विधवा औरत ने मज़े दिए जवान लड़के को

हेलो मैं राज आपका फिरसे स्वागत करता हू देसी कहानी की साइट पर. उम्मीद है, की आप सभी आचे होंगे, और अपनी सेक्स लाइफ एंजाय कर रहे होंगे.

आप मुझे अपनी फीडबॅक ज़रूर भेजा करे. इससे हमे हॉंसला होता है, और अपनी स्टोरी आप तक पहुँचते हुए अछा भी लगता है, जब आप हमे प्यार देते है. आप मुझे एमाइल कर सकते या सकती है पर.

अब आयेज के स्टोरी पर चलते है. उम्मीद करता हू पिछले दोनो पार्ट्स आप सभी ने पढ़ लिए होंगे. अगर नही तो आप उन्हे ज़रूर पढ़े, तभी जाके आपको इसका मज़ा आएगा.

हा, एक बात और, जिन्होने पार्ट्स पढ़े है और जो इसको पढ़ रहे है, उनमे से कुछ के मुझे एमाइल्स भी आए है. उसके लिए आप सभी का थॅंक्स.

आप सब जो अपने लंड की मूठ मारते है, और लॅडीस/लड़कियाँ अपनी छूट में उंगली करते है, या बेलन आदि जैसी चीज़े लेते है. वो अपनी छूट को शांत करने के लिए स्टोरी को पढ़ने के बाद ये सब ज़रूर करेंगे, ये मेरे डॉवा है. अब आयेज:-

मुझे 5 मिनिट हो चुके थे. ममता की नाभि को मैने पूरा लाल बना दिया था. और इधर ममता का भी बहुत बुरा हाल था. अब मैने नाभि से आयेज बढ़ने की सोची. मैं एक-एक कदम पुर सैयाँ से रख रहा था.

फिर मैने ममता की गर्दन पर जाके किस किया और उसके कान के पास जाके हल्के से अपनी गरम सांसो को उसको महसूस कराया. ममता ने मुझे कस्स कर पकड़ लिया. उसका ऐसे करने से उसके नाख़ून मेरी पीठ पर चुभ गये.

फिर क्या था, मैने उसके गालो को चूसना शुरू कर दिया. क्या माल थी ममता, उसके गालो को चूसने में बहुत ही मज़ा आया. जब मैने गालो को चूसना छ्चोढा, तो ममता ने अपनी आँखें खोली और सवालिया नज़र से मेरी तरफ देखा. वो बहुत ही प्यार से मेरी आँखों में आँखें डाल के बोली-

ममता: राज, क्या हुआ? बहुत मज़ा आ रहा है, रुके क्यू? मुझे बहुत दीनो के बाद ये खुशी मिली है. श ई लोवे योउ राज. लोवे योउ मेरे पति देव.

अब मैं उसके उपर उठ कर ममता के हेड के पीछे चला गया, और उसके चेहरे के उपर पीछे से अपना चेहरा ले आया. अब हम दोनो के लिप्स काँप रहे थे.

फिर मैं बोला: ममता, मेरी आज की वाइफ, तेरे होंठो की गर्मी मुझे पागल बना रही है. क्या मैं इस गर्मी को ठंडा कर डू?

ममता: मेरे पति देव, मैं तो कल रात से ही इस पल का इंतेज़ार कर रही थी. मैं पूरी अब तुम्हारी हू, जैसे तुम चाहो मेरे साथ कर सकते हो.

ऐसा कहते ही ममता ने मेरे सर को पकड़ा, और अपनी और खींचने लगी. अब हम दोनो के होंठ टच कर रहे थे. फिर मैने ममता के होंठो पर अपने होंठ रख दिए. क्या सॉफ्ट लिप्स थे ममता के, मज़ा ही आ गया उनको चूस के.

ममता के हॉट काँप रहे थे. अब हम दोनो एक-दूसरे के सर को पकड़ रहे थे, और होंठो को खाने लगे. फिर मैने अपने हाथो को ममता की चूची के उपर रख दिया, और उनको दबाने लगा. मेरे ऐसा करने से ममता ने मेरे होंठ को तोड़ा सा अपने दांतो से कट किया.

अब हम दोनो एक-दूसरे की जीभ को चूसने में बिज़ी. मैं जवान लड़का, और उधर ममता 2 साल से तड़पति हुई एक गरम माल थी. तो ये होंठ काटने का सिलसिला तो चलना ही था. और मेरे हाथ अपना कमाल दिखा रहे थे, जो ममता की चूचियों को निचोढ़ने में लगे थे. कुछ मिनिट बाद हम दोनो ने साँस लेने के लिए एक-दूजे के होंठो को फ्री किया. मैने देखा, तो ममता की लिपस्टिक उसके होंठो से गायब थी.

मे: ममता तुम बहुत आचे से किस करती हो यार, मज़ा ही आ गया. क्या मुलायम और मीठे लिप्स है तुम्हारे. इन्हे चूसने से ही जन्नत मिल जाए, और उपर से ये तुम्हारी चूचियाँ.

ममता: राज तुमने अभी इनको दबा के सिर्फ़ महसूस ही किया है देखी तो नही.

ऐसा बोल कर ममता ने अपनी ब्रा का हुक खोल दिया. अब उसके दोनो बूब्स मेरे सामने पोप करके आ गये.

मे: वाउ! सच में यार, तुम एक कातिल जिस्म की मालकिन हो. मैं तुम्हे कैसे थॅंक्स बोलू, मुझे इसका रस्स-पॅयन करवाने के लिए. तुम्हारी चूची कितनी कड़क है.

ऐसा बोल कर मैं उसके निपल चूसने लगे. 5 मिनिट तक मैने बारी-बारी उसकी चूचियों को चूसा और काटा. उसके निपल से तोड़ा से नीचे, और तोड़ा उपर दोनो साइड में मैने लाल निशान बना दिए थे.

ममता: ओह राज, चूसो मेरी चूची ओह आआहा आहह आहह आहह चूसो राज. 2 साल से इनको मेरे अलावा किसी ने नही छबया. मेरे पति के बाद तुम ही मेरे पति हो, जिसने मेरे शरीर को यू देखा है, और मेरे होंठ और मेरी चूचियों का रस्स-पॅयन किया है.

ममता: इनको चूसने के लिए शादी से पहले भी, और शादी के बाद भी बहुत से लोगों ने और रिलेटिव्स ने मुझ पर ट्राइ किया. लेकिन मैने किसी को घास नही डाली. तो तुम समझ सकते हो की मैने अपनी इज़्ज़त को कैसे बचा के रखा था.

ममता: बुत जब मैने तुमको ट्रेन में देखा, तो मेरे मॅन में मेरे पति सुमित की याद ताज़ा हो गयी. और बाकी का काम तुम्हारी कातिल नज़रों और लंड के उभार ने कर दिया. तब मुझे लगा की ये ही वो इंसान है, जिसके लिए शायद मैं अब तक रुकी हुई थी. नही तो मैं कब की चुड गयी होती.

ममता: बुत मुझको अपना सा लगा ही नही था राज मेरे पति. आअहह आह चूसो इनको. आज से मेरा ये जिस्म तुम्हारा हुआ. मैं तुम्हारी दासी हू. तुम जब बोलॉगे मैं तब तुमसे चूड़ने को तैयार हू.

ऐसा बोलने के बाद ममता की आँखों में आँसू आ गये.

मे: ये क्या है ममता?

ममता: राज ये खुशी के आँसू है, तुम नही जानते. जब किसी औरत का भारी जवानी में पति चला जाए, वो औरत कैसे अपने आप को संभालती है इस हवस भरे समाज से. इनको उन लॅडीस की मजबूरी या हालत नही दिखाई देती. इनको तो सिर्फ़ लंड के लिए एक छूट ही दिखती है.

मैने उसके आँसू पोंछे, और उससे कहा: बात तो तुम सही कह रही हो. बुत तुम मेरे साथ भी तो कर रही हो ना.

ममता: राज तुम समझे नही. कोई भी औरत हो या लड़की हो, उसको सेक्स की ज़रूरत तो पड़ती ही है टाइम के अनुसार. लकिन हमे अपनी इज़्ज़त भी तो प्यारी होती है. चूड़ने का मॅन मेरा भी होता था, बुत डरती थी कोई मिसयूज़ ना कर ले.

ममता: रही तुम्हारी बात. तुम ना तो मेरी सिटी से हो, और तुमको देख कर मुझे तुम बेगाने नही लगे. राज इसलिए ही मैने ये जिस्म तुम्हारे सामने आधा नंगा किया है.

आधे नंगे जिस्म की बात सुन कर मेरे दिमाग़ के तार खुले, और फिर मैने ममता को पूरी नंगी करने की सोची. और अपना हाथ उसकी पनटी पर रख दिया. फिर मैने बड़े प्यार से उसकी पनटी को निकाला.

ममता: आहाआ आहह.

ममता की छूट पे एक भी बाल नही था. उसने आज ये सब सॉफ किया था, और उसकी फूली हुई छूट बिल्कुल गुलाबी छूट थी. उसकी छूट एक-दूं सील पॅक्ड छूट नज़र आ रही थी. लेकिन उसकी छूट कभी खुल रही थी, और कभी भींच रही थी. यानी वो गीली हो चुकी थी.

अब मैने ममता की टाँगो को किस करना शुरू कर दिया. मैने उसको पेट के बाल लिटा दिया, और उसकी गर्दन पे से होता हुआ कमर पर आ गया. फिर मैं नीचे आया, और उसके दोनो छूतदो को किस किया, और उनपे निशान बना डाले.

फिर जांघों से होता हुआ मैं, उसके पैर की उंगलियों को चूस्टा हुआ नीचे से लेके उपर तक पूरी को किस किया और सारी पीठ एप निशान बना डाले. मैने उसको फिर सीधा किया, और फिरसे मैने ममता की जांघों को, पावं को सक करना स्टार्ट कर दिया.

अब ममता के पावं, पीठ, कमर, नाभि, कंधो, चूचियों पे, गर्दन पर, होंठो पर, गांद के पास कुल्हों पर सभी जगह मेरे लोवे बाइट्स के निशान हो चुके थे. अब बस उसकी छूट को बीते करना बाकी था.

हा एक बात और दोस्तों, मुझे सेक्स के टाइम लोवे बाइट्स की निशानी देना बहुत अछा लगता है. और मैं लोवे बीते देता भी ज़रूर हू.

ममता: ओह राज, चूसो मेरे बदन की गर्मी निचोढ़ दो सारी. आहह आहह आहह चूसो राज, मेरे पति देव. मेरी तरफ से तुम्हे पूरी छ्छूट है. हाए मेरी छूट में आग लग रही है राज. इसको शांत कर दो, नही तो मैं मॅर जौंगी.

अब हम दोनो ने इशारा किया और हम 69 पोज़िशन में आ गये. फिर मैं बेड पे लेट गया, और ममता मेरे उपर आ गयी. मैं ममता की गांद देखता ही रह गया, और ममता से बोला-

मे: यार तुम ना फ़ुर्सत से बनाई गयी हो. तुम्हे छोड़ के मेरी किस्मत ही खुल जाएगी यार. तुम बिल्कुल टाइट गांद हो, जो एक बार तो 80 साल के बुड्ढे का भी लंड खड़ा कर दे.

उधर तब तक ममता ने मेरा अंडरवेर निकाल दिया. फिर उसने मेरे लंड को देखा, और अपने मुलायम हाथ मेरे पर रख दिए. मुझे तो मानो 400 वॉल्ट का बिजली का झटका लगा हो.

ममता: ओह राज, क्या मस्त लंड है. मेरे पति की तरह बड़ा और मोटा भी है. तुम एक आचे लंड के मालिक हो. कितना प्यारा लंड है.

ऐसा बोल कर वो अपने लिप्स मेरे लंड के पास ले आई, क्यूंकी मैं उसकी सांसो को अपने लंड पर महसूस कर सकता था. फिर उसने अपनी जीभ को मेरे लंड पर लगाया, और उसको आइस्क्रीम की तरह चूसने लगी.

जब उसने मेरा लंड चूसना शुरू किया, तो मुझे परम आनंद मिला. आज कोई लेडी पहली बार मेरा लंड चूस रही थी, तो मैं तो मानो जन्नत की सैर कर रहा था. फिर मैने आपने आप पर काबू किया, और ममता की छूट को अपने हाथो से खोला.

फिर उसकी छूट पर अपने होंठ रख के जीभ उसकी छूट में डाल के उसकी छूट चूसने लगा. क्या स्वाद था यार, बता नही सकता. मुझे उसकी सॉफ्ट छूट को चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था.

उधर ममता ने मेरा लंड चूसना छ्चोढा और चिल्लाने लगी: राज मेरी छू आहह. मा कसम बहुत मज़ा आ रहा है. ओह राज, तुम पहले क्यूँ नही मिले? चूसो राज मेरी छूट. इसने मुझे बहुत दुखी किया है.

अब हम दोनो ने 10 मिनिट तक एक-दूसरे की छूट और लंड को चूसा. तभी मैने कहा-

मे: ममता मेरा लंड आज से तुम्हारा है. तुम मेरी रंडी हो ममता, मेरी रखैल भी हो.

ममता: हा राज, ममता आज से तेरी रंडी भी रखैल भी.

अब हम दोनो आपस में ऐसे बोले जेया रहे थे, और लंड और छूट को चूज़ जेया रहे थे.

ममता: अया चूसो राज, और चूसो.

फिर हम दोनो एक साथ झाड़ गये. ममता मेरे लंड का सारा पानी पी गयी, और इधर मैने उसकी छूट चूस के बिल्कुल लाल बना दिया था. 2 साल में ममता ने अपनी छूट पर किसी के होंठो को महसूस किया था, तो बहुत जल्दी वो निढाल होकर मेरे उपर ही गिर गयी.

आपको स्टोरी कैसी लगी अपनी फीडबॅक ज़रूर भेजे पर. वैसे काफ़ी लोगों के मुझे एमाइल्स आ भी रहे है. कुछ लोकल लोग जो हरयाणा में जिंद के पास रहते है, उनकी भी मेल्स आई है. जल्दी ही मिलते है. तब तक यू ही स्टोरी रेड करे, और अपनी छूट और लंड को शांत करते रहे. और देसी कहानी को अपना प्यार यू ही देते रहे.

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