प्यासी मा और बेटे का सेक्स शुरू हुआ

मेरी फॅमिली सेक्स स्टोरी बहुत सारी मोम्स पढ़ कर मज़ा ले रही थी. मृदुला भी उनमे से एक थी. मृदुला अपने बेटे से चूड़ना चाहती थी. आप भी अपना सेक्स एक्सपीरियेन्स शेर कर सकती हो.

अगले दो दिन उसका कोई मेसेज नही आया. मुझे लगा की कोई गड़बड़ हो गयी है. क्यूंकी वो हर छ्होटी सी बात भी शेर करती थी. दूसरे दिन रात को उसका मेसेज आ गया.

मृदुला: ही अमित, कैसे हो?

मैं: यार सब ठीक है क्या? रात तूने मेसेज भी नही किया? कोई गड़बड़ तो नही हो गयी?

मृदुला: दररो मत सब ठीक है. यार घर में कोई गेस्ट आ गये थे, तो सारा प्लान खराब हो गया. मूड भी ऑफ हो गया. आज शाम को ही गये है. अब जेया कर साँस आया है.

मैं: ऑश ये बात है. तुमने कुछ ट्राइ किया था?

मृदुला: सुबह रॉनी को बूब दिखाए थे. सुबह 8 बजे नाश्ता किया, तब तक तो मेरे बूब्स देख रहा था. फिर उनका फोन आ गया, तो मुझे नहा कर सारी पहँनी पड़ी. उनके बेटे का अड्मिशन करवाना था. सनडे के दिन मेरे घर पर ही रुके. आज अड्मिशन करवाया था. अभी शाम को ही फ्री हुई हू.

मैं: और दूसरा बेटा घर आ गया?

मृदुला: ह्म, बुत अब वो अपने फ्रेंड के साथ घूमने गया है. 4-5 दिन नही आएगा. ये तो अछा हुआ यार.

मैं: अब बेटे पर ट्राइ किया था क्या?

मृदुला: नही यार. बस बूब तो दिखा ही रही हू. बुत मूड खराब हो गया था, तो कुछ भी ट्राइ नही किया.

मैं: बेटे ने क्या कुछ किया?

मृदुला: बेटा भी मेरे मज़ा ले रहा था. बुत गेस्ट आने के कारण उसका भी मूड ऑफ हो गया. मुझे पता चल गया की रॉनी मुझे छोड़ना चाहता है. ये गेस्ट नही आते तो रॉनी और मैं एक ही बेड पर होते.

मैं: कोई बात नही. रॉकी आए तब तक मज़े ले लो दोनो मों सोन.

मृदुला: बेटा मेरा सिर दबा रहा था थोड़ी देर पहले. तब मैने निघट्य को उपर से तोड़ा खुला रखा था. मतलब बूब की दरार काफ़ी दिख रही थी. वो जब गया था तो लंड तन्ना हुआ था पूरा.

मैं: उसको अपने साथ ही बेड पर सुला लेती.

मृदुला: आज मूड ऑफ है. मैं ताकि हुई हू. कल पक्का रॉनी मेरे साथ ही रहेगा. कल रात को रॉनी से करूँगी पक्का.

मैं: चलो ठीक है बस. तुम बस रॉनी के मज़े लो.

मृदुला: रॉकी घर पर नही है तो रॉनी ज़रूर कुछ ना कुछ करेगा. वो एक बार मुझे पकड़ ले तो फिर मैं माना नही करूँगी.

मैं: तुम को अब रॉनी से चुड़वणी है तो क्या फराक पड़ता है की वो क्या सोचेगा? तुम बस बहाना बना कर उस पर गिर जाओ. एक बार शुरू होने के बाद सब हो जाएगा.

मृदुला: सुबह पक्का कुछ ना कुछ करूँगी यार. आज तो ताकि हुई हू.

मृदुला ने बाइ बोल दिया. दूसरे दिन उसका रात तक कोई मेसेज नही आया. रात को करीब 1 बजे मृदुला का मेसेज आ गया.

मृदुला: थॅंक्स यार अमित बेटे से छुड़वाने के लिए! बहुत मज़ा आया रॉनी के साथ.

मैं: वाउ, क्या कुछ हुआ? यार बताओ डीटेल से.

मृदुला: सब हो गया यार. अब तक 2-3 बार कर लिया हम दोनो ने. अभी मैने बोला की तू अब तेरे रूम में सो जा. सुबह जल्दी ही तेरे रूम में छाई देने अवँगी तब मॉर्निंग में जाने से पहले कर लेना. मुझे अब बहुत नींद आ रही है.

मैं: ऑश चला गया रूम में?

मृदुला: हा बोल रहा था की अब साथ में ही सो जाते है. कोई देखने वाला तो नही है. बुत मैने प्यार से समझा दिया की तू अपने रूम में चल. मेरे साथ सोना ठीक नही है. तो मान गया जल्दी.

मैं: क्या हुआ बताओ सब?

मृदुला: सुबह उसके रूम में निघट्य में गयी थी. बिना ब्रा और पनटी के तब मेरे बूब काफ़ी हिल रहे थे. तो वो काफ़ी गरम हो गया था. दोपहर को भी उसको बूब दिखाए थे.

मैं: ऑश फिर.

मृदुला: रात को मैं दूसरे रूम में कपड़े उपर रखने के लिए बुला लिया, तो बिस्तर रखते टाइम मैने उसको अपने उपर गिरा लिया. उसका हाथ मेरे बूब पर था. मुझे तो बहुत मज़ा आया था. उसने भी मेरे बहुत मज़े लिए थे.

मैं: उूव यार!

मृदुला: वो अपने रूम में चला गया. मैने थोड़ी देर बाद देखा की वो पूरा नंगा हो कर अपना लंड हिला रहा था. ऑश मों आहह मों आअहह बोल रहा था.

मैं: फिर तुमने क्या किया?

मृदुला: मैने थोड़ी देर देखा और झट से उसके रूम में चली गयी.

मृदुला: रॉनी ये क्या कर रहा है? अया मों मुझे क्यूँ बुला रहा है. क्या है ये सब?

वो एक-दूं से सकपका गया.

रॉनी: ऑश वो मों मैं कुछ… ऐसे ही मों.

मैं झट से उसके पास चली गयी. ताकि उसको पकड़ सकूँ.

मृदुला: अर्रे ये इतना टाइट कैसे है?

मैने झट से उस पर हाथ रख दिया.

मृदुला: सच-सच बता, मेरे बारे में क्या बोल रहा था? सच बोलेगा तो कुछ नही कहुगी.

मैने उस टाइम अपनी निघट्य भी ढीली कर दी. ताकि वो मेरे बूब्स देख रेक.

रॉनी: मैं मों वो…

मृदुला: अर्रे क्या मैं-मैं कर रहा है. घर में हम दोनो ही है, तू सब बता सच-सच. किसी को कुछ नही बतौँगी, दर्र मत रॉनी बेटा.

रॉनी मेरे बूब की तरफ देख रहा था. मैने लंड को फिर से पकड़ा और स्माइल दी.

मृदुला: तू तो जवान हो गया है. कितना बड़ा है तेरा और टाइट भी. बता मों आ मों आ क्यू कर रहा था?

मैने उसकी कमर पर दोनो हाथ रख कर उसको अपने पास कर लिया. उसके फेस पर पसीना आ गया. तभी मुझे एक आइडिया आ गया. मैं उसको कूलर की तरफ ले गयी. कूलर की सीधी हवा से मेरी निघट्य भी उड़ने लगी. मेरी नाइट आयेज से एक-दूं से खुल गयी. मेरे बूब्स उसको पुर दिख गये.

रॉनी: मों तुम मुझे बहुत अची लगती हो. ई लोवे योउ मों.

रॉनी झट से बोल कर मेरे सीने से लग गया.

मैने भी उसको पकड़ लिया-

मृदुला: श ये बात है. मेरी क्या चीज़ अची लगती है?

रॉनी: मों आपके बूब्स बहुत मस्त है. आप निघट्य में बहुत मस्त लगती हो. आपको निघट्य में देख मज़ा आता है. ई लोवे योउ मों.

बस मैने निघट्य को खिसका दिया.

मृदुला: ऑश रॉनी निघट्य क्यूँ उतार दी मेरी?

रॉनी मेरे सीने से दूर हुआ तो मैं एक-दूं नंगी खड़ी थी. वो मुझे देखते ही खुश हो गया. उसने झट से मेरे लिप्स पर लिप्स रख दिए और चूसने लगा. फिर मैने भी उसका साथ देना शुरू कर दिया.

रॉनी: ऑश मों आहह ई लोवे योउ मेरी जान. तुम बहुत मस्त हो. ऑश मम्मी आअहह.

मृदुला: ऑश रॉनी आराम से कर अया मस्त चूस्टा है तू तो.

रॉनी: मों मेरी जान आअहह बहुत मज़ा आ रहा है. तुम बहुत मस्त हो यार. ऑश जी भर कर प्यार करूँगा आपको.

मृदुला: ऑश बेटा आअहह बूब भी चूस मेरे आअहह.

उसने झट से मेरे बूब्स चूसने शुरू कर दिए. मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा था.

रॉनी: बेड पर चल मों.

मृदुला: मेरे रूम में चल, एसी चल रहा है. चल वहाँ चलते है.

रॉनी: लोवे योउ मों. आज तो आपकी लेकर रहूँगा. बहुत दिन से बूब्स देख-देख कर पागल हो गया हू.

उसने मेरी गांद पर हाथ फेरा और हम रूम से बाहर आ गये. मैं और रॉनी दोनो मेरे रूम में आ गये.

अगली स्टोरी में पढ़ना की रॉनी ने अपनी मा की चुदाई कैसे की. आप सब हाउसवाइव्स भी मुझे मैल कर सकती है.

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