Shuruat Hui Meri Sex Life Ki

फिर मैंने उसे किस करना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे अपने हाथ उसके मम्मों तक ले गया।
पहले हल्का सहलाने के बाद मैं थोड़ा ज़ोर से मसलने लगा।

तो वो बोली- जनाब के इरादे नेक नहीं लग रहे हैं।
मैंने कहा- जान.. आज तो तुमने मुझे पागल कर दिया।

मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और किस करना शुरू कर दिया।

मैंने कुछ मिनट तक किस किया और यूं समझिए कि मैंने उसे चुम्बन में ही पूरा गर्म कर दिया।

वो मचल उठी तो मैंने उसे अपनी बाँहों में उठाया और उसके रूम में ले गया। उधर बिस्तर पर उसके ऊपर आकर उसे और किस करने लगा।
हम दोनों की जुबान एक-दूसरे के मुँह में थी।
मेरे हाथों ने भी हरकत शुरू कर दी और मैं उसके मम्मों दबाने लगा।

अचानक मैंने उसे अपने ऊपर ले लिया और उसके सूट में हाथ डालकर अन्दर से ही उसकी ब्रा का हुक खोल दिया। अब मैं उसकी नंगी पीठ पर हाथ फेरने लगा और साथ ही उसके होंठों पर और कान की लौ पर किस करे जा रहा था।

वो भी गर्म होने लगी। धीरे-धीरे मैंने उसकी कुर्ती उतार दी और कुछ पलों के बाद उसकी सलवार भी उतार दी।
अब वो सिर्फ पैंटी में रह गई थी।

मैं उसके पूरे बदन पर चूमा चाटी करने लगा।
उसके मुँह से कामवासना में डूबी हुई आवाजें आने लगीं ‘आआह्ह्ह्ह्ह्..’

मैं उसको चूमता ही गया और धीरे-घीरे उसकी पैंटी को भी उसके बदन से अलग कर दिया, मेरा हाथ उसकी चूत पर पहुँच गया।
उसकी एकदम छोटी सी गुलाबी रंगत लिए हुई चूत थी और चूत पर एक बाल भी नहीं था।

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जैसे ही मैंने अपनी जीभ उसकी चूत पर रखी.. वो पागल हो गई, वो ‘आआह्ह्ह्ह्ह्.. ओह्हह्ह..’ करने लगी और उसने मेरा सर अपनी चूत पर दबा दिया।
वो बहुत आवाज़ कर रही थी।

उसने कहा- जानू मैं पागल हो जाऊँगी और ज़ोर से करो.. खा जाओ मेरी चूत को..

वो और ज़ोर से ‘आह्ह्ह..’ करने लगी और दो मिनट में ही उसकी चूत से पानी निकलने लगा।

मैंने अपने कपड़े उतारे और उसे अपना लण्ड चूसने को कहा.. तो उसने इंकार कर दिया, पर 2 मिनट में ही उसने मेरा लण्ड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी।

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।

उसने 3-4 मिनट ही लण्ड चूसा कि मैं झड़ने को हो गया। मैंने उसे रोक लिया और बिस्तर पर सीधा लिटा दिया।

उसने कहा- आज मेरा पहली बार है आराम से करना।

मैंने उधर रखा हुआ तेल उठाया और उसकी चूत पर बहुत सारा तेल लगा दिया। अब मैं तेल से उसकी चूत की मालिश करने लगा।

कुछ देर में उसने गर्म होते हुए कहा- अब सहन नहीं होता.. कुछ करो।
तो मैंने कहा- क्या करूँ..
वो मस्ती में बोली- अपना लण्ड मेरी चूत में डालो।

मैंने अपना लण्ड उसकी चूत पर रखा और हल्के से धक्का लगाने लगा.. पर बार-बार लण्ड फिसल रहा था।

उसने अपने हाथ से मेरा लण्ड पकड़ कर अपनी चूत पर सैट किया और धक्का लगाने को कहा।
मैंने जैसे ही धक्का लगाया.. तो लण्ड थोड़ा सा अन्दर चला गया।

इतने में ही उसके मुँह से ज़ोर की कराह निकली ‘आह्ह्ह्ह्ह्.. मम्मी.. मैं मरिरी.. ऊओहूहो.. जल्दी बाहर निकालो..’

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मैं उसके ऊपर जाकर उसे किस करने लगा।

दो मिनट बाद जैसे ही वो शांत हुई मैंने उसके कंधे को पकड़ कर एक ही झटके में पूरा लण्ड अन्दर कर दिया।

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