प्यार के इज़हार के बाद बाप बेटी की चुदाई

नमस्ते दोस्तों! तो मेरी 23र्ड बर्तडे को घर के सभी मर्दों ने मेरी जाम के चुदाई की. उसके बाद सब हॉल में सोफे पर बैठ गये. मैं वहीं फ्लोर पर नंगी पड़ी हुई थी. मेरा अंग-अंग टूट रहा था.

बड़े चाचा: अब सीमा की भी शादी करने का वक़्त आ गया है. जिस तरह से 5 साल से हमने इसे छोड़ा है. मुझे नही लगता की अब ज़्यादा दिन इसकी छूट टाइट रहेगी.

छ्होटे चाचा: हा सही बोल रहे हो. इसकी गांद रीमा से भी ज़्यादा फूल गयी है. लड़के वालों को शक़ ना हो जाए, और अगर ग़लती से भी प्रेग्नेंट हो गयी तो दिक्कत हो जाएगी.

मैं वहीं नंगी लेते हुए सब सुन रही थी, और मॅन में सोच रही थी “कैसे मर्द है मेरे परिवार के? एक तो अपनी ही बेटियों को पेलते है, और फिर किसी नाल्ले से शादी करा देते है”.

पापा: कोई हो आपकी नज़र में तो देखिए. जैसा आप लोगों को ठीक लगे.

मैं जैसे-तैसे खड़ी हो कर, अपने फटते कपड़ों को समेत कर अपने कमरे में जाने लगी. तभी बड़े भैया ने बोला-

बड़े भैया: कहाँ चली रंडी? तेरी शादी की बात हो रही है, तो शर्मा गयी क्या?

मैने कुछ जवाब नही दिया, और जेया ही रही थी, की अचानक से पापा ने मुझे फिर पीछे से पकड़ लिया, और मुझे घुटनो पे बिता कर मूह खोलने को बोले. मैने वैसे ही किया. पापा ने फिर अपनी ज़िप खोली, और मुझ पर मूतना शुरू कर दिए. सारा पीशब मेरे मूह में जेया रहा था.

पापा: पी जेया साली रंडी. यही औकात है तेरी.

मैं जितना हो सके पीशब पी गयी. फिर भी पीशब से मेरा सारा बदन भीग गया. फिर पापा दोबारा जेया कर सब के साथ शराब पीने लगे. मुझे बहुत बुरा लगा. फिर मैं उठ कर अपने कमरे में चली गयी, और उसी तरह पीशब से भीगे बदन को लेकर बेड पर लेट गयी.

थोड़ी देर में पापा कमरे में आए, और मेरे पास आ कर बैठ गये. पापा का भी दिल शायद से तोड़ा पिघल गया.

पापा: क्या हुआ? तुझे तो चूड़ने में मज़ा आता है ना?

मे: मुझे आपसे चूड़ने में मज़ा आता है. या आप जिससे बोलॉगे उससे चुड लूँगी. आप मेरी गांद में दो लंड डलवा दो, मुझे फिर भी फराक नही पड़ता. मगर मुझे अपने से डोर मत करो. मैं आपसे प्यार कर बैठी हू. मुझे आप अपनी रखैल ही बना लो, मुझे फराक नही पड़ता.

पापा ये सब सुन कर मेरे पास आए और मुझसे बोले-

पापा: अछा इतना प्यार करती है तू मुझसे? मगर ये बता अगर तेरी बिना शादी के बच्चा हो गया, तो उसका बाप कों बनेगा?

मैं उठ कर बैठ गयी, और बोली: आप बन जाओ मेरे बच्चे के बाप. मैं घर से कहीं डोर रह लूँगी. वहीं अपने बच्चे को पाल लूँगी.

पापा हासणे लगे और बोले: तू चिंता मत कर. तेरी शादी किसी नाल्ले से करवाएँगे रीमा की तरह. ताकि हम सब तुझे छोड़ते भी रहे, और अगर बच्चा हो तो उसका कहलाए.

मैं समझ चुकी थी की मेरी ज़िंदगी भी रीमा जैसी ही होने वाली थी. मैं रो ही रही थी, की पापा ने मेरा फेस पकड़ा, और मुझे किस करने लगे. मैने भी पापा का पूरा समर्थन किया, और उन्हे किस करने लगी.

मे: पर पापा मैं आपके मुझपे पीशब करने के बाद नहाई भी नही. मेरा बदन अभी भी गीला है.

पापा ने बिना कुछ जवाब दिए मेरे दोनो बूब्स को हाथो में लिए, और चूसने लगे. मैं भी तुर्न ओं हो गयी थी. पापा ने अपने एक हाथ से मेरे मूह को बंद कर दिया, ताकि कुछ बोल ना साकु. मैं भी पूरी तरह गरम हो गयी थी. सब भूल कर मैं पापा की उंगलियों को चूसने लगी.

मे: पापा, ई लोवे योउ. प्लीज़ मुझे अपनी रखैल बना लो, और सिर्फ़ आप छोड़ो आ.

पहली बार पापा इतने प्यार से मुझे छोड़ रहे थे. धीरे-धीरे पापा मेरी छूट की तरफ बढ़े और मेरी छूट चाटने लगे. पापा की टंग कमाल की थी. मैं तुरंत ही पूरी गीली हो गयी. मैं ज़ोर-ज़ोर से मोन कर रही थी. मुझे बिल्कुल फराक नही पद रहा था की कोई भी सुन ले. पापा के सिर को पकड़ कर मैने और अंदर दबा दिया, ताकि उनकी तौँगे और अंदर तक पहुँचे.

पापा ने फिर दो उंगलियाँ मेरी गांद में डाली. पहले ही चुदाई के बाद मेरी गांद का च्छेद ढीला हो चुका था, तो उंगलियाँ आराम से अंदर चली गयी. मैं आनंद की चरम सीमा पे थी और मेरे सरीर से मानो सारा दर्द गायब सा हो गया.

थोड़ी देर में मैं झाड़ गयी, और पापा का फेस मेरे पानी से गीला हो गया. फिर पापा बेड के किनारे बैठ गये. मैं उनके उपर चढ़ कर उनके लंड को अपनी छूट में सेट की, और उनके लंड पे उछालने लगी. मेरे दोनो बूब्स को बारी-बारी से पापा चूज़ रहे थे, और कभी-कभी बीच में मेरे निपल्स को बीते कर रहे थे. पापा जानते थे की मेरे निपल्स कितने सेन्सिटिव है. मैं ज़ोर-ज़ोर से मोन किए जक़ा रही थी.

पापा: धीरे मोन कर, कोई सुन कर आ गया तो उससे भी चूड़ना पड़ेगा.

मगर मुझे कहाँ फराक पड़ने वाला था. मैने मोन करना ज़रा सा भी कम नही किया. थोड़ी देर में ही मैं फिर झाड़ गयी. मैं तुरंत ही पापा के लंड पर से उतरी, और घुटनो पे बैठी. फिर पापा के लंड को चूसने लगी. पापा के लंड पर मेरा पानी भी लगा हुआ था. सब कुछ काफ़ी रोमॅंटिक था. पापा पहली बार मुझे किसी रंडी की तरह नही छोड़ रहे थे.

पापा के लंड के साथ-साथ में उनके गोट्ते भी सॉफ कर रही थी. वो मेरे बालों को पकड़ कर अपना लंड मेरे गले के अंदर तक डाल रहे थे. पापा के लंड को मैने आचे से गीला किया.

मे: उगगगघ उघह. ऐसे ही आपके लंड को ज़िंदगी भर चूसना चाहती हू उघह.

फिर मैं थोड़ी देर बाद बेड पर घोड़ी बन गयी और पापा को मेरी गांद छोड़ने का निमंत्रण दिया. पापा ने निमंत्रण स्वीकार किया और लंड मेरी गंद पे सेट करके मेरी गांद छोड़ने लगे. वो बिल्कुल रफ नही कर रहे थे. एक-दूं आराम-आराम से मेरी गांद छोड़ रहे थे. मैं भी बहुत एंजाय कर रही थी. ना-जाने कितनी बार झाड़ चुकी थी मैं.

फिर पापा ने दोबारा बेड पर लिटा दिया, और लंड को मेरी छूट में डाल कर मिशनरी पोज़िशन में मुझे छोड़ने लगे. साथ ही साथ मुझे किस भी करने लगे. मैने भी उन्हे अपनी दोनो जांघों से जाकड़ लिया था. ऐसा लग रहा था की मैं ही पापा की बीवी हू.

फिर मैने पापा को बेड पर लिटा दिया, और उनपे चढ़ गयी. मैने दोबारा पापा के लंड को अपनी छूट पे सेट किया, और फिर अपने उनके लंड पर उछालने लगी. पापा के साथ ये सब मैं पहली बार कर रही थी. मैं फिर पापा के छ्चाटी को चूमने लगी. पापा भी मेरी आर्म्पाइट को चूमने लगे. वो और मैं दोनो पसीने से भीग चुके थे. फिर भी रुकने को मॅन नही कर रहा था.

पापा के लंड पे मैं सिर्फ़ उपर-नीचे ही नही, गोल-गोल भी ग्राइंड कर रही थी. पापा तक मोन करने लगे थे. थोड़ी देर बाद में मैं फिर से झड़ने वाली थी.

मे: पापा! ह अहह, मैं फिर झड़ने वाली हू.

पापा: रुक जेया, मैं भी झड़ने ही वाला हू.

मे: आहह ह, ओक पापा.

मैने खुद को रोकने की पूरी कोशिश की, और फिर हम साथ में एक टाइम पे झाड़ गये. पापा ने अपनी सारी टंकी मेरी छूट के अंदर ही खाली कर दी. जैसे ही मैने उनका लंड निकाला, पापा का माल मेरी छूट में ओवरफ्लो हो कर बाहर आने लगा. पापा के चेहरे पे मुस्कान थी. मैने पापा के लंड को भी चाट के सॉफ किया.

मे: ई लोवे योउ पापा.

पापा ने कुछ जवाब नही दिया. मैं वहीं उनके बाहों में लेट गयी. हम दोनो की साँस चढ़ि हुई थी, और दोनो पसीने से भीगे हुए थे. फिर मैं पापा को वॉशरूम में लेकर गयी, और उनके लंड को मूह में ले लिया. पापा ने पीशब करना शुरू किया. पापा के पीशब की एक बूँद भी मैने बर्बाद नही होने दी. सब पी गयी. ये मेरा तरीका था दिखाने का की मैं कितना प्यार करती हू पापा से.

फिर हम दोनो ने साथ में शवर लिया, और पापा कमरे से चले गये. मैं खुशी-खुशी सो गयी. ये मेरा बेस्ट बर्तडे था अब तक का. पापा को भी मेरे लिए फीलिंग्स आ रही थी.

तो दोस्तों कैसी लगी आपको मेरी ब’दे के दिन की चुदाई? अची लगी तो कॉमेंट्स में ज़रूर बताईएएगा. अगर आप मुझसे सेक्स छत करना चाहते है तो सीमरानी8317149@गमाल.कॉम पर ग-छत पे मेसेज कर सकते है.

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