रंडी-खाने में जाके पहली चुदाई की

हेलो रीडर्स मैं राकेश. ये कहानी तब की है जब मैं 1स्ट्रीट एअर में पढ़ता था. तो अब कहानी पे आते है.

मार्च का महीना था, और मेरे घर के सारे लोग एक रिश्तेदार की शादी में गये हुए थे. मेरे घर के पास में एक आंटी रहती थी, जो की अपने घर में रंडिया रखती थी.

मेरा एग्ज़ॅम ख़तम होने के बाद मुझे रंडी को छोड़ने की तलब हुई, और मैं सोच रहा था की कैसे उस आंटी के घर में जेया कर रंडी को छोड़ू. तो मैं जैसे-तैसे हिम्मत करके उस आंटी के घर पे पहुँचा, और दरवाज़ा खटखटाया.

तब उधर से एक लड़की ने दरवाज़ा खोला. वो लगभग 24-25 की होगी. मैं देखते ही पागल हो गया, और मेरा हथियार सलामी देने लगा. तब उसने सामने से पूछा-

लड़की: क्या बात है, किसको ढूँढ रहे है?

मैं: वो आंटी नही है क्या?

लड़की: नही, वो तो नही है. पर आपको क्या काम है?

मैं: वो कुछ नही (हकलाते हुए).

लड़की (मेरा हाल समझते हुए): अर्रे कोई बात है तो कहिए, मैं हू ना.

मैं: नही वो, कुछ नही.

लड़की: रात गुज़ारनी है (मेरी चुटकी लेते हुए)?

मेरी हिम्मत थोड़ी बढ़ी.

मैं: जी हा,ंवो तोड़ा मॅन था तो आ गया.

लड़की: कोई नही, आ जाओ अंदर.

फिर मैं अंदर चला गया. लड़की ने एक रूम में बैठने को बोला और कहा-

लड़की: तुम रूको, मैं आती हू.

और वो चली गयी. मेरी फाटती पड़ी थी दोस्तों, क्यूंकी ये मेरा पहला टाइम था. थोड़ी ही देर में वो आई और बोली-

लड़की: आओ बाहर.

मैं बाहर आया तो देखा 2 और लड़कियाँ थी. एक ने ब्लू जीन्स और रेड टॉप पहना था, और दूसरी ने ब्लॅक कलर का गाउन पहना हुआ था. मीं देखते ही पागल हो गया दोस्तों.

लड़की: देखो ये दोनो है, और मैं भी हू. रते फिक्स है, 4000 फुल नाइट का. पसंद कर लो, और यही रूम में रह जाओ सुबा 5 बजे तक.

मैने थोड़ी देर सोचा और बोला-

मैं: आपके साथ.

लड़की (हेस्ट हुए): चल कोई नही. तोड़ा रुक जेया, मैं फ्रेश हो जाती हू.

मैं वही रुका रहा. थोड़ी देर में वो लड़की आई, और मैं फिरसे उसे देखता ही रह गया. उसने वाइट कलर का ओनेपीएसए पहना हुआ था, और पर्फ्यूम की स्मेल से मादक खुश्बू आ रही थी.

लड़की (सिगरेट जलते हुए): पिएगा?

मैं: हा डोगी तब ना.

और मैने सिगरेट उसके हाथो से लेते हुए काश लगाया.

लड़की: तेरा 1स्ट्रीट टाइम है ना?

मैं (दबी आवाज़ में) हा.

लड़की: चल आज तुझे जन्नत की सैर करती हू, तू भी क्या याद रखेगा.

इतना कहते ही उसने मुझे हल्का सा धक्का दिया, और मैं बेड पे गिर गया. फिर वो मेरे उपर चढ़ गयी, और अपने लाल-लाल लिपस्टिक वाले होंठ मेरे होंठो पर रख के चूमने लगी. मैं भी उसका साथ देने लगा, और धीरे-धीरे उसके बूब्स को दबाने लगा. ये सिलसिला लगभग 20 मिनिट के लिए चला, और हम आज़ाद हुए एक-दूसरे से.

लड़की: क्यूँ, कैसा लगा मेरे राजा?

मैं: लगता है आज सच-मच में मुझे जन्नत नसीब होगी.

लड़की ये सुनते ही मेरी त-शर्ट उतारने लगी. फिर मेरी पंत. उसके बाद मैं सेमी-न्यूड था, और वो मेरे बॉक्सर के उपर से ही मेरे लंड को चाटने लगी. तो मैने कहा-

मैं: जानेमंन, बस उपर से ही चूसोगी या इसको खोल कर मूह में भी लॉगी?

इतना सुनते ही उसने लंड को बॉक्सर से आज़ाद किया, और अपने नरम-नरम होंठो से किस करते हुए अपने मूह में भर लिया. फिर ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी. दोस्तों क्या बतौ, मैं तो समझो सच-मच जन्नत की सैर कर रहा था.

थोड़ी देर बाद उसने लंड मूह से निकाला और अपनी ओनेपीएसए निकाल फेंकी. उसने अंदर ब्लू कलर की ब्रा और सेम कलर की पनटी पहन रखी थी. मैं उसके दोनो बूब्स को उपर से ही दबा रहा था, और तब उस लड़की ने कहा-

लड़की: राजा उपर से ही करोगे या खुल कर मुझे भी मज़ा दोगे?

मैं ये सुनते ही झट से उसकी ब्रा और पनटी खोल दिया. उसके बूब्स बड़े-बड़े मगर थोड़े झूले हुए थे. मैने उनमे से एक को अपने मूह में भर लिया, और चूसने लगा. दूसरे को अपने दूसरे हाथ से मसालने लगा.

थोड़ी देर में मैने बूब्स पर अपनी पोज़िशन चेंज की, और उसको भी चूसने लगा. बूब्स चूसने के बाद हमने 69 की पोज़िशन (जो की उसने ही बताई थी) की, और एक-दूसरे के समान को चूसने और चाटने लगे. थोड़ी देर में मुझसे बर्दाश्त नही हुआ, और मैं उसके मूह में ही झाड़ गया. वो बिना कुछ बोले सारा माल पी गयी. अब हम अलग हुए.

लड़की: तेरा तो बहुत मोटा है रे. मेरी तो जान निकाल देगा ये.

और ये कह के फिरसे मेरे लंड को सहलाने लगी. करीब 10 मिनिट बाद मेरा लंड फिरसे सलामी देने लगा और अबकी बार थी जन्नत की सैर करने की. जैसे ही लंड खड़ा हुआ, उसने हेल्मेट चढ़ाया और खुद एक पिल्लो के सहारे लेट गयी. फिर अपने दोनो पैर फैला कर बोली-

लड़की: चढ़ जेया.

मैने वैसा ही किया और धक्के मारने लगा. दोस्तों क्या टाइट छूट थी, मज़ा आ गया. मैं धक्के मारता गया, और वो करहने लगी और बोलने लगी-

लड़की: मदारचोड़, कितना मोटा है रे तेरा! मेरी जान निकल रही है. जल्दी कर, अब नही हो रहा है बर्दाश्त.

दोस्तों वो एक रंडी होने के बावजूद भी मेरे मोटे लंड के धक्को से कराह रही थी.

मैने करीब 25-30 मिनिट लगातार धक्के मारे और मैं उसकी छूट में ही झाड़ गया. थोड़ी देर वैसे ही रहने के बाद मैने अपना लंड बाहर निकाला, और हेल्मेट निकाल कर नीचे पड़े हुए डस्टबिन में फेंक दिया. इतने में लड़की बोली-

लड़की: सेयेल तूने तो जान निकाल दी. पर मज़ा मुझे भी आया.

मैं: जानेमन तूने सच में जन्नत दिखाई.

लड़की: अभी 2 रौंद बाकी है.

मैं: तो चल होज़ा शुरू.

लड़की: रुक जेया राजा, अभी तो 1 बजे है. तोड़ा आराम कर ले, 3 बजे फिरसे करेंगे. और इस बार पोज़िशन चेंज करके.

और वो इतना कहते ही मुझे एक ज़ोरदार किस करके सो गयी. उस रात दोस्तों हमने 3 बार चुदाई की, और सुबा 6 बजे मेरी आँख खुली, और मैं पैसे दे कर चोरी च्छूपे निकल गया.

तो दोस्तों आप बताओ ये कहानी कैसी लगी? उस दिन के बाद मैने बाकी की दो और रंडियों को भी छोड़ा, वो जानिए 2न्ड पार्ट में. तब तक आप सब कृपा मेरी एमाइल ईद पर फीडबॅक दीजिए.

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