शादी-शुदा टीचर की चूत का भोंसड़ा बनाया

हेलो दोस्तों, कैसे हो आप सब? मैं आज एक न्यू सेक्स स्टोरी लेके आया हू. इससे पढ़ कर आप लोग एंजाय करे. मेरी ये स्टोरी पिछली स्टोरीस की तरह रियल है. और सभी सेक्सी रीडर्स को मेरी तरफ से हॅपी दीवाली.

मेरा नामे रोहित है. मैं एक कॉल बॉय हू. मेरी आगे 26 है. मैं राजस्थान से हू. लंड का साइज़ 7 इंच है. मैने अब तक बहुत सी गर्ल्स और हाउसवाइव्स को छोड़ा है. आज मैं एक स्कूल टीचर को छोड़ने की स्टोरी लेके आया हू. मुझे टीचर ने खुद कॉल किया था. उसने बताया की मेरी एक कस्टमर ने उसको नंबर दिया था.

उसने अपना नामे दिव्या बताया. दिव्या की आगे 32 है. वो एक मॅरीड हाउसवाइफ है. दिव्या देहली की है. उसने मुझे बताया की, उसे सेक्स की बहुत ज़रूरत थी. उसके हज़्बेंड ठीक से सेक्स नही कर पाते थे. उन्हे बहुत अछा सा सेक्स चाहिए था.

मैने उससे कहा की आप राजस्थान आ जाओ. उसने कहा की मैं 2 दिन बाद आती हू. 2 दिन के लिए आने के लिए कहा उसने.

तो दोस्तों 2 दिन बाद वो जाईपुर आई, और उसने अपने होटेल से मुझे कॉल किया. उसने लोकेशन बता दिया. मैं मॉर्निंग 10 बजे उसके होटेल पहुँच गया.

जब मैने दिव्या को देखा, तो उसकी खूबसूरती बता रही थी, की वो 25 साल की लड़की होगी. उसने मुझे ही किया. मैने उसकी कमर पकड़ के उसकी नेक पर किस करके ही रिटर्न किया. दिव्या मुझे देख कर शर्मा गयी और बोली-

दिव्या: तुम तो आते ही शुरू हो गये.

और वो हासणे लगी.

मैं: बेबी, आप हो ही इतनी ब्यूटिफुल. मुझसे रहा नही गया.

दिव्या ब्लश करने लगी. फिर मैने उससे कहा-

मैं: मेरी जान, शुरू करे प्रोग्राम अपना.

दिव्या: बेबी, मैं आपकी ही हू. जो मॅन हो वैसे करो. मुझे संतुष्ट कर दो. मुझे फुल सेक्सी मज़ा दो. जिसे मैं भूल ना पौ.

मैं: मेरी जान, आप देखती जाओ. आप मुझे लाइफ्टाइम मिस करोगे.

उसके बाद दोस्तों हमने तोड़ा ब्रेकफास्ट किया. उसके बाद मैने दिव्या को अपनी गोद में बिता लिया. उसने अपना फेस नीचे कर लिया. उसे शरम आ रही थी. उसने कहा-

दिव्या: रोहित, मैने आज तक अपने पति के अलावा किसी और को छूने नही दिया है. लेकिन क्या करू मेरी भी फीलिंग्स है.

मैं: मेरी डार्लिंग. तुम टेन्षन मत लो. और मेरे साथ खुल कर एंजाय करो. मुझे आज अपना पति समझो.

मैने आपको दिव्या के फिगर नही बताया है. उसका फिगर 32-30-34 है. अब मैने दिव्या के सॉफ्ट फेस को पकड़ा, और उसके गालों को चूमने लगा.

दिव्या मेरे बालों में हाथ घुमा रही थी. मैं उसके मुलायम होंठो को चूसने लगा. दिव्या भी गरम होने लगी. वो भी एंजाय करना चाहती थी. इसलिए वो भी मेरी होंठो को चूसने लगी.

मैने अब दिव्या को बेड पर लिटा दिया. वो अपनी आँखें बंद किए हुए थी. अब मैं फिरसे उसके चेहरे को चूमने लगा. वो बस हल्की-हल्की सिसकियाँ ले रही थी.

दिव्या: उम्म, उहह.

दिव्या भी मेरी किस का साथ किस देके कर रही थी. मैने उसके मुलायम फेस को 10 मिनिट तक चूमा. अब मैने उसकी रेड कुरती उतार दी. दिव्या मेरे सामने रेड ब्रा में थी. मैं ब्रा के उपर से उसके बूब्स को चूमने लगा.

वो मेरे बालों में हाथ घुमा कर अपना सपोर्ट कर रही थी. दिव्या गरम थी. मैने उसकी ब्रा भी निकाल दी. अब वो मेरे सामने उपर से नंगी थी. उसने अपनी आँखें खोली, और मुझे स्माइल दी.

मैने भी उसको सेक्सी स्माइल दी, और उसके मुलायम बूब्स को चूसने लगा. मैं दूसरे बूब्स को ज़ोर से दबाने लगा. वो ज़ोर से सिसकी लेने लगी.

दिव्या: आह उहह बेबी. मज़ा आ गया. प्लीज़ आराम से करो.

मैने उसके बूब्स 20 मिनिट तक चूज़. दिव्या के बूब्स चूस-चूस कर गीले कर दिए. उससे बहुत मज़ा आया. उसकी आँखों में सेक्सी वासना भारी हुई थी.

अब मैने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए. मैं दिव्या के सामने पूरा नंगा था. वो मेरे तनने हुए लंड को देखने लगी, और स्माइल देने लगी. मैने उसे लंड चूसने का इशारा किया. वो समझ गयी. उसने कहा-

दिव्या: रोहित, तुम्हारा तो बड़ा है. मैने कभी मूह में नही लिया है.

मैं: मेरी रानी, आज मेरे साथ खुल कर सेक्स के मज़े करो.

दिव्या: मेरे मूह में जाएगा नही ये.

मैं: मेरी टीचर मेडम, आज मैं आपको टीच करूँगा, की कैसे मूह में लेते है.

वो घुटनो के बाल बैठ गयी. मैने अपना 7 इंच का लंड उसके होंठो पर रख दिया. दिव्या ने लंड पर किस किया, और एक हाथ से मेरा गरम लंड पकड़ा. वो बोली-

दिव्या: रोहित, तुम्हारा ये बहुत गरम है. मेरे पति का इतना सख़्त लंड नही है.

अब दिव्या ने अपना मूह खोला, और लंड मूह में लिया. मेरा आधा लंड ही मूह में ले पाई. फिर धीरे-धीरे चूसने लगी. दोस्तों, उसके मुलायम होंठ और जीभ मेरे लंड पर चल रहे थे. मुझे जन्नत वाला मज़ा मिल रहा था. 10 मिनिट लंड चूसने के बाद, वो ज़ोर-ज़ोर से लंड चूसने लगी. उसे भी अब मज़ा आ रहा था.

20 मिनिट लंड चूसने के बाद, मैने उसे बेड पर सुलाया. फिर उसके सारे कपड़े निकाल फेंके. दिव्या की क्लीन छूट मेरे सामने थी. मैने अपना मोटा लंड उसकी छूट पर रखा, तो वो बोली-

दिव्या: बेबी, प्लीज़ धीरे से करना. मैने ऐसा लंड कभी नही लिया है. बहुत बड़ा लंड है. प्लीज़ बेबी. कॉंडम उसे करो.

मैने चॉक्लेट वाला कॉंडम लिया, और लंड पर लगाया. अब मैने लंड वापस छूट पर रखा, और रगड़ने लगा. इससे उसकी गरम छूट पानी छ्चोढने लगी. वो मचलने लगी. वो तड़प्ते हुए बोली-

दिव्या: डाल दो ना, क्यूँ बाहर रग़ाद रहे हो? छोड़ो भी अब मुझे.

मैने अब एक धक्का दिया, तो लंड 4 इंच छूट में चला गया. दिव्या की छूट बहुत टाइट थी. इसी वजह से लंड छूट में जाने में दिक्कत हुई थी. लंड छूट में जाते ही, उसकी छूट फटत गयी, और वो दर्द के मारे चीखी.

दिव्या: आह मा ऑश, प्लीज़ निकालो. बहुत दर्द हो रहा है रोहित. बहुत बड़ा लंड है. मैने आज तक ऐसा लंड नही लिया है. प्लीज़ निकालो आह.

मैं: बेबी कुछ नही होगा. आप टेन्षन मत लो. मैं धीरे-धीरे करूँगा.

मैने 5 मिनिट लंड ऐसे रोके रखा. दिव्या की आँखों से आँसू निकालने लगे. फिर 10 मिनिट तक उसको स्मूच करके, वापस एक धक्का मारा, तो पूरा लंड छूट में चला गया. उसकी हल्की सी दर्द भारी चीख निकल गयी.

दिव्या: उहह आ रोहित. कितना बड़ा लंड लेके घूम रहे हो. मेरी छूट फटत गयी है.

मैने उसके बूब्स चूसने शुरू किए. उसे मज़ा आने लगा. वो गरम होने लगी. दिव्या के लिप्स को चूसने लगा. 10 मिनिट फोरप्ले करने के बाद, धीरे-धीरे लंड अंदर-बाहर करने लगा.

वो बस हल्की-हल्की गरम सिसकियाँ ले रही थी. 10 मिनिट धीरे से छोड़ने के बाद, मैने थोड़ी स्पीड बधाई. तो उसे दर्द होने लगा. दिव्या को अब लंड का मज़ा भी आ रहा था. उसकी छूट ने पानी निकाल कर बता दिया था. वो सिसकते हुए बोली-

दिव्या: एस, आ उहह अफ बेबी. रोहित तुम्हारा लंड मेरी बच्चे-दानी तक जेया रहा है. बहुत आनंद आ रहा है. मैं पिछले 1 साल से नही चूड़ी हू. मेरी आग बुझा दो बेबी. आह उफ़फ्फ़ फक मे.

मैने अब धक्के तेज़ कर दिए. दिव्या के पैरों को अपने कंडे पर रख कर, लंड से ज़ोरदार शॉट मारने लगा. छूट में लंड जाता तो, फॅट फॅट की आवाज़ रूम में आ रही थी. साथ ही दिव्या की सिसकियों की भी.

10 मिनिट इसी पोज़िशन में छोड़ कर मैने लंड बाहर निकाला. उसने आँखें खोल कर मुझे देखा. मैने कहा-

मैं: मेरी जान. अब आप घोड़ी बन जाओ.

दिव्या झट से बेड पर घोड़ी बन गयी. मैने पीछे से छूट पर लंड रखा, और एक ही धक्के में पूरा लंड अंदर कर दिया. उसकी छूट गीली थी, जिससे छूट में लंड जाने से कोई तकलीफ़ नही हुई.

अब मैने उसके बालों को पकड़ कर, पीछे से ज़ोरदार धक्के दे रहा था. छूट में मेरा लंड पूरा अंदर जाता, और पूरा बाहर आ जाता. मेरे लंड से छूट में जेया रहे शॉट्स की आवाज़ पुर रूम में आ रही थी.

दिव्या भी चुदाई के पुर मज़े लेते हुए बोली-

दिव्या: एस, एस रोहित. फक फक में बेबी.

करीब 20 मिनिट छोड़ने के बाद मैने उससे पूछा.

मैं: मेरा वीर्या निकालने वाला है. बताओ कहा लॉगी?

उसने कहा: मेरी जान. तुमने तो कॉंडम लगा रखा है. इसलिए तुम मेरे मूह में निकालो. मुझे तुम्हारा स्ट्रॉंग जूस पीना है.

मैने आखरी 10 धक्के लगाने के बाद लंड निकाला. फिर कॉंडम हटा कर, दिव्या के मूह में लंड दे दिया. मेरा लंड वो पूरा मूह में लेने की कोशिश कर रही थी.

लेकिन वो पूरा लंड नही ले पाई. मैने उसका मूह पकड़ा, और लंड मूह में देने लगा. ज़ोरदार मूह चुदाई के बाद, लंड ने उसके मूह सारा अमृत निकाल दिया. दिव्या बिना टाइम लगाए, सारा पानी पी गयी, और लंड चाटने के बाद बोली-

दिव्या: मेरी पति से भी स्ट्रॉंग है तुम्हारा पानी. आज लंड का पानी पीक मज़ा आ गया.आज तुमने मुझे सुहग्रात से भी अछा छोड़ा है. छूट में अभी भी दर्द हो रहा है.

उसके बाद मैने उसे फिरसे किस करने लगा. वो भी मेरा अब मज़े से साथ दे रही थी. हम दोनो पुर नंगे थे बेड पर. मैने दिव्या को फिरसे छोड़ा. पुर दिन में मैने उसे 4 बार छोड़ा.

2 दिन में मैने उसे 15 बार छोड़ा. उसमे मैने 3 बार उसकी गांद मारी थी. उसकी गांद से खून निकल गया था. वो ठीक से चल भी नही पा रही थी. बातरूम तक उसे मैं उठा के ले जाता, और वाहा भी उसे छोड़ता.

तो दोस्तों कैसे लगी आपको मेरी ये सेक्स स्टोरी? ये स्टोरी पूरी तरह से रियल है. किसी गर्ल, भाभी, आंटी को मुझसे ऐसी ही चुदाई चाहिए, तो मुझे मैल करे. आपकी सेक्स चुदाई की प्राइवसी का पूरा ध्यान रखा जाएगा. किसी को पता नही चलेगा.

मेरी मैल ईद गम0288580@गमाल.कॉम है. किसी को पर्सनल बात करके हेल्प चाहिए, तो भी मुझे मैल करे.

थॅंक्स ड्के.

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