सेक्सी मम्मी की चूत चोदने का फैंसला

हेलो दोस्तों, मेरा नाम तेजस है. मेरी आगे 19 साल है. हमारे घर में मैं, मम्मी आगे (43), और छ्होटा भाई तन्मय आगे (7) है. पापा आगे (45) जो कस्टम में है, ड्यूटी की वजह से वो पोर्ट पे ही रहते है. जब भी उनको छुट्टी मिलती है, तो घर आते है हफ़्तो के लिए.

मम्मी की बात करू तो उनका नाम सलोनी है. हाइट लगभग 5’7″ है. वो गोरी है. उनकी चुचिया गोल-मटोल, बड़ी, और लचकदार है. दोनो हाथो से पाकड़ो तो एक चुचि आचे से पकड़ में आ जाए, इतने बड़े है.

उनकी गांद गड्राई हुई और चौड़ी है, जिसको देखते ही बस उसपे लंड रगड़ने का मॅन करता था. उनके लिप्स भी क्या कमाल के चिकने से है, देखते ही कोई भी लीप तो लीप किस कर ले और उनसे ब्लोवजोब भी ले.

मैं अपनी बात करू तो मैं अभी 12त पास आउट हुआ ही था, और अब घर पे ही रहता था मोस्ट ऑफ थे टाइम कॉलेज में अड्मिशन के बाद. मैं हेल्ती और स्लिम हू. मेरी हाइट 5’8″ है अप्रॉक्स. तो अब कहानी पे आते है.

ये उन दीनो की बात है जब पापा 5 दीनो के लिए छुट्टी पे घर आए हुए थे. मैने उसी दिन शाम को किचन में अचानक से पहुँचने के बाद देखा की मम्मी सब्ज़ियाँ काट रही थी. फिर भी पापा मम्मी को गाल पे किस कर रहे थे उनसे लिपट के.

एक हाथ से वो उनकी मुलायम और मज़ेदार चुचिया दबा रहे थे, तो दूसरे हाथ से उनके फेस को पकड़ के चुम्मा-छाती कर रहे थे. तभी मैं अचानक से किचन में पहुँच गया तो वो तुरंत मम्मी से अलग हो गये.

पापा: क्या हुआ बेटा, क्या चाहिए?

मैं: फ्रिड्ज में से पानी चाहिए था पापा.

फिर पापा ने खुद निकल के दिया और बोले: जाओ, तन्मय को भी तोड़ा पढ़ा दिया करो.

मैं तो सब समझ ही गया था. मम्मी भी कुछ नही बोली तो मैं अपने रूम में आ गया.

उसके बाद अगले दिन जब मैं रात को लगभग 11 बजे सीडीयों से नीचे (रूम से) आ रहा था, तो मुझे बिल्कुल आचे से फुसफुसाहट और हल्की-हल्की कामुक सिसकियों की आवाज़ सुनाई दे रही थी सीडीयों की बगल वाली दीवार से. उसमे एक बड़ा होल था रूम से एर पस्सौट होने के लिए. और वो मम्मी का रूम था.

फिर मैने वाहा देखा तो डांग रह गया. पापा बेड पे लेते हुए थे, और मम्मी उनका लंड अपनी छूट में लिए हुए उनके उपर कूद रही थी आ आ की सिसकियों के साथ. पापा भी पुर जोश के साथ अपनी गांद उठा-उठा के उनकी छूट मार रहे थे. मम्मी सिर्फ़ वाइट ब्रा में थी. उनके बाल भी खुले हुए थे पुर.

नाइट लाइट ओं होने की वजह से मुझे सब दिख रहा था आचे से. फिर पापा ने मम्मी को अपने सीने के चिपका के, उन्हे किस करते हुए, उनके बिखरे बालों को हाथो से हटते हुए, उनकी ब्रा का हुक खोला. फिर उन्होने ब्रा को बाहर निकाल दिया, और उनको नीचे करके उपर आ गये.

उसके बाद उन्होने कोई क्रीम अपने मोटे लंड पे लगाई. फिर मम्मी ने अपनी दोनो टाँगो को फैलते हुए खुद पापा के लंड को अपने हाथो से अपनी छूट पे सेट किया.

पापा धीरे-धीरे बिल्कुल पॅशनेट सेक्स कर रहे थे. वो मम्मी की नरम और गड्राई चुचि को एक हाथ से दबाते हुए दूसरे को पी रहे थे. मम्मी भी उम्म उम्म आह करते हुए उनकी पीठ से हाथो को नीचे उनकी कमर तक लाई, और पापा को अपनी छूट की तरफ धक्का देने लगी. वो अपनी गांद भी उठा रही थी नीचे से.

ये सब देख के मुझे महसूस हुआ की मेरे खड़े लंड से पानी तपाक चुका था मेरे लोवर में. फिर पापा ने भी आ आ ह की तेज़ आवाज़ निकालते हुए स्पीड बढ़ा दी. मम्मी भी उम्म उम्म्म आह उम्म्म करती रही. फिर पापा झाड़ गये, और मम्मी की छूट में ही पानी छ्चोढ़ दिया. माल गिरते ही छाप-छाप की आवाज़ आने लगी थी. फिर वो दोनो ऐसे ही बिल्कुल नंगे सो गये.

मैने पहली बार मम्मी को इस तरह पूरी नंगी देखा था. वो भी इस तरह चुदाई करते हुए. मैने पूरा लास्ट तक देखने के बाद बातरूम में जाके उस दिन 2 बार हिलाया था. फिर रूम में आने के बाद हिलाया था, तन्मय बगल में सो रहा था फिर भी.

उसके बाद मैं जब भी मम्मी को देखता था, तो मेरा फौलादी लंड कड़क हो जाता था. मॅन तो करता था की उनकी चुचिया दबौउ हाथो से, और पी लू उनको. लीप तो लीप किस भी करू. ऐसे ही दिन बीट गये, और पापा की छुट्टी ख़तम हो गयी. फिर वो पोस्टिंग पे चले गये.

उसके बाद मैं और मम्मी ही घर पे रहते थे. तन्मय भी स्कूल चला जाता था. फिर वो 3 बजे ही आता था. मैं अब सिर्फ़ मम्मी के बारे में ही सोचता था की कैसे उन्हे पा लू और छोड़ डू उनको.

ऐसे ही मैं मों-सोन पॉर्न देखने लगा, और देसी कहानी पे मा-बेटा सेक्स स्टोरीस भी पढ़ने लगा. मेरा जोश और बढ़ गया था. अब तो बस मम्मी को कैसे भी छोड़ना चाहता था. जब भी मम्मी किचन में झुकती भी थी, तो मॅन करता था की पीछे से जौ, और सारी उठा के लंड को छूट में पेल डू, और उनकी चुचियों को दबौउ पीछे से ही पकड़ के.

फिर मैं मम्मी को किसी ना किसी बहाने से टच करने लगा था. एक बार तो जब मम्मी अपने रूम में सो रही थी, तो मैने धीरे से उनके मम्मो को हल्के हाथो से दबाया था. क्या बड़े-बड़े गोल-मटोल नरम से चुचे थे उनके. लेकिन जब वो तोड़ा हिली, तो मैं बिल्कुल दर्र गया और तुरंत रूम से बाहर आ गया.

तभी मुझे देसी कहानी के एक राइटर ने बोला की अगर वो सच में इतना पॅशनेट सेक्स करती थी, तो उनको भी चूड़ने का मॅन बहुत करता होगा. तू उन्हे सिड्यूस कर.

मैने पूछा: कैसे करू? कोई आइडिया दो.

बाकी आयेज की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा की कैसे फिर मैने मम्मी को सिड्यूस किया, और हमारे बीच क्या-क्या हुआ उसके बाद.

किसी को भी मुझसे बात करनी है या कोई टिप्स चाहिए मम्मी, भाभी, चाची, आंटी से चुदाई करने के लिए, तो मुझे मैल कर सकता है. आपकी प्राइवसी प्राइवेट ही रहेगी, डॉन’त वरी.

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