रंडी बहन ने दूसरी भी रंडी बनाई

ही, मेरा नाम श्रुति है, और मैं 20 साल की हू. मेरा फिगर 34-28-32 है, और मेरे घर में 3 लोग है. मेरी बड़ी दीदी, जिनकी आगे 23 है, और फिगर 32-28-26 है, मेरी मम्मी की आगे 50 है, और उनका फिगर 36-28-32 है. वो थोड़ी चब्बी है, लेकिन मेरी मों एक सेक्सी मिलफ की तरह है.

मेरी मों रियल-एस्टेट बिज़्नेस वुमन है. फ्रेंड्स ये बात तब की है, जब मैं 19 साल की थी. चढ़ती जवानी थी, और छूट में खुजली मचती थी. अब स्टोरी पे आती हू.

मैं कॉलेज में 1स्ट्रीट एअर में थी. हमारे पापा की आक्सिडेंट में डेत हो चुकी थी 3 साल पहले. अब हम सिर्फ़ लॅडीस थी. जब मैं कॉलेज जाती थी, तो मोहल्ले के सभी लोग देखते थे. लेकिन मैं उन्हे इग्नोर करती थी. मैं पैदल ही कॉलेज जाती थी.

मैं एक टॉपर लड़की थी. मेरा एक ही फ्रेंड था, उसका नाम सागर था. लेकिन उसने आज तक गंदी नज़र से नही देखा था. हमारे कॉलेज में सीनियर्स की फेरवेल पार्टी थी, और मुझे आंकरिंग के किए सेलेक्ट किया था.

हमारा ड्रेस कोड रेड सारी था. हम सब लड़कियाँ सारी में थी, और लड़के फॉर्मल ड्रेस में. उस दिन मैं एक-दूं क़यामत लग रही थी. बिल्कुल रंडी के जैसी. मुझे कॉलेज में उस दिन सीनियर्स ने देखा, और बहुत से लड़कों की नज़र मुझ पे ही थी.

जब पार्टी ख़तम हुई, और हम घर आ रहे थे, तो मैं और सागर पैदल आ रहे थे. उस दिन वो मुझे अलग नज़र से देख रहा था. बुत मैं इग्नोर की. फिर चलते-चलते हमारा घर आ गया. घर में मैं अंदर गयी. मैं डोर खुला था. मैं अंदर गयी.

अभी लाइट्स ऑफ थी. बस मैने लाइट्स ओं की, और एसी ओं करके बैठ गयी. मैं तक चुकी थी बहुत. टेबल पे एक नोट पड़ा था मों का लिखा. उसमे लिखा था-

नोट: बेटा मैं बिज़्नेस के काम से सिटी से बाहर जेया रही हू. 3 दिन में आ जूँगी. अपनी दीदी के साथ रहना. उन्हे परेशन मत करना.

मैं सोफे पे ही लेट गयी. कुछ देर में आँख खुली और पानी पीने किचन में गयी. मैं जब वापस आ रही थी, तो दीदी के रूम से आवाज़ आ रही थी आ ऊ या कम ओं की.

मैने सोचा क्या हो रहा था देखु तोड़ा. जब मैने विंडो से देखा तो हल्का-हल्का सा दिखा की दीदी लॅपटॉप में कुछ देख रही थी, और सिसकारियाँ ले रही थी. मैने पॉर्न के बारे में सुना था, लेकिन देखा नही था. तो मैने दीदी के रूम का डोर नॉक दिया.

दीदी को 10 मिनिट लगे. जैसा ही गाते खुला, दीदी पसीने से नहा चुकी थी. उन्होने बस ढीली त-शर्ट डाल रखी थी, जो की उनकी छूट को कवर कर रही थी. दीदी के बड़े-बड़े बूब्स दिख रहे थे.

मैने पूछा: क्या कर रही हो दी?

दी घबराते हुए: कुछ नही छ्होटी.

मे: दीदी मैने अजीब आवाज़े सुनी है. और आप सिसकारियाँ क्यूँ ले रही थी?

दी: छ्होटी वो नींद में सपना देख रही होंगी.

मे: अछा आप सपने में पॉर्न देख रही थी?

दी घबरा गयी और आँखें नीचे करके वो वो करने लगी.

मे: दी सच बताओ क्या कर रही थी?

दी: देख यार छ्होटी, इस 23 की उमर में जवानी का नशा है. तो मैं ऐसे ही पॉर्न देख कर और फिंगरिंग करके अपनी प्यास बुझती हू.

मे: दीदी आप ऐसे नही लगते हो.

मैं बार-बार दीदी के बूब्स ताड़ रही थी.

दीदी ने पूछा: तुझे नही होती खुजली? तू भी तो बड़ी हो रही है. देख क्या माल लग रही है आज तू. और तेरे बड़े बूब्स माशाल्लाह. जी कर रहा है पी जौ इन्हे.

मैं बहुत गरम होने लगी उनकी बातों से. पर मैने सोचा वो मेरी दीदी थी, और कंट्रोल करके दीदी को कहा-

मे: इट’स ओक दी. होता है.

और मैं जाने लगी. जब मैं पीछे मूडी, दीदी ने मेरा हाथ पकड़ा और अपनी तरफ ले लिया. फिर रूम लॉक किया. उसके बाद मुझे दीवार से चिपका दिया, और दीदी मेरे बहुत पास आ गयी. फिर उन्होने अपनी उंगली से मेरे होंठो को च्छुआ.

फिर मेरे बूब्स की दरार में से होते हुए मेरी छूट तक पहुँची. मैं आ करके बोल उठी. मेरे में अजीब सी आग लग गयी थी. दीदी ने मेरी सारी खोल दी, और मैं पनटी और ब्लाउस में थी. दीदी ने अपने होंठ मेरे होंठो से मिला दिए, और और मेरी आँखें बंद हो गयी.

अब मैं उनके गरम होंठो को अपने मूह में महसूस करने लगी. बहुत ही गरम हो रही थी मैं. फिर दीदी ने मेरा ब्लाउस उतार दिया, और मेरे बूब्स को उपर से दबाने लगी. वो मुझे किस करने लगी. 3 मिनिट के किस के बाद हम अलग हुए. उसके बाद मैने दीदी की त-शर्ट उतरी, तो वो अंदर से नंगी थी.

मैं दीदी के बूब्स दबाने लगी, और दीदी आ आ करके सिसकारियाँ लेने लगी. मैने दीदी के बूब्स को ज़ोर से दबाया, और वो चीख उठी आ करके. मैं डोर हॅट गयी. थोड़ी देर बाद दीदी मेरे पास आई, और मुझे नंगी कर दिया.

उसके बाद उसने मुझे बेड में लिटाया, और मेरी छूट चाटने लगी. मेरी छूट शेव्ड नही थी इसलिए उसने चाटना छ्चोढ़ दिया, और किस करने लगी. फिर वो अलमारी के पास गयी, और कुछ निकाला और मेरे पास आई. मैने देखा वो एक डिल्डो था. वो लगभग 10 इंच का होगा, और मोटा और बहुत हार्ड था.

फिर उसने मेरी टांगे फैलाई, और डिल्डो का टोपा मेरी छूट में रगड़ने लगी. मुझे दर्द हो रहा था क्यूंकी आज से पहले लंड नही लिया था. फिर दीदी ने एक झटका मारा, और डिल्डो तोड़ा सा अंदर गया. मैं दर्द के कारण चीख उठी, और ज़ोर से चिल्लाई-

मे: आआहह दीदी, निकालो. दर्द हो रहा है.

उसने ये आवाज़ सुन कर और ज़ोर से धक्का मारा, और मेरी छूट को फाड़ते हुए लंड अंदर चला गया. दीदी अब मेरे उपर लेट गयी, और मुझे किस करते-करते छोड़ने लगी. मुझे दर्द हो रहा था, लेकिन मैं कुछ कर नही पा रही थी. दीदी ने धक्के तेज़ किए, और मुझे अब मज़ा आने लगा था.

मैं ज़ोर-ज़ोर से आ अफ आ उफ़फ्फ़ कर रही थी. दीदी मेरे बूब्स को ज़ोर से पकड़ के दबाने लगी, और एक हाथ से थप्पड़ मारने लगी गाल पे. मैं ज़ोर से चिल्ला रही थी.

दीदी ने मुझे पूछा: कैसा लग रहा है छ्होटी?

मैने कहा: बहुत मज़ा आ रहा है.

उन्होने कहा: तू और मज़े लेगी?

मैने कहा: कैसे?

फिर दीदी ने मुझे घुमा दिया, और मेरे उपर चढ़ के अपना डिल्डो मेरी गांद में डाल दिया, और अपना हाथ मेरे मूह में रख दिया. दीदी ने धक्का तेज़ किया, और मेरी आँखों के आयेज अंधेरा सा होने लगा. थोड़ी देर बाद दीदी ने पूरा लंड मेरी गांद में डाल दिया. फिर धक्के तेज़ करने लगी.

मैं रो रही थी. बहुत दर्द हो रहा था मुझे. फिर 10 मिनिट दर्द के बाद मज़ा आने लगा. मैने दीदी का हाथ हटाया, और मज़े लेने लगी, और सिसकारियाँ तेज़ कर दी. दीदी ने दोनो हाथ से मेरी गांद को थप्पड़ मार के लाल कर दिया. मुझे अछा लग रहा था.

13 मिनिट बाद मैं झाड़ गयी, और दीदी के डिल्डो में पूरा छूट का रस्स निकाल दिया. जब मैने डिल्डो को देखा, उस पर खून लगा था. दीदी ने डिल्डो सॉफ किया. उसके बाद मैने वो डिल्डो पहन लिया, और दीदी की गांद मारी. क्यूंकी उनकी गांद बहुत मस्त थी.

मैने पहले कोशिश की, लेकिन घुस नही रहा था. दीदी ने साथ दिया, और मैं उन्हे स्पीड से छोड़ रही थी. दीदी भी “आ आहा या छ्होटी योउ कॅन दो इट आ” कर रही थी. मुझे उनकी गांद ढीली लग रही थी. मैने ज़ोर से छोड़ा और 20 मिनिट चुदाई के बाद दीदी झाड़ गयी.

फिर मैने उनको सीधा किया, और उनके पैरों को अपने कंधो पे रखा, और छूट में डाला. मेरा एक ही धक्के में डिल्डो पूरा चला गया, और मैं बदला लेने के लिए दीदी के दोनो बड़े-बड़े बूब्स पे दोनो हाथ से ज़ोर-ज़ोर से मारने लगी.

वो गाली देने लगी: साली रंडी, दर्द हो रहा है.

मैने कहा: रंडी तू साली छिनाल. पता नही कितने लंड ले चुकी है.

फिर 10 मिनिट में दीदी झाड़ गयी, और जल्दी से मुझे घुटनो में बिताया, और मेरे मूह में अपनी छूट रखी, और उनका सारा पानी पीने को बोली. मुझे अजीब लग रहा था. बुत गरम-गरम पानी पीक मज़ा आ गया. तोड़ा पानी मेरे बूब्स पे गिरा. दीदी ने उसे चाट कर सॉफ किया. हम दोनो नहाने चले गये.

मैने दीदी से पूछा: दीदी आपका कोई ब्फ है क्या?

उसने कहा: एक नही दो है. तुझे भी मज़े दील्वौनगी.

मैं एक-दूं एग्ज़ाइटेड थी असली लंड से चूड़ने को. तो मेरे साथ बने रहिए, और जानिए कैसे मैने दीदी के दोनो ब्फ के साथ चुदाई की.

दोस्तों ये मेरी फर्स्ट स्टोरी है. आप लोग अपने कॉमेंट्स कीजिए और बताइए कैसी लगी ये स्टोरी. आप मेरे से एमाइल से बात कर सकते है शर्मशरुति2069@गमाल.कॉम पर. और फ्रेंड्स प्लीज़ बताइए आपको ये स्टोरी कैसी लगी.

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