ही रीडर्स, ये मेरी पहली स्टोरी है, जो मैं लिखने जेया रही हू, और ये सॅकी घटना पे है. मैं 23 साल की हू आंड मेरा नामे आकाश है. आंड ये बात तब की है जब में 19 साल की थी.
मेरे को शुरू से ही मर्द पसंद थे, आंड लड़की की तरह मेरे बड़े बूब्स आंड गांद थी. आज तक बहुत मर्दों ने मेरे को छोड़ा है. एक बार मैं टुटीओन से घर जाने के लिए निकली, वाहा देखा की मेरी साइकल की हवा निकली हुई थी, आंड वाहा कोई नज़दीक में साइकल की दुकान भी नही थी. मैने सोचा की रास्ता तकरीबन 50 मिनिट का था, तो चल के चली जाती हू.
वाहा चलते वक़्त रास्ते में पार्क था, तो सोचा की वाहा तोड़ा टहल लेती हू, आंड फिर निकलूंगी. जब मैं वाहा टहल रही थी, वाहा एक बंदा आया बिके लेके. उसका नामे समीर था (बाद में पूछने के बाद पता चला). उसकी बॉडी आंड बाइसेप्स शर्ट के बाहर से दिख रहे थे. तकरीबन 28 साल आंड जवान मर्द था वो.
मेरा वही दिल आ गया उस पर, आंड गांद में खुजली होने लगी लंड की. मैं उसको अपनी गांद दिखा दिखा कर मतकते हुए वाहा घूमने लगी. उसने मेरे को देखा आंड इग्नोर करके फोन पे बात करने लगा. मैं तोड़ा नज़दीक गयी आंड फिरसे इशारे करके गांद हिलने लगी. फिर भी उसने कुछ इतना रेस्पॉन्स नही दिया.
थोड़ी देर बाद उसका दोस्त आया बिके लेके. उसका नामे विक्रम था (बाद में पूछने के बाद पता चला). वो उससे बात करने लगा. मेरा उसपे भी दिल आ गया. मस्क्युलर था वो भी, शायद दोनो जिम करते थे.
थोड़ी देर बाद मैं वाहा गांद मटका के चलने लगी उनकी तरफ. फिर उहोने मेरे को देखा, आंड देख के आपस में बात करने लगे. उसके बाद समीर ने मुझे हाथ से इशारा करके बुलाया आंड बोला-
समीर: कुछ चाहिए तुझे?
तो मैं तोड़ा दर्र गयी आंड बोली: नही, मैं तो बस यहा टहल रही हू.
वो थोड़ी मर्दाना आवाज़ में बोला: तो तू गांद क्यूँ मटका रही है?
मैं चुप रही. मैं थोड़ी सी दर्र गयी. उसके बाद विक्रम हाथ मेरे कंधे पे रख के, बूब्स दबा के बोला-
विक्रम: लंड लेगी हमारे?
मैं कुछ बोल नही पाई आंड चुपके से मुस्कुरा दी. वो समझ गये. उसके बाद मुझे समीर ने बोला उसके घर चलते है. वो अकेला ही था घर में, तो मैं रेडी हो गयी. मैं उसकी बिके के पीछे बैठ गयी. रास्ते में मैने उसका लंड का नज़रिया अपने हाथ से लिया, जो बड़ा था बहुत.
उसके घर पहुँचने के बाद उसने मेरे को बोला: उपर रूम में बैठ, हम आते है.
मैं वाहा रंडी की तरह उनका इंतेज़ार करने लगी. वाहा उसके बाद समीर आंड विक्रम उपर आए आंड मेरे को ज़ोर से समीर ने छाँटा मारा.
फिर वो बोला: मूह में ले गान्डू कही के.
मेरे को पहले से डॉमिनेंट मर्द पसंद थे. मैं नीचे बैठी, उसकी पंत खोली, आंड लंड निकाला. 7.5 इंच का लंड था, मेरे तो भाग खुल गये. उसका लंड मैं मूह में लेने लगी. वो मेरे मूह को अंदर तक छोड़ने लगा. उसके बाद विक्रम ने अपना लंड निकाला 7 इंच का. दोनो मस्क्युलर थे, आंड बड़े लंड थे. दोनो का मूह में लेने लगी बहुत अंदर तक, अची रॅंड की तरह.
उसके बाद समीर ने बोला: घोड़ी बन.
फिर मेरे को बेल्ट से मारने लगे. मेरे को ऐसे मर्द बहुत पसंद आते है. तभी मैने देखा समीर का और एक दोस्त उसका नामे अजय था वो आया सडन्ली, और मैं दर्र गयी.
समीर ने बोला: दर्र मत, ये भी तेरी गांद मारेगा.
शायद जब मैं इंतेज़ार कर रही थी, उन्होने बुलाया होगा उसको कॉल करके. मे 3 लंड की रंडी बनने वाली थी. तभी समीर ने मेरे को घोड़ी बनाया आंड लंड डाला. मेरी गांद फटी हुई थी ऑलरेडी, क्यूंकी मैने पहले बहुत लुंडो से चुडवाया था, तो प्राब्लम नही हुई. उसका लंड आराम से ले लिया.
वो मर्द की तरह मेरे को बेल्ट से मारता आंड छोड़ता. तभी अजय आंड विक्रम मेरे को मूह में लंड दे रहे थे. फिर विक्रम मेरे मूह में मूतने लगा. मैं अची रंडी की तरह सब पी गयी.
ये देख के अजय ने भी मुझे उसका मूट पिलाया. मैं अची रॅंड की तरह पूरी एक-एक बूँद पी गयी. बाद में समीर छोड़ता रहा, आंड विक्रम को बोला-
समीर: चिकनी गांद है इसकी, तू भी छोड़ आजा.
मैं एक कुटिया की तरह विक्रम का लंड लेने लगी गांद में, आंड समीर ने अपनी गांद मेरे मूह में कर दी. फिर मैं अंदर तक चाटने लगी. उसके बाद विक्रम ने 15 मिनिट छोड़ने के बाद सारा रस्स मेरी गांद में भर दिया.
उसके बाद अजय अपना 7 इंच लंड गांद में डालने लगा. मेरी गांद बहुत खुल चुकी थी, तो उसने आराम से डाल दिया अंदर. फिर वो मेरे पे थूकने लगा, आंड उसके बाद समीर मेरे मूह में मूतने लगा.
फिर अजय लेट गया आंड मैं उसपे राइड करने लगी. उसके बाद समीर का मूह में, आंड दूसरी तरफ विक्रम का मूह में लिया. उसके बाद जब मैं कूद रही थी अजय पे, समीर ने मुझे थप्पड़ मारा ज़ोर से, आंड मेरी गांद में उसका लंड डाल दिया. मैं चिल्ला उठी. पर मज़ा आ रहा था.
उसके बाद एक साथ दोनो छोड़ने लगे. 20 मिनिट की चुदाई के बाद अजय मेरी गांद में आंड समीर मेरे मूह में झाड़ गया. उसके बाद मैं तीनो की गांद बारी-बारी करके चाटने लगी. मेरे को मर्दों की गांद बारी-बारी करके चाटना बहुत पसंद आता है. मैं पूरी अंदर तक चाट रही थी. 30 मिनिट गांद चाटने के बाद उनका वापस खड़ा हो गया, आंड वो छोड़ने के लिए रेडी थे.
इस बार उन्होने एक साथ 2 का छोड़ना प्रिफर किया. पहले विक्रम आंड अजय ने एक साथ गांद में डाला, आंड मूह में समीर देने लगा. जब अजय छोड़ने के बाद झाड़ गया, तो समीर ने गांद पर लंड टीका कर घुसा दिया, आंड समीर आंड विक्रम छोड़ने लगे.
दोनो बारी-बारी मेरी गांद में झाड़ गये. उसके बाद मेरी गांद सिर्फ़ कम से भारी थी 3 घंटे चुदाई के बाद. उन्होने मेरे को 2-2 बार छोड़ा, आंड मैं पूरी कम से नहाई हुई थी.
फिर समीर ने बोला: तूने अची रंडी की तरह हुमको खुश किया. जेया नहा के क्लीन हो जेया. उसके बाद मैं तुझे घर छ्चोढ़ दूँगा. और दोबारा मिलना, मैं तुझे इससे भी ज़्यादा मज़े दील्वौनगा.
उन तीनो ने मेरा नंबर लिया, आंड मुझे समीर घर छ्चोढ़ के आया.
तो बे कंटिन्यूड…