ही दोस्तों, कैसे हो आप सब? ई आम किंजल पटेल (बॉय) फ्रॉम आमेडबॅड. मेरी लास्ट स्टोरी पे आप सब के बहुत सारे मेल्स मिले. आप सब को इतना प्यार देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. जैसे की मेरे रेग्युलर रीडर्स जानते है की मैं प्राइवसी में बिलीव करता हू, सो मैं कभी भी किसी का नंबर नही लेता. तो कोई भी अनसॅटिस्फाइड हाउसवाइफ या फन लविंग कपल प्राइवसी में कुछ नये एक्सपीरियेन्स करना चाहता हो, तो लास्ट में दी गयी मेरे मैल ईद पर आप मुझसे बात कर सकते है.
तो चलिए अब जल्दी से स्टोरी पर आते है. ये बात करीबन 4 महीने पहले की है, जब मैं अपनी मेल्स चेक कर रहा था. तब मुझे एक मैल मिला, जिसमे लिखा था की “अपना नंबर भेजिए, मुझे बात करनी है”. मैने मैल के रिप्लाइ में उनको गूगले छत पे मेसेज करने को इन्वाइट किया.
वो वाहा आ गये और हमने वाहा पे वाय्स कॉल में बात-चीत स्टार्ट की. आक्च्युयली वो हज़्बेंड था. उसकी आगे 45 थी और उसकी वाइफ की 42 थी. वो चाहता था की अब उससे कुछ होता नही था, तो वो अपनी वाइफ को कुछ नया एक्सपीरियेन्स देना चाहता था. वो लोग बेंगालुरू से बिलॉंग करते थे, और वेल सेटल्ड फॅमिली से थे.
उन्होने वाय्स कॉल में मुझे अपने बारे में सब कुछ बताया, जैसे की उनकी कब से ये क्यूक्कल्ड करने की फॅंटेसी थी. उनका टाइमिंग सिर्फ़ 3-4 मिनिट का ही था, और वो उसकी वाइफ को एक-दूं वाइल्ड रफ्ली चूड़ते हुए देखना चाहते थे, किसी और की बाहों में.
उसने बताया: मैं कब से वाइफ को माना रहा था. फाइनली वो अब रेडी हुई है. सो तुम्हे उसको आचे से खुश करना है.
लेकिन अभी तक मैने उसकी वाइफ को देखा नही था. धीरे-धीरे हम दोनो के बीच ट्रस्ट बिल्ड होने लगा. फिर वाय्स कॉल में एक वीक तक बात की. जब उनको मुझ पे पूरा भरोसा हो गया, तब उन्होने मुझे बोला-
हज़्बेंड: तुम बेंगालुरू आ सकते हो?
मैने भी बोला: अगर आप सारे एक्सपेन्सस उठाने को रेडी हो, तो मैं भी रेडी हू.
उन्होने फिर मेरी फ्लाइट में टिकेट बुक की टू वे, और हमारे डिसाइडेड दे पर मैं रात को लाते नाइट बेंगालुरू पहुँचा. वो मुझे वाहा लेने आए, और ऑलरेडी उन्होने एक 4 स्तर होटेल में हमारे लिए रूम्स बुक किए थे. फिर रात को 11:00 बजे हम होटेल पहुँचे, और उन्होने मुझे बोला-
हज़्बेंड: पहले तुम फ्रेश हो जाओ. (और फिर उनका रूम नंबर दिया) उसके बाद वाहा आ जाना.
मैने बोला: ठीक है.
फिर मैं आचे से बात लेके उनके रूम के पास गया, और उनका डोर नॉक किया. तो हज़्बेंड ने डोर खोला, और मुझे अंदर बुलाया. जैसे ही मैं अंदर गया, मेरी आँखों को यकीन नही हुआ, की बेड पे जो अप्सरा बैठी थी, वो 42 की होगी. उन्होने सिर्फ़ निघट्य पहनी थी विदाउट ब्रा आंड पनटी. उसका जिस्म एक-दूं सॉफ्ट लग रहा था, और वो बहुत ही वाइट थी.
वो एक-दूं ‘दिव्या डटा’ जैसी प्रेटी लग रही थी. सिर्फ़ उसको देख कर मेरा लंड मूड में आने लगा. उसका हज़्बेंड मेरा लंड देख कर मुस्कुराया और बोला-
हज़्बेंड: चलो पहले पेग बनाते है.
मैं बोला: मैं ड्रिंक नही करता.
तो वो बोला: ठीक है, कोई बात नही. लेकिन में तो पियुंगा, और आज पूरी रात देख के मज़ा लूँगा.
फिर मैं बेड में आ गया, और भाभी से थोड़ी नॉर्मल बातें करने लगा, ताकि वो मेरे साथ कंफर्टबल हो सके. मुझे हमारी बातों से उनकी पसंद ना पसंद का अंदाज़ा आने लगा, और मैं स्लोली-स्लोली उनके करीब जाने लगा. उसका हज़्बेंड ड्रिंक लिए सामने सोफे पे बैठ गया, और अब मैं और भाभी एक-दूं करीब थे बेड में.
मेरा एक हाथ उनके शोल्डर पे था. उन्होने स्लीव्ले येल्लो निघट्य पहनी हुई थी, वो भी सिर्फ़ उसकी छूट को धक सके उतनी ही थी. उसका फिगर 38-34-40 था. अब आप सोच लो की एक छ्होटी सी निघट्य इतने ह्यूज फिगर को कैसे संभाल पाएगी. मैं बातों-बातों में अपना हाथ भाभी के जिस्म पे चलाने लगा, और बातों-बातों में शोल्डर पे से हाथ उनकी निघट्य में डाल दिया.
वैसे भी ब्रा पहनी तो थी नही, तो सीधे उसके नरम-नरम बूब्स मेरे हाथ में आ गये, और वो मेरी और झुक गयी. ये सब देखते हुए उसका हज़्बेंड 2 पेग ख़तम कर चुका था, और उसको नशा होने लगा था. तो वो उठा और बेड में आके मेरा ट्रॅक पंत उतार दिया, और अंडरवेर भी साथ ही खींच लिया.
मेरा तो भाभी के बूब्स सहलाते हुए ऑलरेडी बहुत टाइट हो चुका था. मेरा लंड देख के उसका हज़्बेंड बोला-
हज़्बेंड: वाउ, ये तो मेरे से ऑलमोस्ट डबल है जानू. आज ये तेरी छूट को असली खुशी देगा. तो जी भर के आज इसके साथ एंजाय कर ले. जो करना है सब कर ले.
भाभी: हा जी, इसी दिन को देखने के लिए आप इतने सालों से मुझे माना रहे थे. आज मैं भी आपको नारा नही करूँगी. बहुत बड़ा लंड मिला है, आज तो दिल खोल के छुड़वाना है.
हज़्बेंड: तो देर किस बात की है?
इतना बोलते ही उसने अपनी वाइफ के हेर पकड़ के मेरे लंड पे मूह कर दिया, और अपने हाथ से मेरा टाइट लंड पकड़ के उसके मूह में दे दिया. भाभी भी एक्सपर्ट खिलाड़ी लग रही थी. वो जिस तरीके से लंड चूस रही थी, मानो कोई कक्चा खिलाड़ी हो तो एक मिनिट में पानी निकाल दे.
उसने बहुत ट्राइ किया मेरा पूरा पूरा का पूरा लंड अंदर लेने को. लेकिन ना ले पाई और चूस-चूस के बेहद चिकना कर दिया. अब मैने उसे उपर उठाया और उसे लिप्स किस करने लगा. बेशुमार लोंग किस्सिंग स्टार्ट हो गयी हमारी, और मैं उसकी जांघों और गांद को सहलाने लगा. हम दोनो एक-दूसरे में इतने डूब गये थे, की किसी और का ख़याल ही नही रहा.
इतने में उसका हज़्बेंड फिरसे आया, और उसकी छूट चाटने लगा, और मैने उसके शोल्डर से निघट्य की स्ट्रीप उतार के बूब्स को बाहर निकाल दिया. उसके निपल्स एक-दूं टाइट हो गये थे. मैं एक-दूं रफ्ली उसे मसालने लगा. वो आहह उचह आहह की आवाज़े निकालने लगी.
मैं इतना वाइल्ड हो गया था, की मैने उसके बूब्स को इतना ज़ोर का लोवे बीते दिया, की पूरा निशान हो गया. फिर मैं उसका गला लीक करने लगा. वो मुझे अपने में समाए जेया रही थी. मुझे इतनी ज़ोर से अपनी बाहों में चिपका रही थी, जैसे बरसों से उसे मेरी तलाश हो. उसका हज़्बेंड छूट पूरी तरह चाट रहा था, और उसकी छूट का पानी निकाल रहा था. फिर उसके हज़्बेंड ने बोला-
हज़्बेंड: अब चढ़ जेया दोस्त, लोहा गरम है.
मैं किस्सिंग करते हुए उसके उपर मिशनरी में आ गया, और ज़ोरो से छोड़ने लगा. उसका हज़्बेंड अब उसकी छूट और मेरे लंड दोनो को चाटने की कोशिश कर रहा था. मैं तो उसके बूब्स मसालते हुए किस्सिंग करते हुए फुल ज़ोरो में छोड़ रहा था.
फिर 15 मिनिट बाद मैं बेड के नीचे खड़ा हो गया, और भाभी को डॉगी बना के खड़े-खड़े छोड़ने लगा, और उसकी गांद पे ज़ोर-ज़ोर से छानते मारने लगा. उसकी गंद लाल हो गयी थी. लेकिन वो आहह याहह और ज़ोर से और ज़ोर से कर रही थी. मेरा जोश बढ़ा रही थी वो.
फिर मैने उसे फ्लोर पे लिटाया, और उसके दोनो पैरों को मेरे कंधे पे लेके डीप पेनेट्रेशन करवाया. इससे वो बहुत डीप तक मेरा बड़ा लंड फील कर रही थी. वैसे मेरे लंड का साइज़ 6.5” है, और उसकी छूट पानी बेशुमार छ्चोढ़ रही थी.
फिर भी वो बोल रही थी: और छोड़ो, और छोड़ो, आज तुमसे बरसों की प्यास मिटानी है. रुकना मत चाहे जो हो जाए मेरे जान.
मैं लगातार डीप पेनेट्रेशन में ज़ोरो से धक्के लगता रहा, और उसके बूब्स पे भी छानते मारता रहा. उसके निपल पे ऐसे मार रहा था, की वो और एग्ज़ाइटेड हो जाती. उसके जिस्म में एक झंझनाहट सी महसूस हो जाती. फिर उसको खड़ा करके वापस बेड पे हाफ बॉडी सेट किया, और दोनो पैर पुर खोल के खड़े-खड़े छोड़ने लगा.
इससे वो चिल्लाने लगी: आहह यॅ फक मे, कम ओं, फास्टथत्तत्त आहह ष्ह बाबयययी कम ओं. और ज़ोर से, और ज़ोर से याहह, कम ओं फक मे हार्डर. आहह योउ अरे थे बेस्ट मी डार्लिंग आहह ष्ह कम ओं हार्डर आहह और हर्दर्ररर.
करीब 35 मिनिट की ताबड़तोड़ चुदाई के बाद उसका तो 3 बार निकल चुका था, और जब मेरा निकालने को हुआ मैं बोला-
मैं: कहा निकालु?
वो बोली: मेरे मूह में.
और उसने नीचे बैठ के मेरा लंड मूह में ले लिया, और ज़ोरो से हिलाते हुए चूसने लगी. थोड़ी देर में मेरा सारा कम उसके मूह में निकल गया, और वो जितना हो सके उतना पी गयी, और तोड़ा मूह में रखा. अब मैं बेड पे गिर गया, और वो उठ के उसके हज़्बेंड के उपर जाके बैठ गयी. लीप किस्सिंग करने लगे दोनो, आंड वाउ क्या नज़ारा था. मेरा कम वो दोनो इतनी शिद्दत से चाट रहे थे, की मुझसे रहा नही गया, और मैं भाभी के पीछे जाके उसको फिरसे रोमॅन्स करने लगा.
पीछे से उसके बूब्स के निपल्स सहलाते हुए नेक किस्सिंग करने लगा. उसकी बॅक को लीक करने लगा. करीब 10 मिनिट वो दोनो ने किस्सिंग की, और मेरा सारा कम पी गये. फिर उसके हज़्बेंड ने एक और पेग बनाया, और पीने लगा. मैं भाभी को लेके बातरूम में गया, और जैसे की आप जानते हो वाहा शवर के नीचे गांद मारना तो मेरी फॅवुरेट चीज़ है. तो इसको कैसे छ्चोढ़ देता.
हमने बातरूम सेक्स किया, और फिर डिन्नर करके और 2 रौंद खेले. वो रात टोटल 4 रौंद खेले, और मैं भाभी के साथ उसके उपर ही नंगा सोया पूरी रात उसकी बाहों में. वाहा मैं दो दिन रुका, और बेहद खुश किया.
तो दोस्तों कैसी लगी मेरी स्टोरी? आपका प्यार मुझे मैल में भेजिएगा. मेरी मैल ईद है- किंजलपटेल260@गमाल.कॉम
थॅंक्स ड्के फॉर शेरिंग मी एक्सपीरियेन्स.