगी-स्टाइल में ले लिया. फिरसे मैं उसकी छूट चाटने लगा, और वो मेरे मूह में झाड़ गयी. मैने फिरसे निशाना साधा, और कुटिया बना कर फिरसे चुदाई स्टार्ट की. 10 मिनिट बाद मैं भी झड़ने वाला था. मैने अपना लंड बाहर निकाला, और उसके मूह में दे दिया. फिर 5 मिनिट चूसने के बाद मैं उसके मूह में झाड़ गया.
इसके आयेज क्या हुआ, वो अगले पार्ट में पढ़िए.