टेस्ट क्लियर करने के लिए चूत और गांद चुदवाने की कहानी

ही फ्रेंड्स, तो हाज़िर हू फिरसे. माफ़ करिएगा, पिछली वाली कहानी बीच में ही छ्चोढ़ दी थी इसलिए. अब आपका टाइम ना खराब करके सीधा कहानी पे आता हू.

अगर आपने पहला पार्ट नही पढ़ा, तो पहले वो पढ़िए. आपको मज़ा आएगा. तो जहा ख़तम किया था वही से आयेज बढ़ते है.

प्रिया: बस अब बस करो, मेरी फटत गयी. कुछ और करो प्लीज़ अब. उंगली बाहर निकाल लो. ई आम सॉरी.

मे (हेस्ट हुए): तू है तो रंडी, लेकिन अभी कक़ची है भोंसड़ी वाली.

फिर मैने उसपे दया दिखाते हुए उसको छ्चोढ़ दिया. मैने उसको इस रौंद के सिर्फ़ 5 पायंट्स दिए. तो वो मुझे पूछने लगी-

प्रिया: 5 क्यूँ?

तो मैने उससे कहा: एक तो तुम्हारी छूट पे झाट के बाल ज़्यादा है. और तुमने नखरे भी बहुत दिखाए है. मुझे ये दोनो पसंद नही आए.

प्रिया: पर राहुल अब तो मैं टेस्ट में पास नही हो पौँगी. तो अब आयेज करने का क्या फ़ायदा?

और वो झूठा रोने लगी. मैं भी उसको छोड़ना चाहता था, तो मैने उसको नया बहाना दिया-

मे: अगर तुम 40 पायंट्स पर पहुँचती हो, तो मैं तुम्हे एक बार बाद में कोशिश करने दे सकता हू. बस तुम्हे तो अपनी झाँत के बाल काटने है.

तो वो मान गयी, और आयेज का रौंद चालू करने को कहा.

मे: ये हुई ना बात मेरी रंडी. सॉरी रानी.

प्रिया: समझ रही हू सेयेल सब.

मे: हा लेकिन अब चूड़ना तो तुझे भी है ना साली कुटिया.

और फिर मैने रौंद 4 चालू किया. और अब तक उसके टोटल पायंट्स 24 ही हुए थे, और ये रौंद था छूट की चुदाई का. तो मैने उसको बेड पे लिटा दिया, और उसकी झातो वाली प्यारी सी छूट पे मेरा बड़ा 7 इंच के आस-पास का लंड सेट कर दिया.

फिर एक ही झटके में लंड अंदर कर दिया. क्यूंकी मैं तोड़ा ब्दसम टाइप का सेक्स पसंद करता हू. वो चिल्ला उठी, लेकिन उसको ज़्यादा तकलीफ़ नही हुई. क्यूंकी वो तो एक रंडी से कम नही थी.

और फिर मैने उसको छोड़ना चालू किया. मैने अपने लंड को अंदर-बाहर करना चालू किया. मैं सिसकिया ले रहा था हल्की-हल्की आ उऊः की, और वो भी साथ में सिसकिया ले रही थी.

लेकिन उसको तोड़ा दर्द भी हो रहा था. वो बीच-बीच में चिल्ला उठती थी, जब मैं उसको ज़ोर से धक्का देता या उसके बाल खींचता. फिर मैने उसको उल्टा लिटा दिया, और उसकी पीछे से लेने लगा. उसकी गांद पे थप्पड़ भी लगा देता. मुझे इसमे बड़ा मज़ा आया.

फिर थोड़ी देर ऐसे ही करने के बाद, हम दोनो झाड़ गये. मैने अपना पानी उसके मूह में दिया, और कहा की पी जा कुटिया. वो झीजकते हुए सारा पानी पी गयी. और फिर मैने उसको इस रौंद के 9 पायंट्स दिए.

प्रिया: राहुल ये तो बता की अब लास्ट रौंद कों सा होगा?

मे: ये बता अब क्या बाकी रहा?

प्रिया: अब तो कुछ नही. तुमने मुझे किस कर ली, मेरे बूब्स से खेल लिया, फिंगरिंग कर ली, छूट भी मार ली, मूह में भी दे दिया. अब तो सिर्फ़ गेया…

मे (हेस्ट हुए): बिल्कुल सही, अब तुम्हारी गांद की बारी.

प्रिया: नही, गांद नही. मैने पहले कभी गांद में नही लिया. तुम एक और बार छूट मार लो. मेरी गांद में दर्द होगा.

मे: तुम्हे पहले दर्द में मज़ा आएगा और भी ज़्यादा. पहली बार जब तुमने छूट में लिया था, तब तुम्हे दर्द नही हुआ था क्या?

प्रिया: हा हुआ था. पर गांद में बहुत होता है.

मे: जब तुमने पहले लिया नही तो कैसे पता?

प्रिया: एक बार कोशिश की थी. तोड़ा लेते ही हालत खराब हो गयी थी मेरी, और मैने मौसी को मा से कहते सुना था की मौसी ने जब लिया था गांद में, तो उनसे चला भी नही जेया रहा था 2-3 दिन तक.

मैने सोचा की ये अब ऐसे नही गांद मारने देगी. और मीं अब गांद मारने के 10 में से 10 डू, तो भी नही. तो मैने उसको छोड़ू बनाने की सोचा.

मे: ठीक है, लेकिन अब मैं तेरी छूट छोड़ूँगा फिरसे 1 बार. बोल मंज़ूर है?

प्रिया: हा ठीक है. छोड़ ले जब चाहे तब. अब तू छोड़ तो लिया ही है.

मे: ये बात है, चल पहले फिर मूह में ले, और इसको खड़ा कर.

उसने ज़मीन पर बैठ कर मेरा मूह में लेके चूसना चालू कर दिया. 5 मिनिट तक चुसवाने के बाद मैने उसको घोड़ी बनाया, और पीछे से उसकी छूट पे लंड रख के सहलाने लगा. फिर ठीक उसकी गांद पे तोड़ा थूका, और फिर हाथ से छूट पे थूक ले जाने के बहाने गांद पे भी लगा दी.

अब मैने छूट की चुदाई हल्की-हल्की चालू की, सिर्फ़ लंड का टोपा डाल के. मैने ऐसे है 1-2 मिनिट तक किया. फिर अचानक मैने मेरा लंड उसकी छूट से निकाल कर उसकी गांद में घुसेध दिया और धक्का भी ऐसा मारा, की मेरा 2 इंच लंड उसकी गांद में घुसा दिया.

अब वो चिल्ला रही थी, और मैने बेरेहमी से एक और धक्का दिया. और मेरा आधे से ज़्यादा लंड का हिस्सा उसकी गांद में था. अब वो रोने लगी थी.

प्रिया: बेरहम सेयेल, तेरी मा की छूट. तेरी मा की गांद में डाल ना. माना किया था, फिर भी घुसेड दिया लोड. जेया अपनी मा को छोड़.

और वो मुझसे डोर जाने की कोशिश करने लगी.

मे: अगर और दर्द नही सहना तो ऐसे ही रह, और मेरी मा की गांद में लंड डाल दिया है. तू कहे तो तेरी मा की गांद में भी डाल डू, बोल नंगी रांड़.

ऐसे ही गाली-गलोच में मैने एक और धक्का मारा, और मेरा पूरा लंड अंदर चला गया. और उसकी जान बाहर. वो रोने लगी, और चिल्ला रही थी.

प्रिया: नार डाला सेयेल ने. आज तो फाड़ डाली मेरी गांद. तू मा छोड़ ले लेकिन मेरी गांद छ्चोढ़ दे कुत्ते. मा छुड़वा दूँगी तुझसे मेरी, छ्चोढ़ दे लोड.

मे( हल्के-हल्के धक्के देते हुए ): तेरी मा भी छोड़ूँगा और उसकी भी गांद मारूँगा ऐसे ही, पर आज तेरी बारी.

और अब मैं अपने धक्को की स्पीड तो तेज़ करने लगा. अब प्रिया को भी मज़ा आने लगा था. वो चिल्ला रही थी, पर मज़े भी ले रही थी. और मेरा साथ भी दे रही थी. ऐसे ही करीब 15 मिनिट उसकी गांद मारने के बाद मैं झाड़ गया.

अब मैने उसको इस रौंद में 10 में से 10 पायंट्स दिए. और फिर उससे पूछा-

मे: बताओ मेरी जान, कैसा मज़ा आया गांद मरवा के?

वो अभी भी रो रही थी दर्द से.

फिर वो बोली: क्या डैडा इतना सहने का भी? टोटल तो सिर्फ़ 43 पायंट्स हुए है, और गफ़ बनने के लिए तुमने 45 पायंट्स कहे थे.

मैं उसकी झाँत के बाल खींचते हुए बोला: साली तू इसको काट ले, और अगली बार थोड़े नखरे कम कर दे. तो बन जाएँगे 2 पायंट्स, जो कम रहे है.

प्रिया: ठीक है, पर तुम भी अगली बार तोड़ा आराम से करना, और गांद ऐसे ज़बरदस्ती नही मारोगे, पूच कर ही मारोगे.

मे: ठीक है रंडी, नखरे अभी भी कर रही है. रंडी औरत, चल अब कपड़े पहन के निकलते है

प्रिया: हा पर तुम्हे मुझे घर छ्चोढने आना होगा. मुझे बहुत दर्द हो रहा है, ओर चलना भी मुश्किल लग रहा है.

मे: ठीक है, चलो.

फिर मैं उसको उसके घर छ्चोढने गया. वॉया मैं उसकी मा से मिला. क्या माल थी वो क्या बतौ. मेरा उसको देख के ही छोड़ने का मॅन करने लगा. मैने प्रिया से कहा: तेरी मा तो माल है साली. ये भी रंडी है क्या?

प्रिया: चुप सेयेल, बेटी छोड़ी है काफ़ी नही है, जो मा को देख रहा है?

अब आयेज फिर मैने प्रिया को दोबारा कैसे छोड़ा, और उसकी मा को भी कैसे सेट किया बतौँगा. अभी के लिए इतना ही.

दोस्तों ज़रूर बताना की कहानी कैसी लगी, जो की कहानी नही मेरी लाइफ का एक पार्ट है. मेरी कुछ भूल हुई हो, या कहानी अची लगी हो, तो मुझे ज़रूर बताना राहुल्मोडिक़्क़@गमैयक.कॉम पर.

और कॉमेंट्स कीजिएगा. शुकरिया.

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