सेक्सी चाची की चुदक्कड़ बहनें

इसके बाद वो पानी में बैठ कर मेरा लण्ड चूसने लगी और मेरा लण्ड उसके मुँह में झड़ गया.. जिसे वो पूरा पी गई।

इसके बाद हम बाहर आए और कपड़े बदल कर घर की ओर चल दिए।
रास्ते में वो मुझसे चिपक कर चल रही थी और मैं एकान्त में उसकी चूचियां पकड़ कर दबा देता और उसके नरम होंठों को चूसने लगता।
मेरा लण्ड फिर से खड़ा हो गया था।

घर पहुँचते-पहुँचते 11 बजे गए थे और खाना बन रहा था।

चाची की बहन ने मुझे चोद दिया
खाना खाकर दोपहर में जब सब लोग आराम करने के लिए चले गए.. तब नीलू ने मुझे इशारा किया और अपने कमरे में चली गई।

मैं इधर-उधर देखकर थोड़ी देर बाद उसके कमरे में घुसा तो कमरे में अंधेरा था।
तभी नीलू की आवाज आई और मैं उसकी ओर जाकर उसके बगल में लेट कर उसे मसलने लगा।

मुझे पता चला कि वो तो बिल्कुल नंगी लेटी थी। उसने उठकर मुझे भी नंगा कर दिया और मेरा लण्ड चूसने लगी और मेरा सर अपनी चूत पर लगा दिया।

मैं उसकी रसीली चूत चूसने लगा.. जो पाव रोटी की तरह फूली हुई थी।
उसमें से रस निकल कर टपकने लगा और मेरे लण्ड की भी हालत खराब होने लगी।

अब नीलू सीधी हुई और मेरे लण्ड पर अपनी बुर रख कर बैठ गई। मेरा लण्ड फनफनाते हुए उसकी बुर में घुसता चला गया और वह मुझको ऊपर से पेलने लगी।

किसी बुर को चोदने का मेरी जिन्दगी का यह पहला मौका था। बल्कि यूं कहना चाहिए कि किसी बुर से चुदवाने का पहला मौका था।
मैं कहाँ उसको चोद रहा था.. वही मुझको चोद रही थी।

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मैं तो उसकी बड़ी-बड़ी चूचियां नीचे लेट कर मसल रहा था और वह सिसकारी भरे जा रही थी ‘हाय मेरे राजा.. बहुत दिन से तेरे लण्ड को खाने की इच्छा थी.. पर साला हाथ ही नहीं आ रहा था।’

‘मैं तो जब से तू आई है.. तब से तेरे ऊपर नजर लगाए था रानी.. पर आज तूने मेरा ही शिकार कर लिया।’
‘हाँ साले.. क्या लम्बा जिस्म और लम्बा लण्ड है तेरा.. मजा आ गया। आज तक ऐसा लण्ड नहीं खाया।’
‘तू क्या पहले चुदवा चुकी है?’
‘और नहीं तो.. ऐसे ही तुझे चोद डालती साले..’

यह कहते-कहते वो झड़ गई और मुझे कस कर दबोच लिया। उसके दबोचते ही जैसे मेरे लण्ड के अन्दर से कुछ निकल कर उसकी बुर में समा गया।

नीलू थोड़ी देर तक वैसे ही लेटी रही और मुझे चूमती रही। करीब 15 मिनट तक वह मुझसे खेलती रही तो मेरा लण्ड उसकी बुर में फिर से खड़ा हो गया।

चाची की छोटी बहन कुंवारी थी
उसे पता चल गया कि मेरा लण्ड फिर से खड़ा हो गया है तो उसने बगल में पड़ी चादर उठाई और मेरा हाथ उस चादर के नीचे डाल दिया तो मैं उछल पड़ा।
क्योंकि उस चादर के नीचे उसकी छोटी बहन नीतू बिल्कुल नंगी लेटी थी और उसकी चूचियां पूरी तरह तनी हुई थी।

वो पूरी तरह गरम हो चुकी थी और उसकी चूत से रस निकल कर बह रहा था ‘अब मेरी नीतू को चोद डाल राजा.. तो इसको भी मजा आ जाए।’

मैं उठ कर नीतू की बुर चाटने लगा और नीतू सिसकारियां ले-ले कर मेरा लण्ड चूसने लगी।

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थोड़ी देर में नीलू ने इशारा किया तो मैंने अपना लण्ड नीतू की बुर पर रखा और ठेलने लगा.. पर उसकी बुर टाइट थी.. लण्ड अन्दर नहीं जा रहा था।

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