नौकरानी की बुर में लंड

इस तरह हुम ना जाने कितनि देर तक मज़ा लेते हुए खुब कस कस कर चोदते हुए झर गये। कया चीज़ थि, एकदुम चोदने के लिये हि बनि थि शयद। दोसतोन मन नहि भरा था। 20 मिनुते बाद मैने फिर अपना लुनद उसके मुनह मेन दाला और खुब चुसवया। हुमने 69 पोसितिओन लि और जब वोह लुनद चूस रहि थि मैने उसकि चूत को अपनि जीभ से चोदना शुरु किया। बदि अजीब बात है ना। कोइ दुसरि औरत को चोदने मेन बरा मज़ा आता है। खस कर दुसरि बार तो इतना मज़ा आया कि मैन बता नहि सकता। कयोनकि अब कि बार लुनद बहुत देर तक चोदता रहा। लुनद को झरने मेन काफ़ि समय लगा और मुझे और उसे भरपुर मज़ा देता रहा। कपदे पहन्ने के बाद मैने कहा, “आरति रानि, बुस अब चुदवति हि रेहना। वरना येह लुनद तुमहे तुमहरे घर पर आकर चोदेगा।” “सहब, आप ने इतनि अस्सह्हि चुदै कि है, मैन भि अब हर मौके मेन आपसे चुदवऊनगि। चहे आप पैसे ना भि दो।” कपदे पहन्ने के बाद भि मेरे हाथ उसकि चुचियोन को हलके हलके मसलते रहे। और मैन उसके गालोन और होथोन को चूमता रहा।

Pages: 1 2 3 4



error: Content is protected !!