अंकल के साथ मज़ेदार चुदाई की सेक्सी कहानी

आपने मेरी स्टोरी के पिछले पार्ट्स नही पढ़े तो पहले वो पढ़ लीजिए, जिससे आप हमारी चुदाई की दास्तान का आनंद ले सके. जैसे की आपने पिछले पार्ट में पढ़ा मेरे हज़्बेंड अनुज प्रियल आंटी की सहेली शिल्पा आंटी और सेजल के हज़्बेंड प्रतीक नयना आंटी को सेट करके उनका मज़ा ले रहे थे.

प्रियल आंटी की फॅंटेसी थी की वो कभी किसी लेडी के साथ सेक्स करे. उनकी वो इक्चा सेजल उनकी वेड्डिंग आनिवर्सयरी पर उनको लेज़्बीयन सेक्स करके गिफ्ट देने उनके साथ बेडरूम में चली गयी. और मैं प्रियल आंटी के हज़्बेंड प्रकाश अंकल की मर्दानगी देख कर उनसे चूड़ने के लिए बेडरूम में चली गयी.

मेरा और अंकल का रोमॅन्स शुरू हो गया था, और मैं रॉकिंग चेर में अंकल को गोदी में बैठ कर किस कर रही थी.

मुझे तब उनका लंड मेरी गांद में चुभने लगा. मैने अंकल को नॉटी स्माइल पास की, और सेक्सी अंदाज़ में घुटनो पर बैठ गयी. मैने उनका सॅटिन रोब खोला, तो मैं तो शॉक हो गयी. अंकल ने नीचे कुछ नही पहना था. उनका लंड काफ़ी मोटा और लंबा था. उनके लंड के उपर ग्रे झाँते थी, और नीचे से पूरा क्लीन था.

उनका लंड देख कर मेरा मूह खुल गया, और मेरी साँस अटक गयी. मैने अंकल को ऐसे ही देखा और मेरे चेहरे पर खुशी आ गयी. अंकल ने मेरे माथे पर हाथ सहला कर कहा-

अंकल: अब क्या सोच रही हो जानेमन? मेरा लंड देख कर अक्सर औरतें ऐसे दर्र जाती है. आज मैं तुम्हे चुदाई का असली मज़ा दूँगा. तुम भी बाकी सब की तरह मेरे से चूड़ने आया करोगी.

मैने उनके लंड को हाथ में पकड़ कर कहा: आपका लंड तो बहुत ही बड़ा है. मैने सिर्फ़ पॉर्न में ऐसा लंड देखा है. आप दिखने में असली मर्द हो, और आपका लंड तो आपकी पर्सनॅलिटी को बहुत सूट कर रहा है.

मैं अब उनके लंड को पकड़ कर ट्विस्ट करके आयेज-पीछे करने लगी. पहले तो लंड का स्किन खींच कर किस किया, और फिर धीरे से मूह में उतार दिया. अब मैं लंड आचे से चूसने लगी, और धीरे-धीरे चूसने की स्पीड बढ़ा दी. अंकल तो मोन करने लगे. अब उन्होने मेरे बालों को सही से पकड़ लिया, जिससे मैं आचे से लंड चूस साकु.

अंकल अब मेरे बालों को पकड़ कर मेरे मूह की चुदाई करने लगे. अब अंकल पूरा गले तक लंड घुसा कर चोक करने लगे. मेरी आँखों से आँसू निकल गये, पर मुझे अब ऐसे हार्ड तौचेर होके चूड़ने में मज़ा आता है. अंकल ने जैसे मेरे बालों को खींच कर लंड निकाला, तब मैने उनकी और देखा.

मेरी आँखों से आँसू निकल रहे थे. अंकल मेरी आँखों में आँसू देख कर सहम गये, और उन्होने खड़े हो कर मुझे उठा दिया. वो मेरी आँखों से आँसू पोंछे और बड़े प्यार से मुझे गले लगाया. फिर मेरे चेहरे से बालों को हटा कर मेरे कान के पीछे कर दिया, और मेरे गाल पर किस किया, बाद में कान के पीछे. वो मेरे सर को उपर उठा कर मेरे गले पर किस करने लगे. और अब वो मेरे कान में धीरे से बोले-

अंकल: सॉरी बेबी, तुम बहुत आचे से चूस रही थी, तो मेरे से कंट्रोल नही हुआ.

अंकल की मेरी और रेस्पेक्ट देख कर मैं अपना दिल वाहा हार गयी. अब अंकल से हवस से नही पर प्यार से चूड़ने लगी. अब मैं शुवर थी की अंकल के साथ सेक्यूर हू. मैने भी उनका एअर बीते करके कहा-

मैं: इट’स ओक जानू. आज मैं आपको किसी भी चीज़ के लिए माना नही करूँगी.

अब मैने अंकल के लिप्स को चूसना शुरू कर दिया. मैने अब पुर जोश में आ कर अंकल को 5 मिनिट तक आचे से चूसा. जैसे मैने अंकल को छ्चोढा, वो पुर हाँफ रहे थे. फिर मैने कहा-

मैं: अंकल अभी से तक गये क्या? अभी पूरी रात बाकी है.

अंकल: मेरी जान तूने अभी मेरा स्टॅमिना कहा देखा है. आज रात तुम चरम सुख पर होगी.

अब अंकल पुर नॉटी हो कर मेरी और देख रहे थे, और मैं भी बेशरम हो कर उनको स्माइल के साथ रिप्लाइ कर रही थी. अंकल ने मेरी सारी का पल्लू पकड़ा, और मैने रोल हो कर सारी निकाल दी. अब मैं उनके सामने ब्लू ब्लाउस और सॅटिन ब्लू पेटिकोट में थी. मेरे 34द साइज़ के बूब्स, स्लीव्स, डीप नेक, और बॅक लेस ब्लाउस मैं बहुत सेक्सी दिख रहे थे.

27 इंच की पतली कमर और 36 इंच की गांद टाइट सॅटिन ब्लू पेटिकोट में देख कर अंकल का दिल मचल गया. वो मेरी जवानी को बहुत आचे से निहार रहे थे. अंकल से अब कंट्रोल नही हो रहा था. वो मेरे पीछे-पीछे आए और मैं आयेज-आयेज उनको भगा रही थी. अब मैं अंकल की पकड़ में आ गयी, और अंकल ने मुझे खींच लिया, और मेरी कमर को पकड़ कर मुझे डीप किस किया.

मैने अंकल का रोब निकाल दिया, और उनको पूरा नंगा कर दिया. अंकल की चेस्ट पर घुंघराले बाल थे. उनकी चौड़ी छाती पर वो बहुत सूट कर रहे थे. मैने उनको बेड पर लिटा दिया, और उनके उपर एक पैर डाल कर उनको हग किया. मेरा एक हाथ उनकी छाती को सहला रहा था.

मुझे अंकल की बालों वाली छाती अची लग रही थी. अब मैं धीरे-धीरे अपना हाथ उनके लंड पर लेकर गयी और उसको आयेज-पीछे करने लगी. मैं बेड के नीचे उतार कर अंकल का लंड चूसने वाली थी, की तभी अंकल खड़े हुए और मुझे उपर उठा कर कहा-

अंकल: मेरी जान, कब से तुम मुझे मज़ा करवा रही हो. अब मेरी बारी है, तुम देखती जाओ मेरा कमाल.

अंकल उल्टे हाथ से मेरे पेट को चू रहे थे, और उन्होने उस पर किस किया. मैं मोन करने लगी. अब उन्होने वाहा पर चींटी काटी, जिससे मेरी आ निकल गयी. अंकल मुस्कुराते हुए मेरे पेट पर किस कने लगे. मैने मोन करते हुए बेडशीट को पकड़ लिया.

अंकल अब नीचे खिसक गये, और वो मेरे पेटिकोट को उपर करके मेरे पैरों पर किस कर रहे थे. फिर वो मेरे पेटिकोट को पूरा उठा कर मेरी जांघों पर किस कर रहे थे. अंकल का एक्सपीरियेन्स बहुत सही था. एक औरत को कैसे पागल बनाना है, वो अची तरह से जानते थे. अब मैने थोड़ी कमर उपर की, तो उन्होने मेरा पेटिकोट उतार दिया. वो मेरी गीली पनटी देख कर बोले-

अंकल: क्या बात है? तुम तो बहुत गरम हो चुकी हो. लगता है गैर मर्द से चूड़ना अछा लगता है. तेरा पति सही से नही छोड़ता है क्या?

मैं: ऐसी बात नही है. वो तो मेरी बहुत अची चुदाई करते है. आप सोच रहे है ऐसी मैं नही हू. आपको देख कर आपकी दीवानी हो गयी.

अंकल मेरी बात सुन कर बहुत खुश हुए, और उन्होने मेरी पनटी साइड करके मेरी छूट पर किस किया. फिर छूट पर जीएभ घूमने लगे. मैने अपने हाथो से पूरी पनटी निकाल दी, ताकि वो मेरी आचे से छूट चाट सके. अंकल ने बहुत आचे से छूट छाती, जिसमे मैं 2-3 मिनिट भी नही टिक पाई, और झाड़ गयी.

फिर अंकल उपर आए, और मुझे किस करने लगे. मैं उनके मूह पर से मेरी छूट का रस्स चाटने लगी. अब उन्होने मेरा ब्लाउस निकाल दिया. ब्लाउस बॅकलेस था, तो मैने ब्रा नही पहना था. अंकल मेरे टाइट बूब्स देख कर चौंक गये. उन्होने कहा-

अंकल: बेबी युवर बूब्स अरे सो हार्ड. ऐसे खूबसूरत बूब्स तो मैं पहली बार देख रहा हू. तेरा फिगर सच में बहुत कमाल का है. मैने बहुत सी औरतों और लड़कियों से सेक्स किया है. पर तेरे जैसे बूब्स आज तक नही देखे है.

मैं: अंकल आपने किस-किस की चुदाई करी है?

अंकल: मैने तेरी प्रियल आंटी की कुछ कुछ फ्रेंड्स है, उनको, और मेरे ऑफीस में कम करने वाली बहुत सारी लड़कियों को छोड़ा है.

मैं: आपने शिल्पा और नयना आंटी में से किसको ऐसा मज़ा दिया है?

अंकल: वो दोनो को तो बहुत बार. दोनो बड़ी चुड़क्कड़ है. मैं जब भी बुलाता हू मेरे फार्महाउस पर चली आती है.

अब अंकल ने मेरे बूब्स पर हल्का हाथ रखा, और दबाने लगे. साथ में दूसरे बूब्स के निपल को चूस रहे थे.

अंकल निपल पर जीभ घुमा रहे थे. उनके हाथो में जादू था. वो मुझे बहुत ही आचे से निचोढ़ रहे थे. मैं चाहती थी की हमारे बीच ये ख़तम ही ना हो. अंकल ने अब एक उंगली छूट में डाली, और मैं काँपने लगी.

मेरी लाइफ में मुझे जितना प्लेषर नही मिला, तो वो अंकल मुझे दिला रहे थे. ऐसे ही 2 उंगली डाल कर मेरी 3-4 मिनिट चुदाई करी, और मैं झाड़ गयी. अंकल उंगली पर लगा स्पर्म चाटने लगे. फिर छूट में से स्पर्म निकाला, और मुझे चटवा दिया. मैने उनकी और देख कर उनको खड़ा किया, और घुटनो पर बैठ कर उनका लंड चूसने लगी. मैने उनका लंड रोड़े की तरह खड़ा कर दिया.

अब मैने अपने दोनो पैर फेला कर उनके लंड घुसने की वेट करने लगी. अंकल ने उनका लंड हाथ में पकड़ा, और मेरी छूट पर पताकने लगे. इससे छाप-छाप की आवाज़ आ रही थी. उनके लंड की मार मेरी छूट पर फील हो रही थी. अब वो मेरी छूट पर लंड घिस रहे थे. मेरे से तो अब कंट्रोल नही हो रहा था, पर साला बुद्धा मुझे तडपा रहा था. आख़िरकार मैने हार मान ली और कहा-

मैं: अंकल प्लीज़ अब रहा नही जाता. छोड़ो मुझे प्लीज़ मेरी जान. प्लीज़ छोड़ो मुझे. मैं आपसे चूड़ने के लिए मर्री जेया रही हू.

अंकल: ऐसे नही. मुझे वो सुनना है जो तुम आचे से जानती हो.

मैने अंकल से कहा था की मैं ऐसी-वैसी नही हू, इसलिए साला बुद्धा मुझे तडपा रहा था. पर छूट की गर्मी एक औरत को कुछ भी करने के लिए मजबूर करती है. और अब मैं ऐसी गरम हो गयी थी, की मुझे छुड़वाना ही पड़ता तो मैने भी खुल कर एंजाय करना सोचा. तो मैने कहा-

मैं (काव्या): अंकल मैं आपकी रंडी हू. अब तो मुझे छोड़ो ना प्लीज़. मुझे रंडी समझ कर छोड़ो प्लीज़ अंकल प्लीज़. आपके लंबे चौड़े लंड से मेरी छूट फाड़ डालो.

मेरे गिड़गिदने के बाद अंकल ने मुस्कुराते हुए मेरी छूट पर लंड सेट किया, और एक झटका मारा. लंड आधा ही घुसा की मेरी आ निकल गयी. वो अब आधे लंड से मेरी चुदाई करते रहे. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मैं पूरा लंड जाने का वेट कर रही थी.

अंकल को पता था की मैं हर एक झटके पर वेट कर रही थी, की कब पूरा लंड अंदर तक जाए. पर मेरे से सबर नही हुआ तो मैने अंकल की कमर को पकड़ कर पुश किया. लंड पूरा छूट फाड़ कर अंदर चला गया, और मेरी तो आँखें बाहर आ गयी और मूह खुल गया. तोड़ा दर्द भी हुआ, पर उस दर्द में जो सकूँ था, वो तो सिर्फ़ मैने ही महसूस किया.

मैं अंकल की आँखों में आँखें मिला कर सेडक्टिव एक्सप्रेशन दे रही थी. जो की सब रियल थे. लाइफ में पहली बार किसी बुड्ढे से चुड रही थी. और मैने एक्सपीरियेन्स किया की जवान आदमी से बुद्धा ज़्यादा प्लेषर देता हे. अंकल ने अब मेरे बाल पकड़ लिए. मैं उनकी आँखों में देख कर दांतो से होंठ चबा रही थी.

मेरा सेडक्टिव फेस देख कर वो भी स्पीड से मेरी चुदाई करने लगे. हम दोनो वाइन के हल्के नशे में थे. मैने अब उनको सुला दिया, और उनके उपर चढ़ कर चूड़ने लगी. मैं गांद इतनी ज़ोर से हिला रही थी, की वो भी मुझे झटके से उपर उछाल रहे थे. अब मैं भी अपनी स्पीड बढ़ा कर उनको मज़ा दिला रही थी.

मैं उनकी चेस्ट पर दोनो हाथ पुश करके मेरी गांद बहुत तेज़ी से लंड पर उछाल रही थी. अंकल मेरी रफ़्तार से हार गये, और वो कुछ 2 मिनिट में मेरी छूट में झाड़ गये. मैं भी तक कर उनके उपर सो गयी. उसके आयेज क्या हुआ वो मैं आपको आने वाले पार्ट्स में बतौँगी. प्लीज़ आप लोग स्टोरी शेर करे और कॉमेंट्स करे. आपका फीडबॅक मूडछंगेरबोय@गमाल.कॉम पर मैल करे.

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