तीन मर्दों ने की ठुकाई

अब्बे बारिश में भीग रहा है अमजद ने कार रोकते हुए कहा, बगल मे सुल्तान था और पीछे बंटी, मैं बस्टॉप पर खड़ा था बारिश बहोत होरही थी. हिन्दी सेक्स स्टोरीस

हाँ अमजद भाई स्कूल जराहा हू, आजा बैठ छोढ़ देते है सुल्तान ने कहा, तीनो मे सुल्तान बहोत खूबसूरत था हल्कीसी दाडी और मूच बड़ा हसीन लगता था.

मैं बंटी के बाजू बैठ गया, आओ चिकने बंटी ने हंसते हुए कहा, यार ये बड़ा चिकना है लड़की होता तो साला इसको लेता, तीनो हसने लगे, क्या बंटी भाई मैं मुस्कुराया, अर्ररे अमजद तूने वो नयी आंटी को जो पड़ोस मे है चोदा था संभाल के भाई उसके हज़्बेंड को शक़ हो गया.

अर्ररे मैं क्या करूँ मेरा लंड नही मानता और तीनो हँसने लगे, उनकी बात सुनके मूज़े भी मज़ा आरहा था, अर्ररे रुख़ मुझे मुतना है सुल्तान गाड़ी से उतरा और भिगता हुआ रास्ते के बगल में झाड़ियों में चला गया.

बस एक बार मुझे देखना है बड़े लड़को का लंड कैसे होता है और यही मौका था, बारिश बहोत तेज थी काफ़ी कम गाडिया थी और लोग भी नही थे, अमजद भाई मैं अभी आया मैं ने गाड़ी से उतरते हुए कहा.

मैं झाड़ियों में घुसा सुल्तान बारीश में भीगता हुआ एक हाथ से लंड पकड़े मूत रहा था, उफफफफफफफ्फ़ कितना मोटा था ट्रिम झाटे थी, आब्ब्बे तू भी आगया उसने मेरी तरफ देख कर कहा, मैं घबरा गया नज़र फेर ली और आगे बड़ा.

मैं जनभूज़कर आगे गया और अपनी पैंट खोली और नीचे की मेरी आधी चिकनी गोरी गंद सुल्तान को सॉफ नज़र आरहि थी, मैं वैसे ही खड़ा चाहता था की सुल्तान मेरी चिकनी गॅंड अछेसे देखे.

फिर मैने पैंट पहनी और मूडा सुल्तान वही वैसे ही लंड पकड़े खड़ा अब तो उसका लंड खड़ा हो चुका था वो वैसे ही मेरे पास बड़ा मेरे करीब खड़ा हुआ और मुस्कुररहा था.

मैं शरम से नज़रे झुका ली उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपने मज़बूत काले लंड पे रख दिया, सुल्तान भाई मैं घबरा गया, श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सुल्तान ने कहाँ और अपने होट मेरे हॉट पर रखदिये.

आर्रररे यार कहाँ हो मूत रहे हो या मज़ाक कर रहे हो बंटी की आवाज़ आई, मैं घबरा गया पर सुल्तान की पकड़ मजबूत थी, सामने बंटी खड़ा था मैं पूरा नंगा पेट के बल लेटा था दर्द से मेरे आँसू निकल रहे थे और बारीश तेज गिर रही थी.

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सुल्तान की पैंट घुटनो तक निकली हुई थी उसके शर्ट का बटन खुला हुआ था मेरे पूरे कपड़े बगल में पड़े थे, सुल्तान भाईईइ दाअर्र्र्दद्द हो रहा है मैने कहाँ बंटी अब करीब आगया था उसने अपनी पैंट की झिप खोली, सुल्तान भाईईइ अहह नही प्लीज़ मैं बोला, स्श्ह्ह्ह एक सेकेंड कहकर सुल्तान ने पूरा ज़ोर लगाया और मेरे सपने पूरे हुए मेरी गॅंड मे उसका पूरा लंड था.

आह माआअ मैं दर्द से चीलाया, बंटी ने मेरे मूह पर अपने होट रखदिये और चूसने लगा, सुल्तान मुझे चोद रहा था बंटी मेरे सामने बैठ गया और अपनी टाँगे फैलाई और मेरे मूह में लंड घूसा दिया.

मैं तो नशे में पागल हो गया एक तरफ सुल्तान फटके मार रहा था और यहाँ बंटी मेरा मूह चोद रहा था वो बैठे बैठे अपनी कमर उछाले मेरे मूह में अंदर बाहर कर रहा था.

बारीश की तेज़ बूंदे हम पे पड़ रही, बंटी के झाटे बड़े थे मुझे उनकी स्मेल अच्छी लग रही थी, आब्ब्बे कहाँ हो अमजद की आवाज़ आई, भाई यहाँ इस तरफ लौंडे की ले रहे है सुल्तान ने कहा.

अमजद भी आया और खड़े हो कर देखने लगा, सील पॅक है अमजद ने पूछा हाआअँ भाईईइ एकककक दम कवला होल, अहह टाइट है सुल्तान ने तेज सासो से वैसे मुझे चोदते हुए कहा.

उसका लंड अब मेरी गॅंड मे फिट हुआ था आआहह अंदर बाहर होता एक गुदगुदिसी होती वो अब मुजपर सो गया था पीछे से मूज़े अपनी बाहों मे भर लिया था और अपनी गॅंड उपर नीचे कर मुझे चोद रहा था.

अमजद ने बंटी को हटाया और अपना लंड मेरे मूह में डालदिया, आआहह आआअहह आआहह सुल्तान मेरी गॅंड तेज़ रगड़ने लगा और स्र्प स्र्प मूज़े मेरी गॅंड के अंदर गरम पानी का एहसास हुआ.

सुल्तान उठा और बंटी ने मूज़े पीठ के बल लिटाया मेरी टाँगे उठाई और अपने घुटनो के बल मेरे सामने बैठ गया सुल्तान का पानी मेरी गॅंड से बाहर गिर रहा था.

सुल्तान भाई बोहोत माल गिरा दिया थूक की ज़रूरत नही पढ़ेगी बंटी ने कहा, हाां याअर गॅंड इतनी मज़ेदार है सुल्तान कपड़े पहनते हुए कहा और अमजद की तरफ देखते हुए हासकर कहाँ अमजद भाई चाटलो.

बंटी ने सुल्तान के लंड के पानी पे अपना लंड रगड़ा और मेरी गॅंड में डाल दिया सुल्तान के लंड के पानी से मेरी गॅंड भीग चुकी थी उसमे बंटी का लंड और मज़े दे रहा था.

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अमजद उठा और मेरे चेहरे पर बैठ गया उसकी गॅंड का होल मेरे होठों पर था वो मेरे मूह पर रगड़ने लगा उसकी गॅंड से पसीने की स्मेल आरहि थी जो मुझे और मदहोश कर्रही थी मैंने ज़ुबान निकाली और अमजद की गॅंड चाटने लगा.
बंटी ने मुझे काफ़ी देर चोदा और अमजद तो हटके पूरा पानी मेरे मूह मैं डाल दिया और वैसी ही अमजद ने अपना लॉडा मेरे मूह में घुसा दिया बंटी के लंड का पानी उसके लंड पर लग गया.

तुम लोग बाहर रूको मैं चोदकर आता हू अमजद ने कहा, वो दोनो चले गये और अमजद ने मुझे बाहों में भर कर वो मुजपर चड़ा हुआ था बारीश की बूंदे उसके बलों से होकर मेरे चेहरे पर पढ़ रही थी, उसने धीरे अपने होट मेरे होठों पे रखे मुझे हल्के से चूमा मैने अपने होट खोल दिए उसने अपने होठों से उसस्से बंद किया.

अंमज्जज्जाद भाईईइ मैं ने उनको अपनी बाहों में भीच लीयकमर, वो मुजपर अपना जिस्म रगड़ने लगे उनके बदन पर काफ़ी बाल थे उसकी मजबूत टॅंगो के नीचे मेरी टाँगे दबी थी.

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वो मेरा होट चूस्ता कभी निपल काट ता कभी गर्दन चूमता उसका मजबूत लंड मेरे पेट पर रगड़ रहा था, उसने मूज़े खड़ा किया और झुकने को कहा मैं ने दोनो हाथ घुटनो पे रखकर झुक गया अमजद ने दोनो हाथों से मेरे कंधे मज़बूती से पकड़े और पीछे से ज़ोर लगाया उसका पूरा लंड मेरी गॅंड में था.

मैं भी झुके झुके पीछे अपनी गॅंड दबाकर लंड ले रहा था, उसने मेरी अब कमर पकड़ी और ज़ोर ज़ोर से फटके माररररे मेरे लंड पानी छूटने वाला था अमजद ने पीछे से मेरा लंड पकड़ा और हिलाने लगा और पीछे से फटके तेज़ करदीये.

आआआअ आआ आआआअ आअहह उसने लंड मेरी गॅंड से निकाला और मेरे सामने आगया हम दोनो एक दूसरे का लंड रगड़ने लगे और दोनो का पानी एक साथ झड़ गया.

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