रूमेट के साथ लेज़्बीयन सेक्स

हेलो दोस्तों, माइसेल्फ रीना. तीस इस मी लेज़्बीयन सेक्स स्टोरी. ई आम 22 यियर्ज़ ओल्ड. ई आम फ्रॉम गुजरात. मेरे 32″ के बूब्स, और 32″ की गांद किसी का भी लंड खड़ा करने में सक्षम है. अब ज़्यादा समय बर्बाद ना करते हुए मैं सीधा सेक्स कहानी पर आती हू.

अगर आप में से कोई लेज़्बीयन छत, और फन में इंट्रेस्टेड हो, तो मेरी ई’द क्राज़्ीबल्ल893@मैल.कॉम पर मुझे मैल कर सकते है.

ये बात 2 महीने पहले की है. मैं यहाँ कॉलेज में पढ़ती हू, और मेरे पढ़ाई के कारण मैं यहाँ प्ग में रहती हू. हमारे रूम में 2 और गर्ल्स है, मतलब टोटल हम 3 लोग है. उन दोनो का नाम रामशा और दूसरी वाली का नाम हर्षिता है.

एक दिन मैं और रामशा बाहर घूमने गये थे. वो जगह सिटी से थोड़ी डोर थी. हर्षिता हमारे साथ नही आई थी, क्यूंकी वो उसके घर गयी हुई थी कुछ काम से. हुमको वहाँ से आने में लाते हो गया था, क्यूंकी रात काफ़ी हो गयी थी.

रात के करीब 10 बाज रहे थे. फिर हम घर के लिए निकल गये, और रिक्शा वाले का इंतेज़ार करने लगे. फिर कुछ देर बाद एक ऑटो रिक्शा वाला आया. वो कुछ ठीक नही लग रहा था, पर इतनी देर से कोई रिक्शा वाला नही आ रहा था, तो हम बैठ गये.

फिर हमारी रिक्शा चल पड़ी, और हम अपने प्ग कुछ देर में पहुँचने वाले थे. लेकिन ऑटो रिक्शा वाला हमे देखे ही जेया रहा था. हम कब से ये नोटीस कर रहे थे. इस दर्र के कारण मैने रामशा का, और रामशा ने मेरा हाथ पकड़ लिया था, और हम काफ़ी करीब आ कर बैठ गयी.

रामशा मेरा हाथ सहला रही थी, और मैं दर्र के मारे रामशा के पैर से पैर टच कर रही थी. पर ये दर्र का फोकस कुछ ही टाइम में चेंज हो गया, क्यूंकी मेरे बूब्स और रामशा के बूब्स आपस में टच हो रहे थे.

रामशा के बारे में बतौ, तो उसका फिगर 34-32-34 है. उसके बूब्स काफ़ी बड़े है. उसको मैने कितनी बार फिंगरिंग करते देखा है, और जब वो छूट रगड़ती है, तो मेरी भी छूट गीली हो जाती है. उसकी सिसकारियों से तो मेरा कितनी बार पानी भी निकल गया है अहह ओह फक.

उसका ब्फ रमीज़ तो उसको कुटिया बना के छोड़ता है, बिल्कुल रंडी की तरह. ये देखते-देखते कितनी बार मैने अपनी छूट के अंदर पूरा हाथ डालने के की कोशिश की है अहह ओह. पर जाता ही नही है. खैर चलो फिरसे स्टोरी पर आते है.

मैं रामशा के फिगर की दीवानी थी. उसके साथ लेज़्बीयन करने का बहुत मॅन था, पर उससे पूछने में मुझे दर्र लगता था. लेकिन जब आज हम इतना करीब थे, और हमारे हाथ, लेग्स, आंड बूब्स टकरा रहे थे, तो हमने इसका फ़ायदा उठाया.फिर मैने मेरा हाथ रामशा की जाँघ पर रख दिया. रामशा कुछ देर के लिए मुझे देख रही थी, पर कुछ बोली नही. फिर हमारे बूब्स और करीब आ गये, और रामशा के निपल्स मुझसे डब रहे थे.

मुझे महसूस हो रहा था, की उसके निपल्स हार्ड हो चुके थे. मेरा तो मॅन कर रहा था की यहीं उसको नंगी करके उसके निपल्स को काट लू, और आम की तरह चूस लो. अहह बहनचोड़, क्या निपल्स थे दोस्तों. वेरी हार्ड, पिंक निपल्स, अहह ओह.

फिर रामशा ने अपना एक हाथ मेरे हाथ पर रख दिया, और दबाने लगी. मैने भी साथ दिया. अब हमारा ध्यान ऑटो रिक्शा वाले पर से हॅट कर एक-दूसरे पर था.

हम एक-दूसरे की आँखों में देख रहे थे. मानो आँखों-आँखों में ही एक-दूसरे की छूट चाट रहे हो, बूब्स दबा रहे हो, और लिप्स पर किस और चूस रहे हो. कुछ ऐसे ही चलता रहा कुछ देर. फिर हम हमारे प्ग पहुँच गये.

हमने रिक्शा वाले को पैसे दिए, और हमने गहरी साँस ली. फिर रूम में जाने के बाद फ्रेश होने चले गये. मैं फ्रेश होके बाहर आई. फिर रामशा फ्रेश होने चली गयी. मैने कपड़े बदल लिए, और शॉर्ट्स में आ गयी. आज रामशा भी शॉर्ट्स में आ गयी, और बाहर आई. हमने एक-दूसरे को देखा.

हमारी आखें कुछ और ही कह रही थी. फिर हम दोनो एक-दूं से एक-दूसरे के उपर चढ़ गये, और किस करने लगे पागलों की तरह अहह ऑश फक. बहनचोड़ क्या लिप्स थे रामशा के अहह ओह. मैने रमीज़ को छोड़ते हुए देखा है तो मुझे पता था की रामशा को ब्दसम सेक्स बहुत पसंद है.

मैने रामशा के गले को, तो कभी र्लोबस चाट रही थी मेरी तौँगे से अहह ऑश बहनचोड़. फिर मैने रामशा के बाल खींचे और गले पर किस करने लगी ह ऑश.

रामशा: अहह ऑश धीरे यार ह डार्लिंग धीरे.

मैं: चुप रंडी, आज तेरे साथ ब्दसम वाला सेक्स करूँगी. रमीज़ का बड़ा लंड तो बड़ा चिल्ला-चिल्ला के लेती है. बड़ा बोलती है “छोड़ दो इस रंडी को. कुटिया की तरह छोड़ो ह आह ओह.” अब किया हुआ हुहह बहनचोड़?

रामशा: तुम्हे कैसे पता ये सब? तुमने कब देखा ह ओह?

मैं: बहुत बार देखा और छूट में उंगली भी की है. तुम दोनो की चुदाई देख मैने मेरा पानी भी निकाला है ह ओह. साली, कुटिया की तरह चूड़ना पसंद है तुझे. आजा आज तुझे रंडी बनौँगी, मेरी स्लेव बनौँगी तुझे अहह ओह.

रामशा: अहह तुम्हारी इतने दीनो से मुझे पर नज़र है, अहह पता नही था? ह ऑश फक एस डार्लिंग करती रहो.

फिर मैने रामशा की त-शर्ट उपर की, और बूब्स को चूसने लगी ह. क्या बूब्स थे ह. उसके निपल्स के साथ मैं खेलने लगी. मैने उसके निपल्स को दबा कर उसकी चीख निकाल दी अहह.

रामशा: अहह धीरे प्लीज़ अहह मालकिन धीरे अहह.

मैं: और चिल्ला रंडी, और चिल्ला. साली आज तेरी गांद में बैंगन डाल दूँगी अहह ऑश.

फिर मैं रामशा को किस करने लगी ह. रामशा ने मेरे कपड़े उतार दिए, और मैने रामशा के. फिर हम एक-दूसरे का पूरा बदन चाटने लगी ह ऑश.

मैं रामशा की कभी नाभि पर किस करती, तो कभी उसकी गांद पर किस करती. यहाँ तक उसकी आर्म्पाइट भी चाट रही थी अहह ओह.

नेक्स्ट स्टोरी में पढ़िए की कैसे मैने रामशा के साथ ब्दसम सेक्स किया, और उसको कुटिया बना के गांद में बैंगन डाला अहह ओह.

अगर कोई लेज़्बीयन है कहीं से भी, और सेक्स छत करना चाहती हो, या रियल में, तो मेरी ईद पर मैल कर सकती है. दोस्तों अगली कहानी के लिए फीडबॅक ज़रूर देना.

बाइ, गुड नाइट.

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