आपने पिछले कुछ पार्ट्स में पढ़ा कैसे हम सब प्रियल आंटी के घर उनकी आनिवर्सयरी सेलेब्रेट किए, और मैने उनके हज़्बेंड प्रकाश अंकल और उनके बेटे विकी के साथ सेक्स किया.
विकी ने मेरे लिए कॉफी बनाई और मेरे पास आ कर बैठ गया. मैने भी उसको स्माइल दी और उसके कंधे पर सर रख कर कॉफी पीने लगी. हमने नंबर एक्सचेंज किए, और एक-दूसरे से प्रॉमिस करवाया की हमारा प्यार अभी के लिए सीक्रेट रहे. थोड़ी देर के बाद सेजल और प्रियल आंटी बेडरूम से बाहर आए.
विकी ने पूछा: डॅडी कहा है?
प्रियल आंटी घबरा गयी. वो घबरा गयी तो सेजल ने मॅटर संभाल कर कहा: वो आंटी की तबीयत थोड़ी खराब थी, तो मैं उनके पास सो गयी थी.
सेजल ने मेरी और देखा तो मैने अपने आँखों से उसको समझा दिया की एवेरितिंग इस ऑल रिघ्त. उसके बाद अनुज, प्रतीक, शिल्पा आंटी, नयना आंटी, उनकी बेटी निशा और दोनो अंकल भी आ गये. सब फ्रेश हो कर रेडी हो गये. मैने और सेजल ने प्रियल आंटी को ब्रेकफास्ट रेडी करने में हेल्प की.
शिल्पा आंटी और नयना आंटी काफ़ी खुश दिख रही थी. प्रतीक और अनुज का भी ऐसा ही हाल था. वो तो अभी भी एक-दूसरे की और देख कर मुस्कुरा रहे थे. प्रकाश अंकल मेरी और देख रहे थे, और स्माइल कर रहे थे. मैने भी उनको स्माइल पास कर दी. सेजल ने पूछा-
सेजल: क्या बात है डियर. अंकल तो तुम पर पूरा लट्तू हो गये है. ऐसा क्या जादू कर दिया?
काव्या: जादू तो उन्होने किया है मुझ पर. बुद्धा समझ कर ग़लती मत करना. हमारे हज़्बेंड से भी अची चुदाई करता है. मैं तो कहती हू तुम भी अंकल को सिड्यूस करके किसी दिन छुड़वा लो. वैसे प्रियल आंटी के साथ कैसा रहा?
सेजल: तुझे पहली बार चूसा था तो कैसा लगा था? आंटी को मैने सेट कर दिया है. आंटी भी बहुत शौकी औरत है. उसने मुझे बताया की उसको ग्रूप सेक्स की फॅंटेसी है. किसी दिन हमारे घर पर बुलाते है.
सेजल की बातों से मुझे और भी दर्र लगने लगा था. क्यूंकी मैं विकी को लेकर तोड़ा सीरीयस हो रही थी. मुझे पता था वो से नही पाएगा की मैं उसके पापा से भी चुड चुकी थी, और मुझे रंडी समझ लेगा. और मुझे उसके साथ हमएसा रीलेशन रखना था.
हम सब ने साथ बैठ कर ब्रेकफास्ट किया, और फिर हम अपने घर निकल रहे थे. मुझे अंकल और विकी दोनो कार तक ड्रॉप करने आए. सेजल को विकी का बिहेवियर तोड़ा अजीब लगा. उसने अपनी आइब्राउस उपर करके इशारे में पूछा तो मैने उसको आँख बंद करके बता दिया की तुझे बाद में सब एक्सप्लेन करूँगी.
हम कार से घर जेया रहे थे, तब थकान से मेरी आँख लग गयी. लेकिन मैं सेजल, अनुज, और प्रतीक जो बात कर रहे थे, वो सुन रही थी.
सेजल: हे गाइस, कैसी रही लास्ट नाइट? तुम दोनो को देख कर लगता है दोनो आंटीस को बहुत मज़ा दिया है. प्रतीक आपने शिल्पा आंटी को कैसा मज़ा दिया?
प्रतीक: मैने और अनुज ने दोनो आंटीस को आचे से पेला है.
सेजल: श फक. आप लोग ग्रूप सेक्स कर रहे थे? दोनो आंटी इतना कंफर्टबल थी?
प्रतीक: नही यार. पहले तो दोनो नखरे कर रही थी. फिर हमने दोनो को गरम किया तो वो हॉर्नी हो गयी. मैं शिल्पा आंटी को किस करने लगा, और अनुज ने नयना आंटी को दबोच लिया.
अनुज: नयना आंटी तो बहुत शरीफ बन रही थी. कहने लगी प्लीज़ ऐसा नही करो. मैं ऐसी नही हू. कोई देखेगा तो क्या सोचेगा?
सेजल: फिर ऐसा क्या किया की वो दोनो से चुड गयी?
प्रतीक: मैने शिल्पा आंटी को गरम कर दिया और उसको कहा की आप नयना आंटी को समझाओ तो हम खुल कर मज़ा कर सके. फिर मैने उनकी सारी निकाल दी, और उनका ब्लाउस और पेटिकोट निकाल दिए. क्या ग़ज़ब की माल है यार. फिर मैने पंत में से लंड बाहर कर दिया, और आंटी को दिखा कर हिलने लगा. मुझे देख कर अनुज ने भी ऐसा ही किया.
अनुज: मैने फिर दोनो से कहा की चलो अब नखरे ना करो, टाइम वेस्ट हो रहा है. मैने नयना आंटी को किस किया, और प्रतीक ने शिल्पा आंटी को घुटनो पर ला कर लंड मूह में दे दिया. नयना आंटी भी गरम हो गयी थी, तो मुझे किस में सपोर्ट कर रही थी. फिर शिल्पा आंटी को लोड्ा चूस्टे देख कर उसने भी मेरा लंड पकड़ लिया और फिर घुटनो पर बैठ कर लोड्ा चूसने लगी.
प्रतीक: फिर मैने नयना आंटी के पास जेया कर उनके मूह में लोड्ा तूस दिया. और अनुज ने शिल्पा आंटी के मूह में.
सेजल: श फक. मुझे प्लीज़ डीटेल में बताओ यार, मुझे पूरा जानना है.
मैं ( आँखें खोल कर): हा अनुज आचे से बताओ ना. मुझे भी आपकी चुदाई कैसे हुई है, जानना है.
अनुज: प्रतीक एक काम करते है. वैसे भी घर पहुँचने वाले है. क्यूँ ना कल जैसे दोनो आंटीस की चुदाई की है, वैसे ही इनकी भी चुदाई करते है. बहुत तक गये है तो आज ऑफ लेते है, और चुदाई करके सो जाते है.
प्रतीक: क्या बात कही है अनुज. सेजल कैसा रहेगा अभी आप दोनो को लिव स्क्रीन प्ले करके बताए तो?
सेजल: मैं तो रेडी हू. आप दोनो की चुदाई का किस्सा सुन कर मैं तो गरम हो गयी हू. काव्या तुम भी रेडी हो ना?
मैं सेजल को पकड़ कर लीप-किस करने लगी. वैसे भी मेजेंटा सारी में वो सेक्सी माल लग रही थी. और पूरी रात वो प्रियल आंटी को मज़ा देकर आई थी, वो बात सोच-सोच कर ही मैं उसको छोड़ना चाहती थी. यार आप कुछ भी समझो, पर सेजल से मैं बहुत प्यार करती थी.
उसको किसी और लेडी के साथ देख कर मुझे जेलासी होती. सेजल ने मेरी सारी के उपर से मेरे बूब्स दबाने लगी. मैं भी मेरा हाथ उसकी कमर पर घुमा रही थी. हम दोनो को देख कर अनुज बोला-
अनुज: प्रतीक दोनो अभी से चालू हो गयी है. लगता है घर जेया कर हमे बहुत मज़ा देने वाली है.
काव्या (किस तोड़ कर): जैसे दोनो आंटीस को छोड़ा है, वैसे ही हम दोनो को छोड़ना है.
जब हमारा फ्लॅट नज़दीक आया तो मैने और सेजल ने अपनी सारी अड्जस्ट की. फिर सब मेरे घर पर आ गये, और डिसाइड हुआ की मैं नयना आंटी को रोल प्ले करूँगी, और सेजल शिल्पा आंटी का रोल प्ले करेगी.
हमे कहा गया की नयना आंटी थोड़ी शाइ टाइप थी, और शिल्पा आंटी में बहुत आग लगी हुई थी. तो हम दोनो को ऐसे ही रिक्ट करना था. हमने कहा ठीक है.
अब अनुज मेरे पास बैठ गये और प्रतीक सेजल के पास. अनुज मेरी और देख रहे थे, और मैं शर्मा रही थी.
फिर अनुज ने कहा: आंटी आप बहुत खूबसूरत दिख रही हो.
मैने कहा: तुम भी हॅंडसम लग रहे हो.
अनुज ने कहा: चलो ना आंटी थोड़ी मस्ती करते है.
और अनुज ने मेरे कंधे पर हाथ रख दिया, और मेरा हाथ पकड़ कर उस पर किस किया. मैं बहुत शर्मा रही थी. वाहा प्रतीक सेजल को पकड़ कर उसके लिप्स को चूस रहा था, और सेजल भूखी शेरनी की तरह उसको रेस्पॉन्स कर रही थी. मैं यहा अनुज को किस करने से रोक रही थी.
अनुज: नयना आंटी अब नाटक मत करो, और आचे से एंजाय करो. वैसे भी टाइम बहुत कम है.
तब तक प्रतीक ने पंत खोल कर लंड बाहर निकाल दिया था, और सेजल के मूह में लंड घुसा दिया. सेजल भी अब बिंदास उसका लंड चूस रही थी. ये देख कर अनुज ने उसके लिप्स मेरे करीब करे, और धीरे से कहा-
अनुज: आंटी इतना मत सोचो, आज की रात रंगीन करते है.
मैं भी अब लिप्स आयेज करके उसको किस में सपोर्ट कर रही थी. अब अनुज खड़े हुए, और मेरे सामने पंत खोल कर लंड बाहर निकाल दिया. मैने आँखें बंद करके लंड को मूह में लिया और चूसने लगी.
थोड़ी देर बाद अनुज ने लंड बाहर निकाला. मैने आँखें खोली तब प्रतीक भी उसका लंड मेरे मूह के पास लेकर खड़ा था. मैने हैरानी से उसकी और देखा, तो वो बोले-
प्रतीक: आंटी आज रात आप दोनो हम दोनो के लंड का स्वाद चखेंगी. कब से आप की मोटी गांद देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया है.
ऐसा कहते ही प्रतीक ने मेरे मूह में लोड्ा घुसा दिया. मैं भी अब मस्त हो कर उसका साथ देने लगी. ऐसा नही था की मैने पहले प्रतीक से चुदाई नही करवाई थी. पर नयना आंटी का रोल प्ले करके चूड़ने में मज़ा आ रहा था, और हमारे हज़्बेंड में भी वो जोश दिख रहा था.
प्रतीक ने मुझे खड़ा किया, और मेरे लिप्स चूसने लगे, और मेरे पीछे खड़े हो कर मेरी बॅक पर किस करने लगे. वो मेरी गर्दन को चाट रहे थे, और कमर पर हाथ घुमा रहे थे. मैं मदहोश हो गयी थी. उसने मेरी गर्दन को चूमते हुए मेरे एअर पर बीते किया, और धीरे से कहा-
प्रतीक: तुम इस सारी में बहुत सुंदर दिख रही हो. कल शाम तुझे देखा तब से छोड़ना चाह रहा था. सोच रहा था कैसे तुम्हे इस सारी में छोड़ू. अनुज ने रोल प्ले की बात करके मेरा कम आसान कर दिया.
मैं: आप जब कहते ये सारी पहन कर आपके पास चली आती. अब मुझे नयना आंटी समझ कर छोड़ेगा या काव्या?
प्रतीक: नयना आंटी को छोड़ चुका हू. अब तुम्हे छोड़ना है. तेरे लिए ही तो मेरी बीवी को भी अनुज के हवाले कर दिया है. मैं तुमसे अकेले में सेक्स करना चाहता हू. मेरे साथ मेरे फ्लॅट पर चलॉगी?
मैं: हा आप अनुज से बात कर लो (और मैं शर्मा गयी).
प्रतीक तो अनुज: अनुज यार चल ना स्वापिंग करते है. तुम सेजल के साथ यहा रहो. मैं काव्या को अपने घर लेकर जाता हू. हम दोनो वही सो जाएँगे. तुम दोनो यही सो जाना.
प्रतीक की बात सुन कर अनुज और सेजल दोनो खुश हो गये. मुझे सेजल की आँखों में कुछ और ही चमक दिखी. अनुज भी कुछ प्लॅनिंग करने लगे थे. मुझे लगा शायद वो दोनो भी ऐसा कुछ चाह रहे थे. मैने अपनी सारी ठीक की, और प्रतीक के साथ उसके फ्लॅट पर चली गयी. वाहा जाते ही प्रतीक ने मुझे स्मूच किया, और मुझे बड़े प्यार से देख रहे थे.
मैं: ऐसे क्या देख रहे हो?
प्रतीक: सोच रहा हू तुम्हे अपना बना लू.
मैं: अब तो हम स्वापिंग करते है. आज जब चाहे मुझे अपना बना सकते हॉब( मैने दोनो बाहें उसके गले में डाली).
प्रतीक: अर्रे हमेशा के लिए मेरी बना देना चाहता हू. तुम जैसी लड़की मुझे कभी मिल नही सकती.
मैं: सेजल भी मस्त लड़की है. और आप जब चाहे मुझे छोड़ सकते है.
प्रतीक: सेक्स सब कुछ नही है यार. तुम में जो बात है, वो सेजल में नही है. मैं हमेशा तेरे साथ रहना चाहता हू.
प्रतीक की बातों से मैं समझ गयी की सेजल और प्रतीक का रिलेशन्षिप अछा नही जेया रहा था. शायद हम स्वापिंग नही करते तो वो लोग अब तक अलग हो जाते. सेजल ने भी मुझे कहा था की अनुज प्रतीक से बेटर था. और मैं ये सोच कर हॉर्नी हो गयी की पिछले कुछ टाइम में मैं तीसरे गैर मर्द से चुड रही थी.
प्रतीक मुझे गोद में उठा कर बेडरूम में लेकर गये, और पूरी बॉडी पर किस किया. वो मेरी सारी के उपर से मेरे जिस्म से खेल रहे थे. मैं भी प्रतीक से लिपट कर उनको प्यार कर रही थी. उन्होने मेरी सारी उठा कर अलग-अलग पोज़िशन में मुझे कुछ आधे घंटे तक लगातार छोड़ा. आख़िर में वो मेरी छूट में झाड़ गये, और ऐसे ही सो गये. मैं वॉशरूम गयी और फ्रेश हो कर बाहर निकली.
मैने अपनी सारी सही की, और मैने जैसे मिरर में देखा मेरे चेहरे पे स्माइल आ गयी. मुझे एक ही सारी में 3 अलग अलग मर्द छोड़ चुके थे. मेरी सारी में से मुझे प्रकाश अंकल, विकी, और प्रतीक की खुश्बू आ रही थी. मैं सारी पहन कर ही प्रतीक से लिपट गयी, और पिछली रात से अब तक की मेरी 3 गैर मर्दो से हुई चुदाई याद करके सो गयी.
शाम को देखा तो मेरे मोबाइल में विकी के कुछ मेसेजस थे. अब मेरी लाइफ में क्या ट्विस्ट आता है वो अगले पार्ट में बतौँगी. स्टोरी अची लगे तो प्लीज़ कॉमेंट करे.