सोई हुई मा को चोद कर बेटे ने दिया नया एक्सपीरियेन्स

पहले दिन ही मम्मी की गांद मारी जिससे उन्हे दर्द होने लगा. उस दिन हमने रेस्ट किया.

नेक्स्ट दे…

सुबह मैं जल्दी उठा, और रिज़ॉर्ट के जिम में वर्काउट करने चला गया. वापस आने के बाद मैने देखा की मम्मी सोई हुई थी. तभी मुझे कुछ मस्ती करने का मॅन हुआ.

मम्मी निघट्य में थी, और रिज़ॉर्ट में आने के बाद से वो अंदर ब्रा पनटी नही पहनती थी. वो बहुत गहरी नींद में थी, तो मैं चुपके से उनके ब्लंकेट के अंदर चला गया. उनके पैर फैले हुए ही थे, जिससे मुझे आसानी हुई अंदर जाने में.

फिर हल्के से मैने उनकी निघट्य को उपर की तरफ उठाया, जिससे वो नीचे से नंगी हो गयी. अब मैं उनके दोनो पैरों के बीच में था. मैने अपनी उंगलियों को छूट पर रखा, और सहलाने लगा. उन्होने कुछ रिक्ट नही किया क्यूंकी वो बहुत गहरी नींद में थी.

मैने तोड़ा सा और आयेज बढ़ा, और छूट के अंदर उंगलियाँ डाल के अंदर-बाहर करने लगा. मुझे बड़ा मज़ा आने लगा था. कुछ देर बाद मम्मी ने थोड़ी सी हलचल की, तो मैं उनकी लेग्स और थाइस को चूमने लगा. वो कामुक आवाज़े निकालने लगी. उनकी आँखें बंद ही थी नींद में होने के कारण.

मम्मी: आह उम्म आअहह बहुत अछा लग रहा है, उम्म हा, ऐसे ही करो.

थोड़ी देर बाद उनकी छूट से तोड़ा-तोड़ा पानी निकालने लगा, जिससे मैं समझ गया अब वो गरम हो चुकी थी. मैं उंगलियों को तेज़ी से अंदर-बाहर करने लगा. मम्मी अब होश में आ गयी और उन्होने कहा-

मम्मी: आहह कों है?

नील: मैं हू आपका बेटा

मम्मी: आहह तुम? ऑश, क्या कर रहे हो सुबह-सुबह?

नील: आपको नया एक्सपीरियेन्स देना चाहता हू.

मम्मी: ठीक है बेटा.

उन्होने मेरे सिर पर हाथ रखा और सहलाने लगी. फिर मैने उनकी जांघों को जीभ से चाटना शुरू किया. मम्मी मचलने लगी. कुछ देर बाद मैने छूट के अंदर जीभ डाल दी, और जीभ से छोड़ने लगा. उनकी सिसकारियाँ निकालने लगी. मुझे भी बड़ा मज़ा आ रहा था इस तरह उन्हे च्चेड़ने में.

कुछ देर बाद वो झाड़ गयी और छूट के पानी से मैं पूरी तरह से गीला हो चुका था. मैं जल्दी से वॉशरूम जेया कर खुद को सॉफ करके आया. मम्मी बेड पर लेते हुए ज़ोर-ज़ोर से साँस ले रही थी.

मम्मी: तुम सच में कमाल के हो. मैने सोचा नही था मेरी सुबह ऐसी भी हो सकती है.

नील: हर तरह का एक्सपीरियेन्स होना चाहिए ना.

मम्मी: हा, तुम्हारी बीवी बन के बहुत मज़ा आ रहा है.

नील: और आपको इस तरह झाड़ते हुए देख कर मुझे.

फिर मम्मी उठी, और फ्रेश होने चली गयी. हम दोनो अपनी पति-पत्नी की ज़िंदगी बहुत आचे से एंजाय कर रहे थे. मुझे निधि का कॉल आया जहा वो बता रही थी के जल्दी वापस आओ. वो मुझे बहुत मिस कर रही थी. देख रहे हो मेरी किस्मत.

एक तरफ अपनी मा को छोड़ रहा था, और दूसरी तरफ बड़ी बेहन छुड़वाने के लिए तड़प रही थी. मम्मी फ्रेश हो कर बाहर आई, और मैं क्या देखता हू, उन्होने कुछ भी पहना नही था. वो पूरी तरह से नंगी थी.

नहाने की वजह से उनके जिस्म से पानी की बूंदे नीचे गिर रही थी. वो बहुत हॉट लग रही थी. ऐसा लग रहा था जैसे पानी में से आग निकल के बाहर आई हो. वो मिरर के पास जेया कर बैठी. उनके हाथ में टवल था, जिससे वो खुद के बालों को सॉफ कर रही थी. उन्हे देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया.

मैने उन्हे आज तक ऐसा करते हुए कभी नही देखा था. आज मम्मी के तेवर अलग ही थे. वो एक-दूं सेडक्टिव लुक्स दे कर आईने में से मुझे देख रही थी, जैसे वो मेरा रिक्षन देखना चाह रही थी.

मैं उठा, और उनके पास जेया कर खड़ा हुआ. हम दोनो आईने में एक दूसरे को देख रहे थे.

नील: बहुत कातिल लग रही हो.

मम्मी: थॅंक्स.

मैने उनकी पीठ पर हाथ रखा और उन्हे सहलाने लगा. शायद वो ऐसी ही हरकत की तलाश में थी. मैं उन्हे यहा-वाहा सहलाने लगा. वो बार-बार अपनी आँखें बंद कर रही थी. सामने आईने में उनके मोटे-मोटे बूब्स झूल रहे थे.

सच में वो नारियल की तरह लग रहे थे. और निपल्स भी काफ़ी मोटे थे. मैने उन्हे चूस-चूस के ही ऐसा कर दिया था. मम्मी दूध जैसी गोरी थी, इसलिए उनके जिस्म पर गिरा हुआ पानी एक-दूं हीरे की तरह चमक रहा था.

आपको इमॅजिन करना है तो तमन्ना भाटिया का एक सीन है ‘बेंगल टाइगर’ मोविए का जिसमे उसके जिस्म पर पानी की बूँद कितनी सही लगती है.

नील: आप सच में काम-देवी लग रही हो.

मम्मी: मेरा ये लुक सिर्फ़ तुम्हारे लिए है. आज सुबह तुमने मुझे पागल कर दिया. मैं झाड़ गयी थी, लेकिन फिर भी ऐसा लग रहा है जैसे मुझे और चाहिए. आज तक कभी ऐसा नही लगा.

नील: आपके बूब्स बेहद सुंदर लग रहे है.

मम्मी: थॅंक्स, बचपन में तुम इन्हे चूस्टे थे और बड़े हो कर इनसे प्यार करने लगे हो.

नील (शरमाते हुए): हा.

मम्मी (अपनी नाज़ुक सी छूट को पैर फैला कर दिखाते हुए): छ्होटे थे तब मेरी इसी छूट से निकले थे, और आज इसी के अंदर अपना दूं-दार लंड डाल के मुझे दिन रात छोड़ रहे हो.

उन्होने जैसे ही अपने पैरों को फैलाया, हल्के से छूट के होंठ खुल गये, जिससे छूट के अंदर का गुलाबी हिस्सा दिखने लगा. छूट का दाना भी बेहद सुंदर लग रहा था. जैसे वो मुझे ही बुला रही थी.

मम्मी: और बचपन में तुम छ्होटे थे, तब मैं तुम्हारे सामने कपड़े बदल दिया करती थी. लेकिन आज तुम खुद मेरे कपड़े उतार के मुझे प्यार करते हो.

वो इतने सेक्सी अंदाज़ से कह रही थी की मेरा मूड ही बन गया. पता नही आज उन्होने कहा से ये सब सीखा था. ये उनका दूसरा वर्षन लग रहा था.

मेरी नज़र उनकी छूट पर थी जिसे देख कर मेरे मूह में पानी आ रहा था. उसे देख कर लग रहा था की मम्मी ने उसे अभी आचे से सॉफ किया हो. मम्मी ने मेरी नज़र पकड़ ली और झट से अपने पैरों को बंद कर लिया.

मम्मी: हा तो मैं कह रही थी की तुम छ्होटे थे तब मैं तुम्हे बिना कपड़ों के रोज़ देखती थी. लेकिन आज ये स्पेशल मौका तुम्हे मिला है.

इतना बोल के वो खड़ी हुई, और उनके दोनो हाथो को सामने वाले ड्रेसिंग टेबल पर रख के मुझे अपनी गांद दिखाने लगी. उनके चूतड़ बहुत बड़े थे. उन्होने हल्के से अपने पैर फैलाए, जिससे उनकी गांद का छ्होटा सा च्छेद मुझे दिखने लगी. मैने चेर को साइड में किया और उन्हे पीछे से पकड़ लिया.

मम्मी: अब आए ना मेरे करीब.

नील: आपने मजबूर कर दिया मुझे.

हम दोनो एक-दूं करीब थे. मैने उनकी गर्दन पर चूमना शुरू कर दिया, तो वो थोड़ी कामुक आवाज़े निकालने लगी. नहाने की वजह से वो कुछ ज़्यादा ही गोरी लग रही थी. मम्मी का रंग बिल्कुल तमन्ना भाटिया की तरह है. वो दूध की तरह चमक रही थी मेरे सामने. मैं आईने में उन्हे देखते हुए प्यार कर रहा था.

हम दोनो बहुत गरम हो चुके थे. मुझे उन्हे खुले बालों में देखना पसंद है. इसलिए मैने उनके बालों को खोल दिया, जिससे वो एक-दूं क़यामत लग रही थी. उनके लंबे बाल गांद तक आते थे. उफ़फ्फ़ उनसे खूबसूरत औरत मैने आज तक नही देखी. वो अपनी कामुक अदा के साथ मुझे देख रही थी.

नील: आज आपको क्या हुआ है? आज तक आप ऐसे कभी नही थी.

मम्मी: क्यूँ? पसंद नही आई मैं ऐसे?

नील: ऐसे तो आप और भी ज़्यादा हॉट लग रही हो. बस मुझसे कंट्रोल नही हो रहा.

मम्मी: कंट्रोल क्यूँ कर रहे हो? हम यहा हनिमून के लिए ही तो आए है. तुम्हे मेरे साथ जो करना है करो. बस मुझे यहा खुल के तुमसे चूड़ना है.

उनकी बात सुन कर मेरे अंदर का शैतान जाग गया. मैने झट से अपना शर्ट उतार के फेंक दिया. शॉर्ट्स को घुटनो तक नीचे कर दिया. मेरा लंड इतना तन्ना हुआ था, की उसकी लंबाई और मोटा-पन्न अंडरवेर में से दिख रहा था.

मम्मी: इसे भी उतार दो, और कर लेने दो इसका शौंक पूरा.

इतना बोलते ही मैने अंडरवेर को भी नीचे उतार दिया. मेरा लंड झट से उछाल के बाहर आ गया.

मम्मी (लंड को देख कर): उफ़फ्फ़ मैं ये सब इसके लिए ही कर रही हू. इसने मुझे पागल कर दिया है. उठते, बैठते, सोते, जागते बस इसे ही इमॅजिन कर रही हू.

मैने लंड को हाथ में पकड़ा और हिलने लग गया. कुछ देर में वो पूरी तरह से लंबा और सख़्त हो गया.

मैने मम्मी को फिरसे हग कर लिया. इस बार लंड उनके छूतदों के बीच में फ़ासस गया जिससे वो फील करके गरम हो रही थी. वो थोड़ी तड़प रही थी. मैं उन्हे हर जगह सहला रहा था. बस पागल हो गया था उन्हे ऐसे देख कर और मुझे यकीन था की आज मैं उन्हे कुछ ज़्यादा ही छोड़ूँगा.

मैं दोनो हाथो को सामने ले गया, और बूब्स को पकड़ लिए. उन्हे हल्के-हल्के मसालने लगा. हम दोनो को बड़ा मज़ा आने लगा. धीरे-धीरे हम दोनो ही आवाज़े निकाल रहे थे. बहुत कामुक सीन था.

फिर मैं नीचे से लंड को आयेज-पीछे करने लगा, जिससे उन्हे और मज़ा आ रहा था. वो बिल्कुल किसी 25 साल की लड़की की तरह चूड़ने के लिए तड़प रही थी और आवाज़े निकल रही थी.

मम्मी: आहह उम्म्म आहह एस, बस करते रहो. उम्म, बहुत अछा लग रहा है. आहह हा, इसे अब अंदर भी डाल दो मेरी जान. आहह अपनी मम्मी को कब तक ऐसे तड़पाना चाहते हो? आहह मुझे अपनी बना लो.

मैं बहुत एग्ज़ाइटेड हुआ. उन्होने मुझे इशारा किया और मैं तोड़ा सा पीछे हुआ. उन्होने हाथ पीछे करके लंड को पकड़ लिया और उसे हिलने लगी.

इसके आयेज क्या हुआ, ये आपको अगले पार्ट में पता चलेगा. फीडबॅक के लिए

यह कहानी भी पड़े  रेलवे स्टेशन पर मा के ग्रूप सेक्स की कहानी


error: Content is protected !!