रतिका की मदमस्त जवानी

लास्ट पार्ट मे आप ने पढ़ा के मुंबई मे होने वाली जोरदार बारिश की वजह से रतिका रात को मेरे घर ही रुक गयी. डिन्नर के बाद उसने मुझे बताया के उसका मेरे घर रुकने का कोई प्लान नही था इसलिए वो कोई निघट्य लेकर नही आई थी. रात को मे जीन्स टॉप मे नही सो सकती इसलिए वो क्या पहनेगी.

नील: डॉन’त वरी रतिका. मैं तुम्हे निधि की निघट्य देता हूँ तुम वो पहें लेना

रतिका: दीदी की निघट्य?

नील: हन… रूको मैं अभी लेकर आता हूँ

निधि मेरी बड़ी बहें है जो उस वक़्त आउट ऑफ सिटी थी. मैं अपनी बहें निधि को भी छोड़ चुका हूँ जिसकी बहुत सारी कहानियाँ मैने लिखी हुई है. जिन्हे भाई बहें की चुदाई कहानियाँ पढ़ने मे मज़ा आता है वो ज़रूर पढ़ना.

मैं निधि के कमरे मे गया और वहाँ से उसकी एक पर्पल कलर की निघट्य लेकर आया जो मेरी फॅवुरेट थी. निधि अक्सर वो निघट्य पहनती थी जब हम रात को चुदाई करते थे. निधि और रतिका की फिगर काफ़ी सेम थी और मैं देखना चाहता था के रतिका उस निघट्य मे कैसी लगेगी. मैने वो निघट्य रतिका को दे दी.

रतिका: अरे योउ शुवर मैं ये पहें लू? दीदी गुस्सा तो नही करेगी?

नील: अगर तुम्हे ये निघट्य पहनने को ना दी तो पक्का मुझे डतेगी के मैने तुम्हारी हेल्प क्यू नही की

रतिका (हेस्ट हुए): ठीक है. मैं चेंज करके आती हूँ

नील: यॅ

रतिका मेरे कमरे मे गयी चेंज करने के लिए. मैं बाहर एग्ज़ाइट्मेंट मे खड़ा था के कब रतिका निघट्य डाल के आएगी और मैं उसे देखूँगा. कुछ देर बाद वो निघट्य मे मेरे सामने आई और मैं उसे देखता ही रह गया.

निधि की निघट्य उसे एकदम फिट आ रही थी. निधि को सेक्सी नाइटीस पहेनना पसंद है और ये निघट्य काफ़ी ट्रॅन्स्परेंट थी. गौर से देखने पर मुझे रतिका का जिस्म दिखाई दे रहा था और उसकी ब्रा पॅंटीस भी दिखने लगी. वो निघट्य सिर्फ़ उसकी जाँघो तक थी इसलिए रतिका की चिकनी टाँगे मेरी आँखों के सामने थी. रतिका उस निघट्य की वजह से काफ़ी शर्मा रही थी.

रतिका के बूब्स का उभर निघट्य के उपर से सॉफ दिखाई देने लगा था. मेरी नज़र उसके बूब्स के उपर से हटने का नाम नही ले रही थी. उसके पैरो को देखकर मैं काफ़ी सिड्यूस हो चुका था इसलिए मेरा लंड खड़ा था.

रतिका के बारे मे पहले मेरा कोई ऐसा विचार नही था लेकिन उसे इस हालत मे देखकर अब मेरा मूड होने लगा था. बारिश का मौसम था इसलिए काफ़ी ठंड थी. और आप सभी को पता है के ठंड की वजह से चुदाई करने का काफ़ी मॅन होता है.

रतिका: कैसी लग रही हूँ?

नील: सच काहु?

रतिका: हन

नील: तुम बहुत हॉट लग रही हो

मेरी बात सुनकर वो काफ़ी शर्मा गयी. रतिका के अंदर की हवस जो इतने सालो से शांत थी आज वो फिर से जाग चुकी थी. फिर उसने कहा-

रतिका: थॅंक्स

रतिका और मैने काफ़ी देर तक बातें की लेकिन मेरा ध्यान उसके जिस्म के उपर से हट नही रहा था. मेरे मॅन मे बहुत शोर हो रहा था के काफ़ी दीनो से मैने अपनी बहें को नही छोड़ा और ना ही रतिका को लेकिन उसे इस हालत मे देखकर मेरा चुदाई करने का काफ़ी मूड हो गया था. मेरा लंड बार बार रतिका को सलामी दे रहा था.

उसे देखकर मुझे हुमारी पिच्छली चुदाई याद आ रही थी जो हुँने ट्रेन मे की थी जहाँ मैने रतिका की सील तोड़ कर उसे चुदाई की दुनिया मे एंटर करवाया था. उस दिन रतिका ने पहली बार चुदाई की थी.

कुछ देर बाद मैं अपने कमरे मे गया. मुझे रात को सिर्फ़ बॉक्सर मे सोने की आदत थी इसलिए मैने सारे कपड़े उतार दिए और सिर्फ़ बॉक्सर मे लेट गया. कुछ देर बाद रतिका भी बेडरूम मे आई और मुझे इस हालत मे देखकर वो शर्मा गयी.

रतिका: तुम रात को ऐसे सोते हो?

नील: हन मुझे आदत है

रतिका: आक्ची आदत है. हेल्त के लिए अक्चा होता है

नील: हन… चलो अब सो जाओ काफ़ी रात हो गयी है

इतना बोल के मैं सो गया. रात को मैं गहरी नींद मे था और रतिका की तरफ पीठ करके सोई हुई थी. तब मुझे एहसास हुआ के किसी ने मुझे पिच्चे से हग किया था. मैं इतना गहरी नींद मे था के मैं बिना कुछ देखे फिर से सो गया. कुछ देर बाद किसी ने मेरे पैरो पर पैर रखे और सहलाने लगा. इस बार मेरी नींद टूट गयी और मैं चुपचाप लेट गया.

तभी मुझे याद आया के मेरे साथ रतिका सोई हुई है. वो मेरी चेस्ट, एबेस हर जगह हाथ घुमा रही थी. मैं बिना हीले लेता रहा. मुझे देखना था के रतिका क्या करना चाहती है.

रतिका ने अपना जादू चला दिया और वो मेरे बदन के साथ खेलने लगी. मेरे बालो को सहलाने लगी, यहाँ वहाँ किस करने लगी, पैरो को सहलाने लगी, मेरी थाइस को अपने हाथ से सहलाने लगी. ये सब मुझे काफ़ी सिड्यूस करने लगा था.

कुछ देर बाद मेरे लंड मे उभर आना शुरू हुआ. रतिका रुकने का नाम नही ले रही थी इसलिए धीरे धीरे मेरा लंड अपने सही आकर मे आकर 8.5 इंच लंबा हो गया. मैं बस इंतेज़ार करने लगा के रतिका कब आयेज जाएगी. उसने मुझे काफ़ी तडपया. इतना तडपया के मुझे दर था के कही मैं झाड़ ना जाो अगर ऐसा हुआ तो उसे पता चल जाएगा के मैं जाग रहा था और उसे छोड़ने का जो मौका मिला था वो चला जाएगा.

कुछ देर बाद रतिका रुक गयी. काफ़ी देर तक कुछ नही हुआ. फिर अचानक से उसने अपने लेफ्ट हॅंड को मेरी बॉक्सर के अंदर डाल दिया. मैं बहुत शॉक था. मुझे पता था के रतिका मुझसे छुड़वाने के लिए बहुत पागल है लेकिन वो ऐसी हरकत करेगी ये मुझे पता नही था. उसने अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़ लिया. फिर उसने मेरे लंड की साइज़ का अंदाज़ा लिया और वो शॉक होकर धीरे से बोल पड़ी.

रतिका (विस्परिंग): ओह मी गोद!! ये तो काफ़ी लंबा और मोटा है. पहले चुडवाया था उससे काफ़ी ज़्यादा स्ट्रॉंग है. नील प्लीज़ जाग जाओ तुमसे छुड़वाने के लिए मैं सालो से तड़प रही हूँ. आहह ये लंड कितना यम्मी होगा.

मैने उसकी सारी बातें सुनी लेकिन कुछ भी रिक्ट नही किया. उसकी बातें सुनकर मैं काफ़ी खुश हुआ के रतिका आज भी पहले जैसी है. उसे मुझसे छुड़वाना बहुत पसंद है.

रतिका ने लंड की स्किन को आयेज पिच्चे करना शुरू किया जो मुझे बहुत सुख दे रहा था. उसके हाथो मे जादू थी. मैने तय कर लिया के अब मैं उसे छोड़ूँगा. कुछ देर की हरकत के बाद उसने अपना हाथ वापस खीच लिया और हाथ पर लगे हुए प्रेकुं को टेस्ट करके कहने लगी.

रतिका (धीरे से): उउम्म्म्म ये कितना यम्मी है आहह फुक्ककक मे बाबययी ई’म ऑल युवर्ज़…….

फिर वो दूसरी तरफ फेस करके लेट गयी. मैं अपना मॅन बना चुका था के आज रात रतिका मेरे लंड की सवारी करेगी. इसलिए मैने रतिका की तरफ फेस किया और उसे कड्ड्ल किया. मेरी हरकत से रतिका मुस्कुराइ और चुपचाप लेती रही.

कुछ देर बाद मैं उसके जिस्म को सहलाने लगा जहाँ मुझे पता चला के उसने ब्रा पनटी नही पहनी थी. इसका मतलब वो बेडरूम मे आने से पहले ही ब्रा पनटी उतार कर आई थी. उसने आज छुड़वाने का प्लान बना लिया था.

मैने उसकी निघट्य को हल्का सा उपर किया और उसकी गांद को सहलाने लगा. मेरे हाथ उसकी मुलायम गांद पर लगते ही वो मोन करने लगी. मैं साँझ गया रतिका बहुत प्यासी थी. वो चुपचाप लेती हुई थी. उसने मुझे पहले से ही काफ़ी गरम कर दिया था इसलिए मैने उसे सिड्यूस करना शुरू कर दिया.

कुछ देर तक उसकी गांद को सहलाने के बाद मैने उसकी कमर मे हाथ डाल के उसे अपनी तरफ खीचा जिससे वो मेरे एकदम करीब आ गयी. उसकी साँसे तेज हो चुकी थी. मैं उसे यहाँ वहाँ सहलाने लगा.

रतिका साँझ चुकी थी के मैं उसे छोड़ने वाला हूँ इसलिए वो मेरा साथ देने लगी. मैने उसकी गर्दन पर किस करना शुरू किया. उसकी सिसकारियाँ निकालने लगी. वो काफ़ी धीमे आवाज़ मे आहह उम्म्म आहह करने लगी. दोनो तरफ आग लगी हुई थी अब सिर्फ़ हुमारे कपड़े उतरने बाकी थे. मैने उसके बूब्स पर अपने हाथ रख दिए. रतिका के लिए ये अनएक्सपेक्टेड था इसलिए उसने झट से मेरा नाम लिया.

रतिका (मोन करते हुए): आहह नील क्या कर रहे हो?

नील (बूब्स को मसालते हुए): वही जो तुम चाहती हो

रतिका: आहह ऐसा मत करो… मेरी शादी होने वाली है. मेरे फिन्सी को पता चला तो?

नील (उसकी गर्दन को लीक करते हुए): कुछ नही होगा… आज मैं तुम्हे पूरी रात छोड़ने वाला हूँ

रतिका: ओह गोद! ये क्या बोल रहे हो तुम?

नील: तुम यही चाहती थी ना?

रतिका (शरमाते हुए): हन… मैं तो ये बहुत सालो से चाहती हूँ लेकिन प्लीज़ ऐसा मत करो

नील: रतिका अब मुझे रोकना मत. इतने सालो बाद तुम मिली हो. आज तुम्हे मॅन भर के छोड़ना चाहता हूँ

मैने उसकी निघट्य की गाँठ खोल दी और झट से निघट्य उसके जिस्म से अलग हुई. रतिका काफ़ी शरमाने लगी. मैं उसकी निघट्य निकालने लगा तब उसने मेरी हेल्प की और कुछ ही पल बाद वो मेरे सामने नंगी लेती हुई थी. कमरे मे अंधेरा था लेकिन मैं उसके जिस्म को हल्के से देख पा रहा था. मैने झट से लाइट ओं की रतिका को देखकर मेरे होश उडद गये.

रतिका अपना चेहरा च्छूपाते हुए मेरे सामने नंगी लेती हुई थी. उसके बदन का ब्राउन रंग मुझे उसे छोड़ने के लिए मजबूर कर रहा था. उसके बूब्स एकदम पर्फेक्ट शेप मे थे. निपल्स एकदम कड़क हो चुके थे. उसके बदन पर एक भी बाल नही था. उसकी नाभि बहुत ही खूबसूरत लग रही थी.

उसने शरमाते हुए पैरो से अपनी छूट को च्छूपा लिया. अफ वो मोमेंट इतना मजेदार था के मेरा लंड बार बार सख़्त हो रहा था. उसके स्लिम लेग्स बहुत सेक्सी लग रहे थे. रतिका को इस हालत मे देखकर मेरे मूह मे पानी आ रहा था. वो बिल्कुल किसी चॉक्लेट की तरहा दिख रही थी.

रतिका (शरमाते हुए): नील क्या कर रहे हो तुम? प्लीज़ लाइट बंद करो

नील: रतिका तुम्हे पता है तुम कितनी खूबसूरत लग रही हो

रतिका: ओह गोद!! तुम ऐसी बातें मत करो मुझे कुछ कुछ हो रहा है

नील: आज हुमारे बीच बहुत कुछ होने वाला है

रतिका: ऊप्स! पहले तुम लाइट बंद करो ना मुझे शरम आ रही है

नील: बंद करूँगा लेकिन उसके लिए तुम्हे मेरी बात माननी पड़ेगी

रतिका: कौनसी?

नील: अब हुमारे बीच जो भी होगा उसमे तुम मेरा साथ डोगी

रतिका कुछ देर के लिए कुछ नही बोली वो बस शर्मा रही थी. उसके चेहरे की मुस्कुराहट की आवाज़ मुझे सुनाई दे रही थी.

रतिका: अक्चा बाबा तुम बोलॉगे वो करूँगी लेकिन पहले लाइट बंद करो

मैने लाइट बंद कर दी और उसने अपने चेहरे से हाथ हटा लिया और अपने पैर भी खोल दिए.

रतिका: अफ तुम ना अभी भी वैसे ही हो

नील: कैसा?

रतिका (शरमाते हुए): जैसे पहले थे

नील: तुम्हे याद है?

रतिका: हन

रतिका इतने सेक्सी तरीके से बोल रही थी के मैं खुद को कंट्रोल नही कर सका. और मैं उसके उपर आकर लेट गया. अचानक से मैं उसके उपर आ गया इसलिए वो और शरमाने लगी. वो इतनी शर्मा रही थी के उसकी आवाज़ भी नही निकल रही थी.

मैं उसके दोनो पैरो के बीच मे लेता हुआ था. मैं सिर्फ़ बॉक्सर मे था और वो बिल्कुल नंगी थी. मेरा खड़ा लंड बॉक्सर के उपर से उसकी छूट पर रब हो रहा था जिससे उसे काफ़ी तक़लीफ़ हो रही थी.

रतिका: तुम ना बहुत बोल्ड हो

नील: वो तुम्हे अकचे से पता है

रतिका: ह्म

मैं उसके बालो को सहलाने लगा और उसके गाल और गर्दन पर किस करने लगा.

रतिका: क्या कर रहे हो तुम? मुझे बहुत अजीब सा लग रहा है

नील: काफ़ी सालो बाद ऐसा फील हो रहा होगा ना?

रतिका (शरमाते हुए): हन

नील: तुम्हे हुमारी पिच्छली चुदाई याद है?
उसने काफ़ी देर तक कोई जवाब नही दिया लेकिन मैने दोबारा पुचछा तब बताया

रतिका: हन

नील: कैसा एक्सपीरियेन्स था? तुम्हे मज़ा आया?

रतिका: वो मेरी ज़िंदगी का सबसे बेस्ट मोमेंट था

नील: मेरा भी

इतना बोल के मैने उसके नीचे वेल होंठ को चूसना शुरू किया. रतिका ने कुछ देर बाद मेरा साथ देना शुरू किया और वो एकदम पागल सी हो गयी थी. वो मेरे होंठों को बीते भी करने लगी. कुछ देर बाद उसने मुझे हग किया और वो मुझे सहलाने लगी. कमरे मे हम दोनो की आहह आहह वाली सिसकारियों की आवाज़े आ रही थी.

दोस्तो आपको ये कहानी कैसी लगी मुझे मैल करके ज़रूर बताना. जवान लड़कियाँ और मॅरीड लॅडीस भी मुझे मैल करे आपकी प्राइवसी का ख़याल रखा जाएगा.

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