राज और शूस्मा की दूरिया हुई ख़तम
मैंने झुक कर सुषमा की चूत को चूमते हुए कहा, “सुषमा तुम्हारी बात बिलकुल सही है। प्यार में सम्मान अन्तर्निहित होता है। सम्मान ख़ास रूप से देने की जरुरत नहीं होती। मुझे तुम्हारी चूत और तुम्हारे स्तन मंडल को खूब चूमना है और प्यार जताना है।” अनायास ही सुषमा का हाथ मेरे पाजामे के नाड़े …