टीचर स्टूडेंट के करीब आने की सेक्सी कहानी

हेलो एवेरिवन, मैं अभी शर्मा वापस लेके आया हू अपनी कहानी का अगला पार्ट. लड़के अपना लंड पकड़ कर और लड़कियाँ अपनी छूट में उंगलियाँ डाल कर तैयार रहे.

इंट्रोडक्षन:-

माँ- अमृता, आगे 38, फिगर 36-34-38. माँ दिखने में किसी मॉडेल से कम नही थी, और उनकी खूबसूरती का तो क्या ही कहना. और फिगर इतना सेक्सी की हर कोई छोड़ना ही चाहे

रीकॅप:- मैं उनके नाम की मूठ मारने लगा, और तभी माँ ने ऐसा करते हुए मुझे देख लिया, और मुझ पर चिल्लाने लगी.

अब आयेज:- माँ जैसे ही आई, वो मुझे उनके नाम से ऐसी हरकत करते हुए देख कर चिल्लाने लगी. तो मैने भी अपना लंड वापस जीन्स में डाल लिया. पर लंड एरेक्टेड होने के कारण भी जीन्स के उपर से उसका उभर दिख रखा था.

मैने माँ को सॉरी बोला, बुत माँ बार-बार च्छूपी नज़रो से वही देख रही थी. वो बहुत ही ऑक्वर्ड सिचुयेशन थी हम दोनो के लिए.

फिर मैने माँ से बोला: माँ मैं जेया रहा हू.

वैसे माँ का दिल बहुत बड़ा है.

तो माँ ने बोला: आज यहा पर ही रुक जाओ, बारिश बहुत तेज़ हो रही है.

पहले तो मैं माना करने लगा. फिर हा बोल दिया उनको.

मैने माँ से पूछा: आपको तकलीफ़ तो नही होगी?

माँ: नही कोई तकलीफ़ नही. तुम अपने पेरेंट्स को इनफॉर्म कर दो.

मैने वैसा ही किया.

घर वेल: बेटा अपना ध्यान रखना.

फिर मैं भी फ्रेश हो जाता हू. पर मेरे पास तो कपड़े थे ही नही, और जो थे, वो गीले हो चुके थे. तो मैं माँ वो आवाज़ लगता हू, और माँ आती है, और पूछती है क्या हुआ.

मैं: माँ मेरे पास कपड़े ही नही है, और जो है वो गीले है.

माँ: रूको मैं तुम्हे टवल देती हू.

माँ टवल दे देती है, और मैं बातरूम वापस जाता हू, और वाहा देखता हू माँ की उसेड ब्रा आंड पनटी तंगी हुई थी. मैं उन्हे वाहा से लेता हू, और उनकी ब्रा में मूठ मारने लग जाता हू, और 15 मिनिट बाद बातरूम से आता हू.

माँ: इतनी देर फ्रेश होते है?

मैं: हा माँ, आक्च्युयली मैं तोड़ा नहा लिया ( मॅन में: हा माँ अभी तो आपकी ब्रा में माल छ्चोढा है. अभी थोड़ी देर में आपकी छूट में छ्चोधुंगा).

माँ: चलो ठीक है, तुमको कॉफी चाहिए क्या?

मैं: हा माँ.

5 मिनिट के बाद माँ कॉफी लेके आ गयी, और हम बैठ के कॉफी पीने लगते है और बातें करते है.

मैं: अछा माँ एक बात बताओ ना? क्या आपका कोई क्रश है कॉलेज में.

माँ: नही, लेकिन ऐसा क्यूँ पूच रहे हो?

मैं: बस ऐसी है.

माँ: अछा तुम बताओ तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?

मैं: नही माँ, मेरी इतनी अची किस्मत कहा.

माँ (मज़ाक में): इसलिए तुमको हाथो की ज़रूरत पद रही थी कॉलेज में?

मैं भी हस्स देता हू.

मैं: माँ वैसे आपकी फॅमिली में कितने लोग है?

माँ: 5 लोग है, पापा, मम्मी, मैं, मेरी बेहन और उनकी बेटी.

माँ के पापा की आगे नियर्ली 65 थी, और वो रिटाइर होने वाले थे. इंजिनियर की पोस्ट थी. मम्मी भी जॉब करती थी एक फर्म में. उनका वर्क दाता एंट्री का था, और आगे 63 यियर्ज़ थी. उनका फिगर 38-36-40 थे.

माँ की बड़ी बेहन भी एक इंजिनियर थी. वो अब जॉब छ्चोढ़ चुकी थी शादी के बाद. आगे 42, फिगर 34-36-38, उनकी बेटी 1स्ट्रीट एअर में थी दूसरे कॉलेज में, और फिगर 28-32-34 था.

मैं: फिर आपके जीजा जी?

माँ: वो आउट ऑफ इंडिया जॉब करते है, इसलिए दीदी यही पे रहती है.

फिर माँ उनके फोन में से सब की फोटोस दिखती है.

मैं (मॅन में): वाह यार एक घर में टीन-टीन माल है, तीनो को छोड़ के रहूँगा.

माँ: क्या सोचने लग गया इतनी देर में.

मैं: कुछ नही माँ. माँ एक बात पूछनी थी-

माँ: हा पूछो.

मैं: माँ आक्च्युयली मैने आज आपको वो करते देखा.

माँ: क्या?

मैं: माँ आपको आपकी छूट में उंगली करते हुए देखा (भाई बहुत ख़तरनाक सिचुयेशन थी उस समय. मैं पीट भी सकता था)

माँ ने अपनी गार्डेन नीचे झुका ली, और मायूस हो गयी थी. मैने माँ का चीन से फेस उपर किया, और बोला-

मैं: माँ आप फिकर मत करो, मैं अपनी बेस्ट फ्रेंड की बात किसी को नही बतौँगा.

माँ ने हल्की सी स्माइल दी

माँ: मैं डाइवोर्स हू, मेरे और मेरे हज़्बेंड का तलाक़ हो चुका है.

मैं: रीज़न क्या था?

माँ: नही मैं वो नही बता सकती.

मैं: माँ आप अपने बेस्ट फ्रेंड को भी नही बताओगे क्या?

मैं ज़िद करने लगा: माँ बताओ ना प्लीज़.

माँ: ठीक है, सिर्फ़ तुम्हे बतौँगी. लेकिन बताना मत किसी को. मेरे हज़्बेंड मुझे सॅटिस्फॅक्षन नही दे सकते थे.

मैं: माँ आप बेफिकर रहो, ये राज़ सिर्फ़ मेरे पास रहेगा. माँ कितना बड़ा था आपके हज़्बेंड का?

अब हम धीरे-धीरे नॉटी हो रहे थे.

माँ: सिर्फ़ 3.5 इंच का.

मैं मॅन ही मॅन हस्स रहा था, की चूतिया पति था तेरा. तुझ जैसी माल को तो मैं रग़ाद-रग़ाद कर छोड़ता.

माँ: तुम मेरे नाम से वो क्यूँ हिला रहे थे?

मैं समझ गया की माँ मुझसे आसानी से चुड सकती थी. पर मुझे उनकी शरम निकालनी पड़नी थी.

मैं: माँ क्या हिला रहा था?

माँ: वो.

मैं: क्या माँ?

माँ: तुम्हारा पेनिस.

मैं: माँ हिन्दी में बोलो ना प्लीज़.

माँ: तुम लंड क्यूँ हिला रहे थे?

मैं: माँ आप मुझे बहुत पसंद हो.

माँ: ये नही हो सकता. मैं तुमसे उमर में बहुत बड़ी हू.

मैं: माँ इट’स जस्ट मी फीलिंग्स.

मैने देखा तब तक पानी भी बंद हो चुका था, तो मैं घर के लिए निकल गया. 1 केयेम जाने के बाद मुझे याद आया की मेरा बाग तो वही रह गया. फिर मैं बाग वापस लेने गया और धीरे-धीरे उपर के फ्लोर पर जाने लगा और जब उपर पहुँचा तो मैने देखा माँ मेरा नाम लेके फिंगरिंग कर रही थी.

वो कह रही थी: आ अभी आ आ. उहह… कितना बड़ा है तुम्हारा.

काश ये लंड मेरी छूट फाड़ता. छूट में से खून निकाल देता.

मैं वापस नीचे चला गया, और ज़ोर से आने लगा, जिससे माँ का काम आधा ही रह गया. माँ चिल्लाते हुए आ रही थी. उनके बाल बिगड़े हुए ही थे, और मूड खराब हो गया था. माँ ने जैसी ही दरवाज़ा खोला, मैं खड़ा था.

माँ: अर्रे अभिषेक, तुम वापस?

मैं: हा माँ, अकतौल्ली मैं मेरा बाग भूल गया था.

माँ: ठीक है आके लेलो (मैं बाग ले लेता हू, और माँ से बोलता हू).

मैं: माँ जाने से पहले आपके बेस्टफ्र्ीएंड को हग नही डोगी?

माँ: ले आजा एक देती हू अपने बेस्टफ्र्ीएंड को.

मैं माँ के गले लग जाता हू, और उनके 36″ के चूचे मुझे महसूस हो रहे थे, और मैं एक हाथ उनकी पीठ पे घुमा रहा था, और दूसरा हाथ उनकी गांद पे रखा था.

माँ मुझे बीच में रोकती है: अब बस हुआ. अब जाओ और ये बात सिर्फ़ मेरे और तुम्हारे बीच ही रहनी चाहिए.

मैने भी बोला: ठीक है.

और मैं उनके चूचे दबा कर भाग जाता हू. फिर अगले दिन जब मैं कॉलेज पहुँचता हू, तो मैं पहले माँ से मिलने जाता हू. माँ आज भी कंप्यूटर लब में बैठ कर अपना काम कर रही थी, और जैसे ही मैं गया वाहा माँ ने मुझे देख के स्माइल दी. उनके पास बहुत सारे स्टूडेंट्स बैठे थे.

मैं भी उनके स्टूडेंट्स के साथ बैठ गया. माँ ने सबसे पूछा की उनको क्या काम था, और उन सब बच्चो के काम ख़तम करके बोलती-

माँ: तुमको क्या काम है?

मैं: माँ तोड़ा डाउट है कुछ चॅप्टर्स में.

माँ: अभी इस टाइम पे मेरा फ्री पीरियड रहेगा. तुम उस टाइम पे आ जाना.

मैं: ओक माँ.

(और मैं थोड़ी देर बाद वापस जाता हू)

मैं: माँ मुझे इस जावा की लॅंग्वेज में तोड़ा डाउट है.

माँ मुझे गुस्से से देखते हुए बोली-

माँ: कल तुमने पता है क्या किया था?

मैं: नही माँ, मुझे कुछ याद नही आ रहा.

माँ: कल तुम मेरे बूब्स दबा के भाग गये थे.

मैं: अछा, वो माँ, आप और मैं तो बेस्ट फ्रेंड्स है ना.

माँ: हा, लेकिन तुमने इतनी ज़ोर से दबाए मुझे पाईं हो रहा था.

मैं: ई’म रियली सॉरी माँ.

माँ: अछा ठीक है, माफ़ किया.

मैं: माँ मुझे इस जावा की लॅंग्वेज में तोड़ा डाउट है. आप मुझे बता सकती हो क्या?

माँ: हा, पास में बैठ जेया बताती हू ( मैं वैसा ही करता हू ).

माँ मुझे पढ़ती है और मैं बीच-बीच में माँ को टच करने लग जाता हू, जैसे की उनकी जांघों पर हाथ फेरना. उनके पेट को हल्के हाथ से मसलना, कमर में हाथ डालना, गांद को टच करना.

माँ मुझे कुछ भी नही बोल रही थी. इससे मेरी हिम्मत और बढ़ गयी, और मैं सारी के उपर से उनकी छूट को छूने लगा, और वो बहुत हल्की-हल्की सिसकारियाँ लेने लगी.

माँ: बस करो ना अभी, मुझे कुछ हो रहा है.

मैं: माँ मैने क्या किया?

मॅन में: सही मौका है बेटा, हात्ोड़ा मारना पड़ेगा.

फिर मैं माँ के धीरे-धीरे बूब्स दबाता हू, और उनको सहलाता हू. ऐसा करने से माँ के निपल्स टाइट हो जाते है, और ब्लाउस में से दिखने लगते है

माँ: आ आ.

माँ की साँसे गहरी होती जेया रही थी, और उनकी सांसो की गर्माहट मुझे महसूस हो रही थी. पर कहते है किस्मत जैसा देना चाहती है वैसा ही देती है. किसी के आने की आहत आई, तो हम फिर अलग हो गये, और अपने:अपने काम करने लग गये. वो आहत मेरी क्लास टीचर की थी.

वो कहती: तुम यहा क्या कर रहे हो?

मैं: माँ वो तोड़ा कंप्यूटर रिलेटेड डाउट थे.

टीचर: ठीक है जाओ, अभी तो तुम्हारा लेक्चर है ना.

मैं मायूस हो कर निकल जाता हू. फिर जब कॉलेज ख़तम हो जाता है, तब हमारे यहा आधे से ज़्यादा टीचर भी चले जाते है. फिर मैं वापस लब में जाता हू, और माँ से मिलता हू

माँ: अछा सुनो, मेरी एक हेल्प करा दो. मेरे को एक फाइल आज ही सब्मिट करनी है. ये मेरा तोड़ा वर्क है. तुम भी मेरे साथ बैठ कर करा दो.

मैं: ओक माँ, पर बदले में मुझे क्या मिलेगा?

माँ: क्या चाहिए तुझे?

मैं: मैं काम होने के बाद माँग लूँगा आपसे. पर आप मुझे माना नही करोगे.

माँ के पास और कोई ऑप्षन नही था, तो माँ मान जाती है. मैं माँ का काम करवा देता हू, और माँ वो फाइल सब्मिट कर देती है.

माँ: अब बोल तुझे क्या चाहिए?

मैं: ऐसे नही माँ, उसके लिए आपको मेरे साथ तोड़ा कंप्यूटर लब के वॉशरूम में आना पड़ेगा.

अब बहुत हो गया. आयेज की कहानी अगले पार्ट में बतौँगा की मैने माँ से क्या माँगा, और माँ ने क्या किया.

सो फ्रेंड्स तीस इस मी स्टोरी. कैसी लगी स्टोरी मेरे को मैल करना आप लोग. मी मैल ईद इस शर्मभी051@गमाल.कॉम

और कोई भी आंटी, गर्ल, या भाभी इंडोरे में मेरे साथ सेक्स करना चाहे, तो मुझे मेसेज कर सकती है उपर दिए हुए मैल पर.

यह कहानी भी पड़े  अंतर्वसना सेक्स स्टोरीस- इतना प्यारा सपना


error: Content is protected !!