हेलो दोस्तों, मेरी फॅमिली सेक्स स्टोरी का अगला पार्ट है ये. जिसने ये स्टोरी नही पढ़ी है, प्लीज़ एक बार पार्ट-1 से पढ़े. आपको ये सेक्स स्टोरी बहुत अची लगेगी, और जो काफ़ी टाइम बाद पढ़ रहे है, एक बार वो भी स्टोरी के पिछले पार्ट पढ़ सकते है. अब कंटिन्यू करते है इस भाग को.
अब तक आपने पढ़ा की मैं मेरी बड़ी बेहन मनु को छोड़ चुका था, और मम्मी से भी नज़दीकिया बढ़ रही थी. मम्मी ने मेरी गफ़ को छोड़ने में मेरी मदद की, और फिर मम्मी को पापा से चूड़ते देखा. अब आयेज-
अगले दिन सुबा जब मैं उठा, तो मम्मी का मूड अछा नही लग रहा था. उनके फेस पे गुस्सा दिख रहा था. मैं जल्दी से कॉलेज के लिए रेडी हो गया, ताकि मम्मी के गुस्से से बच जौ. पर मम्मी ने मुझे घर पे मार्केट जाने के बहाने से रोक लिया. मैं समझ गया था की अब मेरी खैर नही, और बहुत मार पड़ेगी मम्मी से.
दीदी और पापा दोनो चले गये. अब बस मैं और मम्मी ही थे घर पे. मैं अपने रूम में जाके पढ़ने की आक्टिंग करने लग गया दाँत से बचने के लिए. तभी मम्मी घर का मैं गाते बंद करके सीधा मेरे रूम में आ जाती है.
मम्मी: राहुल तू रात को हमारे रूम के बाहर क्या कर रहा था? तुझे बिल्कुल शरम नही आई ये सब हरकते करते हुए?
मैं (नीचे मूह करके): सॉरी मम्मी, मैने कुछ नही देखा. मैं तो किचन से पानी पी कर रूम में जेया रहा था.
मम्मी: झूठ मत बोल मैने तुझे गाते के बीच से हमे देखते हुए देख लिया था.
मैं: सॉरी मम्मी पर मुझे नही पता था की आप लोग सेक्स कर रहे हो. आपके रूम से अजीब सी आवाज़ आई तो मैं देख रहा था सब ठीक है या नही.
मम्मी: अब भी कितना झूठ बोल रहा. बिल्कुल शरम नही आ रही तुझे. तेरी मा हू, सब पता है कब तू झूठ बोल रहा है, कब सच. वो तो शूकर है तेरे पापा ने नही देखा, वरना तेरे को मार-मार के वहीं सुधार देते. मुझसे नही डरता तो कम से कम अपने बाप से तो दर्र.
मैं: सॉरी मम्मी, आयेज से कभी नही देखुगा.
मम्मी: तूने देखा ही क्यूँ? थोड़ी फ्रॅंक क्या हो गयी, तूने तो लिमिट ही क्रॉस कर दी सारी.
मैं (नीची आवाज़ में): तो फिर आपने क्यूँ देखा कल जब मैं और टानू सेक्स कर रहे थे?
मम्मी (एक-दूं घबरा गयी): मैं… मैने… क्या देखा? मैने कुछ नही देखा.
मैं: झूठ मत बोलो मम्मी, आपने भी मुझे सेक्स करते देखा था.
मम्मी ( नकली गुस्सा करते हुए): एक तो खुद देखता है, और फिर मेरे पे ही ब्लेम लगा रहा है. मैने बोला ना मैने कुछ नही देखा.
मैं: अछा तो फिर आप मार्केट से जल्दी कैसे आ गयी थी? अगर आ गये थे तो वापस क्यूँ नही गये घर से बाहर? और मेरे रूम में फिंगरिंग क्यूँ कर रहे थे? आपको क्या लगता है मुझे पता नही चलेगा? कोई बच्चा नही हू, सब पता है मुझे.
मम्मी (एक-दूं शांत हो जाती है): ठीक है, ई’म सॉरी टू. एक बार तूने देख लिया एक बार मैने, हिसाब बराबर हो गया. आयेज से कोई किसी को नही देखेगा, और ये टॉपिक यही क्लोज़ करते है.
मैं: ऐसे कैसे टॉपिक क्लोज़? आपने मुझे सेक्स करते देखा और पूरा नंगा भी. मैने तो कुछ भी नही देखा. रात के अंधेरे में किसको दिखता है?
मम्मी: तो तू क्या चाहता है मेरे और तेरे पापा का सेक्स देखना? भूल जेया, सोचना भी मत. तेरे पापा को पता चला तो घर से निकाल देंगे तुझे.
मैं: तो फिर मुझे आपको देखना है नंगे बिना कपड़ों के. अगर आप माना कर देते हो तो याद रखना आपने मुझे सेक्स करते देखा है, और मैं आपसे कभी बात नही करूँगा.
मम्मी: ठीक है, लेकिन बस एक बार. उसके बाद हिसाब बराबर. लेकिन मैं पहले नहाने जेया रही हू, उसके बाद.
मम्मी नहा के आती है, और उन्होने एक लूस त-शर्ट पहनी होती है और एक लोवर. उनकी सारी बॉडी गीली होती है. उन्होने ढंग से टवल से सूखाया नही था, जिससे उनकी त-शर्ट भी थोड़ी गीली-गीली हो गयी थी. त-शर्ट और लोवर उनकी चिपक से गये थे, जिसमे मम्मी के निपल खड़े सॉफ दिख रहे थे. मम्मी सीधा अपने रूम में चली जाती है, और मैं भी मौके का फ़ायदा उठाने के लिए उनके पीछे-पीछे रूम में घुस जाता हू.
वो मुझे देख के स्माइल करती है, और मिरर के सामने मेकप करने लग जाती है. मैं पीछे से जाके हग कर लेता हू. मम्मी कोई विरोध नही करती है, और अपना मेक उप करने में लगी रहती है.
मैं (मम्मी के गाल पे किस करते हुए): आप बहुत खूबसूरत लग रही हो.
मम्मी: क्यूँ आज ऐसा क्या अलग है, जो तुझे सुंदर लग रही हू?
मैं: आप हमेशा ही खूबसूरत लगती, पर आज आपको तैयार होते देख के और हग करके ऐसा लग रहा है, जैसा आप मेरी न्यूली वेड वाइफ हो.
मम्मी: चल हॅट झूठा. जब तेरी शादी होगी, तब अपनी मा को ही भूल जाएगा.
मैं: कोई बेटा अपनी मा को भूलता है क्या? आपको तो मेरी वाइफ से भी ज़्यादा प्यार करूँगा.
मम्मी: ऐसा क्या है मुझमे जो तू अपनी वाइफ से भी ज़्यादा प्यार करेगा?
मैं: देखने दोगे तभी तो आचे से बतौँगा.
मम्मी: मैने तो एक बार देखने की पर्मिशन दे रखी है, कब रोक रही हू.
मम्मी का ग्रीन सिग्नल मिलते ही मैने पीछे से हग करे हुए ही उनके लोवर का नाडा खोल दिया, और लोवर फिसल के नीचे गिर गया. मेरी मम्मी लोंग त-शर्ट्स पहनती है, तो मुझे बस उनकी मोटी चिकनी थाइस ही दिख रही थी. उनकी आँखें बंद होती है, जो मुझे मिरर में दिख रहा था.
मेरा लंड टाइट खड़ा हो जाता है, और मम्मी की गांद में घुस रहा था. मेरा लंड गांद पे टच होते ही मम्मी की बॉडी को करेंट सा लगा. मम्मी ने आँखें खोली तो हम एक-दूसरे को मिरर में देख रहे थे. मम्मी स्माइल कर के शर्मा जाती है.
मैं मेरा हाथ पेट से नीचे ले जाते हुए उनकी थाइस में हाथ घूमने लगता हू. मम्मी भी गरम हो रही थी. उनकी साँसे तेज़ मुझे महसूस हो रही थी. मैने मम्मी की त-शर्ट में हाथ डाला और धीरे-धीरे उपर उठाने लगा. थोड़ी सी त-शर्ट उपर करते ही मुझे मम्मी की ब्लॅक पनटी दिखने लगी. मम्मी की गोरी-गोरी थाइस के बीच में ब्लॅक पनटी कमाल लग रही थी.
मैं त-शर्ट निकाल रहा था, तो सोचा इसी बहाने बूब्स भी टच कर लू, बाद में बोल दूँगा ग़लती से हो गया. जैसे ही मेरा हाथ मम्मी के बूब्स पे गया, मेरा लंड फटत के मम्मी की पनटी में घुसने को हो गया. मम्मी ने नीचे ब्रा नही पहनी थी. मेरा हाथ सीधे उनके हार्ड निपल पे गया. मम्मी ने ज़ोर से एक लंबी साँस ली, और मेरा हाथ पकड़ लिया.
मैने त-शर्ट और उपर उठाई, तो मम्मी के दोनो बूब्स बाहर निकल के झूलने लगे. एक-दूं गोल, बड़े-बड़े, स्मूद, 40 की उमर में भी एक-दूं हार्ड सॉलिड, जैसे आज भी इनसे दूध निकलता हो. मैने देर ना करते हुए मम्मी की त-शर्ट पूरी निकाल दी, और वो अब बस ब्लॅक पनटी में थी. मम्मी शर्मा गयी और घूम कर मुझे सामने से हग कर लिया.
उनके बूब्स में चेस्ट पे प्रेस हो रहे थे. मैने हिप्स पे हाथ रखा और पनटी निकालने की कोशिश की. तभी मम्मी ने मुझे रोक दिया.
मम्मी: बस रुक जेया, मुझे शरम आ रही है बहुत.
मैं: क्या हुआ? आपने ही तो मुझे बोला था मुझे सब कुछ देखने डोगी.
मम्मी: हा बोला था, पर अब अपने ही बेटे के सामने नंगी होके मुझे अकेले शरम आ रही है. मैं चाहती हू तू भी कपड़े निकाल दे ताकि मुझे अकेले शरम ना आए.
मुझसे इंतेज़ार नही हो रहा था. मैने झट से अपने सारे कपड़े निकाल दिए और अंडरवेर में आ गया. मेरा खड़ा लंड अंडरवेर से सॉफ दिख रहा था, और मम्मी भी मेरे लंड को ही देख रही थी. मैने मम्मी को अपनी और खींचा, और पनटी में हाथ डाल के पनटी निकाल दी.
मम्मी ने अपने पैर फोल्ड कर रखे थे, जिससे मुझे उनकी छूट नही दिख रही थी. मैने मम्मी को छूट दिखाने का इशारा किया, तो मम्मी ने मुझे अपनी अंडरवेर निकालने को कहा. मैने मम्मी को इशारा किया की आप ही निकाल दो. मम्मी ने दोनो हाथो से मेरी अंडरवेर निकाल दी और मेरा लंड स्प्रिंग की तरह उछाल कर मम्मी की आँखों के सामने आ गया. मम्मी स्माइल कर रही थी, और शर्मा रही थी.
उन्होने मुझे नीचे बैठने का इशारा किया. मेरे नीचे बैठते ही मम्मी मेरे सामने खड़ी हो गयी, और मेरे मूह के सामने अपनी दोनो टांगे खोल दी. मुझे तो ऐसा लगा जैसे मैं पहली बार किसी की छूट देख रहा था. मम्मी ने शायद नहाते हुए सारे बाल काट लिए थे, इसलिए छूट बिल्कुल चिकनी हो रखी थी.
उनकी छूट बाहर से थोड़ी ब्राउन थी, और छूट के होंठ खुले हुए थे. मुझे मम्मी की छूट की मादक खुश्बू आकर्षित कर रही थी.
इस सीरीस के अगले पार्ट में पढ़िए आयेज क्या होता है, और इस पार्ट का रिव्यू आप मुझे ज़रूर बताए. कोई फीडबॅक या कॉमेंट हो तो आप कॉमेंट बॉक्स या फिर मेरी गमाल पर भी बता सकते है. मेरी गमाल ईद है – हॉतराहुल्प्रिवते@गमाल.कॉम. इस फॅमिली सेक्स स्टोरी का नेक्स्ट पार्ट जल्दी आएगा.