स्टूडेंट ने कल्लगिर्ल बनी टीचर के साथ ग्रूप सेक्स किया

थॅंक योउ दोस्तों, आप लोगों का बहुत प्यार मिला लास्ट स्टोरी पे. ये लास्ट पार्ट है. सो अब स्टोरी पे आते है.

नेक्स्ट वीक में मेरे दो फ्रेंड्स कोलकाता आए मेरे फ्लॅट में घूमने के लिए. हम लोग दिन भर घूमे और शाम को दारू वग़ैरा चली. फिर रात में डिसकस हुआ की कल किसी को बुलाते है एंजाय करने के लिए. मेरे दो फ्रेंड में से एक के बहुत सारे सोर्सस थे, तो उसने फोटोस मँगवाई. सो उनमे मा’आम की पिक भी आई. मैं शॉक हो गया, आंड मेरे माइंड में एक आइडिया आया. सो मैने बोला-

मैं: क्यूँ ना इसे बुलाया जाए?

वो लोगों को भी मा’आम पसंद आई, और उन्होने मा’आम को बुक किया. उन्हे नही पता था मैं जानता था उन्हे, और वो मेरी टीचर थी. बुत नेक्स्ट दे मेरा एग्ज़ॅम था (10-2 पीयेम), तो मैं एग्ज़ॅम देना चला गया. अब आगे की स्टोरी मेरा फ्रेंड रवि बताएगा.

वो लड़की 12 बजे आई. क्या मस्त माल थी. 34″ के बूब्स, 36″ की आस, एक-दूं गोरी-चित्ति और हॉट. वो जीन्स आंड टॉप में आई थी, जिसमे उसके गांद मस्त निकली हुई दिख रही थी. मैने वेलकम किया उसका.

फिर उसके लिए जूस वग़ैरा लाया. अभिसेक तब तक सो रहा था. फिर उसे उठाया. वो उसे देखता रह गया. सो कर उठने की वजह से अभिषेक का लंड खड़ा था. वो जब उठा तो उसका खड़ा लंड दिख रहा था. वो लड़की लंड देख कर स्माइल करने लगी.

फिर मैने नाश्ता ऑर्डर किया, और सब ने नाश्ता किया. उसके बाद सब को नहाना था. उस लड़की को भी हमने नहाने भेज दिया, बुत हमारा मॅन नही माना. फिर अभिषेक उठा और दरवाज़ा खुलवाया उससे, आंड अंदर चला गया.

मुझसे भी रहा नही गया, तो मैं भी चला गया. अंदर वो टवल में थी, आंड अभिषेक को किस कर रही थी. मैं पीछे से उसकी नेक को किस करने लगा. देखते ही देखते उसकी टवल खोल दी.

क्या मस्त गांद और बूब्स थे उसके, और एक-दूं शॉफ़्त आंड चिकनी छूट. फिर हम तीनो शवर लेने लगे, और उसे नीचे बिता कर दोनो का लंड थमा दिया. दोनो का लंड देख कर वो मज़े से चूसने लगी. उसके कोमल-कोमल लिप्स लंड को और मदहोश कर रहे थे.

मुझसे कंट्रोल नही हुआ, और मैं उसका सिर पकड़ कर मूह छोड़ने लगा. मैं 10 मिनिट में उसके मूह में झाड़ गया. फिर अभिषेक ने उसे उठाया, और उसकी छूट में लंड डालना स्टार्ट किया.

अभिषेक का लंड बड़ा होने की वजह से जेया नही रहा था. सो अभिषेक ने उसे घोड़ी पोज़िशन में उठा लिया और अपना लंड उसकी छूट में सेट करके बिता दिया. लंड आधा ही अंदर गया था की वो मछली की तरह झटपटाने लगी. बुत अभिषेक ने छ्चोढा नही, और पूरा लंड पेल दिया. वो दर्द से गाली दे रही थी.

फिर थोड़ी देर में उसे भी इस पोज़िशन में मज़ा आ रहा था. थोड़ी देर में मेरा भी लंड खड़ा हो गया, और मैं पीछे से उसकी आस में लंड डालने लगा. वो माना कर रही थी और बोली-

मा’आम: नही पीछे नही. उसका अलग से चार्ज लगेगा.

मैं बोला: दे दूँगा रॅंड साली.

और अपना लंड घुसा दिया. अब हम दोनो जाम के गोद में उठा कर उसको छोड़ रहे थे. वो तो मानो जन्नत की सैर कर रही थी. दो लंड की सवारी एक साथ. 10 मिनिट के बाद हमने पोज़िशन बदली. अब मैं छूट और अभिषेक गांद मारने लगा. तब तक वो दो बार झाड़ चुकी थी.

फिर 10 मिनिट जाम कर छोड़ने के बाद हम दोनो ने उसकी छूट पे और गांद पे अपना माल निकाल दिया. उसके बाद हम नहा कर बाहर आ गये. उसने रूम में जेया कर एक रेड वन-पीस पहनी जिसके अंदर उसने कुछ नही पहना.

जब वो बाहर आई, तो हम दोनो देखते ही रह गये. फिर हमने खाना ऑर्डर किया, और जब तक खाना आता हम लोग पीने लगे. हमने फिर खाना खाया, और उसे भी पीला दी. वो नशे में बोलने लगी-

मा’आम: मुझे ब्लाइंडफोल्ड सेक्स करना है, एक और लंड के साथ.

अब तक 5 बाज चुके थे. मैं रास्ते पे ही था. रवि ने मुझे कॉल किया-

रवि: यार क्या मस्त माल बुलाया है. उसे और एक लंड चाहिए. जल्दी आजा.

फिर रवि और अभिषेक ने पीना स्टार्ट किए और उसकी आँखों में पट्टी बाँध दी, और उससे लिपट कर किस करने लगे. थोड़ी ही देर रवि ने उसे बेड पे नंगा करके बाँध दिया और आँखें पहले से बंद थी. रवि उसकी छूट चाट रहा था, और अभिषेक उसे लंड चुस्वा रहा था.

तभी मैं आया. रवि ने गाते खोला. मैं अंदर गया तो देखता रह गया. मा’आम मज़े से अभिषेक का लंड चूस रही थी. फिर मैने रवि को जाने को बोला, और कुछ पिक्स निकली. मुझे गुस्सा भी आ रहा था. बुत सामने इतनी हॉट माल हो तो मैने सोचा क्यूँ ना छोड़ कर एंजाय किया जाए.

फिर मैं नंगा हो कर उसे लंड चुसवाने लगा. अब रवि नीचे लेट गया, और उसकी गांद में लंड डालने लगा, और अभिषेक छूट में. इस टाइम भी मैने फोटोस निकली. 10-15 मिनिट में वो दोनो झाड़ गये. फिर मैं अकेला उसे गोद में उठा कर जाम के छोड़ने लगा.

मैं गुस्से में था तो उसकी जान निकाल दी. पहले उसने बहुत कोशिश की रोकने की, फिर मज़ा लेने लगी. फिर मैने उसे बेड पर पटका, और उल्टा लिटा कर लंड मूह में देके छोड़ने लगा. तब तक रवि और अभिषेक का लंड भी खड़ा हो चुका था.

इस बार अभिषेक गांद में और रवि छूट छोड़ने लगा. वो साँस भी नही ले पा रही थी, फिर भी मैं रुका नही. उसकी सिसकियाँ भी बंद नही हो रही थी. वो अब तक 3 बार झाड़ चुकी थी, और 30 मिनिट बाद मैने सारा माल उसके मूह में निकाल दिया.

फिर रवि और अभिषेक ने भी अपना माल छ्चोढा. हम चारो पसीना-पसीना हो गये थे. फिर मैं दूसरे कमरे में चला गया. मैं खुद को नही दिखना चाहता था. वो बहुत खुश थी.

उसने रवि को बोला: अब तक अपनी लाइफ में इतना एंजाय नही किया मैने. मज़ा आ गया आज.

वो रवि से पूछी: 3र्ड बॉय कों था? वो तो रुक ही नही रहा था.

रवि ने बुलाया मुझे, बुत मैने माना कर दिया, क्यूंकी मैं अंदर से टूट चुका था. अराउंड 9 पीयेम वो घर चली गयी, आंड फिर मैने टेक्स्ट किया नॉर्मल और बात की.

मैने पूछा: कहा थी?

तो वो बोली: काम में बिज़ी थी.

फिर मैने उसकी पिक्स भेजी, और बोला: ये काम है तुम्हारा?

वो शॉक हो गयी और माफी माँगने लगी. बुत फिर मैने उसे ब्लॉक कर दिया और तब से बात बंद हो गयी. मिस बहुत करता हू, बुत जिसे आप प्यार करो और वो ऐसी निकले, तो फिर क्या ही प्यार.

थॅंक योउ दोस्तों, ये स्टोरी यहा ख़तम हुई. इसके बाद उनसे कभी नही मिला, ना कभी बात की.
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