स्टूडेंट ने टीचर को कल्लगिर्ल बन के चूड़ते देखा

सो मैं मंडे को हॉस्टिल चला गया आंड अपने काम किए. फिर शाम को उनकी सिस्टर का मेसेज आया “ही” का. ई साइड “हेलो”. आंड बातें स्टार्ट हुई. नाइट में सेक्स छत भी हुई, आंड नेक्स्ट दे मुझे अपने घर जाना था. कुछ एमर्जेन्सी थी, तो मैं घर चला गया. फिर घर से दोनो से बात होती थी.

बुत मा’आम आज-कल बिज़ी रहने लगी थी, आंड मुझे इग्नोर कर रही थी. मैने उनकी सिस्टर से पूछा तो उन्होने बताया-

सिस्टर: पता नही क्या काम जाय्न की है. सॅटर्डे-सनडे भी जाती है, आंड नाइट में 8-9 पीयेम को वापस आती है.

अराउंड वन मंत के बाद मैं वापस कोलकाता गया, आंड फिर उनकी सिस्टर ने मुझे बोला-

सिस्टर: इस्पे नज़र रखो.

सो नेक्स्ट वीकेंड मैने मा’आम का पीछा किया. वो ट्रेन से कही जेया रही थी बाग लेकर आंड घर से 40-50 केयेम डोर दूसरे प्लेस में एक माल में गयी. फिर वो हॉट सा रेड कलर का ओनेपीएसए पहन कर निकली. एक-दूं कॉल गर्ल लग रही थी.

उन्होने बाग लॉकर में रख दिया आंड कॅब लेकर जाने लगी. मैने भी ऑटो लिया, आंड पीछा किया तो अराउंड 5-6 केयेम डोर एक बंगलोव में कार रुकी आंड वो अंदर जाने लगी.

मैने उनकी सिस्टर को इनफॉर्म किया. वो बोली जाओ अंदर आंड देखो. फिर मैने साइड से गली में जेया कर देखा, तो एक 40 साल का आदमी था जो इंडियन नही था. मा’आम उसे जेया कर मिली. फिर उसने उसे हग किया आंड मा’आम सोफे पे बैठ गयी. क्या हॉट लग रही थी.

ओनेपीएसए इतनी छ्होटी थी की ब्लॅक पनटी दिख रही थी. फिर वो आदमी आया कुछ पीने को लेकर, और दोनो पीने लगे. फिर मा’आम ने सिगरेट भी जलाई. मैं शॉक हो गया उनका ये रूप देख कर.

फिर 5-10 मिनिट्स बाद दोनो किस करने लगे और देखते ही देखते उस आदमी ने उसकी ओनेपीएसए ड्रेस खोल दी. अब वो ब्लॅक ब्रा आंड पनटी में थी. मा’आम के बूब्स और आस पहले से भी बड़े लग रहे थे.

फिर वो मा’आम को गोद में उठा कर किस करने लगा और 10 मिनिट्स के बाद सोफे पे फेंक दिया. वो उनके गले पे किस करते हुए बूब्स दबाने लगा. फिर उसने ब्रा निकाल दी, और एक बूब चूसने लगा और दूसरा दबाने लगा.

धीरे-धीरे उसने नीचे जेया कर पनटी भी निकाल दी, और मा’आम की क्लीन पुसी सक करने लगा. इतना चूसा उसने, की वो दो बार झाड़ गयी. फिर मा’आम नीचे बैठ कर उसका ट्रौसर निकाल दी. उसका लंड काफ़ी बड़ा था, 8-9 इंच का होगा, आंड एक-दूं ब्लॅक था.

ये देख कर मा’आम दर्र गयी और मूह में लेने से माना करने लगी. पर उसने मा’आम का सिर पकड़ा, और लंड मूह में डाल दिया. वो आधा ही ले पा रही थी. फिर मा’आम को मज़ा आने लगा.

मेरे पैरों तले से ज़मीन खिसक गयी. मैं जिससे लोवे करता था, वो किसी और का लंड चूस रही थी, और बोल रही थी-

मा’आम: कितना मस्त लंड है तुम्हारा. काश ऐसे 2-3 लंड एक साथ मिल जाते.

और मज़े से चूसने लगी. मैने उनकी सिस्टर को कुछ पिक्स भेजी. वो भी शॉक हो गयी.

फिर वो उठा, और मा’आम को सोफे पे लिटा कर छूट में लंड डालने लगा. लंड इतना बड़ा था की जेया नही रहा था. मा’आम के हॅंड से भी मोटा था. फिर उसने ज़ोर लगाया, और आधा लंड घुसा दिया. मा’आम चीखने लगी.

उसने उनका मूह दबाया, और बेरहम होके पेलता रहा. 2-3 मिनिट्स में उसके लंड ने जगह बना ली, और मा’आम मज़े से चूड़ने लगी. थोड़ी देर में उसने मा’आम को गोद में उठा लिया और लंड पर बिता कर हवा में छोड़ने लगा. मुझसे भी कंट्रोल नही हो रहा था. मैने भी रेकॉर्डिंग ओं की, और विंडो पे फोन रख दिया और हिलने लगा.

माँ उसके सामने बच्ची लग रही थी, जिसके साथ कोई जानवर खेल रहा हो. वो बच्चो की तरह गोद में ले लिया था मा’आम को, और पेले जेया रहा था. और उसी तरह गोद में लेकर छोड़ता हुआ ही बेडरूम में ली गया.

10-15 मिनिट्स ऐसे ही छोड़ने के बाद वो डॉगी-स्टाइल में छोड़ने लगा. मा’आम मज़े से चुड रही थी. वो 3 बार झाड़ चुकी थी, लेकिन उस इंसान को अब तक कुछ नही हुआ था.

अराउंड 1 अवर तक छोड़ने के बाद वो गिरने वाला था. मा’आम ने माना किया अंदर मत गिरना, बुत उसने सारा रस्स अंदर निकाल दिया, और लंड डाल कर ही मा’आम के उपर लेट गया. थोड़ी देर बाद मा’आम उठी, आंड ड्रेस पहन कर जाने लगी.

उसने मा’आम को बहुत सारे पैसे दिए. मा’आम ने पैसे बेग में रखे, और जाने लगी. मैं च्छूपा ही रहा, और जब वो निकल कर बाहर आ गयी, थोड़ी डोर जेया कर कॅब का वेट कर रही थी.

मैने अछा मौका देखा, और अचानक पीछे से जेया कर उनको “ही” बोला. वो शॉक हो गयी.

मा’आम: तुम यहा?

मैं: हा यहा मेरे दोस्त का घर है, नोट्स देने आया था. और आप यहा इतनी रेडी हो कर?

मा’आम: अर्रे नही-नही दोस्त की बर्तडे थी, तो वाहा गयी थी.

मैं: बर्तडे, दिन में?

मा’आम: नही कल नाइट में थी, तो अभी जेया रही हू?

मैं: रात में आप यहा थे?

मा’आम: हा मेरी फ्रेंड रहती है.

वो काफ़ी दर्र गयी थी. मैने अछा मौका समझा, और बोला-

मैं: चलो साथ में, मैं कॅब बुलाता हू.

मा’आम: नही-नही मुझे काम है. तुम चले जाओ.

मैं और कुछ नही बोला, और कॅब लेकर वापस आ गया. फिर उनकी सिस्टर को वीडियोस दिखाई. वो शॉक हो गयी और बोली-

सिस्टर: यार ये तो कॉल गर्ल बन गयी है.

मुझे पता था उनकी फॅंटेसी थी 3 पर्सन से एक साथ सेक्स करने की. कुछ दीनो के बाद हम लोग सारे दोस्त एक फ्रेंड के फ्लॅट पे मिले. मेरे 4 फ्रेंड्स है, सो सब का मॅन था कोई हॉट सी लड़की पेलने का.

तो मेरे माइंड में आइडिया आया क्यूँ ना मा’आम का नंबर दे दिया जाए, और अगर वो आ गयी तो उसकी फॅंटेसी भी पूरी हो जाएगी और जाम कर चूड़ने को भी मिलेगा. मेरी भी फॅंटेसी थी की उनको सब कोई छोड़े, और मैं आराम से देखु.

फिर हम लोगों ने कुछ प्लान बनाया, वो नेक्स्ट पार्ट में लिखूंगा. आप सब को मेरी स्टोरी कैसी लगी मैल करके ज़रूर बताए, और कॉमेंट सेक्षन में भी बता सकते है. कोई भी भाभी या गर्ल को चरम सुख चाहिए, तो संपर्क करे

यह कहानी भी पड़े  दोस्त की सौगात


error: Content is protected !!