कैसे है आप लोग दोस्तों. मैं आपका दोस्त रवि फिर हाज़िर हू एक नयी स्टोरी के साथ. तो जैसे आप सब जानते ही है मेरी वाइफ का नाम शगुन है, और मुझे उसे चुड़वते हुए देखने में बहुत मज़ा आता है. पहले तो मैं उसे प्लान बना के किसी और के साथ सेक्स के लिए कहता था. पर अब उसे भी इसमे मज़ा आने लगा था.
वो भी अब मुझसे ऐसी बातें करने लगी थी. तो अब मुझे तलाश थी मेरी फॅंटेसी पूरी करने के लिए एक बंदे की. और वो तलाश जाके एक बिहारी पर ख़तम हुई.
तो मैं अब स्टोरी बताता हू. जैसे की आप जानते है मेरी वाइफ का फिगर 36-32-38 हो गया है अब, और उसकी गांद अब और ज़्यादा बाहर निकल गयी है मोटे-मोटे लंड लेकर. अब जब वो चलती है तो उसकी गांद मटकती है मस्त.
तो हुआ ऐसे, की मेरी पुंजब में ज़मीन है. और उस टाइम झोने (राइस ) उगाने का सीज़न चल रहा था. हमारे यहा बिहार से बिहारी आते है काम के लिए, और मेरे खेत में मैने दो रूम बना रखे है. क्यूंकी मेरे घर से खेत 30 केयेम डोर है, तो कभी-कभी वाहा रुकने के लिए. उस टाइम वो बिहारी वाहा रुके हुए थे, और आस-पास के खेतो में काम करते थे. रात को वो मेरे खेत में आके सो जाते थे.
उनका जो मैं बंदा था बिहारियों का, उसका नाम विष्णु था, और उसकी उमर करीब 40 की होगी मेरे हिसाब से. विष्णु मुझे अची तरह से जानता था. क्यूंकी वो हर बार मेरे पास ही रुकते थे, और मेरी और विष्णु की काफ़ी अची बनती थी. पर वो मेरे सिवा किसी को नही जानता था घर में से. क्यूंकी खेत का काम मैं ही देखता हू सारा, और उसे दो ही साल हुए है आते को पुंजब.
तो जब मैं सुबा खेत गया तो सारे बिहारी जेया चुके थे, और विष्णु वही था. वो नहा रहा था सिर्फ़ लूँगी पहन कर, और उसका लंड लूँगी में से सॉफ दिख रहा था. उसका लंड बैठा हुआ काफ़ी मोटा तगड़ा लग रहा था. फिर मैं बाहर आ गया, और वो भी नहा कर बाहर आ गया.
मैं: आज गया नही विष्णु काम पर?
विष्णु: अर्रे भैया बस जेया रहा हू. कल रात देर हो गयी थी.
मैं: ऐसा क्या कर रहा था रात को? (मैने उसे छेड़ते हुए कहा)
विष्णु: कुछ नही भैया. बस रात को काम से ही लाते आया था. आप आज जल्दी आ गये?
मैं: अर्रे वो मोटर चलानी थी. पानी छ्चोढना था फसल को. लाइट थोड़ी देर के लिए ही आई है, तो करके.
विष्णु: भैया एक बात करनी थी आपसे यार. पर कैसे बोलू?
मैं: अर्रे बोल विष्णु, मुझसे क्या दर्र रहा है? अपनी एक ही बात है.
विष्णु: वो भैया मुझे ना एक पंजाबी लड़की के साथ सेक्स करना है. साली मस्त होती है गोरी-गोरी. है क्या कोई जुगाड़?
मैं: चल साला मैं तुझे रंडी-बाज़ लगता हू?
विष्णु: देखा, तभी मैं नही बोल रहा था आपसे.
मैं: अछा ठीक है, चल बता.
विष्णु: भैया बताओ ना, आप ही तो हो एक यहा जिससे मैं ये बात कर सकता हू. बहुत टाइम से छूट नही मारी. हाथ से ही काम चला रहा हू.
मैं: यार पूछना पड़ेगा.
और मैं सोचने लगा की क्यूँ ना रंडी बना के इससे मैं अपनी वाइफ छुड़वा लू. और इसका लंड भी काफ़ी तगड़ा है, और अपनी फॅंटेसी पूरी कर लू
विष्णु: अर्रे भैया करो ना कोई जुगाड़, कितने पैसे लगेंगे?
मैं: अगर मस्त जुगाड़ चाहिए तो 6000 एक बार के लेगी.
विष्णु: कोई बात नही भैया, मैने जो आपसे काम के लेने उसमे से दे देना. पर एक बार जुगाड़ करवा दो बस.
मैं: कोई ना, कल तैयार रहियो. मैं साथ ही लेके अवँगा जुगाड़, और सब के जाने के बाद खेत में ही रुक जइओ.
विष्णु: ठीक है भैया.
और रात को जैसे मैं वापस घर आया, तो मैने सारी बात मेरी वाइफ को बताई, और उसे कैसे ना कैसे करके मैने माना लिया. मैने उसे समझा दिया की विष्णु को पता नही चलना चाहिए की वो मेरी बीवी थी.
अगले दिन सुबह मैने वाइफ को एक ट्यूब टॉप, जीन्स, और नीचे हील्स पहना दिए, और एक सेक्सी रंडी बना दिया. फिर मैने विष्णु को फोन किया और बोला-
मैं: विष्णु जुगाड़ हो गया है. मैं शहर से चलने लगा हू. गाते खुला राखियो. मैं कार सीधा अंदर लगौँगा.
विष्णु: हंजी भैया, सब चले गये. बस आप जल्दी आ जाना.
तो मैं जैसे खेत पहुँचा, मैने कार सीधा अंदर लगा दी. विष्णु ने आस-पास में देख कर गाते लॉक कर दिया, और मैं वाइफ को सीधा मेरे खेत वाले रूम में ले गया और बिता दिया. फिर मैने एसी ओं कर दिया, और बाहर विष्णु के पास आ गया.
मैं: कैसी लगी?
विष्णु: एक-दूं मस्त रॅंड है साली. इसके तो 10 हज़ार भी कम है. इसकी तो छूट का रस्स भी मीठा होगा.
मैं: चल आजा फिर, पीक देखते है.
तो हम दोनो अंदर आ गये, और मेरी वाइफ बेड पर बैठी थी. विष्णु वाइफ को देखते ही लंड पर हाथ फेरने लगा. फिर जाके वाइफ के साथ बैठ गया, और वाइफ का हाथ पकड़ कर उसकी तारीफ करने लगा.
विष्णु: सच में भैया ऐसी लड़की मैने पुर बिहार में नही देखी आज तक.
मैं: अर्रे ये सिर्फ़ मेरे कहने पर आ जाती है. वैसे आचे घर की है.
और फिर विष्णु ने वाइफ का हाथ नीचे अपने लंड पर रख दिया, और वाइफ उसके लंड को पंत के उपर से सहलाने लगी. फिर विष्णु अपने दोनो हाथो से वाइफ का मूह पकड़ा, और अपने काले होंठो से मेरी वाइफ के गुलाबी होंठ चूसने लगा एक-दूं पागलों की तरह. वाइफ भी पूरा साथ देने लगी उसका.
तो फिर विष्णु उठा, और उसने मेरी वाइफ का टॉप उतार दिया. फिर ब्रा के उपर से बूब्स दबाने लगा. मेरी वाइफ ने फिर विष्णु की त-शर्ट उतार दी, और बेड पर लेट गयी. विष्णु भी वाइफ के उपर लेट गया, और हर जगह किस करने लगा. फिर धीरे-धीरे उसने ब्रा के हुक खोल के ब्रा निकाल दी, और अब वाइफ के बड़े-बड़े बूब्स उसके सामने थे.
उसके चेहरे की खुशी सॉफ दिख रही थी, और वो बूब्स को चूसने लगा. कभी एक तो चूस्टा, तो कभी दूसरा. विष्णु ऐसे ही एक बच्चे की तरह 10 मिनिट दूध ही पीटा रहा. पर इससे मेरी वाइफ फुल गरम हो गयी थी. अब वो खुद बूब्स पकड़ के विष्णु के मूह में दे रही थी.
तो विष्णु फिर अपना हाथ नीचे लेके आया, और वाइफ की जीन्स का बटन खोलने लगा. पर टाइट होने की वजह से उससे खुला नही. तो मैने दोनो हाथो से बटन खोल के वाइफ की जीन्स और पनटी एक साथ उतार दी. अब मेरी वाइफ विष्णु के सामने एक-दूं नंगी थी, और वाइफ की एक-दूं गोरी चिकनी छूट और जांघें देख कर विष्णु की आँखें चमक उठी.
वो अपना हाथ वाइफ की जांघों पर फेरते-फेरते छूट पर फेरने लगा, और मेरी वाइफ सी-सी करने लगी. इतने में विष्णु ने आपनी दो उंगलियाँ छूट में घुसा दी, और वाइफ की आहह निकल गयी, और उसकी छूट से पानी निकालने लगा. मैने देखा की विष्णु साला पुर पैसे वसूल रहा था, और कोई जल्दी नही कर रहा था.
उसने छूट में उंगली करते-करते अपनी पंत और अंडरवेर उतरा. मैने देखा उसका खड़ा हुआ काला मोटा लंड लगभग 7” के करीब होगा. फिर वो बेड पर चढ़ गया, और वाइफ के मूह के पास जेया कर लंड लिप्स पे रख दिया, और लिप्स पर ताप-ताप मारने लगा. वो उसको लंड चूसने को बोलने लगा.
फिर मेरी वाइफ ने साइड में से एक कपड़ा उठा कर लंड सॉफ किया, और लंड की टोपी चूसने लगी. विष्णु ने लंड जल्दी ही मूह से निकाल लिया. शायद वो छूटने को हो गया था, और मेरे पास आया.
विष्णु: भैया मेरा तो होने वाला है, और दोबारा ये करने नही देगी.
मैं: ये ले कॉंडम, ये रोक लेगा जल्दी होने से.
तो वो वापस वाइफ के पास गया, और कॉंडम अपने काले लंड पर चढ़ा कर वाइफ को बेड के कोने पर किया. फिर दोनो टांगे अपने कंधे पर रख ली, और छूट पर थूक कर मसालने लगा. उसके बाद लंड को छूट पर टीका कर एक की झटके में पूरा लंड अंदर डाल दिया. वाइफ आ ह आह करने लगी, क्यूंकी एक तो लंड मोटा था, और उपर से कॉंडम भी डॉटेड था. तो वाइफ बेड की चादर नोचने लगी.
वो उसके हर एक धक्के से साथ सीईइ आहह ह करने लगी, और फॅक-फॅक की आवाज़ पुर रूम में से आने लगी. मैं साइड में खड़ा सब देख रहा था, की मेरी गोरी-गोरी वाइफ के उपर बिल्कुल काला सांड़ चढ़ा था. मुझसे रहा नही गया, और मैने भी अपने कपड़े उतारे, और जाके वाइफ के बूब्स चूसने लगा. इतने में वाइफ भी फुल गरम हो गयी, और खुद गांद उठा-उठा के छुड़वाने लगी.
वो बोल रही थी: छोड़ो मुझे, और तेज़ एस, और मेरा सर पकड़ कर बूब्स में दबाने लगी.
इतने में विष्णु ने वाइफ को डॉगी स्टाइल में किया, और फिरसे अपना काला मोटा लंड छूट में डाल दिया. फिर जैसे ही लंड अंदर गया, वाइफ ने अपनी आँखें बंद कर ली, और फुल मज़ा लेने लगी.
इतने में मैने अपना लंड वाइफ के मूह में डाल दिया, और वो मज़े से मूह और छूट छुड़वाने लगी. फिर 5 मिनिट के बाद विष्णु ने फिर अपने धक्के तेज़ कर दिए, और गांद पर थप्पड़ मारने लगा.
वो बोला: साली रंडी, तेरी छूट बहुत टाइट है साली.
और सारा माल निकाल दिया, और कॉंडम उतार के साइड में फेंक दिया. फिर मैं वैसे ही वाइफ के पीछे गया, और लंड छूट में डाल दिया. मुझे महसूस हुआ की मोटे लंड से छूट ढीली और एक-दूं गीली थी. फिर मैं उसको छोड़ने लगा.
वाइफ बोलने लगी: आहह एस बेबी, छोड़ो इस रंडी को एस.
और उसकी चूत ने पानी छ्चोढ़ दिया. मैने भी सारा माल वाइफ की गांद पर निकाल दिया. वाइफ ने कपड़े से सारा माल सॉफ किया. वो बिल्कुल ताकि हुई और खुश लग रही थी, और ऐसे ही बेड पर लेट गयी. फिर विष्णु ने मुझे इशारा किया और अपने पास बुलाया.
विष्णु: कहा से मिलती है ऐसी रंडिया?
मैं: अर्रे रंडी नही है, मेरी पड़ोसन है. इसका राज़ है एक मेरे पास, तो करके आ गयी.
विष्णु: तभी सोचु इतनी टाइट लड़की रंडी कैसे है. आज का दिन ज़िंदगी तो बस यही रुक जाए, ख़तम ही ना हो. भैया एक बार और करवा दो ना. आप बोलॉगे तो मान जाएगी.
मैं: यार तू तो बढ़ता ही जेया रहा है. अर्रे अब नही मानेगी. तुझे बताया ना रॅंड थोड़ी है, जो मेरे कहने पर और पैसों में कर लेगी.
विष्णु: भैया यार करो कुछ. मॅन नही भरा लड़की ही इतनी मस्त है.
मैं: चल देखता हू बात करके.
आयेज क्या हुआ, कैसे मैने और विष्णु ने मिल के वाइफ की छूट और गांद फादी. जानने के लिए अगली स्टोरी की वेट कीजिए.
और स्टोरी कैसी लगी तो कॉमेंट्स में ज़रूर बताए.