विधवा आंटी को देवर ने पकड़ के चोदा

शंकर ने अंदर घुस के कमरे के डोर को लोक किया. और वो लीना आंटी के पास गया. आंटी ने कुछ नहीं कहा. शंकर ने उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसके होंठो को चूसने लगा. आंटी ने पहले थोड़े नाटक किये लेकिन शंकर को भी पता था की वो बस दिखावा ही कर रही थी. आंटी ने अपने ड्रेस को उतरवाने में शंकर की फुल मदद की. फिर शंकर ने उसकी ब्रा भी निकाल के फेंक दी.

आंटी के बूब्स को पकड़ के वो उन्हें पागलों के जैसे चूसने लगा. लीना आंटी को बहुत ही मजा आने लगा था. और वो अह्ह्ह अह्ह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह कर रही थी. फिर शंकर निचे को हुआ और उसने आंटी के पेट के ऊपर अपने होंठो से किस दे दी. आंटी की पेंट को भी उसने निकाला और दूर फेंक दिया.

फिर पेंटी के ऊपर से ही उसने आंटी की चूत को एक किस दे दी. आंटी ने अपने हाथ से पेंटी को निचे कर के अपनी गुलाबी चूत शंकर को दिखाई. शंकर की हालत अब एक भूखे कुत्ते के जैसी ही थी. उसने अपनी जबान निकाली और वो आंटी की चूत को चाटने लगा. आंटी जैसे जन्नत की शेर कर रही थी. आंटी ने अपने हाथ से अपने देवर के माथे को चूत के ऊपर दबा दिया. आंटी की चूत को शंकर किसी कुत्ते के जैसे चूस और चाट रहा था. और उसने आंटी की चूत को तब तक चाटा जब तक वो झड़ नहीं गई.

झड़ने के बाद आंटी और भी हवस खोर सी हो गई. उसने शंकर को न्यूड किया. उसके बड़े लंड को उसने अपने मुहं में ले लिया और चूसने लगी. कुछ देर ब्लोवजोब के बाद शंकर ने आंटी को निचे लिटाया और उसकी टांगो को पंखी की पाँखो के जैसे फैला दिया. फिर अपने लोडे को चूत पर लगा के उसने एक धक्का मारा. आंटी के मुहं से आह निकल गई. फिर 2 3 और धक्को में आंटी की चूत में उसके देवर का लंड घुस गया. शंकर अब घोड़े की स्पीड से अपनी विधवा भाभी की प्यासी चूत को चोदने लगा. आंटी को भी ऑलमोस्ट एक साल के बाद लंड मिल रहा था. इसलिए वो भी फुल एन्जॉय कर रही थी इस लंड को.

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दोनों के बदन एक दुसरे से चिपके हुए थे. और कमरे के अन्दर फच फच और पच पच की आवाजे आ रही थी. शंकर कभी आंटी के होंठो को चूसता था तो कभी उसके बूब्स को. और उसका लंड जोर जोर से आंटी को चोदता रहा.

कुछ देर ऐसे ही मस्त चोदने के बाद आंटी की चूत में ही उसके देवर ने अपने लंड का पानी छोड़ दिया. आंटी ने एक चद्दर ले ली अपने बदन के ऊपर. शंकर खड़ा हुआ और उसने पेंट पहनते हुए लीना आंटी को माथे पर किस देते हुए कहा, डार्लिंग आज से तुम मेरी रखेल हो. मैं पति का सब सुख दूंगा लेकिन उसका पता हम दोनों को ही होगा.

फिर वो कपडे पहन के पार्टी में वापस आ के ड्रिंक करने लगा. उस रात को वो वापस आंटी के कमरे में गया. आंटी सोयी हुई थी और वो चद्दर उसके बदन के ऊपर थी. शंकर ने उस चद्दर को खिंचा और सीधे ही आंटी की चूत को चूसने लगा. आंटी नींद से जागी तो उसका बदन हॉट हो चूका था. फिर शंकर ने उस रात को पूरा चोद चोद के लीना आंटी की चूत को सुजा दिया. उसका काम सुबह तक चला जिसे मैंने अपनी आँखों से देखा. मैंने भी उन दोनों को चोदते हुए देख के एक रात में 3 बार मुठ मारी!

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