सेक्सी आंटी दुल्हन के कमरे में चुदी

नमस्कार दोस्तों मैं कोकीन. मेरे लंड का साइज़ 7 इंच है. मैं एक बार फिर हाज़िर हू अपनी स्टोरी, जो की अंजन आंटी ममता की है, जो की अब मेरी गर्लफ्रेंड थी. उस दिन जब हम दोनो दुल्हन को मेकप के लिए ले गये. तब वाहा बाहर वेटिंग रूम में मैं और ममता थे, जिसको मैने गरम किया था. अब आयेज-

मैं काफ़ी देर तक उसके लिप्स को चूस्टा रहा. उसके लिप्स बिल्कुल मुलायम और कोमल थे. जिसका रस्स-पॅयन मैं करता रहा. फिर मैं नीचे से उसकी छूट में उंगली डाल कर अंदर-बाहर करता रहा, और वो गरम हो गयी और पानी छ्चोढ़ दिया.

मैं: यार ममता तेरा तो हो गया. बुत मेरा क्या?

ममता: घबराते क्यूँ हो? मैं हू ना अभी.

वो नीचे घुटनो के बाल फर्श पर बैठी, और मेरी पंत खोल कर मेरे लंड को हाथ में लिया. फिर पहले हाथ से सहलाया. मैं मज़े ले रहा था, और उसके बालों को पकड़ कर उसके मूह तक लंड ले गया. फिर मैने उसको लंड चूसने को कहा तो उसने अपने गरम-गरम मूह को खोल कर मेरे लंड का टॉप मूह में लिया.

उसको मूह में रख कर उसने जीभ का कमाल दिखाया. फिर उसको धीरे-धीरे मूह में अंदर-बाहर करने लगी. मेरा लंड उसके मूह में नही आ रहा था. लेकिन वो फिर भी चूसने लगी. मैं तो मानो जन्नत में था, और उसके गरम-गरम मूह में मेरा लंड अंदर-बाहर हो रहा था.

वो लगातार मेरा लंड चूज़ जेया रही थी, और मूह में रख कर उसको जीभ से खींच रही थी. और मैं उसके बालों को पकड़ कर उसके मूह को आयेज-पीछे करता रहा. मेरा लंड तो मानो फटने को हो गया था, इतनी आचे से चूस रही थी वो.

तभी एक-दूं से उसके मूह में मेरा झाड़ गया, जिसको उसने थूक दिया, और मुझे थप्पड़ मार दिया और कहा-

ममता: गंदे, बता नही सकते थे?

मैं: यार सॉरी. लेकिन तुम बहुत अछा लंड चूस्टी हो.

ममता: हा-हा ठीक है. तुमने बताया क्यूँ नही? अब नही करूँगी कभी.

मैं: तो अब आयेज?

ममता: भूल जाओ की ममता कोई थी.

और वो गुस्से में दुल्हन के पास चली गयी. अब थोड़ी देर बाद वो लड़की का मेकूप हो गया था, और मैं वापस लेके आया. रास्ते में हमने कुछ भी बात नही की थी. फिर यू ही देखत-देखते शादी ख़तम हो गयी.

रात को जब बाराती और दूल्हा-दुल्हन गये, फिर मैं उसको और उसके साथ कुछ लॅडीस को लेके घर आया मॅरेज हॉल से. जब सब चले गये, तब मैने ममता का हाथ पकड़ लिया.

ममता: कोकीन छ्चोढो मेरा हाथ.

मैं: आज छ्चोढ़ दिया तो कभी नही पाकडूँगा.

ममता: पकड़ना भी मत.

मैं: ठीक है.

और ममता अंदर चली गयी. उसका हज़्बेंड भी वही था. बुत उसने देखा नही. मैने वही साइड में गाड़ी खड़ी करके सोचा, की अब गयी ममता हाथ से, और वही सिगरेट पीने लगा. जब सिगरेट ख़तम करके मैं जाने लगा तो आवाज़ आई “कोकीन”.

ममता: सॉरी कोकीन.

मैं: हा बोलो, मैं जेया रहा हू जल्दी बोलो.

ममता: अपनी ममता को सच में छ्चोढ़ कर जाओगे?

मैं: तो क्या करू?

ममता: सेक्स करना है मुझे.

मैं (अंदर ही अंदर खुशी से): तो आओ चूसो मेरा.

ममता: यहा नही, मॅरेज हॉल चलो.

मैं: लेकिन वाहा अब क्या काम?

ममता: मैने घर पर झूठ बोला है, की मेरा पर्स वाहा रह गया है. तो उसी को ढूँढने चलो.

हम फिर कार में बैठ कर चल पड़े, और गाड़ी में बैठते ही ममता ने कार चलते वक़्त ही मेरा लंड बाहर निकाल कर सीधा मूह में ले लिया, और चूसने लगी. जब तक हम दोनो वाहा पहुँचे, तब तक उसने लंड को चूस-चूस कर रेडी कर दिया था.

क्या ज़बरदस्त लंड चूस्टी थी वो, और हम वाहा पहुँच गये. फिर हम उस रूम में गये जहा दुल्हन को बिता दिया जाता है शादी से पहले. फिर मैने ममता के लिप्स को चूसना शुरू किया, और उसके लिप्स को चूस्टे रहा. मैने नीचे छूट में उंगली डाल-डाल कर उसको रेडी किया, और फिर ममता की सारी निकाल कर उसको नंगी कर दिया.

ममता ने भी टांगे चौड़ी करके कहा: कोकीन मेरी जान, अब रहा नही जाता. लंड मेरी छूट में डाल दे.

और 2 उंगलियों से अपनी उस प्यारी सी छूट को खोल दिया. उसकी छूट बिल्कुल गुलाबी और गरम थी, और मैं उसके उपर आ गया. फिर मैं उसकी छूट के उपर लंड रगड़ने लगा. ममता मज़ा लेती रही और बोली-

ममता: अब छोड़ ना यार. लंड चाहिए मुझे आपका मेरी जान. डाल ना मेरी छूट में.

फिर मैने टोपे को छूट पर लगाया, और धीरे से डाल दिया. 2 सेकेंड के अंदर मैने उसकी छूट की गर्मी को फील किया, और फिर उसको धक्के लगाने लगा. अब लंड उसकी छूट में अंदर-बाहर हो रहा था, और मैं उसकी छूट छोड़ रहा था.

साथ के साथ दोनो हाथो से मैं उसके बूब्स दबा रहा था. बीच-बीच में लिप्स को और बूब्स को चूस रहा था, और लंड से छोड़ रहा था. उसकी छूट टाइट तो नही थी, लेकिन ढीली भी नही थी. बस मुझे मज़ा आ गया था.

वो 10 मिनिट में झाड़ गयी थी, और फिर मैं भी तोड़ा तक गया था. पर मैं उसकी गुलाबी छूट में लंड डाल कर छोड़ता रहा. अब वो भी दोबारा रेडी हो गयी, और उसने मुझे ज़ोर से जाकड़ लिया.

मैं भी अब अपनी स्पीड तेज़ करने लगा. उसकी छूट गीली हो कर बिल्कुल लाल हो गयी थी, और मेरे लंड का छूट की गर्मी से बुरा हाल हो गया. मैं तेज़-तेज़ झटको के साथ उसकी छूट में झड़ने वाला था.

तभी ममता ने कहा: मेरे मूह में छ्चोढ़ दो.

मैं खुश हो गया, और लंड जब झड़ने लगा, तो जल्दी से छूट से निकाल कर मूह में डाल दिया. फिर और 3-4 धक्को के बाद सारा लंड का रस्स उसके मूह में चला गया, और हम शांत हो गये थे.

फिर थोड़ी देर तक हम चुम्मा-छाती करते रहे, और ई लोवे योउ बोला. उसके बाद ममता ने चलने को कहा और कहा-

ममता: कोकीन मेरी जान, तुमने मुझे बहुत मज़ा दिया है. अब जब मुझे मौका मिलेगा तो आपको मेरी छूट में पानी डाल कर जाना होगा, ओक?

मैने भी हा कह दिया और उस दिन के बाद लगभग हमारी चुदाई करीब 7 महीने चली. फिर वो अपने हज़्बेंड से या मुझसे पता नही प्रेग्नेंट हो गयी. मैने फिर उसके साथ करना छ्चोढ़ दिया और धीरे-धीरे हमारी बात भी बंद हो गयी. जल्दी ही आपके लिए अपनी लाइफ की एक न्यू और रियल लाइफ स्टोरी लिखूंगा. तब तक के लिए आप सब का धन्यवाद. जिसको मेरे साथ अपनी स्टोरी शेर करनी हो, उसका मोस्ट वेलकम.

जिसको मेरी स्टोरी पसंद आई हो, वो लीके ज़रूर करे, और कॉमेंट भी. जो भाभी, आंटी, मुझसे जुड़ना और चूड़ना चाहती है सीक्रेट्ली, उसका मोस्ट वेलकम. प्राइवसी की गॅरेंटी रहेगी.

और हा, देल्ही में रहने वाली मेरी कोई भाभी जो सीक्रेट्ली मेरे साथ सेक्स करना चाहती है. या फोन पर वीडियो कॉल चाहती है, तो मुझे मैल करे. मेरी मैल ईद है:



धन्यवाद

यह कहानी भी पड़े  Didi Ki Shadi Mai Meri Suhagrat


error: Content is protected !!