साली ने जीजा को सेड्युस कर के उसका लंड लिया

हाय दोस्तों, यह मेरी पहली कहानी है, जो मैं आप लोगों के साथ शेयर कर रहा हूं. मेरा नाम वरुण है और मैं जयपुर में जॉब करता हूं, मेरा रंग गोरा है, ६ फुट हाईट हे और लंड ६ इंच लंबा और २ इंच मोटा है, यह बात अभी कुछ महीने पहले की है, मेरी शादी फिक्स हो गई है और नवंबर में मेरी शादी है. मेरी होने वाली वाइफ की एक छोटी सिस्टर है, दीपिका. उसकी उम्र २० साल होगी, रंग गोरा, शरीर भरा हुआ. अपनी जवानी में कदम रखा है उसने.. उसका फिगर ३०-२८-३० हे, जवानी उसके शरीर के एक एक अंग से टपकती है, जीजा और साली के रिश्ते के बारे में तो जानते ही हैं आप लोग, यह हंसी मजाक और छेड़खानी का रिश्ता होता है. पर यह रिश्ता ऐसा मोड़ लेगा यह मैंने नहीं सोचा था..

मेरे मन में पहले अपनी साली के लिए कुछ भी गलत नहीं था, पर एक दिन मेरी सारी इच्छा बदल गयी. मैं और वह एक दिन मूवी देखने गए, उस दिन उसने काले रंग का टॉपर और शॉर्ट स्कर्ट पहनी हुई थी, क्या माल लग रही थी वह? मेरे तो होश ही उड़ गए उसे देख कर. हम मूवी देखने बैठे.. हमारी कॉर्नर की सीट थी हाल में ज्यादा भीड़ नहीं थी, तभी एक इंटीमेट सीन आया, और मैंने हंसी मजाक में कह दिया, एक किस हो जाए.

शायद वह सीन देखकर थोड़ी कामुक हो गई थी, और उसने मुझे किस कर दिया. हमारे बीच वो किस ५-१० मिनट तक चला, मैं तो हवस के दरिया में डूब गया, मेरा हाथ उसके बूब्स पर चला गया, मैं उन्हें प्रेस करने लगा. वह आह्ह्ह अगह्ह्ह्ह ओह अगह्ह्हमोन करने लगा, छोड़ो जीजू, दीदी को पता चला तो कयामत आ जाएगी. .मैंने कहा ना तू बताना ना मैं बताऊंगा.. और मैंने उसकी स्कर्ट में अपना हाथ अंदर डाल दिया, वह जोर जोर से मौन करने लगी. मुझे लगा अब आगे बढ़ना ज्यादा ठीक नहीं है यहां, तो मैंने उसे अपने रूम पर चलने को कहा.

वह मेरे साथ बाइक पर कस के पकड़ कर बैठी थी, उसके बूब्स मेरी पीठ में गड़े जा रहे थे, और मेरा लंड इतना टाइट हो गया था जैसे बाइक की टंकी को फाड़ देगा, मैंने जल्दी-जल्दी बाइक चलाई और रूम पर पहुंच गया. हम दोनों अंदर गए मैंने गेट बंद कर दिया, उसकी आंखों में एक अजीब सी चमक थी. जैसे की वह जानती हो आगे क्या होने वाला है?

मैंने उसे उठा लिया और बेड पर पटक दिया, उसके पास आकर लेट गया उसने मेरे लंड को बार बार मस्ती के साथ टच करके उसे खड़ा कर दिया. मैंने उसकी आंखों में एक अजीब सी चमक देखी, जैसे वह मुझे कह रही हो बस अब चोद दो, फाड़ दो मेरी चूत को… मैं भी उसका इशारा समझ गया और मैंने ज्यादा देर ना लगाते हुए उसको पकड़ लिया.

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इन दोनों के सांसे तेज चलने लगी, मैंने उसकी लिप्स पर किस दिया. लगातार १० मिनट किस करने के बाद वह बहुत ज्यादा कामुक हो गई, और मेरी जींस खोलने लगी.. मैंने भी उसकी हेल्प करते हुए अपनी जींस खोल दी, और अपना अंडरवियर उतार दिया. उसने मेरे लंड पर हमला बोला, और उसे मुंह में लेकर जोर जोर से चूसने लगी. मेरी तो मस्ती में आँखे भी बंद हो गई और मैं सेक्स के वादियों में खो गया. करीब १५ मिनट तक वह मेरा लंड चूसती रही, अब मेरा लंड लोहे के रोड जैसा कड़क हो गया था, मैंने उसे उठाया और उसके सारे कपड़े खोल दिए. अब हम दोनों बिल्कुल नंगे हो गए थे, हवस के कारण हम दोनों की आंखों में एक चमक आ गई थी.

मेंने उससे पूछा कि तुम लंड तो बहुत अच्छा चुसती हो अपनी बहन से भी ज्यादा अच्छा.. पहले कभी चुदी हो? तो वह कहती है कि कहीं जगह नहीं मिली, बस लंड ही चूस लेती हु अपने बॉयफ्रेंड का.. मैंने कहा चिंता ना कर, आज तेरी सारी ख्वाइश मैं पूरी कर दूंगा.. उसने मुझे कसकर पकड़ लिया और कहां की क्यों तड़पा रहे हो? डाल दो ना फिर अंदर. मैंने उसके बूब्स को पकड़ लिया और जोर जोर से दबाने लगा.

उसकी सांस से भारी हो गई और वह जोर जोर से मौन करने लगी, मैंने अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी, वह बिल्कुल गीली हो चुकी थी. मैंने अपना मुंह उसकी चूत से चिपका दिया, और उसे चाटने लगा. कभी उस को किस करता, कभी अपनी जिभ उसके अंदर डालकर जोर जोर से चाटने लगता. वह बहुत तड़पने लगी और कहने लगी प्लीज डाल दो ना अंदर.. क्यों मुझे परेशान कर रहे हो? मेरा बॉयफ्रेंड भी नहीं चोदता मुझे..

फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर टिकाया और एक ही झटके में अंदर डाल दिया, वह चिल्लाने लगी.. कहने लगी बाहर निकालो, मैंने उसकी एक ना सुनी, मेरी ऊपर हवस सवार हो गई थी. उसकी चीख उसका रोना मैंने कुछ नहीं सुना और एक हवस के पुजारी की तरह मैं उसे चोदता रहा. थोड़ी देर बाद वह नॉर्मल हुई और गांड उठा उठा कर मजे लेने लगी, और जोर जोर से आवाज निकालने लगी. आह्ह औऊ हहह हह हहह यस्सस हह्ह्स ह्श्ह्स जीजू आई लव यू.. चोदो मुझे प्लीज.. और जोर से और तेज और एक लंबी चीख के साथ वह ढीली हो गई.

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पर मैं अभी शांत नहीं हुआ तो मैंने उसके मुंह में अपना लंड डाल दिया, वह लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी. मैं उस की चुचियो से खेलने लगा, फिर करीब १५ मिनट के बाद मैंने अपना वीर्य उसके मुंह में छोड़ दिया.. फिर हमने अपना हाथ मुह धोया और बेड पर लेट गए.. मैंने उसे अपनी बाहों में पकड़ रखा था, मैंने उसे कहा यार तेरी दीदी तो कभी इतने मजे नहीं देती जितने तू देती है.. वह शरमा गई कहने लगी टेंशन क्यों ले रहे हो? जब आप का मन करे मुझे बुला लेना. मैं आपसे जिंदगी भर चुदवाने को तैयार हूं. फिर हमने एक राउंड और किया इस बार मैंने उसे घोड़ी बनाकर चोदा.

फिर मेरा ध्यान उसकी मटकती गांड पर था, मैंने उसे कहा कि तू अपनी गांड भी मरवा ले, तो पहले वह मना करती रही, फिर मुझे थोड़ा गुस्सा आया.. मैंने कहा तेरी बहन भी नहीं मरवाती है तू भी मना करती है? थोड़ी देर ना नुकुर के बाद वह मान गई, मैंने बाथरूम से तेल की शीशी ले आया और उसके छेद पर तेल लगा कर एक उंगली अंदर डाली, वह तो उछल पड़ी आह्ह ओह हहह करने लगी.. दर्द हो रहा है बाहर निकालो..

मैंने अपनी उंगली बाहर निकाली फिर डालने लगा.. तो मना करने लगी कहने लगी नहीं आप आगे से कर लो.. मुझे गुस्सा आया मैंने उसे एक चांटा लगाया, वह रोने लगी और उठ कर जाने लगी.. यह देख कर मैंने उसे पीछे से पकड़ा और दीवार पर उल्टा लगा कर अपना लंड उसकी गांड के छेद में लगा दिया, और झटका मारने लगा. वह चीखने लगी मैं एक हाथ से उसका मुंह बंद किया, फिर खड़े खड़े उसकी गांड मारने लगा, उसकी आंखों से आंसू रुक नहीं रहे थे.

करीब १५ मिनट बाद वह नॉर्मल हुई, मैंने उसे उठा कर बेड पर पटक दिया और चुदाई जारी रखी, उसकी आंखों से अभी भी आंसू बह रहे थे. पर एक अनजान सा सेटिस्फेक्शन था. थोड़ी देर में वह और गर्म हो गई, और अपनी मर्जी से चुदवाने लगी, मैंने उसे घोड़ी बनाया और गांड में लंड पेल दिया, उसके बाल पकड़कर मस्त चुदाई करी. वह इस चुदाई में दो बार जड़ गई, पर मैं नहीं रुका.. और उसे चोदता रहा. वह अहहह ओह हहह जीजू ऐसे आवाज कर रही थी उसकी आवाज मुझे और कामूक करने लगी, मैंने और स्पीड बढ़ाया. मैंने पूछा कि मैं आने वाला हूं, कहां डालूं? तो कहने लगी मेरे मुंह में डाल दो प्लीज… मैं उसके मुह में जड गया..



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