मा बेटा सेक्स स्टोरी का अगला पार्ट शुरू करते है-
मैं: पापा आपकी अची चुदाई नही करते क्या?
मम्मी: वो तो पहले बहुत छोड़ रहे थे. तेरा जानम हुआ उसके बाद मेरी और ध्यान देना ही भूल गये.
मैं (उनका माता चूमते हुए): अब मैं हू ना आपका ख़याल रखने वाला. आपको किसी चीज़ की कमी नही पड़ने दूँगा.
मम्मी: अभी, तुम अपने पापा और भाई से बहुत अलग हो. तेरे भाई ने आज तक मेरा इतना सा भी ख़याल नही रखा. और जब से तुम कमाने लगे हो, मेरे से हर एक चीज़ के लिए सामने से पूछते हो.
मम्मी: मेरा पैर टूटा था, तब तुम मेरी हेल्प कर रहे थे. तेरे पापा भी मेरा तोड़ा काम करते थे, पर तेरे भाई ने एक दिन भी नही पूछा की मम्मी तू कैसी है.
मैं: मम्मी मैं पूरा दिन घर पे होता हू. और वो दोनो बाहर काम करते है. मैं साथ होऊँगा तो मैं ही काम करूँगा ना.
मम्मी: बेटा तू है इसीलिए इस घर में मैं खुश रहती हू.
मैने मम्मी को हग किया और उनके होंठ चूम लिए. मम्मी और मैं कुछ 10-15 मिनिट ऐसे ही लिपट कर पड़े रहे.
मम्मी: चल बेटा, अब मैं जाती हू. तुम भी अपना काम करो.
उसके बाद 2-3 दिन तक मम्मी और पापा का रिश्तेदारों के घर आना-जाना रहा. और हमारे घर पर भी गेस्ट आने-जाने लगे. कुछ 4-5 दिन तक मैं और मम्मी अकेले में मिल नही पाए. मैं मम्मी के टच और प्यार को बहुत मिस कर रहा था. एक दिन मैं मम्मी को हमारे टाउन के एक्सपेन्सिव पार्लर लेकर गया, और वहाँ उनके हेर और बॉडी पर बहुत खर्चा किया. मैं मम्मी को और सुंदर बना कर रखना चाहता था.
क्यूंकी मम्मी बेचारी मेरे भरोसे बैठी थी. उनके लिए कुछ करना था. अगर मेरी कोई गफ़ होती तो उसके पीछे मैं कितना खर्चा कर देता. मम्मी को कोई अछा गिफ्ट देने का सोच रहा था. लेकिन मैं भी बहुत हरामी हू. मैने ये सोचा की कुछ ऐसी चीज़ डू जिससे मम्मी भी खुश रहे, और मैं भी एंजाय कर साकु. नेक्स्ट दे मैं और मम्मी मॉर्निंग में बात कर रहे थे.
मैं: मम्मी चल रेडी हो जेया. हम शॉपिंग करने चलते है, और लंच भी बाहर करेंगे.
मम्मी: बेटा किस चीज़ की शॉपिंग करनी है?
मैं: आप चलिए तो सही.
मम्मी: तेरे पापा मुझे बोलेंगे.
मैने पापा को कॉल किया और कहा: मेरे एक दोस्त के यहा फंक्षन है. तो मैं और मम्मी जेया रहे है. पापा ने भी कोई ऑब्जेक्षन नही उठाया.
मम्मी: तू ना बहुत चालाक हो गया है.
मैं: आपका बेटा हू, आपके उपर गया हू.
मम्मी स्माइल की, और वो तैयार होने चली गयी. जब मम्मी आई, तब मैं उसको देखता ही रह गया. मम्मी ने प्लैइन मरून कॉटन की सारी पहनी थी, और साथ में स्लीव्ले ग्रीन ब्लाउस पहना था.
मम्मी का ब्लाउस काफ़ी डीप था, और उन्होने नीचे ब्रा नही पहनी थी, तो उनके बूब्स और बड़े लग रहे थे. फिर मेरी मम्मी मेरे सामने आई, और रोल ओं हो कर मुझे अपनी सारी दिखाई.
मम्मी: बेटा कैसी लग रही हू?
मैं: मस्त भाभी टाइप माल लग रही हो. आज सब आपको ही देखते रहेंगे.
मम्मी (शरमाते हुए): क्या अभी, तुम कुछ भी बोल रहे हो.
मैने मम्मी की कमर में हाथ डाला और कहा: अगर शॉपिंग पर नही जाना होता, तो अभी आपकी चुदाई करता.
मैने मम्मी के लिप्स चूस लिए. उसके बाद मैं और मम्मी कार से सिटी में बड़ा माल है, वहाँ पर गये. हम जब पहुँचे, तब तक लंच का टाइम हो गया था. तो हम वहीं पर एक रेस्टोरेंट में गये, और लंच किया. वहाँ भी सब मम्मी की सेक्सी फिगर और खूबसूरती को ताड़ रहे थे.
मैं: मम्मी देखो सब आपके पीछे पागल हो रहे है.
मम्मी (ब्लश करते हुए): सब तेरा कमाल है. आंटी से भाभी तुमने बनाया है.
मैं: आपका हार्ड वर्क और डेडैकेशन भी इतना है.
मम्मी: तू कभी अपने आप को क्रेडिट नही देता.
मम्मी को अब क्या कहता, की मैं ऐसे ही बहुत औरतों और लड़कियों की छूट मार लिया था. हम लंच करके मोविए देखने गये. वहाँ भी मैं मम्मी से चिपक कर बैठा था. मम्मी से गर्लफ्रेंड से मिलने वाले सारे मज़े लूट रहा था. मैने कॉर्नर टिकेट ली थी. वहाँ भी मम्मी को किस किया, और उनसे ब्लोवजोब करवाया.
मम्मी भी मुझे किसी चीज़ में माना नही कर रही थी. वो भी अपनी मस्ती से मेरे लंड का मज़ा लूट रही थी. और दोस्तों मम्मी मुझे पकई हुए खिलाड़ी लगी. वो पब्लिक प्लेस में ये सब करने में बिल्कुल झिझक नही रही थी.
मोविए के बाद मैं मम्मी को शॉपिंग करवाने ले गया. मैने वहाँ से उनके लिए कुछ 8-10 सेक्सी ब्रा पनटी सेट और निघट्य खरीदी. मम्मी तो माना कर रही थी, की इतने सारे रखूँगी कहाँ? और इतना खर्चा क्यूँ कर रहा है? मैने कुछ 15-16 हज़ार तो उनकी निघट्य और ब्रा पनटी में ही खर्च कर दिए. उसके बाद हम कार से घर बातें करते हुए आ रहे थे.
मम्मी: अभी, तुम मेरे पीछे इतना कुछ कर रहे हो. मैने कभी सोचा नही था की तुम मुझे इतना पसंद करते हो.
मैं: मम्मी मेरे पास इतना है नही, वरना आपके पीछे और भी बहुत कुछ करने का मॅन कर रहा है.
मम्मी कार में ही सब निघट्य और ब्रा पनटी के कवर निकाल रही थी. मम्मी वो सब देख कर शर्मा रही थी. वो मेरी और तिरछी नज़र से देख रही थी.
मैं: आज आपका ये हॉट लुक और ये सेक्सी अदयें मुझे पागल बना रही है. मेरा तो फिर से खड़ा हो गया है.
मम्मी (मेरे लंड को मसल कर): मेरे होते हुए ये ऐसे नही रह सकता.
फिर मम्मी ने मेरी ज़िप खोली, और लंड को बाहर निकाला, और उसको सहलाने लगी. मेरी कार ऑटो गियर है, तो मुझे उससे ड्राइविंग में कोई परेशानी नही हो रही थी. मम्मी मेरे लंड को हिलाते हुए मुझे अपनी जीभ निकल कर मुझे सेडक्टिव एक्सप्रेशन दिखा रही थी. मैं मम्मी को घर जेया कर आचे से छोड़ना चाह रहा था, और वो मुझे कार में ही डिसचार्ज करना चाह रही थी. अब मेरे लिए चॅलेंज था की घर पहुँचने से पहले अपने आप को कंट्रोल करना था.
मम्मी मुझे सिड्यूस करने की हर तरीके से कोशिश कर रही थी. पर मैने अपना फोकस ड्राइविंग में ही रखा. मम्मी मुझे ब्लोवजोब दे रही थी, और मुझे अपनी बातों से उकसा रही थी.
मम्मी (सेडक्टिव वाय्स में): अभी, तुम्हारे लंड की मैं प्यासी ही. मुझे तेरा टेस्टी माल पीना है.
वो मुझे दीपत्र्ोआट दे रही थी. उसने अपनी लार से मेरे पुर लंड को चिकना कर दिया. मैने अपना ध्यान अपनी ड्राइविंग पर रखा, पर उसकी सेडक्टिव वाय्स और किसी मुर्दे में जोश भर दे. ऐसी बातों के आयेज मेरी हार पक्की हो गयी थी.
मम्मी: ये अब मेरा लंड है. इसे मैं बहुत प्यार दूँगी. अभी, मेरा बहुत मॅन कर रहा है इसका रस्स पीने का.
मैं: प्लीज़ थोड़ी देर रुक जाओ. घर जेया कर जितना मॅन करे उतना प्यार दूँगा. आपकी चुदाई करने का मॅन मेरा भी है.
मम्मी ने मुझे सेक्सी स्माइल दी. उसकी आँखों में हवस दिख रही थी. वो सच में चुदाई के लिए देख रही थी. मम्मी ने निघट्य और ब्रा पनटी के सारे रॅपिंग निकाल दिए, और उन्होने मुझे एक साइड पर कार रोकने को कहा. उन्होने सारे कवर्स और रॅपिंग डस्टबिन में फेंक दिए.
मम्मी: मैने सारे कवर निकाल दिए ताकि घर पर किसी को पता ना चले, और अब तुम ये बाग अपने रूम में च्छूपा कर रख देना.
मैं: मम्मी आप बहुत स्मार्ट हो. हर एक स्टेप सेक्यूर्ली ले रहे हो.
मम्मी: चल अब जल्दी घर चलते है. अगर देरी हो गयी, तो तेरे पापा आ जाएँगे. फिर कुछ होगा भी नही. कितने दिन हो गये. मेरे अंदर तो आग लगी पड़ी है.
जब हम घर पहुँचे, और जैसे ही मम्मी ने मैं डोर लॉक किया, मम्मी को मैने पीछे से पकड़ लिया. फिर उनकी नेक को किस करने लगा.
मैं: कब से तडपा रहे थे. अब बताता हू आपको.
मम्मी (नॉटी स्माइल के साथ): तुझे क्या पता कब से चूड़ने का मॅन कर रहा है. चल अब टाइम वेस्ट मत कर, तेरे पापा आते ही होंगे.
मैने और मम्मी ने फटाफट अपने कपड़े निकाल दिए, और पुर नंगे हो गये. उनका नंगा जिस्म देख कर मैं उनके उपर टूट पड़ा. मैं उनके लिप्स और बूब्स आचे से निचोढ़ कर चूस रहा था. मम्मी भी मेरी बॉडी पर किस करती हुई घुटनो पर बैठ गयी, और मेरा लंड चूसने लगी.
मम्मी: अभी, तेरे जैसा लंड मैने आज तक किसी का नही देखा. इसको चूसने का मॅन होता रहता है. मुझे इसका रोज़ पानी पीना है.
मुझे अब पक्का यकीन हो गया था, की मम्मी ने बहुत से लंड चूज़ थे. मैं जिसको भोली और संस्कारी समझ रहा था, वो चुड़क्कड़ औरत थी. और मेरे में मम्मी के ही जेनेटिक्स है, जो मैं इतना चुदाई का शौकीन बना हुआ था. मम्मी की इस बात पर मैं और जोश में आ गया, और उनका मूह पकड़ कर छोड़ने लगा.
मैने मम्मी का मूह पकड़ कर चोक कर दिया. उसके बाल पकड़ कर तब तक लंड मूह से नही निकाला, जब तक वो झटपटाने ना लगी. मैने उसके बाल खींच कर लंड बाहर निकाला. उनकी आँखों से आँसू निकल रहे थे. मुझे लगा वो मेरे उपर गुस्सा करेंगी, पर वो मेरी और देख कर एक अजीब सी स्माइल कर रही थी. शायद उसको ये सब की पहले से आदत पड़ी हुई थी. मम्मी को जिन लोगों ने छोड़ा होगा, सब ने उसको कुटिया बना कर रखा होगा.
मैं उसकी सेडक्टिव स्माइल देख कर जोश में आ गया, और उनको सोफा के उपर लिटा दिया. मैं अब उनकी छूट को चाटने लगा. मम्मी मेरे बाल नोच रही थी, और मेरे मूह पर दबाव बना रही थी. मेरी नाक को उसने अपनी छूट में दबा दिया था. मुझे साँस लेने में दिक्कत होने लगी. मैं साँस लेता तो छूट का रस्स नाक में जेया रहा था.
मम्मी ने जैसे ही मुझे छ्चोढा, मैं सास लेता, उससे पहले वो मेरे उपर चढ़ कर लिप्स को चूसने लगी. हार्ड किस से धीरे-धीरे सॉफ्ट्ली किस करने लगी. मैने आज तक ऐसा एक्सपीरियेन्स नही किया था.
मम्मी मेरी आँखों में देख रही थी. उसकी आँखें बहुत शरारती हो रही थी. वो मेरे उपर से खड़ी हुई, और मुझे अपनी उंगली से इशारे करते हुए अपने पीछे आने को कह रही थी. वो अपनी सेक्सी मोटी गांद मतकाते हुए चल रही थी. क्या सेक्सी मूव था उसका. मॅन कर रहा था उसकी गांद को फाड़ डालु. फिर मम्मी ने मुझे बेड पर बिताया.
मम्मी मेरे आयेज झुक कर अपनी छूट दिखा रही थी. मुझे उसकी छूट से टपकता हुआ रस्स उनकी जाँघ पर बहता हुआ दिख रहा था. मैं वो देख कर हैरान हो गया की इस औरत में कितनी हवस भारी पड़ी थी. मैने तुरंत उठ कर मम्मी को बेड पर झुका दिया, और लंड को छूट में घुसा दिया. मेरी मम्मी की आ निकली, और मैं दाना-दान उनको छोड़ने लगा.
मेरी मम्मी ने किस-किस के लंड चूज़ थे, ये सोच-सोच कर ही मैं और जोश से भर रहा था. मम्मी के बारे ये सब सोच कर तोड़ा गुस्सा भी आ रहा था, और वो गुस्सा मैं अपनी मम्मी की छूट पर निकाल रहा था. मेरे से अब ये बात सही नही जेया रही थी, की मेरी मा औरों से भी चुड चुकी थी. क्यूंकी अब मैं अपनी मा से प्यार करने लगा था.
मम्मी: आ.. ह्म.. मज़ा आ गया अभी. आज तुम कुछ ज़्यादा ही जोश में लग रहे हो. तुमने तो किसी की याद दिला दी. क्या दिन थे वो मेरे. कितनी चुदाई होती थी मेरी.
मुझे उस पर इतना गुस्सा आ रहा था, की मैं उसको थप्पड़ लगा कर पूचु, की किस-किस का लोड्ा ले चुकी हो. पर मैं ऐसा करना नही चाहता था.
मम्मी: और ज़ोर से छोड़ बेटा. ऐसे ही छोड़ता जेया, मैं अब झड़ने को हू.
मैं अब पूरी ताक़त लगा कर छोड़ रहा था. मेरी बॉडी से पसीना तपाक कर मम्मी की बॅक पर गिर रहा था. मेरी मम्मी बहुत सारा रस्स झाड़ गयी.
मम्मी: बेटा आज मुझे तेरा माल चाटना है. तू मेरे मूह में ही देना.
मैं (उनको ताना मार रहा था): श.. आप इतनी बड़ी शौकीन हो.
मम्मी: शौंक तो पहले से है. पुर तुम कर रहे हो.
मैं: पापा ने आपको बहुत कुछ सीखा रखा है.
मम्मी: तेरे पापा तो बोरिंग इंसान है. बस उपर-उपर से छोड़ कर सो जाते है. मैने ये सब (मम्मी आयेज बोलने जेया रही थी, पर बोली नही).
मुझे मम्मी पर इतना गुस्सा आ गया की मैने उनकी गांद पर छाँटा मार दिया.
मम्मी: अफ.. श बेटा क्या कर रहे हो? ऐसे ही छोड़ते जाओ.
मैने गुस्से में 2-3 और छानते मार दिए. मम्मी मुस्कुरा रही थी, और सेडक्टिव फेस बना रही थी. मेरा अब निकलने को आया, तो मैने स्पीड काम कर दी.
मम्मी मेरे धक्को की स्पीड से समझ गयी थी की मैं झड़ने वाला था. काफ़ी एक्सपीरियेन्स था उनको सेक्स के बारे में. अब वो सीधी हो कर घुटनो पर मेरे सामने मूह खोल कर बैठ गयी. मैने भी झटके खाते हुए मम्मी के फेस पर पिचकारी मार दी.
मेरे स्पर्म की कुछ बूंदे मम्मी के मूह में, तो कुछ उसके चेहरे पर गिरी. मम्मी वो सब अपनी उंगली पर उठा कर मेरी और देख कर चाट रही थी, और मुस्कुरा रही थी. मम्मी का वो रूप और चेहरा कभी भूल नही पौँगा.
मेरी भोली मम्मी का वो रूप और कों-कों देख चुका था, वो पता नही. लेकिन जिसने भी देखा होगा, वो मम्मी को भूल नही पाया होगा. आपको मेरी और मेरी मा की सेक्स कहानी कैसी लग रही है, कॉमेंट करके बताए. और आपका फीडबॅक मूडछंगेरबोय@गमाल.कॉम पर मैल करे.