सुहागरात पर दर्द भारी चुदाई की स्टोरी

मेरा नाम अंजलि है, और मैं पुंजब की रहने वाली हू. मेरी उमर 25 साल है. रंग मेरा गोरा है, और हाइट मेरी 5’6″ है. फिगर मेरा 34-30-36 है. मेरी शादी 3 महीने पहले ही हुई है. ये कहानी मेरी सुहग्रात की है, जो मेरी ज़िंदगी का सबसे दर्द-नाक अनुभव रहा है. लेकिन उससे पहले मैं शादी से पहले की अंजलि के बारे में आप सब को बताना चाहती हू.

मैं बड़ी ही खुश रहने वाली लड़की थी. मुझे स्कूल और कॉलेज के दौरान बहुत से लड़कों ने प्रपोज़ किया, लेकिन मैने किसी को हा नही कहा. मैं चाहती थी जिस लड़के से मेरी शादी हो, वो ही मुझे पहली बार प्यार करे. मैने अपने ख़ज़ाने को संभाल कर रखा था मेरे लाइफ पार्ट्नर के लिए.

फिर एक दिन मुझे एक बड़े घर का रिश्ता आया. मम्मी-पापा बहुत खुश थे, और उन्होने मुझसे इसके बारे में पूछा. मैने उनकी मर्ज़ी को ही अपनी मर्ज़ी बताया, और रिश्ते के लिए हा कर दी. जब मैं लड़के से पहली बार मिली, तो उसको अपना दिल दे बैठी.

उसका नाम रॉबिन था, और वो हटता-कटता और हॅंडसम लड़का था. फिर हमारी कुंडली मिलवाई गयी, और शादी पक्की कर दी गयी. मैं बहुत खुश थी. बहुत से सपने सज़ा रखे थे मैने अपनी सुहग्रात के की मेरा पति मुझे ऐसे प्यार करेगा, वैसे प्यार करेगा.

फिर शादी का दिन आया, और सब आचे से हो गया. विदाई के टाइम पर मैं बहुत रोई. फिर हम चल पड़े. गाड़ी में अपने हज़्बेंड के साथ बैठ कर मेरे रोंगटे खड़े हो रहे थे. मैं उनकी तरफ देख कर खुश हो रही थी. जब वो मेरी तरफ देखते तो मैं शर्मा जाती.

फिर हम मेरे ससुराल पहुँच गये. वाहा बहुत से रिश्तेदार थे, जिन्होने मेरी खूबसूरती की बहुत तारीफ की. उसके बाद मुझे रूम में ले जया गया, और रॉबिन अपने फ्रेंड्स के साथ रुक गये. काफ़ी देर मुझे नीचे म्यूज़िक की आवाज़े आ रही थी.

मैने विंडो से नीचे देखा, तो रॉबिन अपने फ्रेंड्स के साथ डॅन्स कर रहे थे. उनके दोस्त उनके ड्रिंक करने के लिए बोल रहे थे, लेकिन वो माना कर रहे थे. मैं ये देख कर बहुत खुश हुई. फिर मैं कपड़े बदल कर बेड पर बैठ गयी, और मोबाइल उसे करने लगी.

मैने पर्पल कलर की एक सिल्क वाली निघट्य पहन ली, जो आयेज से ओपन होती है. उसमे मैं ग़ज़ब की सेक्सी लग रही थी. फिर थोड़ी देर में रॉबिन आए. मुझे खुशी वाली घबराहट सी होने लगी. आज पहली बार कोई मर्द मुझे टच करने वाला था. इसकी एग्ज़ाइट्मेंट सब लड़कियाँ समझ ही सकती है.

फिर वो मेरे पास आए, और बैठ कर बोले: ई लोवे योउ अंजलि.

उनके मूह से शराब की स्मेल आ रही थी. मैने सोचा उनके दोस्तों ने ज़बरदस्त पीला दी होगी. मुझे उनसे बहुत सारी बातें करनी थी. अपनी लाइफ के बारे में बहुत कुछ बताना था, और उनका बहुत कुछ जानना था. लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ. ई लोवे योउ बोलते ही रॉबिन ने मुझे बाहों में भर लिया, और अपने होंठ मेरे होंठो से लगा दिए.

वो बड़े ही वाइल्ड तरीके से मेरे होंठ चूसने लग गये. मुझे तो मौका ही नही मिल रहा था उनके होंठ चूसने का. बस वही चूज़ जेया रहे थे. किस करते हुए उन्होने मेरी निघट्य की नाट खोल दी, और अंदर मैने ब्रा पनटी पहनी हुई थी.

फिर उन्होने मुझे लिटा लिया, और ज़ोर-ज़ोर से मेरे होंठ चूस्टे रहे. उन्होने मेरे होंठ काट भी दिए जिससे खून बहने लगा. फिर वो मेरी गर्दन चूमने लगे, और क्लीवेज चाटने लगे. मेरी साँसे तेज़ होने लगी. वो मेरी गर्दन पर लोवे बाइट्स भी दे रहे थे, जिससे मुझे दर्द हो रहा था.

उसके बाद उन्होने अंडरवेर छ्चोढ़ कर अपने सारे कपड़े उतार दिए. फिर मेरी भी निघट्य और ब्रा उतार दी. जैसे ही मेरे गोरे बूब्स बाहर आए, वो उन पर झपट पड़े. वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे निपल्स मूह में लेके खींचने लगे. मुझे दर्द हो रहा था, और मैं उनको तोड़ा धीरे करने को बोल रही थी.

निपल्स चूस्टे हुए वो एक हाथ मेरी पनटी पर ले गये, और उसको फाड़ दिया. मेरी छूट सील बंद थी, और थोड़ी गीली भी हो गयी थी. रॉबिन ने छूट को ज़ोर-ज़ोर से रगड़ना शुरू कर दिया, जिससे मुझे दर्द होने लगा. साथ-साथ वो मेरे निपल्स काटने लगे, और निपल्स से भी खून निकाल दिया.

नीचे छूट रगड़ते हुए उन्होने सीधे 2 उंगलियाँ मेरी छूट में घुसा दी. इससे मेरी छूट की सील टूट गयी, और खून निकल आया. मुझे बहुत दर्द हुआ. फिर उन्होने अपना हाथ मेरे पेट पर पोंछ दिया, जिससे मेरा खून मेरे पेट पर लग गया.

अब उन्होने अपना अंडरवेर उतरा, और उनका बड़ा सा लंड मेरे सामने आ गया. वो मेरी ब्रेस्ट पर बैठ गये, और मेरे होंठो पर अपना लंड रगड़ने लगे. मुझे नही पता था की मुझे क्या करना था. तभी वो बोले-

रॉबिन: मूह खोल रंडी.

रंडी! ये शब्द मुझे कभी किसी ने नही बोला था. और एक पति अपनी पत्नी को कैसे बोल सकता है. जब मैने मूह नही खोला, तो उन्होने मेरा निपल ज़ोर से मसल दिया. इससे मेरी चीख निकली, और साथ ही उन्होने मेरे मूह में लंड डाल दिया.

फिर वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे मूह में धक्के देने लगे. मेरी साँस रुक रही थी, और मेरी आँखों में आँसू आने लगे. लेकिन उनको मेरे पर तरस नही आ रहा था.

कुछ देर ऐसे ही करने के बाद वो मेरी टाँगो के बीच आए, और अपना लंड मेरी छूट के मूह पर सेट किया. फिर उन्होने ज़ोर का झटका मार कर लंड मेरी छूट में घुसा दिया. मेरी चीख निकल गयी, और मैं उनको रुकने के लिए बोलने लगी. लेकिन वो नही रुके.

वो ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगा कर मुझे छोड़ने लगे. मेरी छूट से ब्लड और पानी दोनो बह रहा था. मुझे बहुत दर्द हो रहा था. वो इतनी ज़ोर से धक्के मार रहे थे, की मेरा पेट दर्द होने लगा था. उनके वेट से मुझे साँस लेने में भी दिक्कत हो रही थी.

मुझे समझ नही आ रहा था की ये कैसा प्यार था. वो धक्के मारते गये, और मैं दर्द से कराहती रही. फिर मेरी छूट ने पानी छ्चोढ़ दिया. लेकिन वो नही रुके. कुछ देर बाद उन्होने मुझे उल्टा लिटाया, और मेरी गांद पर बैठ कर लंड मेरी छूट में घुसा दिया.

मुझे फिरसे दर्द होने लगा. तकरीबन आधा घंटा उन्होने मुझे छोड़ा. मेरा बुरा हाल हो चुका था. फिर उन्होने अपना माल मेरे अंदर ही निकाल दिया, और बेहोश होके सो गये. मैने नीचे देखा, तो मेरा खून मेरे घुटनो तक बहा हुआ था. फिर मैं जैसे-तैसे उठी, और बातरूम गयी. मैने खुद को सॉफ किया.

मुझे बहुत दर्द हो रहा था. जब मैने खुद को शीशे में देखा तो अपनी हालत देख कर मैं रोने लग गयी. मैने सोचा शायद ये शराब की वजह से था, और मेरे रॉबिन ऐसे नही हो सकते. लेकिन उस दिन से लेके आज तक मेरे साथ ऐसा ही हो रहा है. अब मुझे भी रंडी की तरह चूड़ना ही पसंद है.

दोस्तों मेरी कहानी अची लगी हो, तो फ्रेंड्स के साथ शेर ज़रूर करे.

यह कहानी भी पड़े  स्टेशन पर मिले लड़के ने मा को टाय्लेट में घेरा


error: Content is protected !!