पति, पत्नी, और वो के बीच थ्रीसम सेक्स की कहानी

मेरा नाम रोज़ी है और मैने मेरी कंपनी में मेरे टीम के कॉलीग्स को एक सूपर ऑफर दिया था, और वो लोग उस ऑफर को एक-दूं अची तरह उसे कर रहे थे. अब आप लोग पढ़िए इस सेक्स स्टोरी को.

तो एक महीने बाद आज जेसी का बर्तडे सेलेब्रेशन हुआ, और मैं आज अपनी कार भी लेके नही आई थी. क्यूंकी आज मुझे उन दोनो पार्ट्नर्स की फॅंटेसी को पूरा करना था. जैसे मैने सबसे बोला-

राजेश (राजेश की आगे 27 यियर्ज़ है, वाइट कलर, लंबा, हॅंडसम और बहुत ओपन माइंडेड बंदा है)

जेसी (जेसी की आगे 24 यियर्ज़ है. थोड़ी सी छ्होटी हाइट, और थोड़ी फट बॉडी है. पर उसका गोरा बदन, आपल शेप का फिगर है 42-36-40)

केक को कट करने के बाद हम तीनो ही वाहा पर खड़े थे, और तभी राजेश ने मुझसे पूछा-

राजेश: तो रोज़ी किधर चले डिन्नर के लिए, गर्ल्स?

रोज़ी: यार, राजेश मुझे आइस-क्रीम खाने का बहुत मॅन कर रहा है. चलो ना किधर चलते है.

तभी जेसी बोली-

जेसी: चलो ना रोज़ी आइस-क्रीम पार्लर ही चलते है. जहा पर थोड़ी पब्लिक हो. तभी तो और मज़ा भी आएगा वाहा पर.

उसने ऐसा क्यूँ बोला मैं समझ नही पाई. और मैने बोला-

रोज़ी: हा चलते फिर.

हम तीनो कार में बैठे, और जेसी ड्राइव करने लगी. राजेश मेरे साथ पीछे की सीट पर बैठ गया, और हम दोनो स्मूछिंग करने लगे, और राजेश अपना हाथ मेरे बदन पे फेर रहा था. कुछ देर बाद रास्ते में एक रेस्टोरेंट भी आ गया, और जेसी ने कार को रोक भी दिया.

तभी हम दोनो अपने-अपने कपड़े संभालने लगे, और राजेश कार से बाहर चला गया. फिर जेसी ने मेरे हाथो में एक वाइब्रटर दे दिया और बोली-

जेसी: इसे जल्दी लगा कर बाहर निकलो.

तो मैने उस वाइब्रटर को अपनी पुसी में डाला, और कार से बाहर निकल गयी. फिर मैने जब चलना शुरू किया, तो राजेश अपने मोबाइल से वाइब्रटर को कंट्रोल करने लगा, और मेरी पुसी एक-दूं ज़ोर से वाइब्रट हो रही थी. फिर जेसी मेरी तरफ देख के एक अजीब सी स्माइल कर रही थी.

ऐसे करते-करते हम तीनो रेस्टोरेंट के अंदर गये, और एक कॉर्नर के टेबल पर जाके बैठ गये. तभी राजेश ने वाइब्रटर को एक-दूं फुल स्पीड में कर दिया, और मैं इधर-उधर देखने लगी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, पर मैं अपने आप को बहुत कंट्रोल कर रही थी. तभी मेरा ऑर्गॅज़म भी निकल गया.

फिर जेसी ने मेरे थाइ पर हाथ रखा और वाइब्रेशन को फील किया. तभी राजेश ने एक वेटर को बुलाया. मैं अपने मूह को शरम के मारे च्छुपाने लगी, और तभी एक वेटर हमारे पास आया. फिर राजेश बोला-

राजेश: भैया 3 आइस-क्रीम और 2 पेपर के कप काले वाले ले आना.

वेटर हमारा ऑर्डर लेने चला गया. कुछ देर बाद वेटर हमारा ऑर्डर लेके आ गया, और टेबल पर सर्व करके चला गया. हम सब आइस-क्रीम खाने लगे, तभी जेसी ने मुझसे बोला-

जेसी: रोज़ी, तुम अपनी आइस-क्रीम बचा के रखना, ठीक है?

और जेसी ने एक एंप्टी कप को अपने हाथो में पकड़ा, और बातरूम में चली गयी. फिर मच देर होने के बाद जेसी वापस टेबल के पास आके बैठ गयी, और कप को टेबल पर रख दिया. राजेश ने भी दूसरा कप अपने हाथो में लिया, और जेंट्स बातरूम में चला गया, और कुछ देर के बाद टेबल पास आके बैठ गया. उसने भी अपना कप टेबल पर रख दिया.

जब मैने कप में देखा तो एक कप में सलाइवा था, और दूसरे कप में राजेश का कम था. तभी जेसी ने मुझसे बोला-

जेसी: चलो अब अची बच्ची की तरह इन दोनो को अपनी आइस-क्रीम में मिक्स करके खा लो रोज़ी.

मैने सोचा “यार बीच पब्लिक मैं ऐसी फॅंटेसी करने के लिए कों बोलता है यार?”, और मुझे थोड़ी शरम भी आने लगी. मुझे वैसे आइस-क्रीम खाने का बिल्कुल मॅन नही कर रहा था. फिर भी मैं एक-एक करके सलाइवा और राजेश का कम अपनी आइस-क्रीम में मिक्स करने लगी, और स्पून-स्पून करके पूरी आइस-क्रीम खा गयी. थोड़ी आइस-क्रीम मैने जेसी को भी ऑफर की. तो उसने बोला-

जेसी: तुम अपना मज़ा लो, और हम दोनो हमारा मज़ा ले रहे है, रोज़ी.

तो मैं सोचने लगी की “कितने बड़े हरामी है दोनो. फॅंटेसी को पूरा देखना है, और दूसरों अपना स्लेव बनाना है”.

ऐसा करके मैं आइस-क्रीम पूरी खा गयी, और हम सूब लोग रेस्टोरेंट से बाहर निकल गये. अब हम लोग सीधा राजेश के घर पे गये, और पुर रास्ते वो दोनो वाइब्रटर को कंट्रोल किए, और मैं पागल हो रही थी. मैं अंदर जाके वाइब्रटर को निकालने वाली थी. तभी राजेश ने मेरा हाथ मेरी छूट से हटाया, और किस करते-करते हम दोनो सोफा पे बैठ गये.

जेसी ने हम दोनो को उधर ही छ्चोढ़ दिया, और अपने रूम में जाके एक सेक्सी सी लाइनाये पहन के आ गयी. फिर वो मुझसे बोली-

जेसी: रोज़ी, जब तक हम ना बोले, तब तक वाइब्रटर नही निकालना अपनी पुसी से.

और फिर हमारा थ्रीसम सेक्स शुरू हो गया. राजेश अपनी जीभ मेरे मूह के अंदर डाल के हिलने लगा, और जेसी मेरे पास आके मेरे निपल्स को चूसने लगी. अब मुझे असली मज़ा आना शुरू हुआ. ऐसे करते-करते हम तीनो ने अपने अपने कपड़े उतारे.

मैने राजेश का लंड पकड़ा, और उसको हॅंजब देने लगी. तभी राजेश सोफा पर से खड़ा हो गया, और मैं और जेसी अपने घुटनो पर नीचे बैठ गयी. फिर राजेश ने अपना लंड पहले जेसी के मूह में रखा, और जेसी उसे ब्लोवजोब देने लगी.

मैं अपने एक हाथ को जेसी की छूट को मसालने लगी, और राजेश के लंड के नीचे बॉल्स को चाट रही थी. फिर हम दोनो ने बारी-बारी उसके लंड को और बॉल्स को शेर किया. कुछ देर होने के बाद राजेश ने अपना लंड मेरे मूह पर रखा और बोला-

राजेश: मैं अभी अपने कम को तुम्हारे मूह में छ्चोड़ दूँगा. तुम उसको पहले जेसी के साथ स्वाप करना, और फिर पूरा पी लेना.

मैने सोचा “ये तो बड़ा हरामी है यार. पत्नी के सामने ऐसा कैसे बोल दिया इसने?” और शायद जेसी को इससे कोई प्राब्लम नही थी, तो मुझे क्या प्राब्लम होनी थी.

फिर मैने उसके लंड अपने मूह में रखा, और ब्लोवजोब देने लगी. तभी उसने मेरे बालों को पकड़ा, और मेरे मूह को बहुत ज़ोर से अपने लंड पर दबा कर पूरा माल मेरे मूह में छ्चोढ़ दिया.

फिर मैने जेसी के गले को पकड़ा, और मेरे मूह का पूरा कम उसके मूह में स्वाप कर दिया. हम दोनो ने कम स्वापिंग किया, और लास्ट में जेसी ने पूरा कम मेरे मूह के अंदर डाला, और मैं पुर कम को एक साथ अंदर निगल गयी.

राजेश सोफा पे बैठ गया, और हम दोनो को देखने लगा. मैं और जेसी लेज़्बीयन किस करने लगे, और हम दोनो एक-दूसरे की छूट को मसल के किस करने लगे. तभी राजेश एक वाइन की बॉटल ले आया और पूरी वाइन हमारे उपर डाल दी. अब हम दोनो वाइन में गीले हो गयी.

बाद में वो दोनो मेरे बदन को चाटने लगे, और मैं उनके बदन को चाटने लगी. फिर राजेश मेरे पीछे गया, और मुझे पीछे से छोड़ने लगा, और जेसी ने मेरी पुसी से वाइब्रटर निकाला, और मेरी पुसी को चाटने लगी, और मुझे तभी तोड़ा रिलीफ मिला.

कुछ देर बाद जेसी नीचे से खड़ी हुई, और मुझे किस करने लगी. वो मेरी जीभ को अपने मूह में लेके चूस लगी. ऐसे करते-करते मुझे उन दोनो ने सीधा लिटाया और मेरे मूह के उपर जेसी बैठ गयी. मैं उसकी छूट को खाने लगी, और राजेश मेरी छूट में अपने लंड को डाल के मुझे छोड़ने लगा.

ऐसे करते-करते हम तीनो ने थ्रीसम सेक्स का पूरा मज़ा उठाया. राजेश बाजू में लेता, वाइन बॉटल को उठाया, अपना मूह भरा, और जेसी के मूह में भी वाइन डाली. फिर मैं घुटनो पर बैठ कर उन दोनो को देखने लगी. वो दोनो मेरे सामने खड़े हुए, और उन दोनो ने एक-एक करके मेरे मूह में अपने मूह की जूती वाइन थूक दी, और मैं उस वाइन को पी गयी.

तभी जेसी फ्लोर पे सो गयी, और मैं वापस से राजेश को ब्लोवजोब देने लगी, और राजेश खड़े होके मेरे फेस पर अपने मूह से सलाइवा को थूकने लगा. और मैं उसे ब्लोवजोब देती गयी. ऐसे करते-करते पता नही हम सब उदार ही कब सो गये.

अगला दिन सनडे था, तो मैं नींद से जाग गयी, और मैने अपने कपड़े पहने, और वो दोनो एक-दूं प्यार से सो रहे थे. तो मैने उन्हे डिस्टर्ब नही किया.

मैं अपने फ्लॅट में गयी, और मेरा पूरा बदन एक-दूं दुख रहा था. फिर नेत्फलिक्ष में मूवीस देख कर मैं चिल होने लगी.

अगली हॉट कहानी में मिलते है दोस्तों.

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