हे फ्रेंड्स, मेरा नामे स्वरा है, और मैं 21 यियर्ज़ की हू. तीस इस मी फर्स्ट स्टोरी तो कुछ भूल हो तो माफ़ करना.
फ्रेंड्स बात तब की है, जब मैं अपनी दोस्त कीर्थना की शादी में इंडोरे गयी थी. वो मेरी कॉलेज की अची सहेली है और ये हमारे फ्रेंड्स ग्रूप में पहली शादी थी, तो सब बहुत एग्ज़ाइटेड थे.
जैसे ही हम इंडोरे गये, तो हम उसकी फॅमिली से मिले, और अछा लगा सब को मिल कर. मेरे मॅन में उसके एक नृ अंकल को देख कर लड्डू फूटने लगे. वो अंकल 36 यियर्ज़ के थे, और उनका नामे संदीप था. वो लंडन से आए थे. दिखने में क्लीन शेव्ड थे, लेकिन उनकी चेस्ट पे बालों का मस्त गार्डेन था, और वो अंकल एक-दूं मस्क्युलर हीरो जैसे थे.
मुझे उनके बाइसेप्स बहुत आचे लगे. वो मॅरीड थे, और उनका एक छ्होटा बेटा भी था. वो भी मुझे हवस भारी नज़रों से देख रहे थे, और मेरे बूब्स को घूर रहे थे.
जैसे ही लड़के वालो की बारात आई, तो सभी नाचने लगे, और नाचते-नाचते वो अंकल बिल्कुल मेरे पीछे आके डॅन्स करने लगे, और मेरी आस तो टच किया. तो मैने भी मौके का फ़ायदा उठा के उनके लंड को चू लिया. इससे उनमे एक करेंट सा दौड़ गया, और गाइस उनकी पंत में तंबू सा बन गया.
जैसे ही मेरी नज़र उनकी हवस भारी आँखों पे पड़ी तो उन्होने मुझे एक इशारा किया, और ड्रेसिंग रूम में चले गये. मैं भी उनके पीछे-पीछे चली गयी.
ड्रेसिंग रूम में जाते ही उन्होने दरवाज़े का स्टॉपर लगा दिया, और मुझे लीप किस करने लगे. वो मुझे इतनी ज़ोर से किस कर रहे थे, की मैं साँस भी नही ले पा रही थी, और फिर उन्होने अपना एक हाथ मेरे ब्लाउस में डाल दिया, और मेरे बूब्स दबाने लगे.
मैं भी उनके लंड को उपर से सहला रही थी. फिर उन्होने अपनी पंत निकाल दी, और मैं उनके मोटे से लंड को देख कर शॉक हो गयी. उनका लंड इतना मोटा था और पूरा प्रेकुं से गीला था. लंड के आस-पास बाल भी बहुत सारे थे.
उन्होने मेरी चनिया-चोली पीछे से उपर की, और मेरी गांद के च्छेद में थूक लगा कर उंगली करने लगे. फिर उन्होने अपने लंड का टोपा मेरी गांद में डाला, तो मैं चिल्लाई और कहा-
मैं: प्लीज़ छूट में डालो, गांद में नही.
तो वो कहने लगे की उनके पास कॉंडम नही था, और अगर छूट में डाला तो मैं प्रेग्नेंट हो जौंगी. मेरी गांद इतनी टाइट थी की उनका जैसे-तैसे करके मेरी गांद में गया, और मैं बहुत चिल्ला रही थी दर्द के मारे. ये तो अछा है की बंद-बाजे की आवाज़ से हमारी चुदाई की आवाज़ नही आ रही थी.
धीरे-धीरे करके उनके झटके तेज़ होने लगे. वो मेरे दोनो बूब्स अपने दोनो हाथो से पकड़ कर इतनी ज़ोर से गांद छोड़ रहे थे. 10 मिनिट बाद उनका माल निकल गया मेरी गांद में, और वो सीधा पंत पहन कर कुछ बोले बिना बाहर चले गये.
मेरी गांद से उनके स्पर्म तपाक रहा था, और पूरी लाल हो गयी थी. मैने टिश्यू पेपर से मेरी गांद सॉफ की, और देखा की मेरी गांद का च्छेद इतना बड़ा हो गया था, और इतना दर्द कर रहा था. मैं ठीक से चल भी नही पा रही थी.
मुझे चुदाई के बाद तोड़ा गिल्टी भी लगा, की मेरी दोस्त की शादी हो रही थी, और मैं कैसे रॅंड की तरह चुड रही थी. फिर मैं भी ड्रेसिंग रूम से मंडप में गयी.
थोड़े टाइम बाद हम सब डिन्नर करने चले गये. बहुत सारे काउंटर्स थे. हम सब ने जाम कर सब खाया और फिर मैं पानी के काउंटर में गयी. पानी पीने वाहा संदीप अंकल अचानक से पीछे आए और कहा-
अंकल: रौंद 2 हो जाए?
और मुझे आँख मारी, और हवस भारी स्माइल दी. फिर वापस वो ड्रेसिंग रूम चले गये. मैं भी 10 मिनिट बाद ड्रेसिंग रूम में गयी, और कुण्डी लगा दी. अंकल ने तुरंत पंत उतार दी, और मुझे घुटनो के बाल बिता कर मेरा मूह छोड़ने लगे. उनका लंड इतना मस्त था की मैने लाइफ में कभी इतना अछा लोड्ा नही देखा.
मैं भी एक रॅंड की तरह उनका लोड्ा चूस रही थी, और वो मोन कर रहे थे. अंकल गले तक अपना लोड्ा डाल के मेरा मूह छोड़ रहे थे. उनकी झांट के बालों से उनके लंड की इतनी शानदार खुश्बू आ रही थी. 20 मिनिट तक उनका लोड्ा चूसने के बाद वो बोले-
अंकल: बेबी तेरे फेस पे गीरौ या मूह के अंदर?
तो मैने कहा: फेस पे गिरावगे तो मेक-उप खराब हो जाएगा.
इसलिए उन्होने मेरे मूह के अंदर ही गिराया, और मैं उनका सारा माल पी गयी. अंकल तुरंत पंत चढ़ा कर बाहर चले गये. 5 मिनिट्स बाद मैं भी बाहर चली गयी.
रात के 1 बाज गये थे, और धीरे-धीरे सब मेहमान भी कम हो रहे थे. शादी अभी भी चालू थी. मैं जहा बैठी थी अंकल बार-बार वही से गुज़र रहे थे, और एक बार आके उन्होने वापस मुझे इशारा किया और ड्रेसिंग रूम चले गये. मैं भी वापस चली गयी. इस बार गयी तो देखा की अंकल ऑलरेडी पंत निकाल कर बैठे थे, और लोड्ा हिला रहे थे. मैं अंदर गयी तो मुझे बोला की स्टॉपर लगा दो.
फिर अंकल बोले: तुम्हारा ब्लाउस उतार दो, मुझे तुम्हारे बूब्स से खेलना है.
ब्लाउस उतरते ही वो मेरे बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से काटने लग गये, और मेरे बूब्स के बीच में अपना लोड्ा रख कर मेरे बूब्स को ही छोड़ने लगे. कुछ देर तक मेरे बूब्स छोड़ने के बाद उन्होने मेरे बूब्स के बीच में अपने स्पर्म्ज़ की पिचकारी छ्चोढ़ दी और बाहर चले गये. मैने अपने बूब्स पे ही उनके स्पर्म्ज़ को लोशन की तरह रब किया और मेरे पुर ब्लाउस में से उनके स्पर्म्ज़ की स्मेल आ रही थी.
गाइस मुझे इतना मज़ा आया की मैं क्या बतौ. एक रात में ही उस अंकल में मुझे रंडी की तरह 3 बार छोड़ डाला. कितने हॉर्नी रहे होंगे वो अंकल. उनके साथ इतना मज़ा आया की मैं ये घटना सोच-सोच कर कितनी बार अपनी छूट सहलाती हू.
अगर आपको भी मेरी स्टोरी पढ़ कर अछा लगा तो कॉमेंट में बताओ.