लखन और पूजा सेक्स के बाद सो गये. पर मैं सोफे पे बैठ के ड्रिंक कर रहा था. सुबा के 6 बजे होंगे. लखन की नींद खुली. उसने देखा मैं ड्रिंक कर रहा था, तो वो उठ के मेरे पास आया.
लखन: क्या हुआ भाई, नींद नही आ रही?
मे: हा यार तुम दोनो को ही देख रहा था. कितनी घुल गयी है पूजा तुमसे एक रात में ही.
लखन: ऐसा नही है भाई. भाभी बस तुझसे बहुत प्यार करती है, इसलिए तेरी खुशी के लिए सब इतने आचे से किया. जब मैं गांद मार रहा था भाभी की, तो वो बस तेरा ही नाम ले रही थी. अछा एक बात बता, तू बातरूम में भाभी को तीसरे बंदे से छुड़वाने का बोल रहा था. क्या सच में तू चाहता है?
मे: हा चाहता तो हू, पर क्या सही रहेगा? तू तो मेरा दोस्त है. तुझपे भरोसा है. किसी और पे कैसे कर सकते है? और पूजा भी क्या पता मानेगी या नही.
लखन: अर्रे पागल, भाभी की ना में हा च्छूपी हुई है. और बंदे की तू टेन्षन मत ले. मेरा फ्रेंड राजवीर है. बहुत हॅंडसम है, और अछा हटता-कटता है. और पूरा ट्रस्ट कर सकते है उसपे.
मे: अछा दिखा पिक्स उसकी.
लखन ने मुझे पिक्स दिखाई. वाकाई राजवीर बहुत गुड लुकिंग था.
मे: पर तू पूजा से बात करेगा अब, और राजवीर से भी.
लखन: ओक मेरे भाई, मैं कर लूँगा सब. अब सो जेया, 10 बजे उठ जाना. सब मैं अरेंज कर लूँगा.
फिर मैं सो गया, और जब उठा, तो पूजा नहा कर बातरूम से आई ही थी. उसने बस टवल अपने बदन पर लिया हुआ था. तभी डोरबेल बाजी. पूजा ने डोर ओपन किया, तो लखन पूजा को देखता ही रह गया और बोला-
लखन: ओह मी गुड, वॉट आ ब्यूटी!
पूजा ने शरम से नज़रे झुका ली.
खैर अब शरमाने जैसा कुछ बचा नही था. पर फिर भी पूजा बहुत संस्कारी थी. इसलिए उसमे शरम हया थी. पर मेरे प्यार के लिए उसने शरम का गहना उतार दिया था.
मे: आ ना भाई बैठ, मैं तोड़ा वॉशरूम से आता हू.
और मैं वॉशरूम में चला गया, और गाते को बंद करके वापस ओपन कर लिया, ये देखने के लिए की पूजा को कैसे मानता है लखन. लखन ने पूजा का हाथ पकड़ा और अपनी गोद में बिता लिया. लखन का खड़ा लंड पूजा की गांद को चू गया. पूजा के मूह से आ की आवाज़ निकल पड़ी.
लखन: क्या हुआ भाभी?
पूजा: आपको नही पता क्या हुआ? इतनी बुरी तरह गांद मारी है आपने. दर्द नही होगा क्या?
लखन: अभी से, अभी तो शुरुआत है भाभी. अभी तो बहुत गांद मारूँगा आपकी.
पूजा: हा देवर जी, मेरी छूट मेरे शिवम की, और गांद मेरे लखन की है. जो करना है कर लेना बस.
लखन: हा बस आपके मूह पर किसी और के लंड का राज करना बाकी है.
पूजा शर्मा गयी और बोली-
पूजा: शिवम की बात याद है आपको रात वाली मतलब. वो तो पागल हो गये है.
लखन: तो क्या हुआ भाभी? अगर आपको कोई परेशानी ना हो तो मेरा फ्रेंड है राजवीर. उसे हम अपने ग्रूप सेक्स में आड कर सकते है. बहुत स्मार्ट है वो.
और वो झट से उसकी पिक्स पूजा को दिखाने लगा.
पूजा: क्या आप भी चाहते हो मुझे राजवीर के साथ छुड़वाना?
लखन: हा भाभी, बस एक बार की ही बात है.
पूजा: सही है, पति के प्यार में आपसे चुड़ू, और आपके प्यार में किसी और से. ऐसे तो मुझे बाज़ारु बना दोगे आप लोग.
लखन: आप ऐसे क्यूँ बोल रही हो भाभी? मैं आप से बहुत प्यार करता हू. अगर आपको नही करना राजवीर के साथ, तो कोई बात नही.
लखन ने तोड़ा गुस्सा और नाराज़गी वाले अंदाज़ में बोला और तोड़ा मूड के बैठ गया.
पूजा: अब आपको क्या हुआ?
लखन: कुछ नही, मैं जेया रहा हू.
पूजा: नही बैठो आप.
उसने लखन की पंत की ज़िप खोली, और उसका लंड बाहर निकाल के चूसने लगी. पर लखन अब भी नाराज़गी वाले मूड में बैठा था. पूजा ने उसे धक्का देके बेड पे लिटा दिया, और ज़ोर-ज़ोर से लंड चूसने लगी.
पूरा लंड तो पूजा के मूह में जाता ही नही था. पर पूजा को पता नही आज क्या हुआ था, की वो अपनी पूरी कोशिश करके पूरा लंड खुद से अंदर तक ले रही थी. अब लखन पूरा पिघल गया था, और बस ई लोवे योउ सो मच पूजा, ई लोवे योउ सो मच, यही बोले जेया रहा था. पूजा ने 5 मिनिट करने के बाद रुकी और लंड मूह से निकाल के बोली-
पूजा: क्या अब भी चाहते हो राजवीर से छुड़वाना?
मेरा दिमाग़ घूम गया कही लखन माना ना कर दे. पर लखन बोला-
लखन: हा बस एक रात के लिए मैं, शिवम, और राजवीर.
पूजा: ओक आप भी करवा लो अपने मॅन की.
लखन: मतलब आपने हा कर दी (पूजा की तरफ देख के हेस्ट हुए बोला). मुझे यकीन नही हो रहा.
पूजा: हा, बुत मेरी एक शर्त है.
लखन: क्या?
पूजा: मैं पहले राजवीर से मिलूंगी, उसे संझूंगी. अगर मुझे लगा तो एक बार सेक्स करूँगी उसके साथ. फिर तुम तीनो मुझपे चढ़ाई कर लेना.
लखन: ओक भाभी. थोड़ी देर बाद मैं नहा के निकला, और लखन और पूजा किस कर रहे थे.
मैने कहा: अर्रे ये क्या चल रहा है मेरे बिना ही?
लखन: तेरे लिए गुड न्यूज़ है. भाभी ने हा कर दी है राजवीर के लिए.
मे: सच? मुझे पता था मेरी जान मेरी खुशी के लिए सब कर लेगी.
और मैं भी पूजा को किस करने लगा. पूजा ने हम दोनो को रोका.
पूजा: अर्रे रुक जाओ दोनो. अब सब रात में. अभी फिलहाल राजवीर जी से मिलने के लिए मुझे रेडी होना है (पूजा हम दोनो को छुड़वाने वाले अंदाज़ में बोली).
हम दोनो ने कुछ रिक्ट नही किया और मैं बोला: ओक लखन ने ड्रेस मंगवा दी आपके लिए वो पहन लो.
लखन: हा भाभी, आप रेडी हो जाओ. 12 बजे तक मैं राजवीर को बुला लूँगा.
ये बोल कर हम दोनो बाहर आ गये. करीब 25 मिनिट बाद पूजा रूम से बाहर आई. मैं और लखन उसे देखते ही रह गये. ब्लू जीन्स और ब्लॅक कलर का छ्होटा सा टॉप जो की सिर्फ़ ब्रा की तरह था. हाइ हील्स की ब्लॅक संदेल, और माथे पे एक काली बिंदी, खुले स्ट्रेट बाल मानो पागल सा कर रहे हो.
पूजा: कैसी लग रही हू?
मे: बोलने के लिए लफ्ज़ नही है जान. राजवीर का लंड तुम्हे देख के ही पानी छ्चोढ़ देगा.
ये सुन के पूजा बोली-
पूजा: धात बेशरम.
लखन: हा और देखो शैतान का नाम लिया और शैतान हाज़िर.
राजवीर ठीक मेरे पीछे खड़ा था.
राजवीर: ही पूजा जी. योउ अरे लुकिंग गॉर्जियस.
राजवीर को देख के पूजा के शब्द उल्टे पद गये थे. वो इतना ज़्यादा स्मार्ट बंदा था, की उसे देख के पूजा बस उसे देखती रह गयी.
राजवीर: क्या हुआ भाभी? ऐसे क्यूँ देख रही हो? मैं अछा नही लगा?
पूजा: आ ना वो क्या बोलू.
लखन: अर्रे मेरे भाई समझ ना. क्यूँ तंग कर रहा है मेरी जान को? सेयेल तुझे देख के अची से अची लड़की अपनी सुध-बुध खो बैठती है.
राजवीर: पर यहा तो मैं खो गया हू पूजा जी को देख कर. इनकी खुली ज़ुल्फोन में ऐसा लग रहा कही खो ना जौ.
पूजा पूरी तरह लाल पद गयी.
लखन ने मुझे बोला: चल भाई शिवम, भाभी को तोड़ा राजवीर से बातें करने दे. अपना तोड़ा रिज़ॉर्ट का काम ठीक से चल रहा है या नही देख कर आते है. आयेज की कहानी नेक्स्ट पार्ट में. प्लीज़ कॉमेंट करो दोस्तों, कैसी लग रही है स्टोरी.