रीतु दीदी की चुदाई

मैन ने कहा मैन तो बिलकुलहि खालि हुन चलिये आप के साअथ मोविए हि देख लून।

तव के सामने सोफ़ा पर हुम दोनोन बैथ गये। रितु दिदि ने सद लगा दि मोविए शुरू हो गैए।

मोविए कि शुरूआत ऐसी थि कि एक लदकि किसि लदके को फोने कर के बुलाति है । लदका लदकि के घर आता है। आ कर सल्ल बेल्ल बजाता है। लदकि दरवाज़ा खोलति है और दोनोन एक दूसरे को बाहोन मेन ले कर एक दूसरे का चुम्मा लेने लगते हैन। फिर लदकि लदके कि कमीज़ उतारती है और लदका लदकि का बलौसे।फिर धीरे धीरे दोनोन एक दूसरे के कपदे उतार के बिलकुल ननगे हो जाजे हैन।

फिर लदका लदकि को पीथ के बल लिताल कर उसकि चूचियोन के निप्पलेस एक एक कर के चूसता है लदकि मुनह से आअह आआह आह आह करने लगति है फिर लदकि लदके से चोदने को कहति है लदका अपना खदा लुनद उसकि बुर मेन धीरे धीरे दालता है और फिर चुदै करने लगता है।

रितु दिदि ने मुझ से पूनछा बताओ येह दोनोन लदके लदकि कया कर रहे हैन?

मैन चुप रहा रितु दिदि मुझ से उमर मेन काफ़ि बदि थीन।

वोह बोली बताओ ना। मैन्ने कहा दोनोन चुदै कर रहे हैन।

रितु दिदि ने मुझ से पूनछा कया तुम भि चुदै कर चुके हो?

मैन ने कहा मेरि कोइ लदकि दोसत हि नहिन है फिर किसके साथ चुदाई करता?

रितु दिदि ने पूनछा फिर तुमहेन येह सब कैसे मालूम हुअ?

मैन ने बताया कि मेरा एक दोसत रमु है वोहि हिनदि कि गनदि गनदि किताबेन ला कर देता है। उसि मेन येह सब लिखा होता है।

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वोह किताबेन पधने मेन बदा मज़ा आता है। पधते पधते लुनद खदा हो जाता है फिर अपना लुनद निकाल लेता हुन ।किताब फधता जाता हुन और लुनद को एक हाथ से पकद कर मुत्तहि मारता जाता हुन। थोदि देर मेन झद जाता हुन। रितु दिदि सचमुच बहुत मज़ा आता है।

रमु क्सक्सक्स विदेओ भि लाता है जब उसका घर खालि होता है तब हुम दोनोन वहिन बैथ कर क्सक्सक्स मोविएस भि देखते हैन।

रितु दिदि ने पूनछा कि बिना लदकि के तुम लोगोन को कया मज़ा आता होगा ?

मैन ने कहा कि हुम लोग बिना लदकि के भि खूब मज़ा लेते है।

रितु दिदि ने पूनछा कैसे?

मैने उनहेन बतया कि हुन दोनोन ननगे हो कर एक दूसरे कि गानद मारते हैन।

रितु दिदि ने पूनछा गानद कैसे मारते हो?

मैने बतया कि जैसे लदका लदकि कि बुर मेन अपना लुनद दाल कर अनदर बाहर करता है वैसे हि हुम लदके गानद मेन लुनद घुसेद कर अनदर बाहर करते हैन और गानद मेन हि झद जाते हैन।

रितु दिदि बोलीन अच्चहा कया इस मेन मज़ा आता है?

मैन ने बतया कि बहुत मज़ा आता है।

रितु दिदि ने पूनछा कि गानद मारने मेन ज़यदा मज़ा आता है कि गानद मराने मेन?

मैने कहा कि दोनोन मेन। शुरू शुरू मेन गानद मराने मेन दरद होता है पर कुछ बार गानद मराने के बाद गानद खुल जाति है तो फिर गानद मराने मेन भि उतना हि मज़ा आने लगता है जितना कि गानद मारने मेन। कुछ लोगोन को तो इनतना मज़ा आने लगता है कि वोह तो गानदू हो जाते हैन और गानद मारने कि जगह गानद मराना हि पसनद करने लगते हैन।

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