देसी सेक्स कहानी का अगला पार्ट शुरू करते है-
कुछ दिन बाद सारा की बेटी की तबीयत खराब हो गयी. टीन दिन हॉस्पिटल में रहने के बाद सारा अपनी बेटी को घर ले गयी. मामा ने मेरी मा से फोन पर कहा की मुझे कुछ दिन के लिए सारा के साथ रहने दिया जाए. क्यूंकी अगर उनकी बेटी की तबीयत फिर से खराब हुई, तो कोई जेंट्स होना चाहिए एमर्जेन्सी में.
सारा को मैने कॉल करके कहा: मैं रात को 10 बजे तक अवँगा. तुम बच्चो को सुला देना, और तैयार रहना चुदाई के लिए.
मैं सारा के घर पहुँच गया. सारा ने दरवाज़ा खोला, और उसे देखते ही मैं तो मदहोश ही हो गया. उसने ट्रॅन्स्परेंट लाल रंग की थ्री पीस निघट्य पहनी थी, जिसमे से उसकी ब्रा और पनटी सॉफ नज़र आ रही थी.
उसे देख कर मुझसे रहा नही गया. मैने उसे लीप किस करना शुरू कर दिया, और दीवार से लगा कर उसके बूब्स दबाने लगा. फिर मैं पनटी के उपर से उसकी छूट सहलाने लगा. छूट गीले हो चुकी थी.
सारा: अब क्या सब कुछ यहीं पर करोगे? रूम में तो चलो.
मैं सारा को गोद में उठा कर रूम में ले गया और बेड पर लिटा दिया. मैने उसकी अंडरवेर उतरी, उसकी छूट एक-दूं चिकनी थी.
मैं: क्या तुमने अभी वॅक्स किया है.
सारा: हा जानू, ताकि तुम्हे चाट-ते वक़्त बाल ना चुबहे.
ये सुनते ही मैं उसे पागलों की तरह लीप किस्सिंग करने लगा, और छूट रगड़ने लगा. सारा उम्म उम्म की आवाज़े कर रही थी. मैने झट से अपना लंड उसके मूह में घुसेधा, और उसके मूह को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा. मेरा लंड उसकी हलाक तक जेया रहा था, जिससे वो उल्टी निकालने जैसी आवाज़े कर रही थी.
उसकी वो आवाज़े सुन कर मुझे और जोश आ गया, और मैने बड़ी बेरेहमी से उसके बाल खींचते हुए लंड को और हलाक के अंदर तक घुसेध दिया. सारा की साँस रुक गयी और उसने लंड निकालने का इशारा किया.
मैं: कैसा लगा?
सारा ज़ोर-ज़ोर से साँस लेते हुए बोली: अहाआ, मेरा मूह दर्द कर दिया. पर मुझे अछा लगा. पहली बार किसी ने मेरे मूह को ऐसे छोड़ा है.
मैं: आज मैं तुझे रंडी की तरह छोड़ूँगा. छोड़-छोड़ कर तेरी छूट फाड़ दूँगा.
सारा: ये सारा की छूट है, ना कभी थकती है, और ना ही फट-ती है. तू अपने लंड की खैर माना.
मैं: साली बहुत आग लगी है ना तेरी छूट में. देख अब कैसे पेलुँगा तुझे.
मैने उसकी दोनो टांगे खोल दी और जुंगली कुत्ते की तरह छूट चाटने और कतारने लगा.
सारा: आबे सेयेल कतर मत आअहह.
अब मैने अपना लंड सारा की छूट पर रखा, और रगड़ने लगा
सारा: और मत तडपा यार, जल्दी से अंदर डाल दे अपना लंड.
छूट चिकनी हो चुकी थी. एक बार में ही पूरा लंड छूट में चला गया. सारा की आवाज़ निकली आअहह की. मैं मिशनरी पोज़िशन में जाम कर छोड़ रहा था.
मैं: कामिनी कुटिया, अब बोल, बहुत आग लगी थी ना तेरी छूट में!
सारा: आअहह छोड़ते जेया सेयेल, रुक मत. बस इतना ही दूं है क्या कमीने तेरे लंड में?
मैं: चुड़क्कड़ साली, अपने पति से क्यूँ नही चुड़वति?
सारा: उसका लंड तेरे जैसा नही है. मुझे लंबा और मोटा लंड चाहिए अपनी छूट की प्यास बुझाने.
मैं: रंडी साली पति का लंड छ्होटा है तो किसी और से छुड़वा लेगी? रंडी छूट है तेरी, जो कितना भी छोड़ो थकती ही नही.
सारा: रंडी-बाज़ सेयेल, मैं तो तुझसे इतनी बड़ी हू. क्या सोच कर पसंद किया मुझे भोंसड़ी के.
मैं: बड़ी है तो क्या हुआ? देख मेरा लंड कितना बड़ा है, तेरी छूट फाड़ देगा ये आज.
सारा: छोड़ भोंसड़ी के छोड़, छोड़ मदारचोड़, छोड़ते जेया मेरी छूट को, रुक मत.
पाँच मिनिट मैने सारा को छोड़ा और फिर घोड़ी बनने को कहा.
मैं: चल अब कुटिया बन जेया साली. अब तुझे पीछे से पेलुँगा.
सारा डॉगी पोज़िशन में आ गयी. मैने उसकी ब्रा उतार कर फेंकी, और गांद पर छानते मारे, और लंड छूट में घुसा दिया. फिर मैने उसके बाल खींचे और तबाद-तोड़ चुदाई की-
मैं: बहनचोड़ साली अब बोल तेरी छूट की प्यास बुझी या नही?
सारा: बेहन के लॉड, अंदर तक घुसा तेरे लॉड को, और दूं लगा कर छोड़ भोंसड़ी के. गांद मार-मार के लाल कर दे.
मैने डॉगी पोज़िशन में सारा की खूब छूट मारी, गांद पर थप्पड़ मार-मार के लाल कर दी, और बूब्स मसल-मसल के ललाम लाल कर दिए.
मैं: अब बोल साली, कभी किसी ने छोड़ा है तुझे इस तरह?
सारा: आअहह… नही छोड़ा किसी ने आज तक ऐसा. अगर पहले पता होता तू इतना बड़ा रंडी-बाज़ है, और इतना अछा पेलता है, तो बहुत पहले ही छुड़वा लेती तुझसे.
सारा अब मेरी तरफ पलटी और मेरे लंड को ज़ोर-ज़ोर से सहलाने लगी.
सारा: क्या भाले जैसा लंड है तेरा तो. देखते ही मूह में पानी आता है. अब देख इसे चूस-चूस कर और भी तगड़ा कर दूँगी.
सारा तो एक-दूं पॉर्न आक्ट्रेस की तरह मुझसे सेक्स कर रही थी, मानो जैसे वो भूल ही चुकी है की हमारा रिश्ता क्या था. अब मैने सारा को ऑफीस चेर पर बिताया, और दोनो टांगे चियर कर लंड घुसेध दिया छूट में. फिर पलंग-तोड़ चुदाई शुरू कर दी.
मैं उसकी छूट छोड़ रहा था. उसके बूब्स ज़ोर-ज़ोर से दबा रहा था. हम जुंगलियों की तरह लीप किस्सस कर रहे थे, और एक-दूसरे की थूक चाट रहे थे. सारा मेरी गांद दबा कर अपनी छूट के अंदर ले रही थी, और चुदाई का पूरा मज़ा उठा रही थी.
जैसे ही मेरा स्पर्म निकालने वाला था, मैने पूरी ताक़त से अपने लंड को छूट में जितना अंदर तक घुसेध सकता था घुसेध दिया. फिर पूरा माल छूट में निकाल दिया. जब मैं अपना माल निकाल रहा था, तब 30 सेकेंड्स तक हम एक गहरे चरम आनंद में थे, जिसका एहसास मुझे आज भी याद है. इसके आयेज की कहानी अगले पार्ट में बतौँगा.
तो दोस्तों कैसी लगी मेरी मामी की चुदाई कहानी कॉमेंट्स में ज़रूर बताना. सभी चुड़क्कड़ भाभियों से मेरा निवेदन है की अगर मुझसे सेक्षटिंग करना चाहती है या मेरे लंड से अपनी छूट की प्यास बुझाना चाहती है, तो मुझे ज़रूर संपर्क करे. मेरी एमाइल है