सुहाग रात में चूत और गांद फाड़ने की कहानी

ये कहानी एक शहज़ादे की है. जुनैद नाम की एक सुल्तानत है. ये सुल्तानत डोर-डोर तक फैली हुई है. इस सुल्तानत जैसी और कोई जगह नही. इस सुल्तानत पर राज करने वाले सुल्तान का नाम ओसमा था. उस सुल्तान की काई बेगामे थी. पर सबसे पहली बेगम से उसे एक लड़का जन्मा. उसका नाम फकीर रखा गया.

फकीर होने वाला सुल्तान था. वो ओसमा सुल्तान का लाड़ला था, और पूरी सुल्तानत उसे प्यार करती थी. फकीर दिखने में बहुत ही अछा था. कोई भी लड़की उसे एक बार देख लेती, तो शायद कभी भूल ना पाती. फकीर की उमर 18 साल की थी, जब उसका निकाह उसी की बगल वाली रियासत की एक शहज़ादी से तय हो गया. शहज़ादी का नाम जॅसमिन था.

जॅसमिन जैसी शायद ही कोई और सुंदर थी इस रियासत में. निकाह में आया हर कोई दोनो को देख कर उनकी तारीफे कर रहा था. निकाह तो हो गया, पर दोनो को कुछ वक़्त अलग-अलग रहना पड़ा.

फकीर की उमर 21 साल हो चुकी थी, और जॅसमिन की 20 साल की. फिर जॅसमिन फकीर की सुल्तानत में आ गयी. ज़िस रोज़ जॅसमिन आने वाली थी, फकीर ने उसके स्वागत में पुर महल को फूलों से सज़ा दिया था. जॅसमिन जिस दिन आई, फकीर ने उसे एक पल के लिए भी अकेला नही छ्चोढा.

कुछ दिन बीट गये. फकीर और जॅसमिन एक-दूसरे के करीब आने लगे थे. मौलवी के कहने पर एक दिन तय हुआ जिस रोज़ दोनो का मिलन होने वाला था. फकीर इस दिन का इंतेज़ार कब से कर रहा था. जॅसमिन भी इस रात के लिए बिल्कुल तैयार थी.

जॅसमिन महल के एक कमरे में बैठी थी. पुर कमरे को फूलों से सजाया गया था. कमरे के बीच में बिस्तर था, जो तरह-तरह के फूलों से सज़ा था. मखमल की चादर बिछी हुई थी. जॅसमिन बहुत ही सुंदर लीबाज़ में थी. वो बेश-कीमती गहने पहने, और खुश्बुदार इत्तर लगाए फकीर का इंतेज़ार कर रही थी.

फकीर भी एक शहज़ादा था. बेशक वो भी बहुत सुंदर कपड़े पहने हुए, और इत्तर लगाए कमरे में आया. अंदर आ कर उसने कमरे का दरवाज़ा बंद करवाया. अब कमरे में दोनो ही थे. फकीर जॅसमिन के पास गया. उसे बिस्तर से उतार कर उसे अपने सामने खड़ा किया. फकीर ने नीचे से उपर तक जॅसमिन को निहारा.

आख़िर-कार वो रात आ गयी थी, जिसके लिए फकीर कब से इंतेज़ार में था. जॅसमिन शर्मा रही थी, और ठीक से फकीर को नही देख पा रही थी. उसने अब तक फकीर के चेहरे को नही देखा था. फकीर ने ये बात महसूस की. फकीर जॅसमिन के करीब आया. उसने जॅसमिन का हाथ पकड़ा और उसे कहा-

फकीर: शहज़ादी, आप बहुत सुंदर लग रही हो.

जॅसमिन शरमाई. फकीर ने माहौल हल्का करने के लिए जॅसमिन से बातें करना शुरू किया. उसने जॅसमिन के हाथ पकड़ा और उसे बिताया. उसके बगल में बैठ कर फकीर जॅसमिन की खूबसूरती में खो गया.

जॅसमिन ने भी फकीर को देखा. सुल्तानत का सबसे सुंदर शहज़ादा उसके सामने था. फकीर ने जॅसमिन के गालों पर चूमा, और वाहा से जॅसमिन के कानो के पीछे चूमने लगा. जॅसमिन भी फकीर के रंग में रंग चुकी थी. उसने भी फकीर का साथ दिया. अभी भी जॅसमिन का हाथ फकीर के एक हाथ में था.

जैसे ही फकीर उसे चूमता, जॅसमिन के हाथ की पकड़ मज़बूत हो जाती, और उसके मूह से हल्की सी सिसकारी निकल जाती. फकीर को ये देख मज़ा आया, और इससे वो और उत्तेजित हो गया. फकीर ने जॅसमिन का चेहरा अपनी तरफ किया. उन्हे एक-दूसरे की साँसे महसूस होने लगी थी. अब फकीर ने जॅसमिन की नाक से अपनी नाक टकराई और फिर अपने होंठ जॅसमिन के होंठो पर रख दिए.

जॅसमिन के हाथ पावं ठंडे पद गये. जॅसमिन ने अपने दोनो हाथ फकीर के कंधे पर रख दिए. फकीर ने एक हाथ से जॅसमिन की कमर पकड़ी, और दूसरे हाथ से उसकी गर्दन पकड़ कर जॅसमिन को अपनी और खींचा. पहले निचला होंठ चूसा और फिर उसका उपर का होंठ.

जॅसमिन ने भी फकीर का साथ दिया. दोनो के होंठ मिले, और दोनो ने एक-दूसरे के होंठो का रस्स पीना शुरू किया. कुछ देर बाद दोनो रुक गये. फकीर फिर जॅसमिन के गहने उतारने लगा. जॅसमिन और फकीर दोनो ने मिल के गहने उतरे. फिर फकीर ने जॅसमिन को बिस्तर पर लिटाया, और एक बार फकीर ने जॅसमिन को चूमा.

इस बार सिर्फ़ होंठ तो मिले, साथ ही एक-दूसरे की जीभ भी टकराई. दोनो खूब एक-दूसरे के मूह चूमे. फिर फकीर जॅसमिन के उपर चढ़ गया, और उसकी गर्दन पर चूमने लगा. उसने गर्दन से होते हुए बूब्स के बीच में अपनी जीभ से चूमना शुरू किया. थोड़ी ही देर बाद फकीर ने एक हाथ से जॅसमिन के एक बूब को कपड़ों के उपर से पकड़ा और दबाया.

फकीर के बूब्स दबाते ही जॅसमिन के शरीर में जैसे करेंट लग गया. जॅसमिन के मूह से आ आ की आवाज़ आने लगी. जॅसमिन को ऐसे देख कर फकीर को भी मज़ा आने लगा था. देखते ही देखते फकीर ने जॅसमिन के उपर से कपड़े उतारने शुरू किए. जॅसमिन ने साथ दिया और दोनो बड़े-बड़े जॅसमिन के बूब्स फकीर के सामने नंगे हो गये.

जॅसमिन ने अपने दोनो हाथो से अपने बूब्स च्छुपाए. फकीर ने भी अपना मखमली कुर्ता उतरा. अब फकीर ने उपर कुछ नही पहना था. फकीर ने जॅसमिन के हाथ पकड़े, और उन हाथो को एक और किया. फिर वो जॅसमिन की देख कर मुस्कुराया.

जॅसमिन के बूब्स फकीर की नज़रो के सामने नंगे लटके हुए थे. जॅसमिन शरमाई. फकीर ने अपने हाथ से जॅसमिन के एक बूब को पकड़ा, और दबाया. जॅसमिन ने अपनी आखें बंद कर ली, और फकीर के हाथ को महसूस कर रही थी.

फकीर ने दोनो बूब्स अपने दोनो हाथो में ले लिए. वो उन्हे मसालने लगा. उसका मॅन भर नही रहा था. पहली बार किसी लड़की के बूब्स उसके सामने नंगे थे. फकीर की हवस सॉफ दिख रही थी. उसने हल्की बेरेहमी दिखाई और जॅसमिन के दोनो बूब्स को दबोचा. पर जॅसमिन ने कुछ नही कहा.

जॅसमिन ने अपने बूब्स फकीर के हवाले कर दिए थे, और जॅसमिन बस फकीर का दिया मीठा दर्द महसूस कर रही थी. वो इस चीज़ से खुश थी. फकीर ने दोनो बूब्स को चूमना शुरू किया. कभी दोनो निपल्स बच्चो की तरह चूज़ तो कभी दोनो बूब्स को अपने मूह से चाटना शुरू किया. कभी बीच में काटने का मज़ा ही अलग आया.

यहा जॅसमिन ने भी फकीर का साथ दिया. फकीर की पीठ पर जॅसमिन अपना हाथ घुमा रही थी. तो कभी फकीर की छ्चाटी पर अपने हाथो से प्यार जाता रही थी. उसने भी फकीर के निपल्स को चूंटिया काटी और पूरी पीठ को अपने हाथो से सामना चाहा. जॅसमिन भी फकीर को ऐसे देख कर अपने आप को रोक नही पाई.

कुछ देर बाद फकीर ने अपने हाथो से बूब्स पकड़े, और तोड़ा नीचे चूमते-चूमते जॅसमिन के पेट पर और नाभि पर चूमना शुरू किया. जॅसमिन पागल सी हो उठी. फकीर उठ कर बैठ गया. जॅसमिन की कमर से हाथ फेरते हुए उसने जॅसमिन के नीचे का ल़हेंगा निकालना शुरू किया. फकीर ने कुछ ही देर में जॅसमिन के कपड़े उतार कर बिस्तर से नीचे डाल दिए.

जॅसमिन फकीर के सामने बिल्कुल नंगी लेती हुई थी. और यहा फकीर अपने नंगे जॅसमिन को उपर से नीचे तक दीदार कर रहा था. जॅसमिन ने झट से दोनो हाथो से अपनी चूत धक दी. फकीर ने जॅसमिन के दोनो हाथ हटाए, और जॅसमिन की चूत पर अपना हाथ फिराया. पर जॅसमिन ने अपने दोनो पैर एक-दूसरे से चिपका रखे थे. फकीर ने कोशिश की, पर जॅसमिन अभी शर्मा रही थी.

फकीर ने जॅसमिन के दोनो पैरों को अलग किया, और फिर अपने एक हाथ से जॅसमिन के दोनो हाथो से पकड़ लिया. उसने जॅसमिन के हाथो को छूट से अलग किया, और फिर दूसरे हाथ से उसकी छूट सहलाने लगा. जॅसमिन को भी अब मज़ा आने लगा. फिर फकीर ने जॅसमिन की छूट पर दोनो हाथो से हस्तमैथुन करना शुरू किया.

कुछ देर बाद फकीर ने अपने जीभ से जॅसमिन की छूट चाटना शुरू किया. पहले तो जॅसमिन तकिया पकड़ कर फकीर से अपनी चूत चटवा रही थी, और आह आ की आवाज़े निकाल रही थी. पर कुछ देर बाद जॅसमिन ने अपने दोनो हाथ फकीर के सर पर रख दिए.

यहा फकीर छूट का पूरा स्वाद अपने मूह में लेने लगा और दूसरी तरफ जॅसमिन फकीर के बालों को सहला रही थी और साथ ही फकीर का सर अपने छूट में दबाने लगी थी. फकीर को ये देख और जोश आ गया.

ऐसे ही फकीर और जॅसमिन की चूत का खेल चला. उसके बाद फकीर ने अपने लंड पर सुगंधित पदार्थ लगाया. फिर उसने जॅसमिन के दोनो पैरों को उठाया, और उसके उपर चढ़ गया. जॅसमिन अपने दोनो पैरों को उपर उठाए अपनी छूट को फकीर के हवाले कर चुकी थी. फकीर ने अपना लंड जॅसमिन की छूट पर रखा, और धक्के देने लगा. कुछ देर बाद फकीर के लंड का टोपा अंदर चला गया, और जॅसमिन चिल्ला उठी.

उसका दर्द शांत करने के लिए फकीर ने उसी अवस्था में रोक दिया, और जॅसमिन के होंठो पर चूम लिया. फिर एक धक्के के साथ फकीर का आधा लंड जॅसमिन के छूट में चला गया. जॅसमिन चिल्लाई, और रोने लगी. दर्द उससे सहा नही गया, और इसलिए वो फकीर से रुकने और लंड बाहर निकालने की भीख माँगने लगी. कुछ देर यू ही रुकने के बाद फकीर ने आखरी धक्के के साथ अपना 8 इंच का लंड जॅसमिन के अंदर पूरा डाल दिया.

जॅसमिन रोने लगी. फिर कुछ देर बाद फकीर ने अपने लंड को छूट के अंदर-बाहर करना शुरू किया. अब जॅसमिन का दर्द तोड़ा कम हो गया था, और उसे भी मज़ा आने लगा. जॅसमिन ने भी फकीर को पकड़ा, और अपनी छूट उपर उठा के फकीर को चुदाई करने दी.

फकीर ने भी जॅसमिन के दोनो पैर पकड़े और खूब आचे से चुदाई की. कभी फकीर जॅसमिन पर लेट के उसकी छूट मारता, या फिर कभी जॅसमिन के पैर अपने कंधे पर रख कर छूट की चुदाई करता. कभी धीरे-धीरे छूट में लंड डालता तो कभी जान-बूझ कर ज़ोरदार एक ही बार में लंड को छूट के अंदर डालता. ताकि जॅसमिन चिल्लाए. जॅसमिन को भी फकीर का दिया ये मीठा दर्द खूब मज़ा दिलाता.

करीब 15-20 मिनिट की चुदाई के बाद फकीर ने अपने वीर्या जॅसमिन के पेट पर ही निकाल दिया. और जॅसमिन भी इसी बीच करीब दो बार झाड़ चुकी थी. उसके बाद फकीर ने जॅसमिन को उल्टा लिटाया. पहले उसने जॅसमिन की गर्दन से होते हुए उसकी पीठ को छाता और चूमा. फिर उसने जॅसमिन की गांद को सहलाया, और उसे दबाया. उसे काटा, और साथ ही अपने हाथो से थप्पड़ भी मारे.

ये हरकत जॅसमिन को भी बहुत पसंद आई. साथ ही फकीर ने जॅसमिन की जांघों और पैरों को छाता और चूमा. फकीर ने गांद के बीच में अपना मूह डाल दिया. जॅसमिन ने भी अपनी गांद फकीर के लिए उठाई. इसी का फ़ायदा उठा के फकीर ने जॅसमिन की कमर पकड़ी, और गांद को अपनी और खीचा. जॅसमिन अब कुत्ते की तरह बिस्तर पर बैठी थी. और यहा फकीर जॅसमिन की गांद चाटने लगा.

कुछ देर बाद फकीर ने जॅसमिन की चूत पर एक और बार लंड रखा, और जॅसमिन की कमर पकड़ कर धक्का दिया. इस बार कम समय में जॅसमिन की छूट में लंड चला गया. फिर भी जॅसमिन को दर्द हुआ. लेकिन फकीर ने इस बार जॅसमिन की गांद पकड़ी, और चुदाई शुरू कर दी.

पुर कमरे में उनकी चुदाई की आवाज़ गूंजने लगी, और साथ ही जॅसमिन की सिसकारियों की और चिल्लाने की भी आवाज़ गूंजने लगी. कुछ देर चुदाई बहुत ज़ोरो पर चली. फकीर के लंड ने जॅसमिन की चूत को फाड़ दिया था.

जॅसमिन भी अपनी गांद आयेज-पीछे करके अपनी चूत मरवा रही थी. फिर 20-25 मिनिट बाद फकीर ने अपना माल जॅसमिन की गांद पर निकाल दिया. फिर कुछ वक़्त दोनो नंगे ही सो गये. जॅसमिन की छूट में वो लंड से चुदाई हुई हलचल वो अभी महसूस कर रही थी.

कुछ देर बाद जब दोनो फिरसे उत्तेजित हुए, तो जॅसमिन को फकीर ने अपना लंड मूह में लेने का इशारा किया. जॅसमिन फकीर के दोनो पैरों के बीच में बैठ गयी, और पहले नंगे लंड और टट्टो के साथ खेलने लगी.

अपने हाथो से लंड को पकड़ कर हिलने लगी. फिर अपने होंठो से उसने लंड के उपर चूमा. फकीर ने फिर उसके सिर पर हाथ रख कर सहारा दिया. धीरे-धीरे आधा लंड और फिर पूरा लंड जॅसमिन मूह में ले चुकी थी. और देखते ही देखते जॅसमिन लंड को चूसने लगी. लेकिन जॅसमिन की चूसने की रफ़्तार कम थी, इसलिए फकीर ने वही जॅसमिन की बिताया, और खुद बिस्तर पर खड़ा हो गया. और फिरसे जॅसमिन के मूह में अपना लंड दे दिया.

उसने जॅसमिन के सर को पकड़ा, और ज़ोर-ज़ोर से लंड को जॅसमिन के गले तक उतारने लगा. पुर कमरे में जॅसमिन की मूह चुदाई की आवाज़ गूंजने लगी. और साथ ही जॅसमिन के मूह और आँखों से पानी बाहर आना शुरू हो गया. पर दोनो को बड़ा मज़ा आ रहा था. करीब 10-15 मिनिट मज़ा करने के बाद दोनो रुक गये.

आधी रात बीट चुकी थी. दोनो नंगे ही एक-दूसरे को चिपक कर सो गये. पर हल्की सुबा जब अंधेरा ही था तब फकीर की आँखें खुली. जॅसमिन को नंगा अपनी बाहों में देख फकीर का लंड खड़ा हो गया. फकीर ने जॅसमिन के बूब्स दबाने शुरू किए, जिसके कारण जॅसमिन की आँखें खुल गयी.

उसके बाद फकीर ने जॅसमिन को एक और लिटाया, और उसका एक पैर उपर उठाया. और उसकी गांद पर अपना लंड रखा. जॅसमिन ने जाना की उसकी गांद मारी जाएगी. पर फकीर उसका शोहार था, और आज वो अपने शोहार को किसी चीज़ के लिए माना नही करना चाहती थी. इसलिए उसने अपनी आँखें बंद कर ली. फकीर ने जॅसमिन को पकड़ा, और धक्के के साथ अपना लंड कुछ देर तक अंदर-बाहर करने की कोशिश में जॅसमिन की गांद में डालने लगा.

जॅसमिन फिर चिल्लाई, और उसकी आँख से पानी आ गया. पर कुछ देर चुदाई चली. अब फकीर अपना लंड पूरी तरह से जॅसमिन की गांद में डाल रहा था. फकीर ने जॅसमिन की गांद मारना शुरू किया, और 15-20 मिनिट गांद मारने के बाद उसकी गांद में ही फकीर झाड़ गया.

अपना लंड जॅसमिन के अंदर रख कर ही वो दोनो सो गये. सुबा जब उठे तब फकीर का लंड फिर एक बार जॅसमिन की चुदाई करने को तैयार था. इससे पहले की दोनो कमरे से बाहर जाते, फकीर ने जॅसमिन को अपने उपर बिताया, और खुद नीचे लेट गया. जॅसमिन ने भी अपनी छूट में लंड लेकर अपने शोहार फकीर के लंड के उपर उछाल-उछाल के अपनी चुदाई करवाई.

और ना-जाने उसके बाद हर दिन फकीर जॅसमिन की कितनी चुदाई करता. सुल्तानत का शहज़ादा अब छूट की दुनिया में खो गया था.

आपको ये कहानी कैसी लगी ज़रूर बताए. क्यूंकी ये कहानी इसलिए लिखी गयी है, क्यूंकी इसमे होने वाले कारया थोड़े आराम से और फील लेकर लिखे गये है. तुरंत लंड हिला कर पानी निकालने वाली कहानी तो काई पढ़ी होंगी, पर धीरे-धीरे मूठ मारने और अपनी छूट से पानी निकालने का अलग ही मज़ा है.

अपनी प्रतिक्रिया मुझे ज़रूर मैल करे, या कॉमेंट सेक्षन में कॉमेंट दे दीजिए. मैल ईद जवानिकजोश@आउटलुक.कॉम है. ताकि मैं और ऐसे ही कमाल की कहानियाँ लिख साकु.

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