हेलो दोस्तों, आप कैसे है? उमीद है आप ठीक होंगे. तो आज मैं आपके लिए लेके आई हू अपनी स्टोरी का पार्ट 2. आपको तो पता ही है की अब हमे जब भी टाइम मिलता था, तो मैं और भाभी लेज़्बीयन सेक्स कर लेते थे. बुत मों के घर रहने के कारण अब हमे बहुत कम टाइम मिलता था.
फिर भाभी ने एक दिन प्लान बनाया की क्यूँ ना हम मों को भी अपने इस लेज़्बीयन सेक्स में शामिल कर ले.
मैने कहा: नही भाभी, ऐसे कैसे हो सकता है? वो मेरी मों है. उसके साथ कैसे कर सकते है. अगर उनको पता चला तो वो हमे बहुत दाँत पड़ने वाली है.
भाभी ने कहा: ऐसी कोई बात नही है. वो भी तो एक औरत है. और पापा के घर पे ना होने के कारण वो भी प्यासी है. मेरे पास एक प्लान है. अगर तुम चाहो तू हम ट्राइ कर सकते है.
मैने कहा: बोलो.
भाभी बोली: मों सारा दिन काम करके तक जाती है. तो एक दिन मैं मों की फुल बॉडी मसाज करूँगी. और फिर मा को पत्ता लूँगी. एक और बात, जब मैं और मों सेक्स कर रहे होंगे, तू भी उपर से आ जाना, और कहना आप ये क्या कर रहे हो, मैं पापा और भैया को बता दूँगी.
भाभी: फिर मैं बोलूँगी प्रीति ऐसे मत करना. अगर तुम चाहो तू हमारे साथ शामिल हो सकती हो. बुत पापा और भैया को मत बताना. इससे मों को भी पता नही चलेगा और हमारा काम भी हो जाएगा.
खैर मा के बारे में तो मैं आपको बताना ही भूल गयी. मों का नाम सुमन है, और उनकी आगे 48 है और बूब्स साइज़ 34″ और गांद का साइज़ 36″ है. दिखने में फेर है बुत थोड़ी चब्बी है. जब चलती है तू गांद मटक-मटक के हिलती है. अब हम आते है स्टोरी पे.
भाभी के प्लान के लिए मैने हा बोल दी, क्यूंकी मैं भी थ्रीसम करना चाहती थी, और मों की चूत का पानी पीना चाहती थी. फिर एक दिन शाम को मों भाभी से बात कर रही थी.
मों: अलका आज मैं बहुत तक गयी हू काम करके. मेरी कमर भी दर्द हो रही है थोड़ी सी.
अलका: मों ऐसे करते है, मैं आपकी बॅक की मसाज कर देती हू. जिससे आपको रिलॅक्स फील होगा, और आपका दर्द भी कम हो जाएगा.
मों: हा बेटा, ये सही रहेगा.
अलका: मों, तो चलो मेरे रूम में चलते है. वाहा आयिल भी है. मैं आपको मसाज कर देती हू
मों: हा बेटा, आ रही हू.
अलका: मों आप कपड़े चेंज कर लो. सूट सलवार की जगह मॅक्सी पहन लो. ऐसे मसाज भी आचे से हो जाएगा,
मों: ठीक है बेटा, मैं चेंज करके आई.
अब जब मों मॅक्सी पहन कर आई, तो उन्होने नीचे सिर्फ़ पनटी और ब्रा पहनी थी. बुत मॅक्सी में उनके बूब्स का उभार सॉफ दिख रहा था. भाभी ने मुके का फ़ायदा उठा कर खुद भी मॅक्सी पहन ली थी. मैं भी प्लान के मुताबिक भाभी के रूम के डोर के पास जेया कर खड़ी हो गयी और उनको देखने लगी.
अलका: मों आप पीठ के बाल लेट जाओ, और मॅक्सी उपर कर लो.
मों: बेटा मॅक्सी कैसे उपर करू?
अलका: मों कोई बात नही, हम दोनो तो गर्ल्स है. प्रीति अपने रूम में सो रही है. तो हम अकेले है. और नही करोगे तो मॅक्सी को आयिल लग जाएगा. इससे ये खराब हो जाएगी.
मों: ठीक है बेटा.
और मों ने मॅक्सी उपर कर ली.
मों ने पिंक रंग की पनटी पहनी थी जिसमे से उसके बड़े-बड़े चूतड़ दिख रहे थे, और बूब्स की साइड भी दिख रही थी. अब भाभी ने आयिल लिया और मों की पीठ पे लगा के मसाज करने लगी और बातें करने लगी.
साथ-साथ मे भाभी मों की गांद पे भी हाथ लगा देती और बूब्स की बाहर वाली साइड भी टच कर देती थी. बुत मों ये सब इग्नोर कर रही थी. फिर कुछ देर में भाभी ने मा से बोला-
भाभी: मों आप ब्रा भी उतार दो, ताकि पूरी पीठ की मसाज हो सके. ब्रा के कारण मैं पीठ की मसाज नही कर पा रही, और आपकी ब्रा के स्ट्रॅप को भी आयिल लग रहा है.
बुत मों बोली: ऐसे ही कर दो तुम.
भाभी ने फिर फोर्स किया: मों कोई नही है यहा, आप उतार दो.
तो मों बोली: तुम ही उतार दो.
फिर भाभी ने झट से मों की ब्रा के हुक खोल दिए, और मों की बॅक की मसाज करने लगी. भाभी बीच-बीच में मों के बूब्स की साइड को भी प्रेस कर रही थी, और फिर भाभी ने मों की लेग्स की मसाज करना शुरू कर दिया. वो साथ में मों की गांद की भी मसाज कर रही थी.
फिर भाभी ने मों से बोला: मों अब आपकी पनटी भी खराब हो जाएगी आयिल के कारण. आप इसे भी उतार दो ना.
मों बोली: नही बेटा, ऐसा नही हो सकता.
तो भाभी बोली: मैं भी तो एक गर्ल हू, और हमारे अलावा और कोई भी नही है यहा.
भाभी के ज़्यादा कन्विन्स करने पर मों मान गयी, और पनटी और मॅक्सी को उतार दिया. अब मों भाभी के सामने बिल्कुल नंगी थी. मों को देख कर भाभी की हालत पतली हो रही थी. अब भाभी ने मों की गांद की मसाज करनी चालू कर दी, और साथ में मों की छूट को टच कर रही थी. बुत मों ने कुछ भी रिक्ट नही किया. शायद मों को अब मज़ा आ रही था.
अब भाभी ने मों को बोला: मों आप सीधी हो जाओ, मैं आपके पेट की भी मसाज कर देती हू.
मों बोली: नही बेटा, रहने दो. बहुत हो गयी मसाज. अब मैं ठीक हू.
भाभी ने बोला: नही मों, अब इतनी करवा ली है, तो ऐसे भी करवा लो.
मों माना किए जेया रही थी, बुत भाभी भी फोर्स किए जेया रही थी-
भाभी: मैं आपकी बेटी ही तो हू. और मा बेटी में कैसी शरम? आप करवा लो ना.
फिर भाभी के ज़्यादा कहने पर मों मान गयी, और मों अब सीधी लेट गयी. मों के गोरे बूब्स आज आज़ाद थे, और इधर उधर जेया रहे थे. उनकी छूट पे थोड़े से बाल भी थे. मों और भाभी को देख कर मैं भी अब अपने बूब्स मसल रही थी, और एक हाथ से अपनी छूट को लोवर के उपर से ही रब कर रही थी.
उधर भाभी मों के बूब्स की मसाज कर रही थी, जिससे मों भी मस्त हो रही थी. फिर भाभी नाभि मसाज करते-करते नीचे की तरफ आई, और मों की छूट साइड पे मसाज करने लगी. वो बीह-बीच में छूट को भी सहला रही थी, जिससे मों भी उत्तेजित हो रही थी.
भाभी के सहलाने से मों की छूट गीली हो रही थी, जिससे भाभी को पता चल गया की मों गरम हो रही थी. भाभी ने मौके का फ़ायदा उठा के मों की छूट में अपनी उंगली डाल दी, और अंदर-बाहर करने लगी. इससे मों की आवाज़ निकल आई एयाया उफ़फ्फ़ की. बुत भाभी कहा रुकने वाली थी. वो उंगली को अंदर-बाहर कर रही थी.
फिर मों बोली: बेटा ये तू क्या कर रही है? छ्चोढ़ मुझे.
बुत भाभी ने अपनी स्पीड तेज़ कर दी, जिससे मों को भी अब मज़ा आने लगा, और मों भी एयेए अफ ऊवू की आवाज़े निकाल रही थी. फिर मों पूरी गरम हो चुकी थी. भाभी ने अपनी उंगली निकली, और मों की टाँगो को उठा कर मों की छूट को चाटने लगी.
अब मों भी भाभी का साथ दे रही थी, और बोल रही थी: छोड़ दे मेरी छूट बेटा. बहुत दीनो से प्यासी हू मैं.
अब भाभी मों की छूट को चाटने के बाद मों के बूब्स को अपने हाथ मैं ले कर उन्हे मसालने लगी. वो बूब्स मूह में ले कर सक करने लगी. मों को भी इस सब मैं बहुत मज़ा आ रहा था. फिर भाभी ने भी अपने सारे कपड़े खोल दिए, और अब भाभी भी मों के सामने एक-दूं नंगी थी.
अब भाभी अपनी छूट को मों की छूट से रग़ाद रही थी, जिससे दोनो एयेए उफ़फ्फ़ ऊवू की आवाज़े निकल रही थी. भाभी ने मों की छूट में ज़ोर-ज़ोर से उंगली करी, जिससे कुछ देर बाद मों झाड़ गयी, और उनकी छूट का सारा पानी भाभी पी गयी. अब मों और भाभी लीप किस कर रहे थे.
फिर मों बोली: आजा अब मेरी बारी है. मैं तुझे बताती हू कैसे चुदाई करते है.
मों ने भाभी को एक ज़बरदस्त लीप किस किया, जिससे भाभी को बहुत मज़ा आया.
फिर मों बोली: रंडी कितने गोल है तेरे बूब्स. आज तो मैं इनका सारा रस्स निकाल लूँगी.
ये बात सुन के अलका बोली: हा मेरी गस्ति मों, तेरे भी तो बहुत बड़े है.
मों ने भाभी के बूब्स को आचे से मसला, और उसे मूह में लेके सक करने लगी. सक की वजह से भाभी के बूब्स एक दूं लाल हो गये थे. फिर मों भाभी की छूट देख कर बोली-
मों: कितनी मस्त और चिकनी छूट है तेरी. आज तो बहुत मज़ा आने वाला है तेरी छूट को चाटने का.
मों ने जल्दी से भाभी की टाँगो को उपर किया, और अपने लिप्स भाभी की छूट पे रख कर उसे चाटने लगी. इससे भाभी भी उत्तेजित हो गयी, और मों के सिर को पकड़ कर अपनी छूट में दबाने लगी. मों भी अब भाभी की छूट के अंदर अपनी जीभ फेर रही थी, जिससे भाभी की छूट गीली हो गयी.
फिर मों ने भाभी की छूट में उंगली करना स्टार्ट कर दिया, जिससे भाभी भी आ अफ ऊवू की आवाज़े निकाल रही थी. कुछ देर भाभी की छूट ने पानी छ्चोढ़ दिया, और मों भाभी का सारा पानी पी गयी. अब मों और भाभी नंगी थी, और एक-दूसरे को किस कर रही थी.
इस बीच प्लान के मुताबिक मैं रूम के अंदर जेया कर बोली: आप लोग ये क्या कर रहे हो?
मुझे देख कर मों शॉक हो गयी, और भाभी भी चुप हो गयी. भाभी को तो पता था हमारे प्लान का. बुत मों एक-दूं शॉक हो गयी.
भाभी बोली: अब तेरे से क्या च्छुपाना, जब तुमने हुमको देख ही लिया है तो. तेरे को तो पता है तेरे पापा और भैया अक्सर घर से बाहर रहते है काम की वजह से. तो हम दोनो ऐसे प्यासी रहती है. इसलिए हमने सोचा बाहर किसी से करने की बजाए क्यूँ नही हम घर में अपनी आग को शांत कर ले. प्लीज़ तू बाहर किसी को मत बताना इसके बारे में.
मों भी साथ में बोली: बेटा तेरी भाभी सही कह रही है. प्लीज़ किसी को मत बताना.
मैं बोली: एक शर्त पे नही बतौँगी.
भाभी बोली: क्या?
तो मैने कहा: आप जो कर रहे है, मुझे भी आपके साथ ये करना है.
मों बोली: ऐसा नही हो सकता. तुम बेटी हो मेरी.
मैं बोली: ठीक है फिर रहने दो. मैं बता दूँगी पापा और भैया को.
भाभी बोली: मों मान जाओ ना. ऐसे उनको पता चला तो बहुत बदनामी होगी.
फिर मों मान गयी.
अब अगले पार्ट में पढ़िए कैसे हमने थ्रीसम सेक्स किया, और हम तीनो ने एक-दूसरे को सारी-सारी रात छोड़ा. अगर कोई भाभी, हाउसवाइफ, या गर्ल जो अपने घर में मों या भाभी के साथ लेज़्बीयन सेक्स करना चाहती है, तो वो मुझे एमाइल पे मेसेज करे. मैं उनकी हेल्प करूँगी लेज़्बीयन सेक्स में.
और एक बात, कॉमेंट करके बताना स्टोरी कैसी लगी. मिलते है अगले पार्ट में. और जिस-जिस को अगले पार्ट का इंतेज़ार है, वो कॉमेंट करके बता सकते है. बाइ.