ही रीडर्स, मेरी और मम्मी की चुदाई में आपका फिरसे स्वागत है. लास्ट पार्ट में आपने पढ़ा की कैसे मेरी और मम्मी के बीच हमारी पहली चुदाई हुई. चुदाई करने के बाद मैं मम्मी से लिपट के सोने लगा.
मैं: मम्मी आपको छ्चोढने का मॅन नही कर रहा.
मम्मी (मुझे स्माइल देते हुए): क्यूँ, इतनी पसंद आ गयी मुम्मा?
मैं: आप तो मुझे पहले से पसंद हो. पर आज जो अपने मज़ा दिया है, मैं लाइफ में नही भूलूंगा. एक बात कहूँ मम्मी?
मम्मी: हा बोलो बेटा.
मैं: मम्मी मुझे अब लग रहा है की अब हमे आने वाले समय में बहुत सतर्क रहना पड़ेगा. मैं नही चाहता की हम अपना कंट्रोल खो कर सब के सामने कुछ ऐसा-वैसा करे. आपके बारे में बहुत सोचने लगा हू मैं.
मम्मी (मेरे माथे पर हाथ घुमा कर): बेटा तू कितना समझदार हो गया है. मैं इस बात का ध्यान रखूँगी. हम अकेले होंगे तब ही रिस्क लेंगे.
मैं: मम्मी मैं कभी-कभी ज़िद्दी हो जाता हू. तो आप मुझे संभाल लेना.
मम्मी: तू मेरा बेटा है, और मुझे आचे से पता है की तेरी ज़िद को कैसे पूरा करना है.
अब मैं और मम्मी एक-दूसरे को किस करने लगे. मैं मम्मी के साथ कब सो गया, मुझे पता ही नही चला. जब मेरी आँख खुली तब मम्मी मेरे पास नही थी. मैने टाइम देखा तो शाम के 7 बाज रहे थे. अब दोपहर को मुझे सोने की आदत है नही, तो मुझे कुछ अछा नही लग रहा था. उपर से आज मेरे और मम्मी के बीच जो हुआ, वो बस एक सपना ही लग रहा था.
इन्सेस्ट रीलेशन को मेनटेन करना वो भी मेरे लिए एक नया चॅलेंज था. मैं उठ कर बातरूम में गया. जब मैने अपने आप को मिरर में देखा, तो मेरा चेहरा बदल सा गया था. अपनी ही मा को छोड़ने वाला हैवान बन गया था. मुझे जो चाहिए था वो मैने कर डाला था. मैं जब बेडरूम से बाहर निकला, तब मम्मी किचन में रसोई बना रही थी. मम्मी ने मुझे देख कर स्माइल की.
मम्मी (नॉटी स्माइल देते हुए): आज बहुत मेहनत की है, तो आचे से नींद आई ना?
मैं (हेस्ट हुए): हा बहुत ही अची नींद आई. मेरा तो अभी भी सोने का मॅन कर रहा है. पर अभी ज़्यादा सो गया तो रात को नींद नही आएगी?
मम्मी: हा फिर रात को अकेले क्या करेगा? तेरे पापा नही होते तो रात को भी तुझे सोने नही देती.
मैं (मम्मी को पीछे से हग करके): अछा अभी भी आग नही बुझी?
मम्मी: तुमने जो आग लगाई है, इतनी आसानी से नही बुझने वाली.
मैं (उनकी नेक पर किस करके हुए): अब मैं हू ना, तो क्यूँ टेन्षन ले रहे हो?
मैने मम्मी की कमर में हाथ डाला, और उसको सहलाने लगा. मम्मी थोड़ी गरम होने लगी. वो मेरी आँखों में देख रही थी. मैने मम्मी के लिप्स पर लिप्स रखे, और किस करने लगा. मम्मी भी मुझे रेस्पॉन्स देके किस करने लगे. मैने अपना एक हाथ मम्मी के बूब्स के उपर रख दिया, और दबाने लगा.
मम्मी (मुझे धक्का देकर): बस बेटा, आज के लिए इतना ही. अब तेरे पापा के आने का टाइम हो गया है.
मैं: ठीक है मम्मी. मैं मार्केट जेया रहा हू. कुछ काम हो तो बता दो.
मम्मी: तुम फ्लॅव्र्ड कॉंडम लेते आना. मुझे वो बहुत पसंद है.
मैं (शॉकिंग फेस): कों सा फ्लेवर पसंद है?
मम्मी: बहुत टाइम हो गया. अब तो याद भी नही है कों से कों से आते है. तुम सारे लेते आना.
मैं: पापा कों सा लाते है?
मम्मी: वो तो बोरिंग है. मैं तो उनसे ये सब के लिए कहती भी नही.
मैं आयेज कुछ पूचु उससे पहले ही घर की डोरबेल बाजी. मैने डोर खोला तो पापा थे. मैने भी पापा से पूछा कुछ लाना है उसके बारे में, तो उन्होने उनकी 2-3 चीज़ें मँगवाई. मैं अब मार्केट चला गया. मैने मेडिकल स्टोर से हर टाइप के कॉंडम खरीद लिए, और मम्मी की गर्मी देखते हुए मैने सेक्स में पवर रहे उसकी टॅबलेट भी रख ली.
घर आ कर हमने साथ में खाना खाया. मैं और मम्मी पापा के सामने रोज़ की तरह कॅषुयल बिहेव में रहे. मुझे पापा को देख कर तोड़ा गिल्ट भी हुआ, की मैं और मम्मी उनको कितना बड़ा धोखा दे रहे थे.
रात को मुझे नींद नही आ रही थी. मैं गहरी सोच में चला गया. मुझे अब पक्का यकीन हो गया था, की मम्मी ने शादी से पहले और बाद में बाहर अपनी चुदाई करवाई थी. और जिसने भी मम्मी को छोड़ा होगा, वो भी बड़ा शौकीन होगा. क्यूंकी मम्मी को उसने हर तरह के दाव पेच सीखा रखे थे. और मेरी मम्मी को उसने बहुत बार छोड़ा होगा.
मम्मी की बातें दिमाग़ में घूम रही थी. उसने बताया था की बहुत दीनो के बाद ऐसी चुदाई हुई थी. बहुत समय बाद किसी ने उनको घोड़ी बनाया था. उसने ये भी बताया की अब उनका घर में काम हो गया था, और बाहर बदनामी का दर्र भी नही रहा. और उसने ये भी कहा था, की मैने उनकी जवानी के दिन याद दिलवा दिए थे.
वो आज मुझे फ्लेवर कॉंडम का बोली. और मेरे पापा बोरिंग है ऐसा भी पता चला, तो मम्मी किस-किस का लंड चूस चुकी होंगी? ये सब बातें मेरे दिमाग़ में घर कर रही थी.
मैने ये भी सोचा की उनसे उनकी सेक्स लाइफ के बारे में पूचु. लेकिन वो पूछना मम्मी को अछा नही लगता. शायद मेरा ऐसा पूछना मम्मी के साथ जो रिश्ता बना था, उसमे दरार पद जाती. और वैसे भी सेक्स हर एक की ज़रूरत है. जिसके लिए वो बाहर रीलेशन बनता है, और मैं कहा दूध का धुला था. मैं भी बहुत लड़कियाँ और भाभियों की चुदाई कर चुका था. फिर मैं वो बात दिमाग़ से निकाल कर सो गया.
नेक्स्ट दे मैं जिम से घर आया, तब तक पापा ऑफीस के लिए निकल गये थे. मैं शवर लेकर किचन में आया तो मम्मी को देखता रह गया. वो किचन में कुछ बना रही थी. मम्मी ने डार्क ब्लू कॉटन की प्लैइन सारी और मॅचिंग ब्लाउस पहना था. उन्होने मॅचिंग चूड़ियाँ पहनी थी. उन्होने पोनी बँधा हुआ था, और वो सिंप्ली हॉट लग रही थी. मैं सीधा उनके पास गया, और उनके गाल पर एक किस किया.
मैं: मम्मी आज आप बहुत सुंदर लग रहे हो.
मम्मी (स्माइल देते हुए): थॅंक योउ बेटा.
मैं: मम्मी क्या बना रहे हो?
मम्मी: देख तेरे लिए तेरा फॅवुरेट नाश्ता बना रही हू.
मैं (मम्मी को पीछे से हग करके): थॅंक्स मम्मी, आप मेरा कितना ख़याल रखते हो.
मम्मी: तू भी अपनी मुम्मा का कितना ख़याल रख रहा है. तो मुझे भी अब तेरे बारे में सोचना पड़ेगा ना.
मैं (उनका पेट सहलाते हुए): मम्मी मैं आपके साथ बहुत खुश हू. बस आप खुश रहो. आपको खुश देख कर ही मैं खुश हू.
मम्मी (पलट कर मुझे हग करके): अभी तुम मुझे ऐसे ही प्यार करते रहना. तेरे पापा तो मेरे से ठीक से बात भी नही करते. अब तेरे से ही उमीद है.
मैं (उनकी नेक पर किस किया): मैं हमेशा ऐसा ही रहूँगा, मेरे में बिल्कुल चेंज नही आने दूँगा. अगर ग़लती से मैं डोर जाने लागू, तो मुझे माना लेना.
मम्मी: हा वो तो पता है. तेरी शादी हो जाएगी, तब अपनी बीवी का हो जाएगा. लेकिन तू चिंता मत कर बेटा, तब मैं तेरे को डिस्टर्ब भी नही करूँगी.
मैं (उनको कस्स कर गले लगा कर): कुछ नही होगा मुम्मा. अभी जैसे मॅनेज कर रहे है, वैसे बाद में भी करेंगे. अर्रे हा तब तक तू बुद्धि हो जाएगी (उसको चिढ़ाते हुए).
मम्मी (मेरी पीठ को सहलाते हुए, सेडक्टिव वाय्स में): हा लेकिन तू इश्स बुधिया को छ्चोढ़ नही सकेगा. आग तो तब भी जलती रहेगी.
मैं: वो बात तो है. आप में आग बहुत है. और मैं उसको बुझाने के लिए हमेशा तैयार रहूँगा.
मैं मम्मी के लिप्स को चूसने लगा. मम्मी मुझे धक्का मार कर बोली: चल पहले नाश्ता कर ले. ठंडा हो जाएगा.
मैं और मम्मी साथ में नाश्ता कर रहे थे. मम्मी मुझे बड़ी शरारती नज़रों से देख रही थी, और मंद-मंद मुस्कुरा रही थी. मेरा तो नखरे देख कर ही वही छोड़ने का मॅन कर रहा था. वो मुझे उकसा रही थी. मैं कुछ करने जाता, तो वो मुझे इशारे से नाश्ता कंप्लीट करने को बोल रही थी.
मेरे से अब रहा नही जेया रहा था. मैने फटाफट नाश्ता कंप्लीट किया, और मम्मी को पकड़ लिया. वो मेरे से डोर खड़ी हो गयी.
मम्मी: अभी क्या कर रहे हो? मुझे काम है, वो पूरा करने दो. बाद में आती हू तेरे रूम में.
वो मेरी आँखों में देख कर मुस्कुरा रही थी. वो शरारत के मूड में थी. मैं उसको छ्छूने जाता तो वो भाग रही थी. मम्मी को पकड़ा-पकड़ी का खेल अछा लग रहा था. डार्क ब्लू सारी में मम्मी की कमर, पेट, और बॅक मस्त दिख रही थी. उपर से उनकी चूड़ियों की ख़ान-ख़ान. मम्मी बहुत खिलखिला कर हस्स रही थी.
श गोद क्या नखरे कर रही थी. उसके चेहरे के एक्सप्रेशन इतने क्यूट और नॉटी थे, की मैं उसके पीछे पागल हो रहा था. मैने आख़िर-कार मम्मी को पकड़ लिया, और उनकी कमर में हाथ डाल कर उनको मेरे से चिपका दिया.
मम्मी ने मेरी और देख कर नॉटी स्माइल की, और मेरी त-शर्ट खींच कर मुझे स्मूच करने लगी. वो मेरे होंठो को इतना फोर्स से चूस रही थी, की मुझे साँस लेने में दिक्कत होने लगी. मम्मी ने कुछ 2-3 मिनिट मुझे ऐसे ही जाकड़ कर रखा. जब मम्मी ने मुझे छ्चोढा, तब हम दोनो की सास फूल गयी थी. हम हाँफ रहे थे.
मम्मी: अभी तू भाग यहाँ से, नही तो आज तुझे कक्चा खा जौंगी.
मैं: हा तो खा जाओ. किसने माना किया है?
मम्मी ने मेरा हाथ पकड़ा, और मुझे मेरे बेडरूम में लेकर गयी. मम्मी ने मुझे बेड पर धक्का मारा, और मेरा पंत खोलने लगी. मैने भी अपनी गांद उपर उठा कर उनको पंत नीचे करने में हेल्प की. मेरा लंड उनके नखरे देख कर ही खड़ा होने लगा था. मम्मी ने जब उसको हाथ में लिया, तो वो कड़क हो गया.
मम्मी ने अब मेरी और देख कर स्माइल की, और मूह में लेकर चूसने लगी. क्या लंड चूस रही थी मम्मी. मेरी तो सिसकारी निकल रही थी. मम्मी ने अचानक से लंड बाहर निकाला, और खड़ी हो गयी. उन्होने अपने बाल खोल दिए, और अपनी सारी उपर करके पनटी निकाल दी. मैं कुछ बोलू उससे पहले ही वो मेरे मूह के उपर बैठ गयी, और अपनी छूट चटवाने लगी.
मम्मी: ह्म.. तू बहुत मस्त चाट-ता है अभी. तेरे होंठ लगते ही मैं मचल जाती हू. आचे से चाट बेटा, मेरी छूट को गीला कर दे.
मैं कुछ 2-3 मिनिट ऐसे ही छूट को चाट-ता रहा. मम्मी को बॉडी अब झटके मारने लगी. मुझे लगा वो मेरे मूह पर झाड़ जाएगी, पर मम्मी ने ऐसा नही किया. मम्मी मेरे उपर से उठ गयी. उसने मेरी त-शर्ट उतार कर पूरा नंगा कर दिया. वो मेरे गले से लेकर लंड तक किस करते हुए नीचे गयी, और मेरे लंड पर बहुत सारा थूक लगाया.
वो मेरे उपर बैठ गयी, और लंड पकड़ कर छूट में घुसा दिया. अचानक से ही मुझे छूट की गर्माहट महसूस होने लगी. मेरी मम्मी की छूट मक्खन की तरह चिकनी, और गरम भी बहुत है. उसको छोड़ने में बहुत मज़ा आता है.
मैने देखा मम्मी की आँखें उपर चढ़ गयी थी, और उनके फेस से लग रहा था उनको हल्का दर्द फील हो रहा था. लेकिन वो मस्ती में छुड़वा रही थी. मैने उसका पल्लू गिरा दिया, और ब्लाउस के उपर से बूब्स दबाने लगा. मम्मी ने अपने हाथ पीछे किए, और ब्लाउस खोल दिया. मम्मी ने नीचे वाइट ब्रा पहनी थी. उनके 34ड्ड साइज़ रौंद बूब्स बहुत सेक्सी दिख रहे थे.
मैने भी गरदन से मम्मी को नीचे खींचा और उनको लिप्स किस करने लगा. वो अब झटके देने लगी, तो मैने छ्चोढ़ दिया. मम्मी ने अपने बाल खोल दिए. कांवासना की देवी लग रही थी. मैं तो उसका ये रूप देख कर उस पर मोहित हो गया. अब वो स्पीड से उछाल रही थी. मैं भी उनकी कमर पकड़ कर नीचे से गांद उठा-उठा कर छोड़ने लगा.
मम्मी: ह्म आहह. मज़ा आ गया बेटा. मैं झड़ने वाली हू बेटा, और स्पीड से छोड़ बेटा.
मम्मी की छूट से रस्स का फुव्वारा निकला जिससे मेरे लंड ने नहा लिया. और उसकी गर्माहट से मेरे लंड ने भी अपना सारा रस्स छूट में छ्चोढ़ दिया. मम्मी तक कर मेरे उपर गिर गयी. मैने मम्मी को कस्स कर पकड़ रखा था. मेरा अब भी उनकी छूट में ही था. हम दोनो ऐसे ही पड़े रहे. कुछ 1-2 मिनिट बाद मम्मी मेरे उपर से नीचे उतरी, और मेरे से लिपट गयी. हम दोनो सॅटिस्फाइड हो गये थे.
मैं: मम्मी क्या था ये? सुबह-सुबह दिन की अची शुरुआत हो गयी.
मम्मी: हा बेटा. अब तो घर पर कोई नही होगा, तो ऐसा ही चलता रहेगा. अभी तुमने तो मुझे निचोढ़ के रख दिया. बहुत सालों बाद मेरी अची से चुदाई हो रही है.
मैं: पापा आपकी अची चुदाई नही करते क्या?
मम्मी: वो तो पहले बहुत छोड़ रहे थे. तेरा जानम हुआ उसके बाद मेरी और ध्यान देना ही भूल गये.
तो बे कंटिन्यूड…