मनोज ने फिर से मालिश करना शुरू कर दी।
‘मनोज.. जरा और ऊपर को करो..’
मनोज ने अपने हाथ सविता भाभी की साड़ी को ऊपर उठाते हुए और अन्दर तक मालिश करना शुरू कर दी।
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मनोज- आप चिंता न करें भाभीजी मैं आपके पूरे शरीर पर मालिश करूँगा.. एक भी हिस्सा नहीं छूटेगा।
बस फिर क्या था..
सविता भाभी ने अपनी आँखें बंद कर लीं और मनोज ने अपनी आँखें खोल लीं।
मनोज ने सविता भाभी के पूरे जिस्म की मालिश किस तरह की.. और उनकी उफनती जवानी और मचलती चूत में अपने लौड़े से किस तरह से मालिश की इस सब का मजा आपको कहानी से अधिक सचित्र चित्रांकन में आएगा।
सविता भाभी की कार्टून कॉमिक्स में आपका स्वागत है।