मेरा नाम कुलदीप हैं और मैं पंजाब के भटिंडा से हूँ. मैं हेंडसम हूँ और मेरी उम्र 19 साल हैं. मेरे लंड का साइज़ इतना हैं की किसी भी औरत को चुदाई का असली सुख दे सकूँ. आज की मेरी ये कहानी करीब 5 महीने पहले की हैं. मेरे पड़ोस में एक आंटी जी रहती हैं जिसका नाम पूजा हैं और वो दरजी का काम करती हैं. पहले मैं पूजा आंटी के बारे में बता दूँ. उनका फिगर 36-28-38 का हैं. उनकी गांड भी मस्त हैं गोल गोल और बूब्स भी एकदम सेक्सी हैं. जैसे की पंजाब की आंटियां होती हैं वैसे ही मस्त हैं ये आंटी भी. मैं अक्सर उनके घर पर जाता था.
मुझे आंटी पहले से ही पसंद थी और मैं उनको सोच के ही पोर्न देख के मुठ भी मारता था. कभी कभी उनको टच भी किया करता था. और आंटी ने भी कभी मुझे कुछ नहीं कहा था. एक दिन मैं उनके पास गया और अपनी पेंट की ज़िप लगवानी थी मुझे. मैं आंटी के पास गया तो देखा की आंटी के बूब्स जैसे उसके स्यूट से बहार आने को बेताब से थे. मेरा तो लंड ही खड़ा हो गया आंटी को ऐसे देख के. मैं आंटी के साथ बातें करने लगा. ऐसे ही बातें करते मजाक में आंटी ने बोला की ऐसा कौन सा हथोडा मारा तूने की ज़िप टूट हो गई.
मैंने स्माइल दी और मैंने बोला की हथौड़ा नहीं मारा आप की याद आ रही थी इसलिए. तो आंटी भी मुस्कुरा उठी और बोली की हमारे ऐसे दिन कहा की कोई हमें याद करे. मैंने बोला नहीं मैं रोज आप को याद करता हूँ. और ये कह के मैंने अपने एक हाथ को आंटी के हाथ के ऊपर रख दिया. आंटी ने कुछ नहीं बोला और मैं अपने होश खो बैठा. और मैंने आंटी के लिप्स के पास अपने लिप्स को रख दिए. और आंटी के बड़े बड़े बूब्स को मैंने दबा दिए. आंटी भी मेरा पूरा साथ दे रही थी.
लेकिन कुछ देर के बाद आंटी ने मुझे धक्का दे दिया. और वो बोली क्या कर रहे हो. मैं डर गया और आंटी को सोरी कहा. और आंटी भी थोडा नोर्मल हुई. और आंटी ने मुझसे कहा की क्या मैं आप को अच्छी लगती हूँ? मैंने कहा की अच्छी नहीं आप मेरे को बहुत अच्छी लगती हो.
आंटी ने कहा क्या तुम मुझे प्यार करोगे? मैंने सीधा उन्हें किस किया और पागलों की तरह हम दोनों किस करने लगे. आंटी के बूब्स अपने हाथ से प्रेस करने लगा और आंटी भी सिस्कारियां लेने लगी थी. और वो जोर जोर से कहने लगी अब जल्दी से चोदो मुझे कुलदीप! प्लीज़ मेरी बुर को चोद दो!
मैंने आंटी के स्यूट और सलवार को उतार दिया. क्या लग रही थी आंटी ब्रा में; बड़े बड़े बूब्स गोल गोल चूतड़ थे. मैंने उनको फिर से लिप किस दी और अपनी एक ऊँगली को उसकी चूत में डाल दी. आंटी ने मेरा लंड पकड लिया और हिलाने लगी. मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर आंटी निचे बैठ गई और वो मेरे लंड को पकड़ के मुठ मारने लगी. मैंने कहा आप इसे मुहं में ले लो. आंटी ने कुछ नहीं कहा और अपने मुहं को खोल के सीधे लंड को मुहं में ले के चूसने लगी. क्या चूस रही थी आंटी! ओर मैं उनके मुहं में एक मिनिट के अन्दर ही झड़ गया. और बेड पे लेट गया मैं. आंटी मेरे ऊपर आ गई और मेरा लंड चुस्ती जा रही थी. और फिर लंड को 2 मिनिट के अन्दर फिर से रेडी कर दिया आंटी ने. अब मैंने अपने मुहं को आंटी की चूत के ऊपर लगा दिया और उसे चाटने लगा. कभी ऊँगली करता था और कभी उनकी चूत को चुस्ता था. और आंटी भी मेरे मुहं में ही झड़ गई.
अब आंटी की चूत साफ़ कर दी मैंने. और फिर से चूत को चाटने लग गया. मुझे सच में बहुत मजा आ रहा था. आंटी भी सिस्कारियां ले रही थी और कभी कभी मैं आंटी की गांड के छेद को भी चाट लेता था. आंटी की चूत से एकदम मस्त खुसबू आ रही थी. आंटी की चूत के ऊपर एक भी बाल नहीं था इसलिए चाटने का अलग ही मजा आ रहा था. दूसरी तरफ आंटी ने अब 69 पोजीशन बना ली और मेरे लंड को मुहं में ले के चूसने लगी. कभी वो बॉल्स को चाट लेती थी तो कभी डंडे को हिला के चुस्ती थी.
फिर आंटी ऊपर से उठी और आंटी ने कहा अब और मत तडपा और चोदो मुझे. मैंने तभी अपना लंड उनकी चूत पर रखा और धक्का मारा तो आंटी की हलकी सी आह्ह्ह निकली और आँखे बंद कर ली. और आंटी कहने लगी धीरे करो मैंने हलके हलके धक्के मारने चालू कर दिए. और फिर मैं एकदम से फास्ट हो गया और अब आंटी को भी फास्ट चुदाई से मजा आ रहा था. वो भी अपने चूतड़ उठा उठा के चुदवा रही थी और कह रही थी की चोदो प्लीज़ बहुत मज़ा आ रहा हैं. फिर मैंने आंटी को घोड़ी बनाया और पीछे से चोदने लगा. और आंटी जोर जोर से सिसकारियाँ ले रही थी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह. और आंटी के मुहं से सिसकारियाँ सुन के मैं और भी जोश में आ गया था.
और अब मैंने अपनी एक ऊँगली को पूजा आंटी की गांड के छेद में डाली. क्यूंकि आंटी की गांड इतनी सेक्सी लग रही थी तो मैं खुद को रोक नहीं सका. वो भी मजा ले रही थी. मैंने आंटी को कहा की आप की गांड के ऊपर तेल लगाओ और मेरे लंड के ऊपर भी. आंटी तेल ले के आई और उसने अपनी गांड को एकदम चिकनी कर दी. उसने मेरे लंड को भी हिला के तेल लगाया.
फिर मैंने आंटी की गांड के छेद पर लंड सेट कर के उन्हें अपने लंड पर बिठा लिया. और मैं निचे से ही आंटी की गांड को चोदने लगा. सच में बहुत मजा आ रहा था. आंटी भी मजे ले रही थी और कह रही थी मुझे प्लीज मुझे रोज ऐसे ही चोदा करो. और सिसकारियाँ भर रही थी. मैंने उनकी गोल गांड को 10 मिनिट तक चोदता रहा.
और जब मेरा वीर्य निकलने वाला था तो उन्होंने कहा की मेरे मुहं में ही करना. और मैंने वैसा ही किया. उनके मुहं में मैंने वीर्य निकाला और वो उसे चाट ताहि थी. मैंने पहले ये सब पोर्न मूवीज में ही देखा था रियल में पहली. फिर उन्होंने मेरे लंड को चूस चूस के साफ़ कर दिया. और ऐसे नंगी ही मेरे ऊपर लेट गई. मैंने काफी मजा किया लेकिन अब भी मन नहीं भरा था क्यूंकि मेरी लाइफ में मैं पहली बार किसी आंटी को चोद रहा था.
मुझे चूत से ज्यादा आंटी की गांड फक करने में मजा आया. सच में किसी पोर्न मूवी के जैसे ही आंटी को शाम तक मैंने चोदा. और आंटी को भी फुल मजा आया. वो मुझे बोली की जब भी तेरा मन करे तो तू आ जाना मेरे साथ सेक्स करने के लिए. मैंने आंटी को कहा आंटी किसी दिन फुल नाईट के लिए मेरे साथ सेक्स करोगी?
वो बोली अभी तो नहीं लेकिन फिर चांस मिला तो पूरी रात रहूंगी तुम्हारे साथ में! आंटी को जल्दी जल्दी वाली चुदाई में तो बहुत पेला हे लेकिन फुल नाईट की अभी भी वेट ही कर रहा हूँ.