ही फ्रेंड्स, मेरा नाम सी है. मैं 27 यियर्ज़ का हू, औड मैं मुंबई का रहने वाला हू. मैं दिखने में ठीक-ताक हू. ऑफीस में हर कोई क्यूट बॉय बुलाता है मुझे और बुलाती है.
मेरा रंग गोरा है, हाइट 5’7″ है, बॉडी आवरेज है, और लंड साइज़ 6 इंच है. मैं एक मंक कंपनी में जॉब करता हू मार्केटिंग में, तो मुझे अक्सर तौर पर ही रहना पड़ता है.
अब मैं अपनी बॉस के बारे में बता डू. मेरी बॉस का नाम नंदिनी झा है. वो हमारी कंपनी की मार्केटिंग हेड है. वो एक विडो लेडी है. उनकी हिगत 5’4″ है. उनका रंग गोरा है, और वो बेहद खूबसूरत है.
वो दिखने में बोल्लयऊूद आक्ट्रेस लगती है. उनकी शेप 36-30-35 है, और उनकी आगे 40 यियर्ज़ है. बुत वो अभी भी 27-28 की लगती है. उनकी आगे 40 है, कोई यकीन ही नही करता है.
वो मॅग्ज़िमम जीन्स आंड टॉप पहनती है. कंपनी कॉसमेटिक्स की है, तो हम कुछ भी पहन सकते है. मेरी और मेरी बॉस की आपस में बेहद बनती है. हमारा वर्किंग स्टाइल, हम दोनो की फुड चाय्स भी सेम है.
तो हम ड्यूटी के ड्यूरिंग होटेल या रेस्टोरेंट में जो भी लंच या डिन्नर करते है, तो कोई भी ऑर्डर दे, हमे पता होता है एक-दूसरे की पसंद का. अक्सर लोग हमे गफ़-ब्फ समझते है. वो मेरे साथ काफ़ी हस्सी-मज़ाक करती है. इन फॅक्ट आपस में हम फ्रेंड्स की तरह बात करते थे.
बुत अपनी अपनी हड्द में रह कर अब स्टोरी पे आता हू. डियर फ्रेंड्स ये स्टोरी आप देसीकाहानी पे पढ़ रहे है. और फ्रेंड्स, स्टोरी पढ़ने के बाद कोई सुझाव हो तो मुझे ज.किंग्सलेयर[email protected]गमाल.कॉम पे मैल कर सकते है.
तो एक बार मैं पुणे ड्यूटी में था. तभी बॉस का फोन आया-
बॉस: हेलो.
मैं: गुड मॉर्निंग माँ.
बॉस: गुड मॉर्निंग सी, तुम पुणे पाहौंछ गये?
मैं: एस माँ, ई आम वर्किंग इन मार्केट.
माँ: ओक कल मैं भी आ रही हू पुणे.
मैं: ओक माँ, आप की होटेल बुक हो गयी?
माँ: नो यार, इसीलिए फोन किया है तुमको. तुम एक अछा रूम बुक कर दोगे क्या?
मैं: ओक माँ, मैं अभी करता हू.
माँ: थॅंक्स, ओक बाइ, सी योउ टुमॉरो.
फिर मैने रूम बुक किया अपने ही होटेल में. उनका रूम ठीक मेरे रूम के ऑपोसिट साइड में था. फिर मैने होटेल नामे और अड्रेस माँ को भेज दिया.
नेक्स्ट दे मॉर्निंग मैं उठा, और फ्रेश होके माँ का वेट करने लगा. काफ़ी टाइम बाद माँ की कॉल आई.
माँ: सी तुम होटेल में हो?
मैं: एस माँ, गुड मॉर्निंग.
माँ: गम, चलो तो फिर ड्यूटी पे निकले.
मैं: माँ आप आ गयी होटेल?
माँ: एस, मैं अपने रूम में हू. 5 मिनिट दो, मैं नीचे आती हू.
मैं: ओक माँ, मैं रिसेप्षन पर हू.
फिर मैं तुरंत रिसेप्षन गया, और वेट करने लगा. कुछ ही देर में माँ आई.
माँ: ही सी.
मैं: हेलो माँ.
हेलो बोल के हाथ मिलाया हमने. फिर हम ड्यूटी करने लगे. तभी माँ का फोन आया, और माँ बात करने लगी. फिर फोन रख कर वो बोली-
माँ: सी पता है किसका फोन था?
मैं: कों माँ?
माँ: अर्रे यार ह्र हेड का फोन था. तुम्हे प्रमोशन मिला है. अब तुम अस्म बन गये हो.
मैं (बेहद खुश होके): थॅंक योउ माँ.
माँ: मोस्ट वेलकम, बुत पार्टी चाहिए.
मैं: ऑफ कोर्स माँ, शाम को करते है.
माँ: आज?
मैं: एस माँ.
माँ: ह्म, ओके.
फिर हमने साथ लंच किया, और ड्यूटी ख़तम करके होटेल गये.
मैं: माँ आप रूम में जाके फ्रेश होइए. 8 बजे हम क्लब जाएँगे.
माँ: ओक, और तुम्हारा रूम नंबर क्या है?
मैं: 502, आपका ऑपोसिट रूम.
माँ: ओक, 8 बजे मिलते है.
फिर मैं तोड़ा बाहर गया, और तोड़स घूम के होटेल आया. 8 बजे माँ को कॉल की. फिर माँ आई. माँ ने एक ब्लॅक शॉर्ट्स पहनी हुई थी. क्या बोलू फ्रेंड्स, क्या लग रही थी वो. मैं तो देखता ही रह गया.
माँ: सी, सी, कैसी लग रही हू?
मैं: योउ अरे लुकिंग आसम माँ.
माँ: थॅंक योउ, फिर चलो.
मैं: एस माँ.
माँ: सी क्लब में माँ-माँ मत बोलना. कॉल मे निधि, ओन्ली निधि, ओक?
मैं: ओक माँ.
हम क्लब गये, खूब मस्ती किए, डॅन्स किए, दारू पिए, सब हमको गफ़-ब्फ समझ रहे थे. फिर हम रेस्टोरेंट गये, और डिन्नर किए. उसके बाद कॅब लेके होटेल आए. रास्ते में माँ मेरी गोद में सो रही थी. तभी मेरा लंड खड़ा हो गया.
फिर होटेल पहुँचे, तो मैं माँ को उनके रूम में ले गया. माँ नशे में थी, बुत सही तरीके से चल रही थी. बस काफ़ी तक गयी थी, और थोड़ी नशे में भी थी. तो उनको उनके रूम में छ्चोढने गया.
उनको बेड में बिता के मैं बोला: गुड नाइट माँ. आप फ्रेश होके सो जाइए, मैं चलता हू.
माँ: ओक, गुड नाइट. रूको!
मैं रुक गया. माँ मेरे पास आई, और मुझे नॉर्मल हग करके बोली-
माँ: थॅंक्स, पार्टी में बेहद मज़ा आया, आंड कंग्रॅजुलेशन्स.
मैं: थॅंक योउ माँ.
फिर पता नही क्या हुआ, माँ ने मेरे गाल पे एक किस किया और बोली-
माँ: तुम्हे पता है क्लब में कुछ बाय्स तुम्हे देख के बोल रहे थे, क्या गफ़ पताई है. तो अब मैं सोचती हू, क्यू ना अपने कुछ टाइम के ब्फ को एक किस डेडू.
मैं: तो आप अपने ब्फ को गाल पे किस देंगी?
माँ: तो (वित आ सेक्सी स्माइल)?
इतने में मैं उन्हे लीप-किस करने लगा. उसने कुछ नही किया. 2-3 मिनिट मैने किस किया, फिर माँ की आँखों में देखा. उनकी आँखें बंद थी. फिर माँ ने स्लोली आइज़ खोली, और मेरी तरफ देखी. मैं दर्र गया. उसके बाद माँ मेरे लिप्स पे अपनी लिप्स रख के किस करने लगी. मैं भी उनका पूरा साथ देने लगा.
मैं अपने डाए हाथ से उनके बड़े बूब्स दबाने लगा, और उनके होंठो को चूसने लगा. क्या बतौ फ्रेंड्स, उनके कोमल, हॉट, और बड़े और मुलायम बूब्स क्या मज़े दे रहे थे. तभी माँ मुझसे डोर हुई, और बोली-
माँ: दरवाज़ा खुला है, बंद करो.
मैने तुरंत बंद किया, और माँ को बेड पे गिरा के उनके उपर आ गया, और उनके होंठो को चूमने लगा. फिर गले को चूमा, और फिर ड्रेस के उपर से ही उनके बूब्स को दबाया. फिर मैने उनकी हील्स उतरी, फिर लेग्स को अची तरह चूमा, फिर उनकी ड्रेस उतार दी.
अब माँ मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा-पनटी में थी. वाउ फ्रेंड्स, ब्लॅक टू-पीस में क्या लग रही थी वो. गोरे बदन पे ब्लॅक टू-पीस उनके बदन को और चमका रहा था. फिर उनकी नाभि को चाट-ते हुए मैने उनकी ब्रा खोली.
वाउ! क्या बूब्स थे फ्रेंड्स. फिर 10 मिनिट मैने अची तरह से उनके बूब्स चूज़, और दबाया. फिर उनकी पनटी उतार फेंकी. वाउ! क्या मस्त फूली हुई छूट थी. झट से मैं उनके दोनो पैरों के बीच में लेता, और उनकी छूट को चाटने लगा.
वो पागल होने लगी, और सस्स आआ की आवाज़े निकालने लगी. और मेरे सर को अपनी छूट में दबाने लगी. मैं छाते जा रहा था उनकी छूट 10 मिनिट बाद मैं उठा, और झट से अपनी त-शर्ट उतार फेंकी. फिर जीन्स खोली मैने, और फुल्ली न्यूड होके माँ की तरफ देखा.
माँ मेरे सामने न्यूड लेती हुई थी. वो मेरी तरफ देख रही थी. ई मीन मेरे लंड की तरफ, और फिर वो बोली-
माँ: वाउ! कास्ट लंड है तुम्हारा.
इतना बोल के माँ मेरा लंड चूसने लगी. मेरा लंड मोटा था, तो उनके मूह में सिर्फ़ उसका टोपा ही जेया रहा था. तो वो कभी टोपा चूस रही थी, तो कभी पूरा लंड अपनी जीभ से चाट रही थी. वो मेरे सामने लेती हुई थी.
मैं उनके सर के सामने बैठा हुआ था. क्या बतौ फ्रेंड्स, क्या मज़ा आ रहा था. मैं पहले भी 8-10 गर्ल्स को छोड़ चुका था, और अपना लंड चुस्वा चुका था. बुत इतना मज़ा किसी के साथ नही आया था. माँ के साथ एक अलग ही मज़ा आ रहा था. एक अलग फीलिंग आ रही थी.
वो 10 मिनिट्स से वो मेरा लंड चूज़ जेया रही थी. फिर मैं भी उनकी छूट में उंगली करने लगा. पहले एक उंगली, फिर दो उंगली, और उनको मज़ा आ रहा था. वो मज़े से लंड चूस-चूस के छूट में उंगली करवा रही थी. फिर वो बोली-
माँ: डार्लिंग मुझसे और रहा नही जेया रहा है. प्लीज़ फक मे, ई कॅन’त वेट अनीमोर.
मई उनके मूह से डार्लिंग सुन के और जोश में आ गया. फिर उनको सीधा लिटाया, उनकी कमर के नीचे एक तकिया रखा. उसके बाद उनके पैरों के बीच में आके छूट पर लंड रख के तोड़ा रब किया. इससे वो तिलमिला उठी, और उनके मूह से सस्स्स्सस्स की आवाज़ आई
माँ: प्लीज़ बेबी, डॉन’त दो तीस. फक मे प्लीज़.
मैं: एस बेबी.
ये बोल के उनकी छूट में लंड रख के एक धक्का मारा. वो चीख पड़ी.
माँ: प्लीज़ स्लोली बेबी.
मैं तोड़ा रुका, और देखा उनकी आखों में आँसू आ गये थे.
मैं: सो सॉरी बेबी.
माँ: इट’स ओक डार्लिंग. डॉन’त स्टॉप प्लीज़, फक मे.
मैं धीरे-धीरे छोड़ने लगा उसको, और वो आ श कर रही थी. उनको मज़ा आ रहा था, बुत मेरा अभी सिर्फ़ आधा लंड ही अंदर गया था. उनकी छूट काफ़ी टाइट थी. शायद काफ़ी सालों से चूड़ी नही थी. फिर मैने एक और झटका मारा, और छोड़ने लगा. वो चिल्ला रही थी, और मज़े भी कर रही थी.
10 मिनिट बाद हम दोनो का निकल गया. बुत मेरा मॅन नही भरा था, तो मैने उनको घोड़ी बनने को कहा. वो बन गयी, और मैं उनको पीछे से छोड़ने लगा. पूछ-पूछ की आवाज़ पुर रूम में गूँज रही थी.
वो आहह श अफ हुहह नज़ाने क्या-क्या बोल रही थी. मैं मज़े से छोड़े जेया रहा था. करीब 20 मिनिट बाद वो खुद को बॅलेन्स नही कर पाई, और मूह के बाल बेड पे गिर पड़ी. फिर मैने उनको सीधा किया, और उनके दोनो पैर अपने कंधे पे रखे, और छूट में लंड रख के एक ही झटके में पूरा लंड छूट में डाल दिया. पूछ करके आवाज़ आई, और मैं उनको छोड़ने लगा.
वो आआ ववव ईईई ह्म्म्म्म कर रही थी. पुर रूम में चुदाई की स्मेल फैल गयी थी. करीब 10 मिनिट बाद मेरा निकल गया उनकी छूट में. फिर मैं उनके बगल में लेट गया. 30 मिनिट तक हम ऐसे ही सोते रहे. फिर माँ मुझे अपनी बाहों में लेके सो गयी.
उस रात सिर्फ़ एक ही बार छोड़ा. मॉर्निंग में फिरसे छोड़ा, और उसके बाद माँ मेरी सच में गफ़ बन गयी. वो मेरा सब ख़याल रखती थी. जब हम डोर रहते थे, तो फोन पे ढेर सारी बातें करते थे. और जब हम साथ होते, तो वो गफ़ नही बीवी बन जाती थी. मुझे बेहद प्यार करती है लास्ट 2 यियर्ज़ से.
हमारा ये रिश्ता चल रहा है, बुत हम दोनो के सिवाय किसी को नही पता की वो मेरी बॉस नही गफ़ कम बीवी ज़्यादा है.