राजकोट की वासना से भारी क्लाइंट के साथ नया साल

हेलो, मैं कॉल बॉय रोहित. आपका अपनी सेक्सी, कामुक, और रियल कहानी में स्वागत करता हू. आप सभी रीडर्स को मेरी तरफ से हॅपी न्यू एअर. आज मैं आपके सामने एक और रियल कहानी लेके आया हू.

आपने मेरी पिछली स्टोरीस पढ़ी होंगी. नही पढ़ी हो तो पढ़ लो. मैं उसी कहानी की औरत को जिसका नामे नीतू है. उसे मैने एक बार छोड़ा था. उसके बेटे ने मुझे मा को छोड़ने के लिए बहुत बार बुलाया था. इस बार उसने कॉल करके बताया की उसकी मा को 31स्ट्रीट की रात मेरे साथ माननी थी. तो अब ये स्टोरी आपको उसके बेटे राज की ज़ुबानी सुन्नी पड़ेगी.

हेलो, मैं राज हू. और मैं राजकोट का रहने वाला हू. मेरी मा नीतू ने मुझे बोला की उसे 31स्ट्रीट रोहित के साथ मानना था. तो मैने तो हा बोल दिया. मा ने मुझसे कहा-

मा: तेरे पापा यहा है नही. तो उसे इस बार हमारे घर बुला ले. मस्त पार्टी भी करेंगे.

मुझे मा का ये आइडिया अछा लगा. मैने मा के सामने ही रोहित को कॉल किया. मैने उससे कहा-

मैं: हेलो रोहित, कैसे हो तुम? मेरी मा ने तुम्हे याद किया है. क्या तुम फ्री हो?

रोहित: हा फ्री हू बोलो.

मैं: यार मा तुमसे 31स्ट्रीट को मिलना चाह रही है. क्या तुम मेरे घर आ जाओगे? यहा हम तीनो पार्टी करेंगे, और तुम मा के साथ एंजाय करना.

रोहित: 31स्ट्रीट को मैं नही आ सकता, क्यूंकी मुझे पहले से ही बहुत लॅडीस के ऑफर आ रहे है. इसलिए मेरा आना नही हो पाएगा.

मा उसकी बात सुन के टेन्षन में आ गयी. उनका फेस उदास हो गया. मैने फोन स्पीकर पर कर रखा था, तो वो सब सुन रही थी. मा झट से रोहित से बोली-

मा: अर्रे क्या पागल हो तुम? आ जाओ ना यार. मेरा बहुत मॅन है तुम्हारे साथ न्यू एअर सेलेब्रेट करने का. प्लीज़ रोहित. ऐसा क्यूँ बोल रहे हो?

रोहित: सॉरी मेरी जान. नेक्स्ट टाइम आ जौंगा बेबी. मैने कही और मीटिंग फिक्स की हुई है. पैसे भी आचे दे रही है वो, इसलिए सॉरी.

मा का फेस उदासी और गुस्से का मिक्स जैसा हो गया. मैं भी मा को उदास नही देख सकता था. मैने कहा-

मैं: यार भाई, आ जाओ प्लीज़. देखो मा कैसे साद हो गयी है. उसका बहुत मॅन है तुम्हारे साथ रहने का.

रोहित फिर भी नही मान रहा था. उसे मैने बहुत बोला. मा ने भी रिक्वेस्ट की लेकिन रोहित का पहले से ही प्लान था. फिर एक-दूं से मा ने उससे कहा-

मा: सुनो रोहित, मैं तुम्हे उससे डबल पैसे दूँगी. अब तो आ जाओ. मुझे तुम पर ट्रस्ट है, और तुम एक आचे और सेक्यूर बॉय हो. इसलिए मेरा मॅन बार-बार तुम्हारे साथ करने को कहता है. रोहित मैने पैसे बढ़ा दिए है. अब ज़्यादा नाटक मत करो, आ जाओ तुम.

रोहित: ठीक है, तुम इतना बोल रही हो. तो मेरी जान आ जौंगा. लेकिन तुम बहुत नाटक करती हो सेक्स में.

मा ने कहा: नही करूँगी बाबा. तुम आ जाओ, मज़े से करना तुम, ओक?

रोहित: ओक मी लोवे.

हमने रोहित से 30 से 40 मिनिट तक बहुत बातें की. लेकिन स्टोरी लंबी ना हो, इसलिए शॉर्ट में बता रहा हू. उसके बाद रोहित को मैने अपनी लोकेशन दे दी. उसने 30 डिसेंबर को यहा आने का बोला. हमने भी अब न्यू एअर की तैयारी कर दी.

मा ने अपना रूम आचे से सजाया. क्यूंकी उसे रात को चूड़ना था. मा बहुत खुश नज़र आ रही थी. रोहित से वो पहले भी 6 बार चुड चुकी थी. लेकिन न्यू एअर की चुदाई का मज़ा ही अलग है.

रोहित 30 डिसेंबर को राजकोट आ गया. उसने मुझे कॉल किया, और मैं उसे घर लेके आ गया. उस टाइम दिन 2 बाज रहे थे. हम घर आए तो मा ने गाते खोला. मा रोहित को देख कर बहुत खुश हुई.

मा रोहित से पहले सेक्स कर चुकी थी, और मुझे सब पता था. इसलिए अब मा मुझसे बिना शरमाये उसके गले लग गयी. मा ने उस टाइम ब्लू सारी पहनी हुई थी. बहुत ही कड़क माल लग रही थी.

रोहित ने भी मा की मोटी गांद दबाते हुए उसके लिप्स को किस करके स्माइल दी. मा ने भी उससे किस दिया. हम अंदर बैठे. थोड़ी देर में मा उसके लिए छाई नाश्ता ले आई. रोहित ने मा से कहा-

रोहित: मेरी जान, कैसी हो तुम?

मा: तुम्हे देखने के बाद अब बहुत खुश हू. तुमने जब आने से माना किया तब तुम पर बहुत गुस्सा आया. सामने होते तो थप्पड़ मार देती.

रोहित: ये लो मेरा गाल, और मार लो अब. इसी बहाने तुम्हारे सॉफ्ट हाथ मेरी गालों को टच होंगे.

मा उसके पास बैठ गयी, और उसके गाल खींच कर बोली-

मा: बदमाश! बहुत नॉटी हो तुम.

रोहित ने मा के बाल पकड़ के एक किस उसके गाल पर दे दिया. मा ने भी हल्का सा प्यार से थप्पड़ मारा और किस दिया. मैने मा से कहा-

मैं: तुम लोग अभी से शुरू हो गये. मा तुम रोहित से प्यार करती हो बस.

फिर मा मेरे पास आई और मुझे भी एक किस देके बोली-

मा: नही मेरा बच्चा. तुझे भी बहुत प्यार करती हू. ई लोवे योउ मी सोन.

हमने नाश्ता किया. फिर उसके बाद रोहित फ्रेश होने बातरूम चला गया. रोहित ने मा से टवल माँगा. वो अंदर नहा रहा था, पार्टी जो करनी थी रात को. मा टवल लेके गयी, तो उसने मा का हाथ पकड़ के अंदर खींच लिया.

बातरूम का गाते खुला था, इसलिए मुझे सब देख रहा था. उसने गाते के पास दीवार की साइड में मा को दबा दिया, और मा को बिना सुने उसके लिप्स चूसने लगा. एक हाथ से गांद ज़ोर से दबाने लगा. मा की सिसकियाँ निकल गयी.

मा: उहह आह रोहित. रुक जाओ ना बेबी. बेटा है यहा पर मेरा देखो ना.

रोहित: अर्रे नीतू जानेमन. तेरे बेटे ने तुझे कितनी बार नंगा देखा है. उसे भी कोई प्राब्लम नही है.

मैने रोहित की बात का जवाब दिया.

मैं: हा मा, आप एंजाय करो ना. क्यूँ फालतू का ड्रामा कर रही हो?

मा चुप हो गयी. फिर रोहित उसके बूब्स दबाते हुए उसे चूमने लगा. 5 मिनिट तक उसने मा के होंठो को चूसा. मा ने भी उसका साथ दिया था. मा भी उसका कड़क लंड दबाने लगी. रोहित मा की गांद को ज़ोर से दबा देता था, जिससे मा की चीख निकल जाती.

मा: आह श ऑश क्या करते हो तुम. रोहित अब बस करो. रात के लिए कुछ छ्चोढ़ दो.

रोहित ने 2 मिनिट और किस करके मा को फ्री कर दिया. मा के होंठो से लिपस्टिक उसने निचोढ़ ली थी. मा हल्के से हासणे और शरमाने लगी थी. वो जल्दी से सारी ठीक करके रूम से चली गयी.

रोहित को देख कर मैं हासणे लगा. उसने भी स्माइल दी. मैं उसके पास गया और बोला-

मैं: मेरी मा बहुत मूड में है. वो सिर्फ़ तुझसे चूड़ने के लिए रेडी रहती है. आज इसे रंडी की तरह छोड़ना.

रोहित: हा बस तू देखता जेया. कैसे-कैसे छोड़ता हू इसे.

फिर वो नहा के बाहर आया. हम हॉल में बातें करने लगे. मा किचन में काम कर रही थी. मेरी गफ़ का कॉल आ गया. उसका सेक्स का मूड बन रहा था. तो मैने सोचा मा से बात करू और उसे यहा बुला लू. फिर मैं किचें में गया.

मैं: मा मैं अपनी गफ़ को भी बुला लू? उसका भी आपकी तरह बहुत मॅन है.

मा: अर्रे नही पागल. यहा मत बुला उसे. बाहर वालो का घर में कोई काम नही. एस्पेशली आज तो किसी को नही आने दूँगी. तू उससे मिलने कही और चला जेया.

मा: देख मैं चाहती हू हमारा एंजाय सेफ रहे, और तू रोहित को जानता है. वो कही भी शुरू हो जाता है. तेरे गफ़ के सामने ही मेरे साथ करना शुरू कर दिया तो मुझे गिल्ट फील होगा.

मैं भी मा की बात मान गया, और गफ़ से मिलने होटेल चला गया. अब मा और रोहित घर में अकेले थे. अभी शाम के 6 बजे थे. मैने सोचा गफ़ को 1 रौंद छोड़ कर आ जाता हू. फिर मा को चूड़ते हुए भी देखना था. और न्यू एअर आने में अभी टाइम था. सो मैं निकल गया. अब आयेज की कहानी रोहित की ज़ुबानी.

राज घर से निकल गया. मैं वही हॉल में फोन उसे कर रहा था, और नीतू किचन में खाना बना रही थी. किचन ओपन था हॉल से अंदर का सब कुछ दिख रहा था. नीतू ब्लॅक सारी में बॉम्ब लग रही थी. उसके बाल पीछे गांद पर आ रहे थे. बहुत ही सेक्सी लग रही थी. मैं किचन में चला गया. मैने ज़ोर से उसकी कमर को कस्स के पकड़ लिया, जिससे उसकी चीख निकल गयी.

नीतू: आह रोहित, बहुत बदमाश हो तुम. ऐसे कों करता है? चलो जाओ बाहर बैठो. मुझे काम करने दो बाबा.

मैं उसकी नेक पर चूमने लगा. उसके बदन में बिजली दौड़ गयी. श की आवाज़ के साथ उसने आँखें बंद कर ली. मैने उसकी गर्दन के बाल साइड किए, और उसके गले के माज़ को मूह में लेके चूसने लगा. इससे नीतू मचल गयी, और सिसकी लेके बोली-

नीतू: आह उम्म्म उहह तुम ना यार बहुत ज़िद्दी हो. कभी मेरी नही मानते हो. प्लीज़ बेबी रुक जाओ. रात को कर लेना जो करना है, मैं भी तो करूँगी.

मैं: तो साली कर ना अपना काम तू. मैं अपना काम कर रहा हू. बहनचोड़ चुप-छाप खड़ी रही.

वो चुप हो गयी, और मैं उसके गोरे गले को चाटने लगा. उसने किचन की डेस्क को पकड़ लिया. उसकी साँसे तेज़ होने गयी. नीतू एक हाथ पीछे करके मेरे बालों को सहलाने लगी. उसे भी मज़ा आ रहा था.

मैने उसे अपनी तरफ किया, और उसके होंठो को किस करने लगा. उसकी कामुक नशीली आँखें बंद हो गयी. नीतू भी मुझे किस करने लगी, और फिर बोली-

नीतू: उहह उम्म्म. तुम ना रोहित, मानते नही हो. पता नही कैसे गरम कर देते हो मुझे. बहुत बदमाश हो.

बाकी नेक्स्ट पार्ट में. कही जाना मत दोस्तों. आप में से बहुत सी औरतों और हाउसवाइव्स को रियल और सेक्यूर प्यार सेक्स चाहिए. लेकिन किसी को बता नही पाती है. अगर आपको लाइफ में एंजाय और सॅटिस्फॅक्षन चाहिए. तो मुझे आप गम0288580@गमाल.कॉम पर मैल करे. आपकी सभी डीटेल्स सेक्यूर रहेंगी.

थॅंक्स ड्के.

यह कहानी भी पड़े  कहानी मेरी और मेरे स्टूडेंन्ट की चुदाई की


error: Content is protected !!