तो दोस्तों चलते है सेक्स कहानी पर.
मेडम के घर आने के बाद मैं भी अपने रूम में चली गयी और सो गयी. सुबह मैं जल्दी उठी और काम करने बंगलोव में गयी. सबसे पहले तो मैने किचन सॉफ किया, और सब के लिए नाश्ता बनाया.
मैने देखा मेडम अभी उठी नही थी, तो मैने सोचा क्यूँ ना मैं रोहन सिर को उतोऊ. वो मुझे देखकर खुश भी हो जाएँगे. यहीं सोचते-सोचते मैं रोहन सिर के रूम तक गयी, और दरवाज़ा खटखटने की जगह सीधा खोल दिया.
मैं हैरान रह गयी. वो लड़की जो रात को मेडम के साथ थी, वो रोहन सिर के रूम में सो रही थी, और दोनो एक-दूसरे से नंगे लिपटे हुए थे. मुझे बहुत गुस्सा आया पहले. पर मैने बिना कुछ बोले दरवाज़ा बंद किया, और हॉल के बाहर की सॉफ-सफाई करने लगी.
9 बजे मेडम नीचे आई. मैने उनको नाश्ता दिया, और तभी हिचकिचाते हुए कहा-
मैं: मेडम वो दूसरी माँ जो आपके साथ आई थी रात को. वो रोहन सिर के रूम में क्यूँ सोई है?
तभी मेडम बोली: अर्रे मंजू, वो रोहन की बीवी है. लंडन में रहती है उसके साथ.
मैं ये सुन कर बहुत शॉक्ड थी. रोहन सिर ने तो कहा था की मैं उनकी बीवी बनूँगी, तो ये क्या था फिर? मैने जैसे-तैसे मेडम को नाश्ता कराया, और मेडम ऑफीस चली गयी. मैं रोते-रोते अपने रूम में चली गयी. उस दिन के बाद मैने रोहन सिर के पास जाना भी बंद कर दिया.
2-3 दिन ऐसे ही बीते. एक दिन मेडम के ऑफीस जाने के बाद घर में बस मैं, रोहन सिर, और उनकी बीवी थे. मैं किचन में अपना काम कर रही थी. तभी रोहन सिर पीछे से आए, और मुझे पकड़ कर गर्दन और मेरी पीठ पर किस करने लगे. वो मेरे बूब्स पीछे से ही दबाने लगे.
मैने उनको डोर किया और मैं गुस्से में उनको देख रही थी. तभी वो फिर मेरे पास आए, और बोले-
रोहन: क्या हुआ मंजू? मैं कब से देख रहा हू तुम मुझसे भाग क्यूँ रही हो?
मैने गुस्से से कहा: आप पहले से शादी-शुदा हो. आपने मुझसे झूठ कहा. आपने मेरा ग़लत फ़ायदा उठाया. आप बहुत गंदे इंसान हो.
मेरे इतने कहने से रोहन सिर गुस्सा हो गये. वो मेरे पास आए, और बोले-
रोहन: साली, तो तुझे पता चल गया? क्या करेगी? तू मेरी रखैल है, तू समझी ना? 2 कौड़ी की नौकरानी मालकिन बनने के सपने देख रही है, साली रांड़.
इतना कह कर वो मेरे मूह पर थूके. मैं तभी वहाँ से जाने लगी, लेकिन उनकी वाइफ से टकरा गयी.
मैं उनको रोते हुए बोली: मेडम देखो आपके पति ने मेरे साथ क्या किया.
तभी उन्होने मुझे पकड़ा, और रोहन को गुस्सा दिखाते हुए मुझे उसके पास ले गयी. फिर वो रोहन सिर को मेरे सामने गुस्से से बोली-
वाइफ: तुमने इस मंजू के साथ क्या किया है बताओ मुझे?
इतना कहते ही उन्होने मुझे रोहन सिर के सामने कर दिया, और कहा-
वाइफ: मुझे भी देखना है तुमने इसके साथ क्या किया है. दिखाओ, मेरे सामने करके दिखाओ. मैं भी देखु मेरा ब्फ कितना हार्ड-फकर है.
ये सुन कर रोहन सिर मुस्कुराने लगे, और बोले: देखा रंडी, तू रंडी ही है मेरी.
मुझे भी अब समझ आ गया था, की वो दोनो एक जैसे ही थे. मैने सोचा, की मैं उनका कुछ कर तो सकती नही थी, तो जो हो रहा था उसको ऐसे ही चलने देती हू. मज़ा तो मुझे आ ही रहा था ये सब करने में.
तभी रोहन सिर ने अपना लंड मेरे मूह में तूस दिया, और ज़ोर-ज़ोर से दीवार को लगा कर मेरा मूह छोड़ने लगे. मेरे मूह से गप्प्प गप्प्प्प स्लूरप्प्प स्लूरप्प्प्प्प अम्म्म्म गप्प्प्प की आवाज़ आ रही थी. मुझे उल्टी जैसा हो रहा था.
अचानक रोहन सिर ने लंड मूह से बाहर निकाला, तो मैं भी गिर पड़ी, और फर्श पर सारा थूक दी. तभी रोहन सिर ने मेरे बाल पकड़े और कहा-
रोहन: चाट रांड़ ये सब.
मैं नीचे बैठी सब चाट रही थी. तभी रोहन सिर ने मेरी सारी पीछे से उठा के मेरी गांद में अपना लंड डाल दिया, और ज़ोर-ज़ोर से मुझे छोड़ने लगे. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मैं चिल्लाने लगी-
मैं: आह अहह रोहन सिर अहह. रंडी हू मैं आपकी सिर, छोड़िए मुझे ऐसे ही आह ह.
तभी रोहन सिर की वाइफ मेरे पास आई, और मेरे बाल पकड़ कर मेरा मूह अपनी छूट में तूस दिया. फिर ज़ोर-ज़ोर अपनी छूट पे मेरा मूह रगड़ने लगी, घुसने लगी.
वो बोली: आह आह, क्या मज़ा आ रहा है मंजू अहह आह. ऐसे ही चूस मंजू आ.
तभी रोहन सिर ने मुझे उठाया और घोड़ी बना दिया. फिर मेरी छूट में लंड पेल कर मुझे छोड़ने लगे. मैं चिल्ला भी नही सकती थी, मेरा मूह मेडम की छूट में था. मेरे मूह से बस अम्म्म्म अम्म्म्मम गप्प्प्प्प्प स्लूरप्प्प्प स्लूरप्प्प्प जैसे आवाज़े आ रही थी.
तभी अचानक मेडम चिल्लती हुई मेरा मूह अपनी छूट में दबाने लगी, और उनकी छूट से एक फव्वारा उड़ा. मैने उनका सारा पानी मज़े से पी लिया. मुझे भी ये सब करने में मज़ा आने लगा था.
अचानक रोहन ने मुझे उठाया, सीधे सीडीयों की रेलिंग्स के अंदर मेरा मूह डाल के मुझे झुकाया, और फिर मुझे छोड़ने लगा. मैं मज़े से आह अहह रोहन सिर आराम से, आह ह, मेडम योउ अरे सो लकी मेडम बोल रही थी.
तभी अचानक रोहन सिर ने अपनी स्पीड बढ़ा दी. मुझे तकलीफ़ होने लगी. मेरे मूह से आह अहह अहह आराम से सिर ह ह निकल रहा था. फिर रोहन सिर मेरी गांद में फ्री हो गये.
उसके बाद हम सब नहाए, और फिर खाना खाने बैठे. तभी मेडम मुझे बोली-
वाइफ: मंजू बैठ जाओ खाना खाने, कोई बात नही.
मैने कहा: नही मेडम, लास्ट टाइम बैठी तो इतना कुछ हो गया. अभी बैठूँगी तो ना-जाने क्या करना पड़े.
तभी मेडम बोली: अर्रे कोई नही कुछ बोलेगा, तुम बैठो.
तो मैं बैठ गयी. खाना खाते-खाते मेडम बोली-
वाइफ: मंजू मैं एक लेज़्बीयन हू, मुझे बस लड़कियों के साथ सेक्स करना पसंद है. और तुम्हारे रोहन सिर और मैने बस बिज़्नेस बढ़ने के लिए शादी की है. हमारे बीच सेक्स या प्यार ऐसे कुछ नही है. बस हम आचे दोस्त है एक-दूसरे के. हम दोनो सेक्स की प्यास बुझाने के लिए पार्ट्नर ढूँढ रहे थे. देखो मेरी तो लंडन में एक गफ़ भी है. और तुम्हारे सिर को भी वहाँ बहुत लड़कियाँ छोड़ने मिल जाती है.
वाइफ: बुत मुझे हमेशा से इंडियन फ़्रेंड चाहिए थी, और इनको भी एक इंडियन लड़की जिसके साथ ये आचे सेक्स मज़े ले पाए. और देखो तुम हमे मिल गयी. तुम मुझे बहुत पसंद आई हो मंजू. क्या तुम हम दोनो के साथ रहोगी? मैं मम्मी से बात करूँगी. तुम हमारे साथ लंडन चलो, हम तुम्हे अची ज़िंदगी देंगे.
मैने सोचा चली जाती हू. वैसे भी यहाँ भी ये सब करना है था, और वहाँ भी. तो मैं मान गयी. पर आयेज क्या हुआ? मैं लंडन गयी या नही? वो नेक्स्ट पार्ट में पढ़िए.
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