सोनाली मामी की जवानी का दीवाना

देसी कहानी पर बहुत वक़्त के बाद कोई कहानी लिख रहा हूँ. पिच्छले कुछ दीनो मे जब से लॉक्कडोवन् खुला है मैं अपने बिज़्नेस मे काफ़ी बिज़ी था जिसके कारण कोई कहानी नही लिख सका. मैं आप सब को धन्यवाद देना चाहता हूँ जो मेरे फँस ने मुझे रेग्युलर मेल्स करके मेरी पुरानी कहानियों की तारीफ की उसके लिए.

मैने 4 साल पहले देसी कहानी पर कहानियाँ लिखना शुरू किया था और 200+ कहानियाँ लिख चुका हूँ. मेरी सबसे पहली कहानी जो आप लोगो ने जिसे बहुत पसंद किया वो मेरी और मेरी मामी की थी. उसका नाम था ‘दीपाली मामी बन गयी मेरी गर्लफ्रेंड’. आज मैं ऐसी ही एक नयी कहानी लेकर आया हूँ जो आप सब को फिर से एंटरटेनमेंट करेगी.

जो रीडर्स मुझे नही जानते उन्हे मैं खुद का इंट्रोडक्षन दे देता हूँ.

मेरा नाम नील है. आगे 23, दिखने मे गोरा और हॅंडसम हूँ. हाइट 5.9 फ्ट. मुझे फिटनेस की बहुत आदत है इसलिए रेग्युलर जाता हूँ और उसकी वजह से मैने काफ़ी मस्क्युलर बॉडी बनाई है जिससे अक्सर लड़कियाँ और मॅरीड लॅडीस मुझे पसंद करती है. मैं हुमारा फॅमिली बिज़्नेस संभलता हूँ और साथ मे मुझे एरॉटिक स्टोरीस लिखना और पढ़ना भी पसंद है.

मैने मेरी पहली कहानी मे बताया था के कैसे मैने अपनी दीपाली मामी को पटाया था और उसके बाद हुमारे रिश्ते मे प्यार और बढ़ गया. मैने मामी को पहली बार जिस तरहा छोड़ा उसके बाद वो मेरी दीवानी हो गयी. फिर अक्सर हम दोनो जब भी मिलते वो मुझसे चुडवाए बिना नही जाती थी.

दीपाली मामी की कहानी आप ज़रूर पढ़ना आपको बड़ा मज़ा आएगा. और सिर्फ़ यही नही बल्कि आप मेरी प्रोफाइल पर जाकर मेरी सारी कहानी पढ़िए, मैं दावे के साथ बोल रहा हूँ के आप कहानियाँ पढ़ने के बाद मुझे मैल किए बिना नही रह पाएँगे.

दीपाली मामी के साथ मेरा अफेर चल ही रहा था लेकिन उन दीनो मुझे कोई और भी अपनी तरफ आकर्षित कर रहा था. वो आकर्षण इतना स्ट्रॉंग था के मैं उसे चाहकर भी इग्नोर नही कर पा रहा था. वो और कोई नही बलके मेरी दूसरी मामी थी और उनका नाम था सोनाली.

सोनाली मामी और कोई नही बलके दीपाली मामी की कज़िन थी जो मेरे दूसरे मामा की बीवी थी. मैं अपनी दोनो ममियों को अपने बचपन से देखता आ रहा था और तभी से उनकी तरफ मैं आकर्षित था. बस तब बचपन मे ये पता नही था के उसे आकर्षण बोलते है.

जब मैं जवान हुआ तो मैने बड़ी हिम्मत करके दीपाली मामी को पाटने की कोशिश की और मेरी किस्मत भी खुल गयी. पहले ही कोशिश बिना किसी मेहनत के दीपाली मामी मुझसे पाट गयी. उसके बाद मेरा और उनका अफेर आज तक चलता आ रहा है.

अब मैं आपको सोनाली मामी के बारे मे बताता हूँ.

सोनाली मामी की आगे 33 है. वो दिखने मे बहुत ही ज़्यादा खूबसूरत है. दूध जैसा गोरा उनका रंग है और फिगर तो बिल्कुल किसी बोल्लयऊूद आक्ट्रेस की तरहा है स्लिम आंड सेक्सी. हाइट 5.4 फ्ट., तीखे नैन नक्श, लंबे घने बाल जो उनकी कमर तक आते है. आँखें इतनी खूबसूरत की उनमे डूब जाने का मॅन करता है. घर मे अक्सर वो ड्रेस सलवार कमीज़ या वन पीस पहनती थी और किसी फंक्षन मे जाना हो तब सारी. फिगर: 34-26-34

मामी की शादी को 13 साल हो चुके है. जब वो 19 साल की थी तभी उनकी शादी हो गयी थी इसलिए मैं उन्हे उनकी जवानी से देखते आ रहा हूँ. मैं काई बार उनके घर च्छुतटियों मे रहता था तब मामी घर के किसी कम मे मेरी हेल्प मांगती थी तब मैं कर देता था इसलिए वो मेरे साथ बहुत फ्रेंड्ली थी. उनका नेचर बहुत ओपन था और हसी मज़ाक करना या फिर मुझे मज़ाक करके चिदाना उन्हे बहुत पसंद था.

मामी अपने काम मे बिज़ी रहती थी तब मैने काई बार उनका क्लीवेज देखा है. जब मैने पहली बार देखा था तब मैं जस्ट अपनी जवानी मे कदम रख रहा था. 15 -16 की उमर मे जब मैं लड़कियों की तरफ अट्रॅक्ट होने लगा था, मुझे सेक्स को लेकर एक अलग ही एग्ज़ाइट्मेंट था, मूवीस मे किस्सिंग सीन्स ओर बिकिनी सीन्स देख के मेरा लंड बार बार खड़ा होने लगता था उन दीनो मैने सोनाली मामी का क्लीवेज पहली बार देख रहा था.

अफ दोस्तो वो नज़ारा देखकर मैं खुद की आँखों को वहाँ से हटा नही पा रहा था. मामी भी मुझे बाकचा समझती थी इसलिए उन्होने मुझपर ध्यान नही दिया और वो घर मे बिना ओढनी डाले ही काम करती या मुझसे बातें करती थी.

मुझे इस बात का अक्सर फयडा ही होता था. मामी दिखने मे जितनी गोरी थी उनके बूब्स उससे भी काई ज़्यादा गोरे थे. घर मे ज़्यादातर वो ब्रा नही पहनती थी और ना ही आज पहनती है इसलिए ड्रेस के उपर से ही उनके निपल्स अक्सर देखने को मिलते है.

सोनाली मामी को इमॅजिन करके मैने बहुत बार खुदको शांत किया है. लड़के जवानी मे जब अपने उमर की लड़कियों की तरफ आकर्षित होते है तब मैं अपनी दोनो ममियों की वजह से लड़कियों की जगह मॅरीड वमेन्स की तरफ आकर्षित होने लगा. मुझे अक्सर मेट्यूर्ड औरते पसंद है.

ये बात उन दीनो की है जब मैं दीपाली मामी को रेग्युलर छोड़ रहा था. दीपाली मामी मिलने के बाद मुझे स्वर्ग की अप्सरा मिल चुकी थी इसलिए मैं दिन रात उनके ही ख़यालो मे था. उनके साथ बातें करना, ज़्यादा से ज़्यादा टाइम स्पेंड करना, सबके सामने भी उनके साथ ही ज़्यादा बातें करना और अकेले मे उन्हे बहुत छोड़ता था. दीपाली मामी को मैं हर बार एक नयी पोज़िशन मे छोड़ता था इसलिए मेरे दिमाग़ से सोनाली मामी निकल ही गयी थी.

एक दिन मैं सोनाली मामी के घर गया हुआ था तो मामा को किसी काम से बाहर जाना था इसलिए वो जल्दी जल्दी मे अपनी गाड़ी मे बैठ गये लेकिन थोड़ी देर बाद उन्हे कुछ याद आया और उनका कोई इंपॉर्टेंट डॉक्युमेंट घर मे ही रह गया था इसलिए उन्होने मुझे कहा के उनके बेडरूम मे से वो डॉक्युमेंट लेकर आओ.

मैने बेडरूम मे देखा लेकिन मुझे वो कही नही मिला, तो मामा ने कहा के कपबोर्ड मे रखा है वहाँ चेक करो. मेने कपबोर्ड मे देखा तो मुझे वो डॉक्युमेंट तो मिल गया लेकिन एक कोने मे एक पॅकेट मिला. मैने वो देखा तो वो कॉंडम का पॅकेट था जिसमे कुछ 2 – 3 कॉनडम्स पड़े थे. वो देखकर मैं डांग रह गया और मैने वो डॉक्युमेंट मामा को फिर से दे दिया.

दिन भर मेरे दिमाग़ मे वही बात घूम रही थी. सोनाली मामी मुझे जब भी दिखती तो मैं उन्हे सेक्स करते हुए इमॅजिन कर रहा था. दिन भर वो बात मेरे दिमाग़ से निकली ही नही. फिर रात को मैं अपने कमरे मे था और मैं जल्दी सोता था इसलिए मुझे नींद भी जल्दी आ गयी.

कुछ देर बाद मामी की आवाज़ से मेरी आँख खुल गयी. मैं जहाँ सोया था उसके साइड मे ही मामा की बेडरूम थी. और अंदर से मामी की आवाज़े आ रही थी. अब तक मेरी नींद पूरी तरहा से उड़ चुकी थी.

मैं अपने कमरे से बाहर गया और मामी के बेडरूम के दरवाजे पर कान लगाकर सुनने लगा. अंदर से मामी की आवाज़ सुनकर मैं डांग रह गया.

मामी: आहह आहह आहह एसस्स ऑश ऑश आहह ऑश हन हन ऐसी हिी कारूव आहह आहह एसस्स ऑश मयी गोड्ड़ आहह एसस्स उउम्म्म्म

मामा: आहह आहह हन ये ले आहह बहुत दीनो बाद तुझे छोड़ रहा हूँ आहह ऑश सोनाालिइीइ मेरी जानन्न आहह

मामी: हाई कितना मज़ा आ रहा हाीइ आहह आहह आहह तोड़ा ज़ोर लगाओ ना आहह और अंदर डालो आहह आपका लुंदड़ड़ उफ़फ्फ़ कितना मस्त है आहह

मामा: तोड़ा धीरे बोलो… साइड वेल कमरे मे नील सोया है

मामी: हन तो? अब क्या मैं अपनी चुदाई भी एंजाय ना करू क्या?

मामा: हन पर तोड़ा धीरे बोलो

मामी: ह्म आपको तो रोज ही बोलती हूँ के मुझे रोज छोड़ो लेकिन आप कहा सुनते हो मेरी… आहह आहह

मामा: लेकिन आज छोड़ रहा हूँ ना

मामी: और वो भी कितने दीनो बाद… ऐसे ही अगर रोज छोड़ते तो मेरी भूख मिट जाती ना

मामा: तुम बहुत चुड़क्कड़ हो… दिन भर बिज़्नेस संभाल के तक जाता हूँ इसलिए मुझे रात को आक्ची नींद चाहिए होती है. और तुम हो के रोज छुड़वाना चाहती हो

मामी: आहह आहह एस्स एस्स आहह हन हन मैं ही चुड़क्कड़ हूँ. आहह इतनी जवान बीवी है फिर भी आपको मुझे छोड़ने के लिए टाइम नही है आहह आप नही छोड़ेंगे तो और कौन छोड़ेगा मुझे?

मामा: मैने कहा ना धीरे बोलो

मामी: नील सुन लेगा तो उसे सुनने दो… आख़िर उसे भी तो पता चले के उसकी मामी की छूट कितनी प्यासी है… आहह

कमरे मे जोरदार चुदाई हो रही थी. पलंग की धाप धाप धाप धाप आवाज़े आ रही थी. और मामी की बातें सुनकर लग रहा था के उन्हे हर रात छुड़वाने की इच्छा होती है.

थोड़ी देर बाद वो दोनो झाड़ गये और कोई आवाज़े नही आ रही थी. मामी की बातें सुनकर मेरा लंड पूरी तरहा से खड़ा हो चुका था उसे शांत किए बिना मुझे नींद तो आने वाली नही थी. इसलिए मैं बातरूम मे चला गया और मामी को याद करके लंड हिलने लगा. उस दिन मेरा बहुत ज़्यादा पानी निकला. जब मैं पूरी तरहा से शांत हो गया तब जाकर अपने कमरे मे जाकर सो गया.

दोस्तो आपको इस कहानी का पहला पार्ट और सोनाली मामी कैसी लगी मुझे मैल करके ज़रूर बताना. लड़कियाँ और मॅरीड लॅडीस मुझे मैल करे आपकी प्राइवसी का ख़याल रखा जाएगा.

तो बे कंटिन्यूड…
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