रंडी बहन को ससुर ने गुलाम बनाया

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम गुरुप्रसाद है और में चेन्नई का रहने वाला हूँ। आज में आप सभी चाहने वालों को अपने जीवन की एक सच्ची घटना को सुनने आया हूँ जिसमें मैंने अपनी बड़ी बहन के साथ सेक्स किया। वैसे तो मुझे अपनी बहन की शादी से पहले भी बहुत अच्छी तरह से पता था कि वो एक बहुत बड़ी चुदक्कड़ किस्म की है और उसको शुरू से ही चुदाई का बहुत शौक रहा था, इसलिए मैंने उसको कई बार लड़को के साथ पकड़ भी लिया और वैसे उसका वो गोरा बदन आकार में बड़े बूब्स उठे हुए निप्पल मटकती हुई मोटी गांड और अपने जाल में किसी को भी फंसाकर अपनी चुदाई करवाने की कला की वजह से हर कोई उसकी तरफ आकर्षित हो जाता था और हमारे आसपास के बहुत सारे लड़के हमेशा बस उसी के ऊपर अपनी नजर रखते थे। उनको उसके घर से बाहर निकलने का इंतजार सदा रहता था और उसके बाद वो उसके जिस्म के मज़े लेकर उसके लिए बहुत गलत बातें गंदे शब्द बोलते थे और मेरी बहन भी कोई कम नहीं थी वो भी सभी को चाहे वो जवान हो या बुड्ढा उसको अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए हमेशा बड़े आकार के गले वाले सूट जो उसके बदन से एकदम चिपककर उसके गोरे सेक्सी जिस्म के हर एक अंग को प्रदर्शित करते जिसको देखकर हर कोई अपने होश खोकर पागलो की तरह उसको घूरने पर मजबूर हो जाता हर कोई उसको अपनी चकित नजरो से उसको देखकर उसकी चुदाई करने की इच्छा अपने मन में रखता था, इसलिए वो शुरू से ही हर किसी की नजर में थी और भी उसके दीवाने थे।

फिर मेरे घरवालों ने अपने घर की इज्जत को बचाने के लिए तुरंत ही उसकी शादी करके उसको अपने ससुराल के लिए रवाना कर दिया, लेकिन फिर भी उसकी वो गंदी आदत कहाँ खत्म होती। वो हर कभी अपने प्रेमी के साथ हर कभी मुझे नजर आ चुकी थी, जिसको देखकर में उसके ऊपर बहुत गुस्सा करता, लेकिन उसके समझ में कभी कुछ नहीं आया। दोस्तों अब में अपनी आज की कहानी को शुरू करता हूँ दोस्तों उस दिन मैंने देखा कि मेरी बहन रवीना अपने आशिक जिसका नाम अर्जुन है वो उसके साथ आधी नंगी होकर नीचे जमीन पर लेटी हुई थी और वो उसके साथ सेक्स करने की कोशिश कर रही थी और इतने में वहाँ पर में भी पहुँच गया। फिर मुझे अचानक से उस समय अपने सामने देखते ही वो डरते हुए एकदम से घबरा गयी और फिर उसका वो आशिक भी तुरंत ही अपने कपड़े ठीक करके वहाँ से चला गया।

उसके बाद अब वो मेरे साथ अपने घर (सौरल) आ रही थी और आते समय सारे रास्ते वो अपनी गलती की वजह से शरम के मारे मुझसे कुछ भी नहीं बोल सकी और मुझे भी यह सब बड़ा अजीब सा लग रहा था और अब बार बार मेरी आखों के आगे उसकी नंगी और चिकनी पीठ वो गोरा बदन आ रहा था, जिसको उसका आशिक कुछ देर पहले अपनी जीभ से चाट और चूम रहा था और जैसे ही हम उसके ससुराल पहुँचे तो उसके ससुर वहाँ पर पहले से ही घर के दरवाजे पर खड़े हुए थे, इसलिए उन्होंने बहुत ही ध्यान से मेरी बहन को सबसे पहले ऊपर से नीचे तक देखा, क्योंकि उसके सारे कपड़े मिट्टी से भरे हुए थे। अब वो तुरंत ही समझ गये कि कोई गड़बड़ वाली बात है, इसलिए उन्होंने मुझसे गुस्से में आकर पूछा कि तेरी यह साली रंडी बहन कहाँ से आ रही है? तो में उनके मुहं से यह बात सुनकर एकदम से डर की वजह से उनको कुछ नहीं बोल सका, क्योंकि मुझे लगा कि मेरे उनको कोई भी जवाब देने या कुछ बोलने से मेरी बहन का घर बिगड़ जाएगा और यह बात सोचकर में चुपचाप खड़ा होकर उनकी वो बातें सुनता रहा।

फिर उन्होंने एक बार फिर मुझसे गुस्से में वही सब पूछा, लेकिन में तब भी वैसे ही चुपचाप खड़ा रहा, लेकिन अब उन्हे बहुत तेज गुस्सा आ गया और उन्होंने मुझे एक बड़ा जोरदार थप्पड़ मार दिया और अब मेरी बहन मतलब कि उनकी बहू की बारी थी, उन्होंने उसको भी एक जोरदार थप्पड़ मार दिया, जिसकी वजह से वो ज़मीन पर नीचे गिर पड़ी। फिर उन्होंने उसके बाल पकड़े और कहा कि साली रंडी कुतिया कहाँ से तू आज तेरा मुहं काला करवाकर आ रही है, बता वरना तुझे मार मारकर में तेरा मुहं लाल कर दूँगा? उन्होंने इतने गंदे शब्दों में मेरी बहन के बारे में बोला, लेकिन में कुछ ना बोल सका क्योंकि रिश्ता ही कुछ ऐसा था और में अपनी वजह से मेरी बहन का घर नहीं बिगाड़ना चाहता था, इसलिए चुप ही रहा। अब रवीना रोने लगी और वो उनको कहने लगी कि पिताजी आप मुझे माफ़ कर दो में आगे से कभी भी ऐसा नहीं करूंगी, बस एक बार आज आप मुझे माफ़ कर दो और इसके बारे में आप किसी को कुछ भी मत बताना और वो यह बात कहते हुए उनके पैरों में गिर पड़ी, लेकिन उन्हे तो मेरी बहन के ऊपर बड़ा गुस्सा आ रहा था। अब उन्होंने एक बार फिर से उसके बाल पकड़े और कहा कि साली मादारचोद रंडी, मेरा बेटा यहाँ नहीं है तो तू बाहर गलियों में किसी भी कुत्ते से चुदवाती फिरेगी, तूने क्या सोचा हमें पता नहीं चलेगा कि तू कैसे काम कर रही है और फिर यह बात कहकर उसको तीन चार जोरदार थप्पड़ मार दिए और उसकी गांड पर भी एक थप्पड़ लगा दिया, जिसकी वजह से वो अब ज़ोर ज़ोर से रोने लगी और उनके पैरों में पड़कर माफी माँगने लगी। फिर मुझसे भी रहा नहीं गया और मैंने भी रोते हुए अपनी बहन की तरह उनके पैरों में पड़कर में उनको कहने लगा कि मेरी बहन को आप माफ़ कर दो, लेकिन उन्होंने हम दोनों को और भी मारा उसके बाद अपने पैरों से हटा दिया।

अब वो मुझसे बोले कि में तेरी बहन को अब इस घर में नहीं रख सकता। में उनके मुहं से यह बात सुनकर उनके पैरों पर अपना सर रखकर उनसे कहने लगा कि प्लीज़ आप ऐसा मत करिए यह उसकी पहली और आखरी ग़लती है प्लीज़ आप इसको माफ़ कर दीजिए आप बड़े है और समझदार भी यह इसके अवाला अब कहाँ जाएगी, इसके ऊपर आप थोड़ा तो रहम करो, लेकिन अब वो मुझसे कहने लगे कि तेरी यह बहन एक बहुत बड़ी रांड है तू तो इसकी सारी काली करतुते बहुत अच्छी तरह से जानता है, इसे अगर आज मैंने ऐसे ही छोड़ दिया तो फिर यह बाहर जाकर किसी दूसरे कुत्ते से चुदवाने वापस चली जाएगी, में इसकी यह हरकते पहले भी देख चुका हूँ जिसकी वजह से हमारे घर की बड़ी बदनामी होगी।

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फिर उनकी यह बातें सुनकर रवीना और में फिर से उनके पैरों में पड़ गये और उनसे माफी माँगने लगे। अब उन्होंने फिर से मेरी बहन के बाल पकड़े और बोले साली कुतिया आज तेरी सारी गरमी जरुर निकालूँगा। फिर वो मेरी बहन को बालों से ही घसीटते हुए अपने कमरे में ले गये, तो में भी उनके पीछे चला गया। वहाँ ले जाकर उन्होंने उसको ज़मीन पर पटक दिया और उसके कपड़े उतारने की कोशिश करने लगे, रवीना अपने को बचाने की कोशिश करके साथ साथ उनका विरोध करती रही और बार बार वो रोकर माफी माँग रही थी। अब मैंने भी उसके ससुर को रोकना चाहा, लेकिन वो नहीं माने और वो मुझसे बोले कि अगर तू आज अपनी बहन का घर बचाना चाहता है तो मेरे सामने इसको पूरा नंगा खड़ा कर दे। फिर में उनको बोला कि नहीं में ऐसा नहीं कर सकता यह मेरी सग़ी बहन है, लेकिन वो अब भी नहीं माने। अब में एकदम मजबूर होकर रवीना के पास पहुंच गया और मैंने देखा कि उसकी आखों में आँसू थे और वो मेरे सामने ज़मीन पर आधी नंगी पड़ी हुई सिसक रही थी।

फिर में उसके पास गया और अब उसके कपड़े उतारने लगा तो वो मुझसे बोली कि में तेरी बहन हूँ प्लीज़ मुझे नंगी मत कर, लेकिन में उस समय बड़ा मजबूर था। सबसे पहले मैंने उसको बड़े आराम से खड़ा किया और फिर मैंने उसके ब्लाउज, ब्रा को उतार दिया फिर मैंने उसके पेटिकोट का नाड़ा खींचा, जिसकी वजह से वो अब नीचे से भी नंगी हो चुकी थी, अब वो सिर्फ़ एक काले रंग की पेंटी में खड़ी थी और उसने अपने दोनों हाथों से अपने बूब्स को ढका हुआ था, उसकी आखों मे आँसू अभी भी आ रहे थे और वो बहुत घबराई और शरमाई हुई सी खड़ी थी। उस समय में भी अपनी बहन को अपने सामने इस तरह से नंगा देखकर कुछ अजीब सा महसूस कर रहा था, इसलिए मुझे भी शरम सी आ रही थी, लेकिन बार बार मेरी नज़र उसके नंगे गोरे बदन पर जा रही थी, उसका गोरा बदन एकदम गदराया हुआ था और उसके बूब्स आकार में बहुत मोटे थे, इसलिए वो उसके हाथों से छुप भी नहीं रहे थे। उसकी जांघे बहुत चौड़ी, चिकनी और सुडोल थी और गांड तो एकदम मस्त उसकी काली पेंटी उसकी गांड के बीच में फंसी हुई थी, जिसकी वजह से वो और भी सेक्सी लग रही थी, उसके बाल खुले हुए थे जो उसकी गांड को छू रहे थे।

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एक बार तो मेरा भी मन हो रहा था में अपनी बहन को यहीं पर चोद दूँ। अब उसका ससुर मुझसे बोला कि में इसकी पेंटी क्यूँ नहीं उतार रहा, क्या इसको तेरी माँ आकर उतारगी? इस पर रवीना फिर से रोने लगी और मुझसे आग्रह करने लगी कि प्लीज़ अब मुझे और नंगी मत कर, लेकिन में मजबूर था। फिर मैंने जैसे ही उसकी पेंटी को उतारने चाहा वो वहाँ से भागने की कोशिश करने लगी, लेकिन मैंने उसको बालों से पकड़ा और अपनी तरफ खींच लिया। फिर मैंने एक ही झटके में उसकी पेंटी को उतार दिया, जिसकी वजह से अब वो पूरी तरह से नंगी मेरे सामने खड़ी थी। अब उसके ससुर रवीना से बोले चल अब तू कुतिया बन जा, तब वो अपने दोनों हाथों और घुटनों पर आ गयी, जिसके बाद उसके ससुर ने अपनी छड़ी निकाली जिसको देखकर में डर गया।

अब वो बोले कि आज में इस रांड की गांड मार मारकर लाल कर दूँगा और वो मुझसे बोले कि अब तू भी पूरा नंगा हो जा और अपनी बहन के हाथ पकड़ ले, मुझसे इतना कहकर वो खुद भी पूरे नंगे हो गये अब आगे जाकर रवीना के दोनों हाथों को पकड़ लिए। उस समय में पूरा नंगा अपनी बहन के सामने खड़ा था और मेरा लंड उसके मुहं के पास था। उसको नंगी देखकर मेरे लंड में जोश सा आने लगा था, अब उसके ससुर ने पीछे जाकर उसके बालों को ज़ोर से पकड़ा और अपनी मोटी छड़ी से उसकी गोरी गांड पर मारा जिसकी वजह से उसके मुहं से बड़ी तेज चीख निकल गई, आह्ह्ह में मर गई। फिर उन्होंने लगातार दो चार बार अपनी छड़ी से उसकी गांड पर मारा और उसकी गोरी गांड को मार मारकर एकदम लाल कर दिया वो दर्द की वजह से चीखने लगी और वो ज़ोर ज़ोर से रोने लगी। अब वो जितना रोती उतनी ज़ोर से उसको छड़ी पड़ती अब वो फिर से माफी माँगने लगी और उनके सामने गिड़गिड़ाने लगी और कहने लगी प्लीज़ आपन मुझे मत मारो आप जैसा कहेंगे में ठीक वैसा ही करूंगी।

फिर उसके ससुर ने उसको बालों से पकड़कर उठा दिया और कहा कि साली कुतिया आज से तू मेरी रांड है और तेरा यह भाई तेरा दलाल। फिर यह बात कहकर उन्होंने रवीना से कहा कि अब तू मेरी गांड को चाट और इतना कहकर उसके ससुर एक स्टूल पर बैठ गये और वो फिर से कुतिया वाली पोज़िशन में बैठकर अपने ससुर की गांड चाटने लगी यह सब देखकर मेरा लंड भी खड़ा हो गया और मैंने पीछे से जाकर उसके मोटे बूब्स को पकड़ लिया उसके बाद में उन्हे ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा। तो बूब्स को दबाने की वजह से उसको बहुत तेज दर्द हुआ और उसके मुहं से आह्ह् आईईईई में मर गई निकल गयी, लेकिन मैंने दोनों हाथों में उसके बूब्स को दबा दिया और उसके निप्पल को मसल दिए। उस दर्द की वजह से वो तड़प गई। फिर मैंने धीरे धीरे उसको चाटना शुरू कर दिया और में धीरे धीरे उसकी गांड तक पहुँच गया जो पूरी तरह से लाल हो रखी थी। फिर मैंने अपना थूक वहाँ पर गिरा दिया और में उसको चाटने लगा। वाह क्या द्रश्य था? मेरी बहन अपने ससुर की गांड को अपनी जीभ से चाट रही थी और में उसकी गांड को चाट रहा था।

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फिर मैंने अपनी एक ऊँगली को उसकी गांड के छेद में डाल दिया और अब में ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करने लगा। उस दर्द से वो तड़प उठी और उस समय रवीना को दर्द से तड़पते हुए देखकर मुझे बड़ा मस्त मज़ा आ रहा था, इसलिए मेरा लंड वो द्रश्य देखकर पूरी तरह से तनकर खड़ा हो चुका था। अब उसके ससुर ने अपने चेहरे को घुमाया और रवीना से कहा कि साली कुतिया अब तू मेरा लंड चूस और वो एक बार कहने पर ही उनका लंड चूसने लगी। मुझसे अब रहा नहीं गया और मैंने अपना लंड उसकी गांड के छोटे से छेद में डाल दिया। फिर वो अचानक हुए उस प्रहार की वजह से दर्द की वजह से बहुत बुरी तरह से चीखने लगी उईईईईईई आईईईईइ माँ मार डाला और यह कहते हुए उसकी आखों से आंसू भी बाहर निकल आए और उसके मुहं से उसके ससुर का लंड बाहर निकल गया। इस बात पर वो गुस्सा हो गये और उन्होंने अपनी छड़ी से फिर रवीना की गांड पर मार दिया।

अब मेरी बहन बुरी तरह से दर्द की वजह से चीख रही थी, एक तो में उसकी गांड को तेज धक्के मार रहा था और ऊपर से उसके ससुर उसकी गांड पर अपनी छड़ी से मार रहे थे। फिर उन्होंने मारते मारते ही अपना लंड उसके मुहं में दोबारा जबरदस्ती डाल दिया और वो धक्के देनी लगे। दोस्तों मुझे अपनी बहन की गांड को मारते हुए बहुत मज़ा आ रहा था, इसलिए में उसको बड़े तेज लगातार धक्के मारता ही रहा, लेकिन बस अब मेरा वीर्य निकलने ही वाला था और फिर मेरा वीर्य दो चार धक्कों के साथ निकल ही गया। फिर मैंने अपना सारा वीर्य उसकी गांड में निकाल दिया, उसके ससुर बहुत बूढ़े थे और उनके लंड में कोई माल नहीं था, इसलिए उन्होंने उसके मुहं में जबरदस्ती अपना पेशाब निकाल दिया और फिर उससे कहा कि अगर तू मेरा यह पेशाब नहीं पीयेगी तो में दोबारा तुझे छड़ी से मार दूंगा, तुझे बड़ी मार पड़ेगी। अब रवीना ने डर की वजह से अपने ससुर का सारा पेशाब बड़े आराम से बिना कुछ कहे पी लिया और उसके बाद उसने उस लटकते हुए लंड को तुरंत अपने मुहं से बाहर निकालकर राहत की साँस ली।

फिर उस समय मुझे भी बहुत ज़ोर से पेशाब आ रहा था इसलिए मैंने भी उस मौके के फायदा उठाते हुए अपने लंड को अपनी बहन के मुहं में डालकर उसको अपना भी पेशाब पिला दिया, जो थोड़ा बहुत उसके मुहं से बाहर निकलकर उसकी छाती से होता हुआ पेट पर पहुंचकर उसकी चूत पर जाकर उसको गीला करने लगा। अब उसके ससुर ने अपने कपड़े पहने और उसके बाद नंगी तड़पती हुई मेरी बहन के बाल पकड़कर वो उससे कहने लगी कि साली रंडी आज तुझे मैंने बहुत अच्छा सबक सिखाया है आज के बाद से तू अब हमेशा मेरी रंडी बनकर रहेगी और अगर तूने मेरी बात नहीं मानी तो अब की बार में तेरे सामने ही तेरी माँ को भी ऐसे ही नंगी करके पटककर उसके साथ भी ठीक ऐसा ही करूंगा और यह बात मेरी बहन से कहकर वो वहां से बाहर चले गये।

अब हम दोनों भाई बहन पूरे नंगे उस रूम में रह गये थे। मैंने देखा कि रवीना की आखों से आंसू नहीं रुक रहे थे, में उसके पास गया और में उससे कहने लगा कि दीदी आप मुझे माफ़ कर दो इसमे मेरी बिल्कुल भी गलती नहीं है, तुम्हारे इस गोरे नंगे बदन को देखकर में अपने होश पूरी तरह से खो बैठा इसलिए में अपने आप को रोक नहीं सका, प्लीज आप मुझे माफ़ कर दो। अब उसने मेरी आखों में देखा और रोते हुए ही वो मुझसे लिपट गयी, जिसकी वजह से उसके नंगे बड़े आकार के झूलते हुए बूब्स मेरी छाती से छू गए। अब वो मुझसे कहने लगी कि वो सब तो ठीक है, लेकिन तुम्हारे यह सब करने से मेरी गांड में अब बहुत तेज दर्द हो रहा है। यह बात सुनकर तुरंत ही मैंने उसको ज़मीन पर उल्टा लेटा दिया और अब में उसकी गांड को धीरे धीरे सहलाने लगा, जिसकी वजह से उसका दर्द कम हो जाए लेकिन ऐसा करते हुए मेरा लंड एक बार फिर से टाइट हो गया और मैंने उसको उठाया और एक बार फिर से अपने सामने कुतिया बना दिया। मेरे यह सब करने की वजह से वो डर गयी और अब वो दोबारा रोने लगी और रोते हुए वो मुझसे कहने लगी कि प्लीज़ अब अपनी बहन को तुम दोबारा मत चोदना, मुझे बहुत दर्द हो रहा है, लेकिन मेरे अंदर तो जैसे एक जानवर ने जन्म ले लिया था। उसकी किसी भी बात को सुने बिना ही मैंने उसको अपने सामने कुतिया बनाया और पीछे से उसके बाल पकड़कर एक ही झटके में अपना तनकर खड़ा पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया, वो दर्द की वजह से चीखती रही और में उसको वैसे ही धक्के देकर चोदता रहा।

फिर उसकी चीखों की वजह से मेरा लंड और भी ज्यादा जोश में आकर टाइट होता रहा, इसलिए में लगातार तेज धक्के देकर अपने लंड को उसकी चूत के अंदर बाहर करने लगा और मुझे ऐसा करने में बड़ा मस्त मज़ा आ रहा था। फिर करीब दस मिनट वैसे ही लगातार धक्के देने के बाद अब में झड़ने वाला था और उसी समय तुरंत मैंने अपने लंड को उसकी चूत से बाहर निकालकर उससे कहा कि ले साली रंडी अब तू मेरा लंड अपने मुहं में लेकर इसको चूसना शुरू कर। अब वो मेरा लंड अपने मुहं में लेकर बिना किसी विरोध के बड़े मज़े से चूसने लगी और फिर में हल्के धक्के देने के साथ ही उसके मुहं में झड़ गया। फिर मैंने उसको अपना पूरा वीर्य जबरदस्ती पिला दिया जिसकी वजह से वो बहुत खुश पूरी तरह से संतुष्ट नजर आ रही थी। दोस्तों वैसे वो अब एक पूरी तरह से अनुभवी रंडी बन चुकी है और मैंने उसको कई बार अलग अलग जगह पर चोदा है। उसके ससुर तो उसको पूरा दिन नंगा रखते है और वो उसको अपने दोस्तों से भी उसकी चुदाई करवाते है, क्योंकि उनको बड़ी अच्छी तरह से पता है कि उसको चुदाई में बड़ा मज़ा आता है यह उसकी आदत एक शौक बन चुकी है ।।



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